Abundance affirmations

अमीर बनने के लिए हमारी योग्यता क्या होनी चाहिए ?

अगर आप डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो आपको 12 वीं में कुछ प्रतिशत से अधिक अंक लाने होंगे। अच्छी नौकरी पाने के लिए कुछ डिग्री या योग्यता की आवश्यकता होती है। उसी तरह, अमीर होने के लिए, प्रत्येक व्यक्ति के पास कुछ योग्यताएँ होनी चाहिए जो उसे अमीर बनाने मे मदद करे। आइए देखें कि यह क्या है। –

1 अमीर बनने की प्रबल इच्छा।

2 धन के बारे में सकारात्मक विश्वास

3 अमीर बनने के लिए कड़ी मेहनत करने की इच्छा।

4 अमीर बनने के लिए सिद्धांतों और नियमों का ज्ञान।

5 सकारात्मक मानसिक मनोवृत्ति (पॉज़िटिव मेंटल एट्टीट्यूड)

1.अमीर बनने की प्रबल इच्छा :

जो लोग अपने दम पर अमीर हुए है, यानि शून्य मे से हीरो बने है, इन सब लोगो के बीच और एक बात मे समानता थी की उन सभी लोगों में अमीर बनने की तीव्र इच्छा और तीव्र लालसा थी।

आप अपने आप से सवाल कीजिए की आपको अमीर बनने की सिर्फ इच्छा ही है या फिर वह इच्छा तीव्र लालसा के स्तर तक पहुँच गई है।

2.धन के बारे में सकारात्मक विश्वास :

दुनिया मे जीतने भी लोग अमीर हुए है उनमे से कोई भी एसा नहीं मानता कि पैसा पाप की जड़ है। अमीर बनने के लिए सकारात्मक सोच होनी चाहिए, जिसके बारेमे क्या आप जानते है?

  • अमीर होना कोई पाप नहीं है।
  • धन सुख और शांति ला सकता है।
  • अमीर लोग भी गुणवान होते है।
  • धन-दौलत से समाज सेवा और देश मैं शून्य से अमीर कैसे बन सकता हूँ सेवा हो सकती है।
  • अच्छे स्वास्थ्य के लिए धन आवश्यक है।
  • बिना पैसे के कोई लेन-देन नहीं चल सकता।
  • अमीर बनना आसान है।
  • मैं जितना चाहे उतना पैसा कमा सकता हूं।
  • पूरी दुनिया की शक्ति मुझे अमीर बनाने के लिए उत्सुक है।
  • एक अमीर व्यक्ति आध्यात्मिकता को विकसित कर सकता है।
  • प्रकृति के सभी नियमों और सिद्धांतों का पालन करके व्यक्ति अमीर बन सकता है।
  • मेरे पास अमीर होने के लिए बहुत सारे कौशल हैं।

उपरोक्त सभी मान्यताएँ हमें अमीर बनने में बहुत मदद करती हैं। आप मे उपरोक्त मान्यताओं में से कौन सी और कितनी हैं, इसकी जांच कर सकते हैं।

अमीर बनने के लिए हमारी योग्यता क्या होनी चाहिए ?

अमीर बनने के लिए हमारी योग्यता क्या होनी चाहिए ?

3.अमीर बनने के लिए कड़ी मेहनत करने की इच्छा :

पैसा आसमान से टपकता नहीं है, इसमें बहुत मेहनत लगती है। क्या आप अमीर बनने के लिए जरूरत पड़ने पर 12-14 घंटे काम करने को तैयार हैं? अगर यह तैयारी नहीं हो तो अमीर बनने का विचार छोड़ देना चाहिए। क्योंकि कर्म का सिद्धांत है, ‘बिना किए कुछ भी प्राप्त नहीं होता और जो किया जाता है वह विफल नहीं होता।’

4.अमीर बनने के लिए सिद्धांतों और नियमों का ज्ञान :

अंग्रेजी मे एक कहावत है, “you don’t have to re-invent a wheel”. इसी प्रकार अमीर बनने के निश्चिंत नियम और सिद्धांत है, जो आपको इसे फिर से मेहनत करके तलाशने की जरूरत नहीं है। जो लोग अमीर हो गए हैं उन्होंने इसे अनजाने में पाया है। आपको बस उस नियमों और सिद्धांतों को सीखना है और उनका पालन करना है।

आप ने अमिताभ बच्चनजी की मि. नटवरलाल पिक्चर तो देखि ही होगी, जिसमे अंत में, खलनायक अमजद खान गाँव के लोगों को बंधक बना लेता है और उन्हें एक स्थान पर रख देता है। जिनहे मुक्त करने के लिए अमिताभ या कोई ओर पहोंच न सके, इसलिए खलनायक ने रास्ते मे कई सुरंगो को छुपाता है।

अपनी जान के जोखिम में, अमिताभ अपने अंतर्ज्ञान के अनुसार कार्रवाई करते हुए, ग्रामीणों के पास पहुंचते हैं और सभी को कैद से मुक्त करता है। ये सभी लोग अमिताभ के नक्शेकदम पर चलते हैं और वापस आते समय सुरंगो से डरते हुए सुरक्षित बाहर निकल आते हैं।

इसी प्रकार से भूतकाल मे कई अमीर लोगो ने अपने सूझ-बुझ से और कई जोखम उठा कर अमीर बने, हमे भी उसी तरह से अपने सूझ-बुझ से आगे बढ़ना है और अमीर बनने के रास्ते अपनाने है।

5.सकारात्मक मानसिक मनोवृत्ति (पॉज़िटिव मेंटल एट्टीट्यूड):

हमारे जीवनमे सकारात्मक मनोवृत्ति की बहुत ही आवश्यकता है। एक बार दो लोग संपर्क मे आते है, उनका जीवन पूरी तरह से एक-दूसरे से विपरीत है। एक भाई गरीब और दोषी है और कई बार जैल जा चुका है, जबकि दूसरा व्यक्ति अमीर और समाज मे एक सम्मानित व्यक्ति है।

जब उन दोनों से पूछा गया कि आपके जीवन में मैं शून्य से अमीर कैसे बन सकता हूँ ऐसा क्यों हुआ, तब दोनों का कारण एक ही था – उनके पिता।

उस गरीब और दोषी व्यक्ति ने कहा कि जब मैं छोटा था तब मेरे माता-पिता गरीब थे। मेरे पिता शराब के आदी थे। वह मेरी माँ को बहुत मारता था और खाने के लिए भी पर्याप्त नहीं देते थे। मैं ऐसे माहौल में एक अच्छा आदमी कैसे हो सकता हूं?

जब दूसरे व्यक्ति से पूछा गया, तो उसने भी यही बताया की जब मै छोटा था, तब मेरे माँ-पिताजी बहुत गरीब थे, पिता शराब के आदि थे। हमे खूब मारते थे और खाने के लिए भी कुछ नहीं देते थे। तब मैंने फैसला किया कि मैं गरीबी में नहीं जीऊँगा।

मैं अमीर बन कर अपनी पत्नी और बच्चों को अच्छा रखूंगा। मेरे घर का वातावरण बहुत अच्छा होगा, बस, इसी अतीत ने मुझे अमीर और अच्छा इंसान बननेकी प्रबल इच्छा पैदा की। अभी मैं जो कुछ भी हूँ वो अपने अतीत के कारण ही हु।

क्या कारण है कि दोनों व्यक्तियों को समान वातावरण मिला लेकिन जीवन में अलग-अलग परिणाम मिले? गरीब और दोषी व्यक्ति ने नकारात्मक दृष्टिकोण के साथ इस वातावरण को स्वीकार किया, और उसके जीवन में नकारात्मक परिणाम आया।

जब कि दूसरे व्यक्ति ने जीवन से इस नकारात्मक वातावरण को हटाने के बारे में सकारात्मक रूप से सोचा, तो उसके जीवन में सब कुछ सकारात्मक हो गया।

एसी परिस्थियाँ हमारे जीवन में आति रहेंगी- पत्ते के खेल कि तरह, तीन एक्के या तीन बादशाह से तो कोई भी जीत शकता है, लेकिन किसी भी पत्ते से बाजी जीत जाए उसे असली बाजीगर कहते है।

हम अपने दृष्टिकोण से तय करते हैं कि हम जीवन की स्थिति को कैसे स्वीकार करते हैं। जब आप अमीर लोगों के बारे में सीखते और जानते हैं, तो आप महसूस करेंगे कि उनमें से अधिकांश व्यतिओने कठिन परिस्थितियों का सामना किया है। फिर भी उन्होंने उस स्थिति को अपने पक्ष में कर लिया।

You Might Also Like

जीवन मे पैसे का महत्व कितना है?

Nice Days

We are residents of the country of India, so whatever information we know about our country such as Technology, History, Geography, Festivals of India, Faith, etc. All information given in Hindi language.

गरीब लोग कैसे अमीर बनते हैं?

इसे सुनेंरोकें(7) ईमानदारी के साथ कड़ी मेहनत करें – किसी भी धंधे में कामयाब होने के लिए और अमीर बनने के लिए Honesty और Hard Work बहुत ही जरूरी है. अगर बैठे बिठाये पैसा मिल सकता तो आज कोई भी गरीब नहीं होता. याद रखिये अमीर बनने का पहला नियम ही ये है की आपको मेहनत के लिए कोई Fix समय तय नहीं करना है.

मैं बहुत गरीब हूं मैं क्या करूं?

मैं बहुत गरीब हूँ, क्या करूँ?… Main Bahut Garib Hoon Kya Karu

  • मैं बहुत गरीब हूँ क्या करूँ?
  • मैं गरीब हूँ क्या करूँ?
  • अगर मैं गरीब हूँ तो मैं क्या करूँ?
  • मैं गरीब हूँ, कोई सहारा नहीं है, क्या करूं?
  • मैं एक गरीब इंसान हूँ| मेरे घर में कुछ खाने पीने की नहीं है| क्या मैं क्या करूँ?
  • मैं बहुत गरीब हूँ, मैं क्या करूँ?

भगवान ने गरीब क्यों बनाया?

इसे सुनेंरोकेंयही है असली समझ। लोगों को नहीं मालूम कि हमारा जीवन रेगिस्तान इसलिए है, क्योंकि यहां बारिश नहीं हो रही। हम सोचते हैं, विधि का विधान है! लोग कहते हैं, भगवान किसी को अमीर बनाता है, किसी को गरीब।

इसे सुनेंरोकेंगरीब से अमीर बनने के लिए सबसे पहले आपको अपनी मंजिल या फिर अपने लक्ष्य को ढूंढना पड़ेगा और आपको यह सोचना पड़ेगा कि आप वर्तमान में क्या है और अगले कुछ सालों के बाद आप क्या बनना चाहते हैं, क्योंकि कोई भी व्यक्ति तभी अपनी जिंदगी में सफल हो सकता है, जब उसके पास कोई लक्ष्य हो, बिना लक्ष्य के व्यक्ति की जिंदगी मुर्दे के समान …

छोटी उम्र में अमीर कैसे बने?

Money Making Tips: अमीर बनना है तो बस इन 3 टिप्स को दिमाग में बैठा लें, कम उम्र में ही बरसने लगेगी दौलत!

  • 1- अपने कर्जों को सबसे पहले निपटाएं ये जरूरी है कि आप सबसे पहले अपने सभी कर्जों को निपटा दें।
  • 2- निवेश को टालें नहीं, भले कम पैसे निवेश करें
  • 3- खुद की जानकारी को लगातार बढ़ाते रहें

अमीर बनने के लिए कौन सा काम करना चाहिए?

  1. How to Get Rich: ज्यादातर लोगों का सपना अमीर बनना होता है.
  2. अपने कौशल का उपयोग अपना बिजनेज खड़ा करने में करें –
  3. ज्यादा बचाएं
  4. खर्च में समझदारी: क्रेडिट या डेबिट कार्ड का बहुत अधिक इस्तेमाल न करें.
  5. बचत बढ़ाएं
  6. सही जगह निवेश करें: अपनी बचत का निवेश सही जगह पर करेंगे तो आपको बेहतरीन रिटर्न कमाने में मदद मिलेगी.

बड़े आदमी बनने के लिए क्या करना चाहिए?

बड़ा आदमी कैसे बने?

  1. 2.1 1. बड़ा आदमी बनना नामुमकिन नहीं है
  2. 2.2 2. अपना पैसा सही जगह निवेश करें
  3. 2.3 3. आपातकालीन कवर ले
  4. 2.4 4. अपना बजट बनाएं
  5. 2.5 5. फालतू की शौकीन चीजें खरीदना बंद कर दें
  6. 2.6 6. विविधता आवश्यक है
  7. 2.7 7. क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करें
  8. 2.8 निष्कर्ष

क्या गरीब आदमी अमीर बन सकता है?

इसे सुनेंरोकेंवो Business ऐसा होना चाहिए जो काफी लम्बे समय बाद भी Demand में रहे. किसी भी Business के बारे में अनुभवी लोगों से उसके Pros And Cons जानना बहुत ही जरूरी है. Business की बारीकियों को सीखकर Business करना आपको बहुत ही जल्दी सफलता दिलवा सकता है और आप जल्दी ही गरीब से अमीर (Rich) बन सकते हैं.

1 महीने में करोड़पति कैसे बने?

  1. Money Making Tips: हर आदमी करोड़पति (Crorepati) बनना चाहता है. हम चाहते हैं कि जल्दी से जल्दी अमीर बन जाएं.
  2. फाइनेंशियल स्थिति का मूल्यांकन करें सबसे पहले अपनी कमाई, खर्चों और भविष्य के लक्ष्यों को कागज पर उतारना होगा.
  3. इनकम बढ़ाने और खर्चों की कटौती पर फोकस करें
  4. जल्दी शुरुआत करना
  5. कर्ज से बचें

गरीब आदमी को कौन सा बिजनेस करना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंबिना पैसे के शुरू किए जाने वाले सिर्फ ऑनलाइन बिज़नेस ही है और अगर आपके पास इंटरनेट नहीं है, तो आप रेल प्लेटफॉर्म या किसी का फ्री WiFi भी युज कर सकते हो। कोई भी बिजनेस करना हो तो आपके पास संयम होना बहुत जरुरी होता है और आपकी मेहनत भी उतनी ही चाहिए और अगर आपके पास कोई टैलेंट है तो आप अधिक जल्द गति से आपका काम कर सकते हो।

करोड़पति कैसे बनेगी?

इसे सुनेंरोकेंलेकिन, करोड़पति (Crorepati) बनने के लिए कुछ नियमों का सख्ती से पालन करना होता है. एक्सपर्ट का मानना है कि अमीर बनने का सबसे पहला मंत्र होता है बचत और ज्यादा बचत. सही समय पर बचत शुरू करना और दौलत इकट्ठी करने में सीधा संबंध है. यहां हम रईस बनने के कुछ ऐसे ही मंत्रों की चर्चा कर रहे हैं.

Abundance affirmations

Abundance affirmations

Abundance affirmations

Introduction :

हर कोई अमीर बनना चाहता है लेकिन कई बार छोटी सोच के कारण बहुत सारे लोग अमीरी से दूर रह जाते हैं। अगर आपको अमीर बनना है तो सबसे पहले सोच को बदलना होगा और उसके बाद actions ! आप खुद को अमीर समझते हैं या गरीब या फिर आपकी सोच बड़ी है या छोटी इसी बात पर आपकी अमीरी निर्भर होती है। जब तक आप खुद को अमीर नहीं समझते तब तक अमीरी आपके पास नहीं आएगी। तो सबसे पहले आपको अमीर लोगों की तरह सोचना शुरू करना चाहिए। लेकिन इस सोच हम अपनाये कैसे ? तो इसके लिए बहुत ही आसान तरीका है Abundance affirmations ! आप खुद को आत्मसुझाव देंगे जिससे आज इसी वक़्त से आप खुद को अमीर समझने लगेंगे। इससे होगा ये की आपकी सोच पूरी तरह से बदल जायेगी और आपके पास ऐसी ऐसी उपलब्धियाँ आएगी जिससे आप अमीर बन सकते हैं।

ये कई लोगों को बचपना लग सकता है लेकिन जिन्होंने भी इन Abundance affirmations को दोहराया है उन्हें इसका फायदा जरूर हुआ है। दुनियाभर के सारे सफल लोग हररोज खुद को affirmations देते हैं। वो बाकि कामों से ज्यादा इस काम को महत्व देते हैं।

आत्मसुझाव क्यों जरुरी हैं ?

Abundance affirmations

Abundance affirmations

Affirmations means आत्मसुझाव। खुद को दी गयी सूचनाए या खुद से की जानेवाली सकारात्मक बातचीत जो हमारे अंदर confidence भर देती हैं। अमीर होना हम सब का हक़ है और इसके लिए ज्यादा कुछ करने की जरुरत नहीं है। आपको सिर्फ अपनी ऊर्जा को Abundance पर केंद्रित करनी है। ये ऊर्जा धन को, समृद्धि को खुद ही आकर्षित करती है। जिन विचारों के कारण आप समृद्धि से दूर हैं उन विचारों को नष्ट करने के लिए Affirmations जरुरी हैं।

जिस तरह पानी का निरंतर प्रवाह बड़ी से बड़ी चट्टानों को भी तोड़ सकता है उसी तरह ये समृद्धि के आत्मसुझाव आपकी सालोंसाल पुरानी छोटी सोच को तोड़ देंगे ! आपको समृद्ध जीवन जीने से एक ही चीज रोकती है और वो है आपकी सोच ! उसे बदलने का काम ये Affirmations करते हैं।

Affirmations for Abundance :

Abundance affirmations

Abundance affirmations

मैं धन का चुंबक हूँ।

मैं बहुत खुश हूँ क्योंकि ईश्वर ने मुझे समृद्ध होने के लिए चुना है।

मैं अमीर होने के काबिल हूँ।

मैं जीवन के हर क्षेत्र में सफल हूँ।

मेरे जीवन में आनेवाले पैसों का मैं मैं शून्य से अमीर कैसे बन सकता हूँ खुले दिल से स्वागत करता हूँ।

पैसा मेरा सबसे अच्छा दोस्त है।

मैं हर दिन और ज्यादा समृद्ध होता जा रहा हूँ।

सफलता, ख़ुशी और समृद्धि से मेरा जीवन भरा हुआ है।

मैं मेरी dream life को जी रहा हूँ।

पैसा लगातार मेरी ओर आकर्षित हो रहा है और मेरे जीवन को समृद्ध बना रहा है।

मैं आर्थिक रूप से स्वतंत्र और सुरक्षित हूँ।

मैं समृद्धि के प्रति सकारात्मक हूँ।

ये ब्रह्माण्ड मुझे हर काम में सफलता दिला रहा है।

मैं ईश्वर का दिल से आभारी हूँ की उन्होंने समृद्धि के लिए मेरा चुनाव किया।

मैं इस समृद्धि का हकदार हूँ।

मैं ईश्वर से मिली समृद्धि को स्वीकार करता हूँ।

मैं धनवान और समृद्धशाली हूँ।

ये ब्रह्माण्ड हर स्त्रोत से मुझे अमीर बना रहा है।

मैं जितना खर्च करता हूँ उसका कई गुना ये ब्रह्माण्ड मुझे वापस करता है।

मैं अपनी संपत्ति से दुनिया में बदलाव ला रहा हूँ, जरूरतमंदों की मदद कर रहा हूँ।

मैं बहुत भाग्यशाली हूँ।

मैं इस समृद्धि की इज्जत करता हूँ और ईश्वर को दिल से धन्यवाद देता हूँ।

ब्रह्माण्ड की शक्तियाँ मुझे धनवान बना रही हैं।

समृद्धि के लिए मैं हमेशा सकारात्मक सोच रखता हूँ।

मैं जानता हूँ की मेरी सोच ही मुझे समृद्धि दिला सकती है।

इस समृद्धि को सँभालने की क्षमता मुझमें है।

अनपेक्षित मार्गों से मेरे पास समृद्धि आती ही जा रही है।

हर दिन मेरे जीवन में समृद्धि बढ़ रही है।

मेरा जीवन सुख और समृद्धि से भरा हुआ है।

मेरे जीवन में स्वाभाविक तरीके से समृद्धि आकर्षित हो रही है।

मैं अपने दिव्य विचारों और कार्यों से समृद्धि को पा रहा हूँ।

ईश्वर की इच्छा के अनुसार मेरा हर कार्य हो रहा है।

मैं समृद्धि को मन में रखकर जो भी कार्य करता हूँ वो चमत्कारी रूप से पूर्ण होता है।

मैं अपने जीवन में ख़ुशी, सेहत, परिवार और समृद्धि के लिए ईश्वर का आभारी हूँ।

चारों और से समृद्धि मेरे जीवन में आकर्षित हो रही है।

समृद्धि एक ऐसी शक्ति है जिससे दुनिया का कोई भी काम आसानी से हो सकता है।

Abundance affirmations

Abundance affirmations

दोस्तों ये Abundance affirmations समृद्धि का पहला कदम है और आप तो जानते ही होंगे, A journey of a thousand miles begins with a single step. और जब तक आप अपना पहला कदम नहीं उठाएंगे तब तक आप अपनी मंझिल तक नहीं पहुचेंगे ! तो चलिए साथ मिलकर ये कदम उठाते हैं और एक समृद्ध जीवन का स्वागत करते हैं !

मैं तो स्वयं शिव हूँ - प्रेरक कहानी (Main Too Swayan Shiv Hoon)

 मैं तो स्वयं शिव हूँ - प्रेरक कहानी

भिखारी को देखकर उस सेठ ने कहा, तुम हमेशा मांगते ही हो, क्या कभी किसी को कुछ देते भी हो ?

भिखारी बोला, साहब मैं तो भिखारी हूँ, हमेशा लोगों से मांगता ही रहता हूँ, मेरी इतनी औकात कहाँ कि किसी को कुछ दे सकूँ ?

सेठ: जब किसी को कुछ दे नहीं सकते तो तुम्हें मांगने का भी कोई हक़ नहीं है। मैं एक व्यापारी हूँ और लेन-देन में ही विश्वास करता हूँ, अगर तुम्हारे पास मुझे कुछ देने को हो तभी मैं तुम्हे बदले में कुछ दे सकता हूँ।

तभी वह स्टेशन आ गया जहाँ पर उस सेठ को उतरना था, वह ट्रेन से उतरा और चला गया।

इधर भिखारी सेठ की कही गई बात के बारे में सोचने लगा। सेठ के द्वारा कही गयीं बात उस भिखारी के दिल में उतर गई। वह सोचने लगा कि शायद मुझे भीख में अधिक पैसा इसीलिए नहीं मिलता क्योकि मैं उसके बदले में किसी को कुछ दे नहीं पाता हूँ। लेकिन मैं तो भिखारी हूँ, किसी को कुछ देने लायक भी नहीं हूँ।लेकिन कब तक मैं लोगों को बिना कुछ दिए केवल मांगता ही रहूँगा।

बहुत सोचने के बाद भिखारी ने निर्णय किया कि जो भी व्यक्ति उसे भीख देगा तो उसके बदले मे वह भी उस व्यक्ति को कुछ जरूर देगा। लेकिन अब उसके दिमाग में यह प्रश्न चल रहा था कि वह खुद भिखारी है तो भीख के बदले में वह दूसरों को क्या दे सकता है ?

इस बात को सोचते हुए दिनभर गुजरा लेकिन उसे अपने प्रश्न का कोई उत्तर नहीं मिला।

दुसरे दिन जब वह स्टेशन के पास बैठा हुआ था तभी उसकी नजर कुछ फूलों पर पड़ी जो स्टेशन के आस-पास के पौधों पर खिल रहे थे, उसने सोचा, क्यों न मैं लोगों को भीख के बदले कुछ फूल दे दिया करूँ। उसको अपना यह विचार अच्छा लगा और उसने वहां से कुछ फूल तोड़ लिए।

वह ट्रेन में भीख मांगने पहुंचा। जब भी कोई उसे भीख देता तो उसके बदले में वह भीख देने वाले को कुछ फूल दे देता। उन फूलों को लोग खुश होकर अपने पास रख लेते थे। अब भिखारी रोज फूल तोड़ता और भीख के बदले में उन फूलों को लोगों में बांट देता था।

कुछ ही दिनों में उसने महसूस किया कि अब उसे बहुत अधिक लोग भीख देने लगे हैं। वह स्टेशन के पास के सभी फूलों को तोड़ लाता था। जब तक उसके पास फूल रहते थे तब तक उसे बहुत से लोग भीख देते थे। लेकिन जब फूल बांटते बांटते ख़त्म हो जाते तो उसे भीख भी नहीं मिलती थी,अब रोज ऐसा ही चलता रहा ।

एक दिन जब वह भीख मांग रहा था तो उसने देखा कि वही सेठ ट्रेन में बैठे है जिसकी वजह से उसे भीख के बदले फूल देने की प्रेरणा मिली थी।

वह तुरंत उस व्यक्ति के पास पहुंच गया मैं शून्य से अमीर कैसे बन सकता हूँ और भीख मांगते हुए बोला, आज मेरे पास आपको देने के लिए कुछ फूल हैं, आप मुझे भीख दीजिये बदले में मैं आपको कुछ फूल दूंगा।

शेठ ने उसे भीख के रूप में कुछ पैसे दे दिए और भिखारी ने कुछ फूल उसे दे दिए। उस सेठ को यह बात बहुत पसंद आयी।

सेठ: वाह क्या बात है. आज तुम भी मेरी तरह एक व्यापारी बन गए हो, इतना कहकर फूल लेकर वह सेठ स्टेशन पर उतर गया।

लेकिन उस सेठ द्वारा कही गई बात एक बार फिर से उस भिखारी के दिल में उतर गई। वह बार-बार उस सेठ के द्वारा कही गई बात के बारे में मैं शून्य से अमीर कैसे बन सकता हूँ सोचने लगा और बहुत खुश होने लगा। उसकी आँखे अब चमकने लगीं, उसे लगने लगा कि अब उसके हाथ सफलता की वह चाबी लग गई है जिसके द्वारा वह अपने जीवन को बदल सकता है।

वह तुरंत ट्रेन से नीचे उतरा और उत्साहित होकर बहुत तेज आवाज में ऊपर आसमान की ओर देखकर बोला, मैं भिखारी नहीं हूँ, मैं तो एक व्यापारी हूँ..

मैं भी उस सेठ जैसा बन सकता हूँ. मैं भी अमीर बन सकता हूँ !

लोगों ने उसे देखा तो सोचा कि शायद यह भिखारी पागल हो गया है, अगले दिन से वह भिखारी उस स्टेशन पर फिर कभी नहीं दिखा।

एक वर्ष बाद इसी मैं शून्य से अमीर कैसे बन सकता हूँ स्टेशन पर दो व्यक्ति सूट बूट पहने हुए यात्रा कर रहे थे। दोनों ने एक दूसरे को देखा तो उनमे से एक ने दूसरे को हाथ जोड़कर प्रणाम किया और कहा, क्या आपने मुझे पहचाना ?
सेठ: नहीं तो ! शायद हम लोग पहली बार मिल रहे हैं।
भिखारी: सेठ जी.. आप याद कीजिए, हम पहली बार नहीं बल्कि तीसरी बार मिल रहे हैं।
सेठ: मुझे याद नहीं आ रहा, वैसे हम पहले दो बार कब मिले थे ?

अब पहला व्यक्ति मुस्कुराया और बोला:
हम पहले भी दो बार इसी ट्रेन में मिले थे, मैं वही भिखारी हूँ जिसको आपने पहली मुलाकात में बताया कि मुझे जीवन में क्या करना चाहिए और दूसरी मुलाकात में बताया कि मैं वास्तव में कौन हूँ।

नतीजा यह निकला कि आज मैं फूलों का एक बहुत बड़ा व्यापारी हूँ और इसी व्यापार के काम से दूसरे शहर जा रहा हूँ।

आपने मुझे पहली मुलाकात में प्रकृति का नियम बताया था. जिसके अनुसार हमें तभी कुछ मिलता है, जब हम कुछ देते हैं। लेन देन का यह नियम वास्तव में काम करता है, मैंने यह बहुत अच्छी तरह महसूस किया है, लेकिन मैं खुद को हमेशा भिखारी ही समझता रहा, इससे ऊपर उठकर मैंने कभी सोचा ही नहीं था और जब आपसे मेरी दूसरी मुलाकात हुई तब आपने मुझे बताया कि मैं एक व्यापारी बन चुका हूँ। अब मैं समझ चुका था कि मैं वास्तव में एक भिखारी नहीं बल्कि व्यापारी बन चुका हूँ।

भिखारी ने स्वयं को जब तक भिखारी समझा, वह भिखारी रहा । उसने स्वयं को व्यापारी मान लिया, व्यापारी बन गया।

भारतीय मनीषियों ने संभवतः इसीलिए स्वयं को जानने पर सबसे अधिक जोर दिया और फिर कहा:
शिवोभूत्वा शिवम् यजेत॥
शिव बनकर शिव की पूजा करनी चाहिए।

रेटिंग: 4.38
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 664