संसद टीवी संवाद
क्रिप्टोकरेंसी वर्तमान वित्तीय दुनिया में हो रहे बहुत सारे तकनीकी परिवर्तनों में से एक का उदाहरण है और अब नई चुनौतियों को स्वीकार करने के साथ-साथ प्रतिभूति बाज़ार सहित मुद्रा बाज़ारों के लिये एक नए एकीकृत विनियमन की अनुमति देने का मौका है।
यह डिजिटल तकनीक में एक नई क्रांति पैदा कर सकती है जिसे भारत खोना नहीं चाहेगा, लेकिन साथ ही वह आंतरिक सुरक्षा और अन्य संबंधित मुद्दों को लेकर भी जोखिम नहीं उठा सकता है।
विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)
“ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी” के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (वर्ष 2020)
Cryptocurrency Rate Today: क्रिप्टोकरेंसी बाजार में सुस्ती, बिटकॉइन 20 हजार डॉलर के नीचे-इथेरियम क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन भी टूटी
Cryptocurrency Rate Today 16 September: पिछले 24 घंटों में ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप गिरकर 961.02 अरब डॉलर पर आ गया है और पिछले 24 घंटों में इसका वॉल्यूम 84.82 अरब डॉलर का रहा है.
By: ABP Live | Updated at : 16 Sep 2022 11:40 AM (IST)
Edited By: Meenakshi
क्रिप्टोकरेंसी (फाइल फोटो)
Cryptocurrency Rate Today 16 September: ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी बाजार में बड़ी गिरावट देखी जा रही है और इसका मार्केट कैप फिर से 1 खरब डॉलर के नीचे फिसल गया है. ऐसा मुख्य रूप से दुनिया की पहली और दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी के रेट में गिरावट के कारण हुआ है. बिटकॉइन और इथेरियम दोनों क्रिप्टोकरेंसी ही अहम स्तरों से नीचे फिसल गई हैं. पिछले 24 घंटों में ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 961.02 अरब डॉलर पर आ गया है और पिछले 24 घंटों में इसका वॉल्यूम 84.82 अरब डॉलर रहा है.
बिटकॉइन का हाल
दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे पॉपुलर वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन के दाम में 2.3 फीसदी की गिरावट आई है और ये 19,728.8 डॉलर पर आ गई है. इसका मार्केट कैप 377.9 अरब डॉलर पर आ गया है. वहीं इसका ट्रेड वॉल्यूम 36 अरब डॉलर का रहा. बिटकॉइन एक बार फिर 20,000 डॉलर के नीचे फिसल गई है. इस टोकन ने हालांकि पिछले एक हफ्ते में 2 फीसदी की उछाल दर्ज की है.
इथेरियम का दाम
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम के दाम भी 1500 डॉलर के नीचे आ गए हैं. इसमें 9.9 फीसदी की गिरावट देखी गई है और ये 1,467.4 डॉलर प्रति टोकन पर आ गई है. इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन भी 179.9 अरब डॉलर पर आ गया है. पिछले 24 घंटों में इथेरियम का ट्रेड वॉल्यूम 26.5 अरब डॉलर का रहा. वहीं पिछले 7 दिनों में इथेरियम या ईथर में 10.1 क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन फीसदी की ओवरऑल गिरावट दर्ज की गई.
डॉजकॉइन, शिबु इनु और सोलाना की क्या है कीमतें
वर्चुअल करेंसी डॉजकॉइन में 3.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है और इसका मार्केट कैप 7.8 अरब डॉलर पर आ गया है. शिबु इनु में 4.5 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है और सोलाना भी 3.5 फीसदी गिरकर कारोबार कर रही है.
News Reels
ये भी पढ़ें
Published at : 16 Sep 2022 11:33 AM (IST) Tags: Cryptocurrency Rate Cryptocurrency Rates Today Cryptocurrency News Crypto News हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
क्या है Private Cryptocurrency जो बैन होगी, क्या बिटकॉइन इसमें शामिल है?
जीकैश, मोनेरो, डैश प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के कुछ उदाहरण है.
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर सरकार द्वारा बिल लाने की घोषणा के बाद हाय तौबा मच गई है. अब क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन जब भारतीयों के हजार-करोड़ों रुपए क्रिप्टो के बाजार में लगे हो तो हाय तौबा मची रहेगी. इसका असर ये हुआ कि एक तो मार्केट धड़ाम से गिर गया दूसरी तरफ पैनिक सेलिंग को बढ़ावा मिला. लेकिन सरकार द्वारा बिल की घोषणा पर नजर डालें तो वहां प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने की बात हो रही है.
अब ये प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी क्या है और ये बिटकॉइन, ईथीरियम या डॉजकॉइन भी प्राइवेट क्रिप्टो हैं.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी एक वर्चुअल करेंसी है, इसके साथ कुछ वैल्यू भी जुड़ी होती है. ये एक ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर काम करती है. ये किसी बैंक ना मिलने की बजाय कंप्यूटर्स द्वारा माइन होती है. हालांकि इनके क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन ट्रांजैक्शन को ट्रैक किया जा सकता है, लेकिन सीमित जानकारियों के साथ.
अब भारत समेत दुनिया के कई देश में ना तो इसको लेकर कोई कानून है ना ही इसे सरकार मान्यता देती है. इसलिए भारत सरकार अब इस पर एक बिल लेकर आएगी ताकि कुछ कानून बनाएं जा सके.
क्रिप्टोकरेंसी के ट्रांजेक्शन को ट्रैक करना काफी जटिल है और सरकार का मानना है कि इसका बड़े स्तर पर दुरुपयोग हो सकता है. या तो इसको हवाला फंडिंग या टेरर फंडिंग के उपयोग में लाया जा सकता है. इसलिए इसको या तो बैन करने की जरूरत है या फिर रेग्युलेट करने की.
प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी क्या होती है?
प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी प्राइवेट ब्लॉकचेन के सहारे ट्रांजेक्ट होती है. इसको ट्रेस करना लगभग नामुमकिन हो जाता है. आमतौर पर इसकी परिभाषा भी यही है. जीकैश, मोनेरो, डैश प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के कुछ उदाहरण है. वहीं बिटकॉइन, डॉजकॉइन, ईथीरियम ये सब पब्लिक क्रिप्टोकरेंसी हैं जिनके ट्रांजेक्शन को ट्रेस किया जा सकता है.
पेंच ये है कि प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी की कोई फिक्स परिभाषा तय नहीं हो पाई है. भारत सरकार प्राइवेट क्रिप्टो को किस तरह से परिभाषित करेगी ये बिल पेश पेश होने के बाद ही साफ हो पाएगा.
अब ऐसा हो सकता है कि सरकार उन सभी क्रिप्टोकरेंसी को प्राइवेट माने जो सरकार द्वारा जारी नहीं की गई है. या ऐसा भी हो सकता है कि जिन क्रिप्टोकरेंसी के ट्राजेक्शन की पहचान ना की जा सकती हो उनको सरकार प्राइवेट माने.
अब चूंकी सरकार अपनी एक डीजिटल करेंसी ला रही है इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि हर तरह की क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा दिया जाएगा लेकिन कुछ अपवाद के साथ.
Cryptocurrency Bill की खबर के बाद पैनिक सेलिंग,क्या कह रहे एक्सपर्ट?
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)
भारत में कभी वैध नहीं होगी बिटकॉइन या इथीरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी, देश के वित्त क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन सचिव ने बताई इसकी बड़ी वजह
वित्त सचिव सोमनाथन ने क्रिप्टो में निवेश से बचने की सलाह दी और कहा, इसकी कोई गारंटी नहीं कि आपका निवेश सफल रहेगा या नहीं. क्रिप्टो में निवेश से अगर किसी को घाटा होता है तो सरकार उसकी जवाबदेही नहीं लेगी.
देश के वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने बुधवार को बड़ी बात कही. सोमनाथन ने कहा कि दुनिया की मशहूर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) बिटकॉइन और इथीरियम या नॉन फंजीबल टोकन (NFT) कभी वैध मुद्रा या लीगल टेंडर घोषित नहीं हो सकते. सोमनाथन ये यह भी कहा कि क्रिप्टो एसेट को सरकार की तरफ से कोई मंजूरी नहीं मिली है और इसके दाम निजी ढंग से सेट किए जाते हैं. वित्त सचिव ने साफ कहा कि बिटकॉइन (Bitcoin) हो या इथीरियम, या एनफटी..ये कभी लीगल टेंडर घोषित नहीं होंगे. क्रिप्टो एसेट ऐसी संपत्ति है जिसकी कीमत या वैल्यू दो लोगों के बीच निर्धारित होती है. उन्होंने कहा कि आप सोना खरीदें, हीरा खरीदें या क्रिप्टो खरीदें, इनके दामों को सरकार कभी ऑथराइज या गारंटी तय नहीं करती.
वित्त सचिव सोमनाथन ने क्रिप्टो में निवेश से बचने की सलाह दी और कहा, इसकी कोई गारंटी नहीं कि आपका निवेश सफल रहेगा या नहीं. क्रिप्टो में निवेश से अगर किसी को घाटा होता है तो सरकार क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन उसकी जवाबदेही नहीं लेगी. दूसरी ओर, सरकार अपना डिजिटल करंसी या डिजिटल रुपी लाने जा रही है जो कि निवेश के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित रहेगा. 1 फरवरी को जारी आम बजट में रिजर्व बैंक द्वारा डिजिटल रुपी जारी किए जाने की बात की गई है. इसकी लॉन्चिंग 1 अप्रैल से हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डिजिटल रुपी को सुरक्षित बताया है.
वित्त सचिव के बयान की बड़ी बातें
वित्त सचिव सोमनाथन ने कहा कि रिजर्व बैंक की ओर से लाई जाने वाली डिजिटल करंसी कभी डिफॉल्ट नहीं होगी. डिजिटल रुपी का पैसा आरबीआई का होगा, लेकिन उसका रूप बिल्कुल डिजिटल होगा. आरबीआई की ओर से जारी डिजिटल रुपी लीगल टेंडर या वैध करेंसी होगी. इसके अलावा जो भी क्रिप्टो एसेट या क्रिप्टोकरंसी होंगे, वे वैध नहीं हैं और न ही भविष्य में वैध साबित होंगे.
सरकारी नियम के मुताबिक, खेती की कमाई को छोड़कर हर कमाई पर टैक्स लगता है. अभी क्रिप्टोकरंसी पर कोई स्पष्टता नहीं है. यह भी साफ नहीं है कि क्रिप्टो की कमाई बिजनेस इनकम है या कैपिटल गेन या स्पेकुलेटिव इनकम है. कुछ लोग अपने क्रिप्टो एसेट की घोषणा करते हैं और कुछ लोग नहीं. अब सबको 30 परसेंट के हिसाब से टैक्स देना होगा. यह नियम सिर्फ क्रिप्टो पर नहीं बल्कि सभी स्पेकुलेटिव इनकम के लिए है. उदाहरण के लिए अगर कोई हॉर्स रेसिंग क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन करता है तो उसे 30 परसेंट देना होगा. किसी भी स्पेकुलेटिव ट्रांजैक्शन पर पहले से 30 फीसदी टैक्स लगता रहा है, इसलिए क्रिप्टो पर भी 30 परसेंट टैक्स का नियम लाया गया. यह बात वित्त सचिव सोमनाथन ने कही.
वित्त सचिव ने कहा कि कोई नहीं जानता कि इथीरियम की असली वैल्यू कितनी है. इसके दाम हर दिन बदलते हैं. अगर कोई व्यक्ति से क्रिप्टो से कमाई करता है तो उसे 30 परसेंट टैक्स देना होगा.
Cryptocurrency Bill: क्रिप्टो बैन की खबरों के बीच कीमतों में उछाल, नई करेंसी की हुई एंट्री
क्रिप्टो करेंसी में पैसा लगाने वाले 10 करोड़ लोगों के लिए आज बड़ा दिन है। केंद्र सरकार आज से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में बहुप्रतीक्षित ‘द क्रिप्टो करेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021’ पेश करने के लिए तैयार है। क्रिप्टो उद्योग एक सकारात्मक रेग्युलेशन की प्रतीक्षा क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को कौन कर रहा है जो कुछ प्रतिबंधों के साथ क्रिप्टो में निवेश और व्यापार की अनुमति दे सकता है। क्रिप्टो बिल को लेकर अब तक पॉज़िटिव और नेगेटिव दोनों तरह की चर्चा रही है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 554