चीन में कोरोना हुआ बेकाबू हालात गंभीर भारत में भी मिले चीन जैसे 5 संक्रमित, भारत मे खतरा नही, सावधानी बरतें
नई दिल्ली/ चीन में कोरोना पूरी तरह से बेकाबू हो चुका है और हालात बहुत गंभीर है चीन में कोरोना का ओमिक्रोन वेरिएंट BF.7 से संक्रमित 5 रोगी भी भारत में मिले हैं लेकिन भारत में खतरे की कोई बात नहीं है और क्या सावधानियां बरतनी है आइए जानते हैं।
भारत में कोरोनावायरस संक्रमण की दूसरी लहर ने जिस तरह से तबाही मचाई थी उसी तरह से अब चीन में कोरोना से तबाही मच रही है और पूरी तरह से करो ना का ओमिक्रोन वेरिएंट BF.7 खतरनाक साबित हो रहा है और इस वेरिएंट के 5 रोगी भी भारत में पाए गए हैं।
इनमें गुजरात के तीन मामले और ओडिशा से दो मामले सामने आए हैं इनकी पुष्टि हुई है इन पर स्वास्थ्य मंत्रालय की पूरी तरह से नजर है और समुचित उपचार एवं परीक्षण चल रहा है अब भारत में भी कोरोनावायरस इन कतरा है या नहीं इसको लेकर एम्स (AIMMS) नई दिल्ली के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया के अनुसार ओमिक्रोन वेरिएंट BF.7 पिक्स ऑफ वैरीअंट है और इसमें प्रतिरोधक क्षमता को चकमा देने की ताकत है।
वैक्सिंग लेने के बाद भी शख्स इस वैरीअंट की चपेट में आ सकता है लेकिन इस केस की गंभीरता कम रहेगी भारत में इस नए वैरीअंट से डरने की जरूरत नहीं है और लोगों को किसी भी तरह का पैनिक तथा चिंतित नहीं होना चाहिए।
केवल सावधानी बरतने की जरूरत है कोविड गाइडलाइन का पालन हो भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचे बाहर जाते समय मास्क लगाकर रखें भारत में लोगों की ओमिक्रोन वेरिएंट के खिलाफ इम्यूनिटी मजबूत है इसलिए स्थिति गंभीर नहीं बनेगी ऐसा लगता है और भारत में ज्यादातर लोगों को वैक्सीन की दोनों दोस्त भी लग चुकी है और कईयों ने तो बूस्टर डोज भी लगवा ली है।
इसलिए भारत में ज्यादा हालत बिगड़ने की संभावना नहीं है चीन में हालात इतने बिगड़े की वहां पर लोगों को अधिवेशन नहीं लगी है उनको जो वैक्सीन है वह भी दूसरे टीमों के मुकाबले कम असरदार है इसलिए वहां तेज से संक्रमण फैल रहा है।
चेतन ठठेरा ,94141-11350 पत्रकारिता- सन 1989 से दैनिक नवज्योति - 17 साल तक ब्यूरो चीफ ( भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़) , ई टी राजस्थान, मेवाड टाइम्स ( सम्पादक),, बाजार टाइम्स ( ब्यूरो चीफ), प्रवासी संदेश मुबंई( ब्यूरी चीफ भीलवाड़ा),चीफ एटिडर, नामदेव डाॅट काम एवं कई मैग्जीन तथा प समाचार पत्रो मे खबरे प्रकाशित होती है .चेतन ठठेरा,सी ई ओ, दैनिक रिपोर्टर्स.कॉम
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Mumbai Share Market : शेयरों में निवेश करने से पहले सावधान रहें, बफेट और ब्लूमबर्ग सहित कई बड़े लोग भारतीय शेयर बाजार को लेकर चिंतित
Mumbai Share Market : पहले NSO अनुमान Crypto Market में निवेश करने वाले सावधान रहे के अनुसार, वित्त वर्ष 2012 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 9.2% की दर से बढ़ने की संभावना है। यह भारतीय रिजर्व बैंक के 9.5% के पूर्वानुमान से कम है और वित्त वर्ष 2012 की दूसरी छमाही में देश के लिए धीमी वृद्धि की ओर इशारा करता है।
हालांकि शेयर बाजार इससे परेशान नहीं है। चिंताजनक रूप से, भारतीय इक्विटी बाजार का मूल्यांकन, जैसा कि वॉरेन बफेट के मार्केट कैप-टू-जीडीपी अनुपात का उपयोग करके मापा जाता है, ऐतिहासिक औसत से अधिक हो गया है।
बफेट के अनुसार, “यह शायद सबसे अच्छा उपाय है जहां किसी भी समय मूल्यांकन किया जा सकता है।” मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 22 के लिए, रीडिंग 119% है, जो इसके दीर्घकालिक औसत 79% से अधिक है। यह अनुपात कम से कम एक दशक में सबसे ज्यादा है।
शिलर इंडिकेटर के आधार पर भी मूल्यांकन महंगा
शिलर इंडिकेटर पर आधारित मूल्यांकन भी महंगे हैं, जो चक्रीय रूप से समायोजित मूल्य-से-आय (सीएपीई) अनुपात से प्राप्त होता है। इसका नाम नोबेल विजेता अर्थशास्त्री रॉबर्ट शिलर के नाम पर रखा गया है।
इसकी गणना व्यापक स्टॉक मार्केट इंडेक्स की कीमत को पांच साल की अवधि में उस इंडेक्स की औसत मुद्रास्फीति-समायोजित आय से विभाजित करके की जाती है।
एक उच्च सीएपीई अनुपात का मतलब है कि स्टॉक महंगे हैं। इस पैरामीटर पर, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, भारतीय शेयरों का मूल्य 33.2 गुना है।
ब्लूमबर्ग के आंकड़े भी चिंताजनक
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक, एमएससीआई इंडिया इंडेक्स एक साल के फॉरवर्ड पीई के करीब 22 गुना पर ट्रेड कर रहा है, जो जापान के एमएससीआई एशिया के 12 गुना पीई मल्टीपल से काफी ज्यादा है।
अभी कई नकारात्मक जोखिम हैं, जिससे यह एक महंगा मूल्यांकन बन गया है। जायज ठहराना मुश्किल हो गया है। वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरें बढ़ाने और प्रोत्साहन को कम करने से सेंटीमेंट कम होगा। नया साल एक उच्च नोट पर शुरू हुआ है, बेंचमार्क निफ्टी 50 इंडेक्स अब तक 3.7% बढ़ रहा है।
सस्ती लिक्विडिटी ने मुश्किलें बढ़ाईं
महामारी के चरम पर भी सस्ती लिक्विडिटी ने शेयर बाजारों को हवा दी है। साथ ही हाल में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी एक खतरा है। सभी की निगाहें अब भारतीय उद्योग जगत की दिसंबर तिमाही की आय पर टिकी हैं।
यहां भी, विश्लेषकों ने असमान रिकवरी की चेतावनी दी है, खासकर ऑपरेटिंग मार्जिन पर क्योंकि कुछ कंपनियां दूसरों की तुलना में Crypto Market में निवेश करने वाले सावधान रहे कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी करने में सक्षम हैं। बड़ा सवाल यह है कि क्या ओमाइक्रोन और अनिश्चितता के बीच मांग बढ़ेगी?
Cryptocurrency Future In India: क्या क्रिप्टोकरेंसी में Invest करना सुरक्षित है?
आज के समय में Cryptocurrency को दुनिया का भविष्य कहा जाता है. दुनिया भर से लोग इसमें Invest कर रहे हैं. ऐसा करने का एक कारण यह है कि इसमें उन्हें अच्छे Returns दिखते है. इसी वजह से भारत में भी इसका रुझान बढ़ रहा है. इसी कारण से देश की केंद्र सरकार ने इसे रेगुलेट करने के लिए विचार विमर्श कर रही है. कई लोग इससे मिलने वाले बड़े Returns को मुद्दा बनाते हुए इसे एक तरह का जुआ करार दे रहे हैं. लेकिन, विशेषज्ञों की मानें तो यह जुआ नहीं बल्कि निवेश की दृष्टि से फायदे का सौदा है.
जब विशेषज्ञों से इसके भविष्य के बारे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि क्रिप्टो का भारत में भविष्य सुनहरा होगा. आगे उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोग शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं, Cryptocurrency के बाजार का भी तरीका ऐसा ही है. इसे भी एक प्रकार से Crypto Market में निवेश करने वाले सावधान रहे शेयर बाजार की तरह ही देखा जा सकता है. ये आपका नजरिया है कि आप अच्छा Return देने वाली Cryptocurrency को जुए की तरह देखते हैं या फिर शेयर बाजार की तरह. हालांकि इसमें शेयर बाजार की तरह कोई मध्यस्थ नहीं होता है.
Crypto में Invest करते हुए सावधानी रखनी जरूरी है
जब Crypto में निवेश करने के लिए इसके विशेषज्ञों से बात की तो उन्होंने कहा कि हर Crypto क्वाइन के पीछे एक व्हाइट पेपर होता है. हालांकि, सभी इसके नाम और इससे मिलने वाले बड़े Return को देखकर ही इसमें Invest करते हैं. Cryptocurrency में एकदम से आने वाली बढ़ोतरी ने लोगों को इसकी ओर आकर्षित किया है. मगर इसमें निवेश के दौरान सावधानी से निर्णय लेना बेहद जरूरी है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इस दिशा में सावधानी से कदम बढ़ाया जाए, तो यह एक investment का अच्छा जरिया बन सकता है.
भारत में Crypto Investers की सुरक्षा बड़ा मुद्दा
भारत में Crypto निवेशकों की अच्छी खासी तादाद है और यह लगातार आगे बढ़ रही है।. यही वजह है कि सरकार भी इसे लेकर नियामक लाने का मन बना रही है. हालांकि, नियामक को लेकर अभी कोई फैसला नहीं किया जा सका है. लेकिन ऐसी संभावना है कि सरकार शीतकालीन सत्र में Cryptocurrency को लेकर नियामक ला सकती है. इससे जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि Crypto Industry भी हमेशा से Investors की सुरक्षा को लेकर सजग रही है. Industry से जुड़े लोगों ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली और पीयूष गोयल के सामने नियामक लाने की मांग रखी है और अभी भी यह मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आम जनता के Investment को लेकर सुरक्षात्मक उपाय करना निश्चित तौर पर बेहद जरूरी है. हम ऐसे हर कदम का हम स्वागत करते हैं.
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