शेयर बाजार का फायदा यहां मिलेगा

शेयर मार्केट के इन तीन सेक्टर्स में निवेश से मिलता है अच्छा रिटर्न, आने वाले समय में भी बढ़ेगी मांग

भारतीय शेयर बाजार में तीन सेक्टर्स हेल्थ और इंश्योरेंस पावर और FMCG आज के समय अधिकतर निवेशकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। इनमें निवेश अच्छे रिटर्न की गारंटी बन कर आता है। आने वाले सालों में इन सेक्टर्स में ग्रोथ की संभावना काफी अच्छी है।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर मार्केट में निवेश अच्छे रिटर्न के लिए अच्छा और डाइवर्स पोर्टफोलियो काफी महत्वपूर्ण है। अच्छा पोर्टफोलियो बनाने के लिए आपको विभिन्न सेक्टर्स की अच्छी व मजबूत कम्पनियों में निवेश करना चाहिये। आज हम ऐसे ही तीन सेक्टर्स के बारे में आपको बताएंगे जो भारतीय शेयर मार्केट में काफी मजबूत स्थिति में हैं व आने वाले सालों में इन सेक्टर्स में ग्रोथ की संभावना भी काफी अच्छी है। भारतीय शेयर बाजार में तीन सेक्टर्स हेल्थ और इंश्योरेंस, पावर और FMCG आज के समय अधिकतर निवेशकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। इनमें निवेश अच्छे रिटर्न की गारंटी बन कर आता है।

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हेल्थ और इंश्योरेंस सेक्टर

हेल्थ और इंश्योरेंस सेक्टर ने पिछले कुछ सालों में काफी तरक्की की है। खासतौर पर कोविड-19 के बाद से इस सेक्टर में काफी तेजी देखने को मिली है। साथ ही इस आम लोगों ने भी हेल्थ और इंश्योरेंस पर ध्यान देना शुरू किया है। जिससे यह सेक्टर एक मुनाफे वाला सेक्टर बन गया है। एक्सपर्ट के अनुसार आने वाले समय में यह सेक्टर लगभग 16% की तेजी से आगे बढ़ने वाला है। इस सेक्टर में प्रमुख रूप से हॉस्पिटल, मेडिकल इंश्योरेंस, फार्मा आदि कम्पनियां आती हैं। बता दें कि पिछले 6 सालों में हेल्थकेयर इंडस्ट्री की ग्रोथ रेट लगभग 22% रही है। ऐसे में इस सेक्टर की कम्पनियों में निवेश आपके लिए फायदे का सौदा हो सकता है।

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रिन्युएबल पावर सेक्टर

रिन्युएबल पावर सेक्टर न सिर्फ भारत में बल्कि अन्य देशों में तेजी से आगे बढ़ता हुआ सेक्टर है। पूरा विश्व तेजी से ग्रीन एनर्जी और रिन्युएबल सूचकांक निवेश की संभावनाएं पावर की तरफ आगे बढ़ रहा है। इस मामले में भारत पूरे विश्व के सामने एक लीडर की भूमिका में तेजी से आगे बढ़ रहा है। जिसके लिए ग्रनी एनर्जी व रिन्युएबल पावर के क्षेत्र में देश काफी बेहतर कर रहा है। साथ ही सरकार भी इस क्षेत्र को पूरा समर्थन मिल रहा है। ऐसे में निवेश के लिए यह सेक्टर काफी बेहतर सिद्ध हो सकता है। इस सेक्टर की कुछ कम्पनियां हैं- अडानी ग्रीन एनर्जी, टाटा पावर, रिलायंस पावर आदि।

FMCG सेक्टर

निवेश की दृष्टि से FMCG सेक्टर सबसे सुरक्षित व भरोसेमंद सेक्टर है। इसमें निवेश से आपको अच्छा रिटर्न तो मिलता ही है, साथ ही ये एक ऐसा सेक्टर है जिसमें आपका रिस्क भी काफी कम रहता है। क्योंकि ये उत्पाद दैनिक आवश्यकता की चीजें होती हैं, जिन्हें लोग खरीदते ही हैं। इस सेक्टर में आपको लॉन्ग टर्म निवेश से अच्छा प्रॉफिट मिल सकता है। इस सेक्टर की कुछ अच्छी कंपनियां हैं- हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, Adani Wilmar आदि।

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Investment Tips: शेयर बाजार में नए हैं तो यह हो सकता है निवेश के लिए एक बेहतर तरीका

आम निवेशक (Investor) भी इक्विटी (Equity) सूचकांक निवेश की संभावनाएं की ओर आमतौर पर इसलिए आकर्षित होते हैं, क्योंकि इसमें लंबी अवधि में इंफ्लेशन (Inflation) को पछाड़ने की संभावना होती है। इसके अलावा, हमारे सभी लक्ष्यों को हासिल करने के लिए इक्विटी एक्सपोजर (Equity Exposure) के तत्व की आवश्यकता होती है।

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शेयर बाजार का फायदा यहां मिलेगा

हाइलाइट्स

  • आप शेयर बाजार में नए हैं
  • आपको समझ में नहीं आ रहा है कि कहां से शुरूआत करें
  • तो हम आपको बता रहे हैं निवेश का बेहतर तरीका

शेयरों में निवेश से पहले जरूरी होती है कुछ जानकारी
शेयरों में निवेश से पहले आपको कंपनी की वित्तीय स्थिति, उसकी व्यावसायिक संभावनाओं, वैल्यूएशन, उद्योग की गतिशीलता, बाजार की स्थितियों आदि को समझने की जरूरत है। यहां पर निफ्टी 50 ईटीएफ (Exchange Traded Fund) सामने आता है। ईटीएफ, जो एक विशिष्ट सूचकांक को ट्रैक करता है, इससे एक्सचेंजों पर स्टॉक की तरह कारोबार किया जाता है, लेकिन इसे एक म्यूचुअल फंड हाउस द्वारा ऑफर किया जाता है। आप बाजार समय के दौरान एक्सचेंजों से ईटीएफ के यूनिट्स खरीद और बेच सकते हैं। इस संबंध में, निफ्टी 50 ईटीएफ पहली बार स्टॉक निवेशकों के लिए और सामान्य रूप से अपनी इक्विटी यात्रा शुरू करने वालों के लिए एक स्टार्टिंग पॉइंट में से एक है।

निफ्टी 50 ईटीएफ हो सकता है मददगार
ऐसे निवेशकों के लिए निफ्टी 50 ईटीएफ बहुत कम राशि में भी एक्सपोजर देगा। ईटीएफ की एक यूनिट को आप कुछ सौ रुपये में खरीद सकते हैं। उदाहरण के लिए, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी 50 ईटीएफ एनएसई पर 185 रुपये की कीमत पर ट्रेड करता है। इस प्रकार आप 500-1000 रुपये तक का निवेश कर सकते हैं और एक्सचेंज से निफ्टी 50 ईटीएफ की इकाइयां खरीद सकते हैं। आप हर महीने व्यवस्थित निवेश भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आप बाजार के सभी स्तरों पर खरीदारी करेंगे और आपके निवेश की लागत औसत होगी। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी 50 ईटीएफ का ट्रैकिंग एरर, जो किसी अंतर्निहित इंडेक्स से फंड रिटर्न के विचलन (deviation) का एक पैमाना है - 0.03% है, जो निफ्टी 50 ईटीएफ यूनिवर्स में सबसे कम है। सीधे शब्दों में कहें तो यह संख्या जितना कम है, उतना बेहतर।

निफ्टी 50 में कौन कंपनी
निफ्टी 50 इंडेक्स में बाजार पूंजीकरण (market capitalization) के मामले में सबसे बड़ी भारतीय कंपनियां शामिल हैं। इसलिए, निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश एक निवेशक के लिए शेयरों और सेक्टर्स में उम्दा डाइवर्सिफिकेशन (excellent diversification) प्रदान करता है क्योंकि यह सूचकांक की राह पर चलता है।

डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो क्यों है जरूरी
एक डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो (diversified portfolio) किसी निवेशक के लिए जोखिम को कम करता है। यह किसी स्टॉक में निवेश करने के मामले में नहीं होता है, क्योंकि यहां बाजार में आने वाला उतार-चढ़ाव कंपनियों के एक बास्केट की तुलना में किसी एक स्टॉक की कीमत को अधिक प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकता है। साथ ही, निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश से मिलने वाला रिटर्न अंतर्निहित सूचकांक (underlying index) में उतार-चढ़ाव की नकल करेगा। केवल ईटीएफ में निवेश करने के लिए आपको एक डीमैट खाते की आवश्यकता पड़ती है। जिनके पास डीमैट खाता नहीं है वे निफ्टी 50 इंडेक्स फंड में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं।

निवेश सस्ता
निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश अपेक्षाकृत सस्ता पड़ता है। चूंकि ईटीएफ निफ्टी 50 इंडेक्स को निष्क्रिय रूप से (passively) ट्रैक करता है। साथ ही इंडेक्स घटकों (constituents) में सीमित या कोई मंथन नहीं होता है। इसलिए, इसकी लागत कम होती है।

Nifty 50 ETF : कम निवेश पर ज्यादा रिटर्न का मौका, पैसा डूबने का जोखिम भी कम

Investment : सीधे शेयरों में निवेश के लिए कंपनी की वित्तीय स्थिति, उसकी व्यावसायिक संभावनाएं, वैल्यूएशन, उद्योग की गतिशीलता, बाजार की स्थितियां आदि समझने की जरूरत होती है.

Nifty 50 ETF : कम निवेश पर ज्यादा रिटर्न का मौका, पैसा डूबने का जोखिम भी कम

Nifty 50 ETF : इक्विटी की समझ नहीं रखने वाले लोग अक्सर निवेश के सही मौके की तलाश में रहते हैं. इक्विटी में लंबी अवधि में महंगाई को पछाड़ने की संभावना रहती है, इस कारण लोग इसकी ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं. इसके अलावा इक्विटी में भविष्य की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने की क्षमता भी होती है. फिर चाहे निवेश Mutual Fund के जरिये किया गया हो या Direct Stock में या फिर दोनों के मिले-जुले माध्यम से, लेकिन इक्विटी में नए निवेशकों के लिए सीधे शेयरों के साथ शुरुआत करने में सही कंपनी पर निर्णय लेना कठिन होता है.

सीधे शेयरों में निवेश के लिए कंपनी की वित्तीय स्थिति, उसकी व्यावसायिक संभावनाएं, वैल्यूएशन, उद्योग की गतिशीलता, बाजार की स्थितियां आदि समझने की जरूरत होती है. ऐसे निवेशकों के लिए निफ्टी 50 ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) निवेश के लिए सबसे आसान तरीका है. ईटीएफ एक सूचकांक निवेश की संभावनाएं विशिष्ट सूचकांक को ट्रैक करता है, जिससे एक्सचेंजों पर स्टाक की तरह कारोबार किया जाता है. ईटीएफ म्यूचुअल फंड हाउस की ओर से पेश किए जाते हैं.

कम निवेश से कर सकते हैं शुरुआत

निफ्टी 50 ईटीएफ की खास बात यह है कि बहुत कम राशि से भी इसकी शुरुआत की सूचकांक निवेश की संभावनाएं जा सकती है. ईटीएफ की एक यूनिट को आप कुछ सौ रुपये में खरीद सकते हैं. उदाहरण के लिए- आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी 50 ईटीएफ एनएसई पर 185 रुपये की कीमत पर ट्रेड करता है. इस प्रकार आप 500-1000 रुपये तक का निवेश कर सकते हैं और एक्सचेंज से निफ्टी 50 ईटीएफ की इकाइयां खरीद सकते हैं.

आप हर महीने व्यवस्थित निवेश भी कर सकते हैं. ऐसा करने से आप बाजार के सभी स्तरों पर खरीदारी करेंगे और आपके निवेश की लागत औसत होगी. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी 50 ईटीएफ का ट्रैकिंग एरर, जो किसी अंतर्निहित इंडेक्स से फंड रिटर्न के विचलन (deviation) का एक पैमाना है – 0.03% है, जो निफ्टी 50 ईटीएफ यूनिवर्स में सबसे कम है. सीधे शब्दों में कहें तो यह संख्या जितनी कम होती है, उतना ही बेहतर रहता है.

बड़ी कंपनियों में होता है निवेश

निफ्टी 50 इंडेक्स में बाजार पूंजीकरण (market capitalization) के मामले में सबसे बड़ी भारतीय कंपनियां शामिल हैं. इसलिए निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश एक निवेशक के लिए शेयरों और सेक्टर्स में उम्दा विविधीकरण (excellent diversification) प्रदान करता सूचकांक निवेश की संभावनाएं है. यह सूचकांक की राह पर चलता है. आप बाजार समय के दौरान एक्सचेंजों से ईटीएफ के यूनिट्स खरीद और बेच सकते हैं. ऐसे में निफ्टी 50 ईटीएफ पहली बार स्टाक निवेशकों के लिए और सामान्य रूप से अपनी इक्विटी यात्रा शुरू करने वालों के लिए एक शुरुआती बिंदु में से एक है.

जोखिम को कम करती है पोर्टफोलियो विविधता

एक विविध पोर्टफोलियो (diversified portfolio) किसी निवेशक के लिए जोखिम को कम करता है. किसी स्टाक में निवेश करने के मामले में ऐसा नहीं होता है, क्योंकि यहां बाजार में आने वाला उतार-चढ़ाव कंपनियों के एक बास्केट की तुलना में किसी एक स्टाक की कीमत को अधिक प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर सकता है. निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश से मिलने वाला रिटर्न अंतर्निहित सूचकांक (underlying index) में उतार-चढ़ाव की नकल करेगा. केवल ईटीएफ में निवेश करने के लिए आपको एक डीमैट खाते की आवश्यकता पड़ती है. जिनके पास डीमैट खाता नहीं है, वे निफ्टी 50 इंडेक्स फंड में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं.

सस्ता होता है निवेश

निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश अपेक्षाकृत सस्ता पड़ता है. चूंकि ईटीएफ निफ्टी 50 इंडेक्स को निष्क्रिय रूप से (passively) ट्रैक करता है और इंडेक्स घटकों (constituents) में सीमित या कोई मंथन नहीं होता है, इसलिए लागत कम होती है. खर्च अनुपात या दूसरे शब्दों में, जो फंड चार्ज करते हैं, वह सिर्फ 2 से 5 आधार अंक (0.02-0.05%) है. एक आधार अंक प्रतिशत का सौवां हिस्सा होता है.

कम जोखिम में वर्षों तक बाजार समझने का मौका

निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश करके आप बहुत अधिक जोखिम उठाए बिना वर्षों तक बाजार की गतिशीलता ( market dynamics) को समझना शुरू कर सकते हैं. जब आप बाजारों को चलाने वाले विभिन्न कारकों से खुद से परिचय कराते हैं तो आप अपनी जोखिम लेने की क्षमता (risk appetite), लक्ष्य, समय सीमा और निवेश करने योग्य सरप्लस के आधार पर छोटे और मिडकैप शेयरों या म्यूचुअल फंड का पता लगा सकते हैं. इस प्रकार आप निफ्टी-50 ईटीएफ के जरिये बाजार में निवेश की यात्रा शुरू कर सकते हैं.

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English News Headline : Nifty 50 ETF Opportunity for higher returns on less investment.

Investment Tips : क्‍या होता है इंडेक्‍स फंड जो गिरते बाजार में भी देता है कमाई का मौका, कैसे लगाएं इसमें पैसा

शेयर बाजार अभी अपने पीक से करीब 8,000 अंक नीचे ट्रेडिंग कर रहा है.

शेयर बाजार अभी अपने पीक से करीब 8,000 अंक नीचे ट्रेडिंग कर रहा है.

शेयर बाजार में अभी गिरावट का माहौल है और निवेशकों को यह समझ नहीं आ रहा कि कौन सा स्‍टॉक चुना जाए तो आगे चलकर मुनाफा कर . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : May 20, 2022, 07:40 IST

नई दिल्‍ली. शेयर बाजार अभी उतार-चढ़ाव के बीच जूझ रहा है और निवेशक भी अपना पैसा डूबने के डर से बाजार से लगातार बाहर निकाल रहे हैं. एक्‍सपर्ट की मानें तो ऐसे समय में निवेशकों को थोड़ा संयम बरतना चाहिए और बाजार से रिटर्न पाने के अन्‍य विकल्‍पों को आजमाना चाहिए.

गिरावट के इस माहौल में जो निवेशक इक्विटी में पैसे लगाने से हिचक रहे हों, उनके लिए सूचकांक निवेश की संभावनाएं इंडेक्स फंड सुरक्षा के साथ बड़े रिटर्न का मौका बन सकता है. इसमें कैसे और कितना निवेश करना चाहिए, इसको लेकर एक्‍सपर्ट से सलाह ली जा सकती है. इंडेक्‍स फंड वास्‍तव में पूरे ही एक्‍सचेंज से जुड़ा होता है, जिसमें कई कंपनियों के स्‍टॉक शामिल होते हैं. ऐसे में अगर कोई एक स्‍टॉक नुकसान करा रहा है तो दूसरा उसकी भरपाई कर देता है.

शेयर नहीं, सूचकांक से तय होता रिटर्न
बीपीएन फिनकैप कंसल्‍टेंट के सीईओ एके निगम का कहना है कि म्यूचुअल फंड के इंडेक्स फंडों का प्रदर्शन किसी कंपनी विशेष के शेयरों पर नहीं, बल्कि पूरे सूचकांक पर निर्भर करता है. मसलन, निफ्टी-50 या सेंसेक्स-30 का जैसा प्रदर्शन होगा, उसी आधार पर फंड के निवेश से रिटर्न मिलेगा. किसी इंडेक्स में सभी कंपनियों का जितना वेटेज या हिस्सेदारी होती है, उसी अनुपात में उनके शेयर खरीदे जाते हैं. इससे रिटर्न का जोखिम किसी एक कंपनी के प्रदर्शन पर निर्भर नहीं रह जाता.

निवेश का खर्चा और पैसे डूबने का खतरा कम
इंडेक्स फंड पैसिव तरीके से मैनेज किए जाते हैं, इसलिए सक्रिय रूप से मैनेज किए जाने वाले फंडों के मुकाबले इन पर कम खर्च आता है. इससे इन फंडों का कुल खर्च अनुपात बहुत कम हो जाता है. सक्रिय रूप से मैनेज किए जाने वाले फंड निवेशकों से 1 से 2 फीसदी तक शुल्क ले सकते हैं, जो लंबी अवधि के लिहाज से काफी ज्यादा हो जाएगा और आपके कुल रिटर्न पर असर डालेगा. इंडेक्स फंड निवेशकों का पोर्टफोलियो काफी डाइवर्सिफाई कर देते हैं, जिससे पैसा डूबने का खतरा कम हो जाता है.

बाजार में तीन प्रमुख इंडेक्स फंड
सेंसेक्स इंडेक्स फंड : ये बीएसई सेंसेक्स को बेंचमार्क इंडेक्स के रूप में ट्रैक करते हैं और उसकी 30 कंपनियों में निवेश करते हैं, जो ईटीएफ समर्थित होती हैं.
निफ्टी इंडेक्स फंड : ये एनएससी निफ्टी को बेंचमार्क इंडेक्स के रूप में ट्रैक करते हैं और उसकी 50 कंपनियों में निवेश करते हैं.
निफ्टी जूनियर इंडेक्स फंड : ये एनएससी निफ्टी की छोटी कंपनियों में निवेश करते हैं.

थोड़ा पैसा डालना ही समझदारी
शेयर बाजार के जानकार कुंज बंसल का कहना है कि ग्‍लोबल लेवल पर कई फैक्‍टर बाजार पर दबाव बना रहे हैं. यही कारण है कि पिछले कुछ समय से बाजार में गिरावट दिख रही है. अभी अनिश्चितता का माहौल खत्‍म नहीं हुआ है और आगे भी नुकसान उठाना पड़ सकता है. ऐसे में निवेशकों को ज्‍यादा पैसा लगाने के बजाए पोर्टफोलियो का कुछ हिस्‍सा यहां निवेश करना चाहिए. एक संभावना ये भी है कि आने वाले समय में बाजार दोबारा तेजी की राह पर लौटेगा, जिससे इंडेक्‍स फंड में पैसे लगाने वालों को तगड़ा रिटर्न मिल सकता है.

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