स्कीम के काम करने का तरीका
निर्धारित फार्म पर अपना आवेदन शाखा में प्रस्तुत करें.
आईएफएसी कोड के साथ लाभार्थी डीमैट खाता क्या होता है बैंक और शाखा का नाम दें. लाभार्थी बैंक की शाखा भारतीय रिजर्व बैंक के अरटीजीएस में पंजीकृत हो. .
संदेश अति सुरक्षित तरीके से इलैक्ट्रानिक रूप में भारतीय रिजर्व बैंक के माध्यम से लाभार्थी बैंक को भेजा जायगा.
लाभार्थी के खाते में संदेश मिलने के बाद दो घंटे में क्रेडिट कर दिया जायगा.
यूनियन डीमैट आपके लिये यूनियन बैंक की एक मूल्य वर्द्धित सेवा है. हम हमेशा ग्राहक संतुष्टि के प्रति सजग रहते हैं. इसके बारे में आप अधिक जानकारी शाखा से प्राप्त कर सकते हैं. आइये प्रतिभूति प्रबंधन के लिये हमारे यूनियन डीमैट को आजमायें
हमारे सभी डीमैट खाता धारक सेंट्रल डिपाजिटरी सर्विसेज लि (सीडीएसएल) की इंटरनेट आधारित सेवा ‘Easy’ व ‘Easiest’ का उपयोग कर सकते हैं. .
डीमैट खाता क्या होता है तथा ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें? (How to Open a Demat Account)
नमस्कार दोस्तो स्वागत है आपका जानकारी ज़ोन में जहाँ हम विज्ञान, प्रौद्योगिकी, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, अर्थव्यवस्था, ऑनलाइन कमाई तथा यात्रा एवं पर्यटन जैसे अनेक क्षेत्रों से महत्वपूर्ण तथा रोचक जानकारी आप तक लेकर आते हैं। हम सभी को बैंकिंग सेवाओं का लाभ लेने के लिए एक बैंक खाते (Bank Account) की आवश्यकता होती है ताकि विशाल बैंकिंग नेटवर्क में हमारी एक निश्चित पहचान सुनिश्चित की जा सके।
बैंक खाते की भाँति किसी भी प्रकार की डिजिटल संपत्ति को सुरक्षित रखने के लिए हमें डिजिटल दुनियाँ में एक खाते (Account) की आवश्यकता होती है, ताकि डिजिटल दुनियाँ में हम किसी स्थान विशेष में अपनी संपत्तियों को सुरक्षित रख सकें। ऐसा ही एक खाता है डीमैट खाता (Demat Account) , जिसके बारे में आज इस लेख में विस्तार से चर्चा करेंगे, जानेंगे इसका इस्तेमाल कहाँ किया जाता है तथा आप अपना डीमैट डीमैट खाता क्या होता है खाता ऑनलाइन माध्यम से किस प्रकार खोल सकते हैं?
डीमैट खाता क्या है?
शेयर बाज़ार में निवेश करने पर हम किसी कंपनी के एक छोटे से हिस्से के मालिक बन जाते हैं, शेयर बाज़ार के डिजिटलीकरण से पूर्व इस हिस्सेदारी के दस्तावेज भौतिक रूप में शेयरधारक को प्राप्त होते थे, किन्तु डिजिटलीकरण के पश्चात अब भौतिक दस्तावेजों की आवश्यकता समाप्त हो गई है।
वर्तमान में किसी भी निवेशक को शेयर खरीदने पर कंपनी के शेयर डिजिटल रूप में प्राप्त होते हैं और डिजिटल रूप में प्राप्त ये शेयर जिस खाते में सुरक्षित किए जाते हैं उसे ही डीमैट खाता कहा जाता है, यहाँ किसी निवेशक द्वारा खरीदे गए शेयर सुरक्षित रखे जाते हैं, जो उन शेयरों पर खाताधारक के स्वामित्व को संदर्भित करता है।
डीमैट खाता खोलने से पूर्व किन बातों का रखें ध्यान?
(1) आप डीमैट खाता ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन दोनों प्रकार से खोल सकते हैं। यहाँ हम ऑनलाइन डीमैट खाता खोलने के विभिन्न चरणों की चर्चा करेंगे और जानेंगे कि किन बातों का आपको ध्यान रखना होगा।
(डीमैट खाता क्या होता है 2) अपने आवश्यक दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड, पेन कार्ड, एक रद्द किया गया चेक, एक पासपोर्ट साइज फ़ोटो आदि को तैयार रखें।
(3) डीमैट खाता उपलब्ध कराने वाली विभिन्न कंपनियों में से किसी एक का चुनाव करें। भारत की सबसे अधिक ग्राहकों वाली कंपनी और सबसे कम सेवा शुल्क होने के कारण हम आपको सुझाव देंगे कि आप ज़ेरोधा मे अपना खाता खोलें। यहाँ हम ज़ेरोधा में खाता खोलने के विभिन्न चरणों की चर्चा करेंगे।
कैसे खोलें ज़ेरोधा में डीमैट खाता?
- सबसे पहले ज़ेरोधा की वेबसाइट अपने ब्राउज़र में खोलें और Sign upपर क्लिक करें।
- मोबाइल नम्बर डालें और OTP को दर्ज कर मोबाइल नम्बर सत्यापित कराएं।
- अपना नाम और ई-मेल दर्ज करें।
- पेन कार्ड नम्बर और जन्म तिथि दर्ज करें।
- खाता खोलने के लिए शुल्क का भुगतान करें। यहाँ आपको खाते में दो विकल्प दिए जाते हैं, जिनके लिए आपको अलग अलग भुगतान करना होता है।
- Equity market (जहाँ आप किसी कंपनी के शेयर खरीद अथवा बेच सकते हैं)
- Commodity market ( जहाँ आप उत्पादों को खरीद या बेच सकते हैं जैसे सोना, चाँदी, विभिन्न अनाज़, तेल आदि)
आपका आवेदन पूर्ण हो जाने पर डीमैट पावर ऑफ डीमैट खाता क्या होता है अटॉर्नी (POA) डाउनलोड करें और उसे प्रिंट तथा हस्ताक्षर करने के बाद कंपनी द्वारा बताए गए पते पर डाक द्वारा भेज दें। यहाँ आपके पास डिजिटल हस्ताक्षर का विकल्प नहीं है आप POA को केवल भौतिक रूप में ही भेज सकते हैं।
डीमैट खाता क्या होता है
यूनियन डीमैट की आपको आवश्यकता क्यों है
अब कागज की प्रतिभूतियों को डिपाजिटरी द्वारा इलैक्ट्रानिक बही प्रविष्टि में बदल दिया गया है. डिपाजिटरी प्रतिभागी के रूप में यूनियन बैंक आपके यूनियन डीमैट खाते में आपकी ओर से प्रतिभूतियों का आदन-प्रदान करता है. डीमैट अधिनियम 1996 के अनुसार कोई भी निवेशक अपने सेयर इलैक्ट्रानिक रूप में या कगजी प्रमाणपत्र के रूप में रख सकता है. सेबी ने शेयरों की एक सूची जारी की है जिसमें दकाये गये शेयरों का संव्यवहार केवल इलैक्ट्रानिक रूप में ही हो सकता है. इन प्रतिभूतियों में संव्यवहार के लिये आपको यूनियन डीमैट खाते की वश्यकता है. हालांकि आप चाहें तो बाद में आप इन प्रतिभूतियों को कागजी प्रमाण पत्र में बदलवा सकते हैं.यूनियन डीमैट खाता कौन खोल सकता है ?
कोई व्यक्ति, अनिवासी भारतीय, विदेशी संस्थागत निवेशक, विदेशी नागरिक, कंपनी, ट्रस्ट, समाशोधन गृह, वित्तीय संस्था,समाशोधन सदस्य, म्यूचुअल फंड, बैंक, और अन्य डिपाजिटरी खाते.
यूनियन डीमैट खाता खोलने का तरीका
आपको एक खाता खोलने का फार्म भरकर उसके साथ आवेदक का एक फोटो और ड्राइविंग लाइसेंस/ मतदाता परिचय पत्र/पासपोर्ट को फोटोकापी देनी होगी और आपके आवेदन की प्रोसेसिंग पूरी होते ही आपको सूचित कर दिया जायगा. .
इसके साथ आपकी सुविधा के लिये अन्य लाभ भी मिलंगे. आपको संव्यहार विवरण और अन्य विवरण समय-समय पर मिलेंगे. नामांकन सुविधा, फ्रीज कराने और डीफ्रीज कराने की सुविधा भी है..डीमैट खाता क्या है? डीमैट खाता के लाभ
डीमैट खाता डीमेटिरियलाइजड खाते का संक्षिप्त नाम है। डीमैट खाते से अभिप्राय एक खाते से है, जो एक भारतीय नागरिक इलेक्ट्रॉनिक रूप में सूचीबद्ध प्रतिभूतियों में व्यापार करने के लिए डिपोज़िटरी भागीदार (बैंकों, शेयर दलालों आदि) के पास खोला जाता है, जिसके द्वारा वह विभिन्न कम्पनियों की प्रतिभूतियों (अंशों, ऋण पत्रों आदि) को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रख सकता है।
इस प्रक्रिया के अन्तर्गत अंश प्रमाण पत्र डीमैट खाता क्या होता है को भौतिक रूप से इलेक्ट्रानिक रूप में बदला जाता है और उतने ही संख्या में अंश डिमेट खाते में जमा कर दिये जाते हैं। डीमैट खाते तक पहुँच के लिए एक इंटरनेट पासवर्ड तथा एक व्यवहार पासवर्ड आवश्यक होता है। प्रतिभूतियों का हस्तांतरण या खरीद उसके बाद ही की सकती है। demat account पर प्रतिभूतियों की खरीद या बिक्री स्वचालित ढंग से हो जाती है, एक बार व्यवहारों की संतुष्टि हो जाए व पूरे हो जाएँ।
डिमेट खाते के लाभ
- कागजी कार्यवाही में कमी होती है।
- अंशों के हस्तांतरण के समय चोरी, देरी, क्षति होना आदि समस्याएँ समाप्त हो जाती है।
- अंशों के हस्तांतरण के व्यवहार करने पर स्टाम्प ड्यूटी नहीं लगती।
- अंशों की विषयम संख्या धारण की समाप्ति।
- प्रतिभूतियों के सेटलमेंट जल्दी होती है।
- इस पद्धति से विदेशी निवेशक आकर्षित होते हैं तथा विदेशी निवेश में वृद्धि होती है।
- एक अकेला डीमैट खाता समता व ऋणपत्रों दोनों में निवेश रख सकता है।
- व्यापारी कहीं से भी काम कर सकते हैं।
- बोनस/विघटन/विलय आदि से बने शेयरों के लिए डीमैट खाते में स्वचलित क्रेडिट।
- प्रतिभूतियों का तुरन्त हस्तांतरण।
- निक्षेपागार भागीदार के पास रिकार्ड किया, पते का परिवर्तन उन सभी कम्पनियों में रजिस्टर हो जाता है जिनमें निवेशक प्रतिभूतियाँ रखता है, प्रत्येक कम्पनी के साथ अलग से पत्र-व्यवहार करने की आवश्यकता नहीं होती।
10 करोड़ से ज्यादा Demat Account ओपन, शेयर बाजार में निवेश को लेकर भारतीयों में क्रेज
आदित्य के. राणा
- नई दिल्ली,
- 07 सितंबर 2022,
- (अपडेटेड 07 सितंबर 2022, 7:06 AM IST)
कोरोना के बाद से भारतीय अर्थव्यवस्था तरक्की (Indian Economy Growth) के पथ पर लगातार तेजी से दौड़ रही है. इस तरक्की का पैमाना तो नहीं लेकिन आइना शेयर बाजार को माना जाता है. शेयर बाजार में आई तेजी अक्सर इकोनॉमी की मजबूत बुनियाद का संकेत होती है. मजबूत आर्थिक बुनियाद का आइना माने जाने वाले शेयर बाजार में लोगों की भी दिलचस्पी बढ़ रही है. इसकी मिसाल है देश में तेजी से खुलते डीमैट खाते (Demat account), यानी जिस खाते के जरिए शेयर बाजार में निवेश करना मुमकिन होता है. अगस्त में देश में 22 लाख नए डीमैट खाते लोगों ने खुलवाए हैं. इसके बाद देशभर में कुल डीमैट खातों की संख्या बढ़कर 10 करोड़ के पार निकल गई है.
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यही नहीं रूस-यूक्रेन युद्ध के बावजूद भारतीय शेयर बाजार को दूसरे बाजारों से कम नुकसान हुआ है. युद्ध का असर कमजोर पड़ने के बाद जुलाई से तो निवेशक फिर से शेयर बाजार की तरफ लौटने लगे हैं. इस सबके असर से भी डीमैट खाते खुलवाने की रफ्तार बढ़ी है.
जून के बाद से फिर बढ़ी डीमैट खातों की रफ्तार
इस कारोबारी साल का हाल देखें तो अप्रैल में कुल डीमैट खातों की संख्या 9.21 करोड़ थी. वहीं मई में ये 9.48 करोड़, जून में 9.65 करोड़, जुलाई में 9.83 करोड़ और अब अगस्त में पहली बार 10.05 करोड़ हो गई है. ये तेजी इक्विटी निवेशकों के बढ़ते भरोसे का दमदार सबूत है. भारत में डीमैट खाता खोलने के लिए CDSL और NSDL के पास जिम्मेदारी है.
आंकड़ों के मुताबिक CDSL के डीमैट खातों की संख्या अगस्त में बढ़कर 7 करोड़ डीमैट खाता क्या होता है के पार निकल गई, जो जनवरी 2020 के आंकड़े से 3 गुना से भी ज्यादा है. वहीं NSDL के पास करीब 2.9 करोड़ डीमैट खातों की जिम्मेदारी है. हालांकि एसेट्स अंडर कस्टडी यानी AUC के हिसाब से देखें, तो फिर CDSL के पास साढ़े 38 ट्रिलियन रुपये के AUC हैं. जबकि NSDL के पास करीब 320 ट्रिलियन रुपये के AUC हैं, जो अप्रैल 2020 में 174 ट्रिलियन रुपये थे.
Demat Account Meaning in Hindi – No Physical Shares in Demat
ऐसा डिजिटल खाता जिसमें कंपनियों के शेयर कोई शेयरधारक डिजिटल अवस्था में रखता है उसे Demat Account कहते हैं। इसको आसानी से ऐसे समझिये. जैसे हम आपने पैसे अपने बैंक के खाते में रखते हैं वैसे ही हम अपने शेयर डीमैट खाते में रखते हैं। जैसे हम डीमैट खाता क्या होता है यदि बैंक के खाते से नकदी निकलवा लें तो वह नकदी या करंसी पैसे का भौतिक रूप है। मगर जब हम अपने डेबिट कार्ड से किसी दूकानदार को पेमेंट करते हैं तो यह पैसों का इलेक्ट्रॉनिक ट्रान्सफर हुआ. इसी प्रकार यदि हमारे पास शेयर हैं तो हम या तो उन्हें किसी को गिफ्ट देंगे या बाजार में बेच देंगे, दोनों ही परिस्थितियों में शेयरों का एक डीमैट खाते से दूसरे डीमैट खाते में इलेक्ट्रॉनिक ट्रान्सफर किया जाएगा. शेयरों को भौतिक रूप में रखने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती.
शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक्स रूप से खाते में रखने की सुविधा को डीमैट कहते हैं. भारत में शेयर और प्रतिभूतियां को इलेक्ट्रॉनिक रूप से Dematerialized डिमैटीरिलाईज्ड यानी Demat Account में रखा जाता है. शेयर धारक शेयरों को भौतिक रूप में यानी कागज़ पर छपे हुए शेयर सर्टिफिकेट नहीं रखते. इसके लिए ब्रोकर के पास जा कर Demat Account खुलवाया जाता है. सभी शेयरों के लेनदेन में डीमैट खाते का नंबर लिखा जाता है जिससे कि शेयरों की खरीद बिक्री का इलेक्ट्रॉनिक सेटलमेंट हो सके. किसी भी तरह के शेयरों के लेनदेन के लिए शेयर होल्डर के पास डीमैट खाता होना आवश्यक है.
शेयर सीधे खाते में आते हैं Keep your Shares in Demat Account
Demat Account तक पहुँचने के लिए इन्टरनेट पर पासवर्ड की जरूरत होती है. शेयरों की खरीद और बिक्री सौदा कन्फर्म होने पर स्वत ही हो जाती है.
जब भी कोई कंपनी बोनस अथवा राईट शेयर जारी करती है तो ये शेयर भी सीधे शेयर होल्डर के Demat Account में आ जाते हैं. आईपीओ IPO में शेयरों के आवेदन करने के लिए भी डीमैट खाते की आवश्यकता है. यदि आईपीओ में आपको शेयर मिले हैं तो वे सीधे आपके डीमैट खाते में ही आ जाते हैं.
Demat खाते के फायदे
डीमैट शेयर गुम नहीं होते, खराब नहीं हो सकते, चोरी नहीं हो सकते. इनसे सिग्नेचर ना मिलने जैसी समस्या भी नहीं होती. Demat Account की वजह से शेयरों की खरीद बिक्री में धोखा होने की संभावना भी समाप्त हो जाती है. यह बहुत ही सुविधाजनक भी है.
आप अपना Demat Account किसी दूसरे को ट्रान्सफर नहीं कर सकते मगर इसमें पड़े शेयर दूसरे को ट्रान्सफर कर सकते हैं. डीमैट खाता किसी दूसरे के साथ जॉइंट तरीके से खुलवाया जा सकता है. आप एक से अधिक डीमैट खाते भी खोल सकते हैं. अधिकतर निजी बैंक आपको डीमैट खाता खुलवाने की सुविधा देते हैं. इसके अलावा कई निजी ब्रोकर कंपनियों के पास डीमैट खाता खुलवाया जा सकता है. इसके लिए आपको अपना पैन कार्ड की कॉपी, पते का प्रूफ देना होता है और KYC भरना पड़ता है.
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