किसे कहते हैं Dividend Yield Fund? बाजार गिरने पर देता है कम झटका
Dividend Yield Fund: अगर आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) पैसा लगाना चाहते हैं, लेकिन बहुत ज्यादा जोखिम लेने को तैयार नहीं हैं तो फिर आप नए साल से डिविडेंड यील्ड फंड्स (Dividend Yield Fund) में निवेश कर सकते हैं. अब आप सोच रहे हैं कि डिविडेंड यील्ड फंड्स क्या है?
अमित कुमार दुबे
- नई दिल्ली,
- 03 जनवरी 2022,
- (अपडेटेड 03 जनवरी 2022, 7:26 AM IST)
- इक्विटी Dividend पॉलिसी क्या है? स्कीम से Dividend Yield Fund में कम रिटर्न
- MF में सुरक्षित निवेश के तौर पर Dividend Yield Fund
अगर आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) पैसा लगाना चाहते हैं, लेकिन बहुत ज्यादा जोखिम लेने को तैयार नहीं हैं तो फिर आप नए साल से डिविडेंड यील्ड फंड्स (Dividend Yield Fund) में निवेश कर सकते हैं. अब आप सोच रहे हैं कि डिविडेंड यील्ड फंड्स क्या है?
आपको नाम से ही पता चल रहा होगा कि इस फंड के साथ डिविडेंड जुड़ा है. दरअसल, डिविडेंड यील्ड फंड्स के तहत उन कंपनियों में निवेश किया जाता है, जो काफी ज्यादा डिविडेंड देती है. सेबी द्वारा तय गाइडलाइंस के अनुसार इन फंड को अपने एसेट्स का कम से कम 65 फीसदी डिविडेंड यील्ड देने वाले शेयरों में निवेश करना होता है.
डिविडेंड वाली कंपनियों में निवेश
आपको बता दें, डिविडेंड ज्यादा बड़ी कंपनियां देती हैं, या फिर सरकारी कंपनियां. और डिविडेंड यील्ड फंड्स का निवेश इन्हीं कंपनियों में होता है. डिविडेंड यील्ड फंड्स सामान्य तौर पर दूसरे इक्विटी स्कीम कैटेगरी की तुलना में निवेशकों का कम ध्यान आकर्षित करते हैं.
निवेशकों का इस फंड्स पर ज्यादा ध्यान नहीं जाने की वजह ये है कि इसमें बहुत ज्यादा रिटर्न नहीं मिलता है. लेकिन अच्छी बात ये है कि बाजार की किसी गिरावट की स्थिति में इनमें काफी सुरक्षा मिलती है. क्योंकि बहुत ज्यादा गिरावट नहीं आती है.
पिछले एक साल में बेहतर रिटर्न
डिविडेंड यील्ड फंड्स द्वारा ज्यादातर टेक्नोलॉजी, FMCG, फाइनेंशियल सर्विसेस और हेल्थ केयर जैसे स्टॉक में पैसे लगाए जाते हैं. पिछले 1 साल में डिविडेंड यील्ड फंड्स ने तमाम दूसरे लोकप्रिय डायवर्सिफाइड इक्विटी स्कीमों में बेहतर रिटर्न दिया है.
पिछले एक साल में इन फंड्स-ICICI Prudential Dividend Yield Equity Fund, Templeton India Equity Income Fund, HDFC Dividend Yields Fund, UTI Dividend Yield Fund और Aditya Birla Sun Life Dividend Yield Fund ने अधिकतम 50 फीसदी तक रिटर्न दिए हैं. हालांकि कहीं भी निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.
डिविडेंड क्या है?
डिविडेंड एक तरह से निवेशकों को कंपनी के लाभ में मिलने वाला हिस्सा है, जिसे समय समय पर कंपनियां भुगतान करती हैं. ऐसे निवेशक जो सुरक्षित और रेगुलर आय की तलाश कर रहे हैं, उनके लिए ये फंड बेहतर हैं.
IRCTC Dividend: इन्वेस्टर्स को तोहफा देने वाली है आईआरसीटीसी, अब मिलेगा 75 फीसदी डिविडेंड
डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट (IRCTC Dividend Payment Date) अलग-अलग होती है. रिकॉर्ड डेट का मतलब उस तारीख से है, जिसके आधार पर डिविडेंड के लिए योग्य शेयरहोल्डर्स की छंटनी की जाती है. वहीं डिविडेंड के पेमेंट डेट का निर्धारण एजीएम में मंजूरी मिलने के बाद होता है. रिकॉर्ड डेट से ठीक एक दिन पहले की तारीख को एक्स-डिविडेंड डेट कहा जाता है.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 16 अगस्त 2022,
- (अपडेटेड 16 अगस्त 2022, 11:12 AM IST)
- कंपनी ने फरवरी में भी दिया था डिविडेंड
- एजीएम में लगेगी फाइनल डिविडेंड पर मुहर
इंडियन रेलवे (Indian Railways) को कैटरिंग सर्विसेज देने वाली कंपनी आईआरसीटीसी (IRCTC) के शेयरहोल्डर्स को इस सप्ताह शानदार तोहफा मिलने वाला है. कंपनी इस सप्ताह अपने शेयरहोल्डर्स (IRCTC Shareholders) को 75 फीसदी का फाइनल डिविडेंड (IRCTC Final Dividend) देने वाली है. कंपनी ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 (FY22) के लिए फाइनल डिविडेंड का रिकॉर्ड डेट (IRCTC Dividend Record Date) 19 अगस्त तय किया है.
एजीएम के 30 दिनों के भीतर पेमेंट
रिकॉर्ड डेट के हिसाब से जो शेयरहोल्डर्स पात्र पाए जाएंगे, उन्हें फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के लिए 75 फीसदी फाइनल डिविडेंड का लाभ मिलेगा. आईआरसीटीसी ने पिछले महीने शेयर बाजारों को बताया था कि अगर सालाना आम बैठक (IRCTC AGM) में किसी डिविडेंड को मंजूरी मिली तो बैठक के 30 दिनों के भीतर उसका भुगतान कर दिया जाएगा. आईआरसीटीसी Dividend पॉलिसी क्या है? के किन शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड वाला तोहफा मिलेगा, यह रिकॉर्ड डेट के हिसाब से तय किया जाएगा.
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रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट में ये फर्क
आपको बता दें कि डिविडेंड का रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट (IRCTC Dividend Payment Date) अलग-अलग होता है. रिकॉर्ड डेट का मतलब उस तारीख से है, जिसके आधार पर डिविडेंड के लिए योग्य शेयरहोल्डर्स की छंटनी की जाती है. वहीं डिविडेंड के पेमेंट डेट का निर्धारण एजीएम में मंजूरी मिलने के बाद होता है. रिकॉर्ड डेट से ठीक एक दिन पहले की तारीख को एक्स-डिविडेंड डेट कहा जाता है. आम तौर पर डिविडेंड के लिए उन इन्वेस्टर्स को योग्य माना जाता है, जिन्होंने एक्स-डिविडेंड डेट (IRCTC Ex-Dividend Date) से एक-दो दिन पहले तक कंपनी के शेयर खरीदे होते हैं. एक्स-डिविडेंड डेट के बाद शेयर खरीदने वाले इन्वेस्टर्स को उक्त अवधि के लिए डिविडेंड का लाभ नहीं मिलता है.
इसी महीने होने वाली है बैठक
आईआरसीटीसी की 23वीं सालाना आम बैठक 26 अगस्त को होने वाली है. इससे पहले कंपनी के निदेशक मंडल ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के लिए शेयरहोल्डर्स को 2 रुपये की फेस वैल्यू वाले हर शेयर पर 1.50 रुपये का फाइनल डिविडेंड देने की सिफारिश की थी. यह डिविडेंड 160 करोड़ रुपये के पेड-अप शेयर कैपिटल का 75 फीसदी है. कंपनी इससे पहले फरवरी 2022 में 2 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश (Interim Dividend) दे चुकी है, जिसका भुगतान भी किया जा चुका है. एजीएम की तारीख के हिसाब से देखें तो आईआरसीटीसी के शेयर होल्डर्स को 26 सितंबर तक फाइनल डिविडेंड का भुगतान भी मिल जाएगा.
जून तिमाही में कंपनी को इतना प्रॉफिट
आज शुरुआती कारोबार में बीएसई (BSE) पर आईआरसीटीसी का शेयर (IRCTC Share Price) करीब 0.50 फीसदी की तेजी के साथ 670 रुपये के पास कारोबार कर रहा था. अभी कंपनी का एमकैप (IRCTC MCap) 53,556 करोड़ रुपये है. कंपनी को जून 2022 तिमाही में 245.52 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट (IRCTC Net Profit) हुआ था, जो ठीक एक साल पहले की तुलना में 198 फीसदी ज्यादा है. इस दौरान कंपनी का राजस्व (IRCTC Revenue) 250.34 फीसदी बढ़कर 852.59 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था.
Special Dividend क्या होता है? कौन- कैसे उठा सकता है इसका फायदा, जानिए पूरी डिटेल
डिविडेंड मुख्य रूप से तीन प्रकार का होता है. अंतरिम डिविडेंड, फाइनल डिविडेंड और स्पेशल डिविडेंड. अगर आप किसी कंपनी के डिविडेंड का लाभ उठाना चाहते हैं तो रिकॉर्ड डेट के दिन वह शेयर आपके डीमैट अकाउंट में होना जरूरी है.
अगर आप शेयर बाजार के निवेशक हैं तो डिविडेंड या लाभांश के बारे में जरूर सुना होगा. जब कभी इसकी चर्चा होती है तो इसके साथ कई तरह के टर्म का इस्तेमाल किया जाता है. जैसे स्पेशल डिविडेंड, रिकॉर्ड डेट, एक्स डिविडेंड डेट, अंतरिम डिविडेंड, फाइनल डिविडेंड. इस आर्टिकल में आपको इन तमाम टर्मों का मतलब बताएंगे जिससे आने वाले दिनों में आप इसका उचित फायदा उठा सकें.
सबसे पहले डिविडेंड डिक्लेरेशन डेट होता है. यह वह तारीख होती है जिस दिन किसी कंपनी का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर डिविडेंड की घोषणा करता है. जिस दिन कंपनी डिविडेंड की घोषणा करती है उसके साथ दो और डेट की घोषणा की जाती है. ये दो डेट होते हैं रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट. रिकॉर्ड डेट वह डेट होती है जिस दिन कंपनी यह देखती है कि कौन-कौन इन्वेस्टर्स हैं, जिनके डीमैट अकाउंट में शेयर्स हैं.
डीमैट अकाउंट में शेयर होना जरूरी
अगर आपको डिविडेंड का लाभ चाहिए तो रिकॉर्ड डेट के दिन आपके डीमैट अकाउंट में शेयर्स होने चाहिए. उदाहरण के तौरन पर कंपनी A ने डिविडेंड की घोषणा की और 20 सितंबर उसका रिकॉर्ड डेट है. आपको डिविडेंड का लाभ तभी मिलेगा जब 20 सितंबर को वह शेयर आपके डीमैट अकाउंट में हो.
रिकॉर्ड डेट से पहले होता है एक्स डिविडेंड डेट
रिकॉर्ड डेट से एक या दो कारोबारी सत्र पूर्व एक्स डिविडेंड डेट होता है. डिविडेंड का लाभ उठाने के लिए निवेशकों को एक्स डिविडेंड डेट से पहले शेयर की खरीदारी करनी होगी ताकि वह शेयर उसके डीमैट अकाउंट में रिकॉर्ड डेट के दिन रहे. यहां इस बात को समझना जरूरी है कि इंडियन स्टॉक मार्केट में जब आप कोई शेयर खरीदते हैं तो T+2 में वह आपके डीमैट अकाउंट में पहुंचता है. इसलिए एक्स डिविडेंड डेट से पहले तक खरीदारी करनी होगी. एक्स डिविडेंड डेट के दिन खरीदारी करने पर डिविडेंड का लाभ नहीं मिलेगा.
क्या होता है अंतरिम और फाइनल डिविडेंड?
इसके अलावा मुख्य रूप से दो- अंतरिम और फाइनल डिविडेंड होता है. किसी वित्त वर्ष के लिए जब तक बुक्स ऑफ अकाउंट क्लोज नहीं होता है, उससे पहले कंपनी जब डिविडेंड की घोषणा करती है तो उसे अंतरिम डिविडेंड कहते हैं. ये शेयर होल्डर्स की सहमति से वापस भी लिए जा सकते हैं. फाइनल डिविडेंड वह डिविडेंड होता है जब फाइनेंशियल ईयर समाप्त होने पर कंपनी एनुअल जनरल मीटिंग के समय इसकी घोषणा करता है. इस डिविडेंड को वापस नहीं लिया जा सकता है.
क्लोजिंग भाव के मुकाबले 5 फीसदी से ज्यादा हो डिविडेंड
इन दो तरह के डिविडेंड के अलावा एक स्पेशल डिविडेंड भी होता है जिसकी घोषणा कंपनी की तरफ से कभी भी की जा सकती है. जी बिजनेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जब कोई कंपनी स्टॉक प्राइस के मुकाबले 5 फीसदी से ज्यादा के डिविडेंड की घोषणा करती है तो उसे स्पेशल डिविडेंड माना जाता है. जैसे 11 सितंबर को एक शेयर का क्लोजिंग भाव 100 रुपए है और उसने 6 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड की घोषणा की है तो इसे स्पेशल डिविडेंड माना जाएगा.
Coal India, ITC, IOC से GAIL तक; हाई डिविडेंड स्टॉक की लिस्ट, कठिन दौर में पोर्टफोलियो होगा सेफ, महंगाई को मिलेगी मात
इक्विटी बाजार में बिकवाली से निवेशकों को नुकसान हो रहा है. कई मजबूत फंडामेंटल वाले शेयर भी लगातार टूट रहे हैं. ऐसे में हाई डिविडेंड देने वाले शेयरों पर नजर रखें.
कुछ कंपनियां शेयरधारकों को समय-समय पर मुनाफे का कुछ हिस्सा डिविडेंड के रूप में देती हैं. (image: pixabay)
Best Dividend Paying Stocks: कोविड-19 महामारी खत्म होने के कगार पर आई तो महंगाई पूरी दुनिया के लिए मुसीबत बन गई. रूस और यूक्रेन के बीच जंग ने दिक्कतें और बढ़ा दीं. दुनियाभर में कमोडिटी से लेकर एनर्जी तक की कीमतें आसमान पर पहुंच गई. अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में इनफ्लेशन 4 दशक के पीक पर है. महंगाई को कंट्रोल करने के लिए दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों को मॉनेटरी पॉलिसी के लिए सख्त रुख अपनाना पड़ रहा है. इन सबके चलते इक्विटी मार्केट में बिकवाली का दबाव बना हुआ है. बाजार की बड़ी गिरावट में निवेशकों के पैसे लगातार डूब रहे हैं.
इक्विटी बाजार में बिकवाली से निवेशकों को नुकसान हो रहा है. कई मजबूत फंडामेंटल वाले शेयर भी लगातार टूट रहे हैं. ऐसे में हाई डिविडेंड देने वाली और फंडामेंटली मजबूत कंपनियों के शेयर निवेशकों के पोर्टफोलियो को सेफ कर सकते हैं. इनमें न सिर्फ महंगाई को मात देने की क्षमता होती है, बल्कि हाई डिविडेंड यील्ड के चलते ये बुरे दौर में रिस्क को कम करने में मदद करते हैं.
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क्या होता है डिविडेंड?
कुछ कंपनियां अपने शेयरधारकों को समय-समय पर अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा डिविडेंड के रूप में देती रहती हैं. ऐसी कंपनियों को डिविडेंड यील्ड स्टॉक्स भी कहते हैं. डिविडेंड देना किसी कंपनी के लिए जरूरी नहीं है. यह पूरी तरह कंपनी का फैसला होता है कि वह अपने शेयरधारकों को डिविडेंड देगा या नहीं.
ये कंपनियां देती है डिविडेंड
देश में कई ऐसी कंपनियां है जो अपने शेयरधारकों को रेगुलर बेसिस पर डिविडेंड देती हैं. ज्यादा डिविडेंड देने वाली कंपनियों की लिस्ट ये है.
Indian Oil Corporation (10.4% डिविडेंड यील्ड)
Coal India (8.5% डिविडेंड यील्ड)
Bajaj Auto (3.84% डिविडेंड यील्ड)
GAIL India (5.95% डिविडेंड यील्ड)
Hindustan Zinc (6.25% डिविडेंड यील्ड)
SJVN (8% डिविडेंड यील्ड)
ITC (4-4.5% डिविडेंड यील्ड)
SBI (1.6% डिविडेंड यील्ड)
BPCL (4.9% डिविडेंड यील्ड)
कैसे होता है फायदा, कैलकुलेशन
कुल शेयर: 2000
निवेश रकम: 4,00,000 (प्रति शेयर 200 रु)
1 साल का रिटर्न: 15 फीसदी
निवेश पर फायदा: 60 हजार रुपये
डिविडेंड: 5 रु प्रति शेयर
कुल फायदा: 60,000+10,000 = 70,000 रु
क्या सभी डिविडेंड शेयर हैं सुरक्षित
अलग अलग ब्रोकरेज की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार मजबूत और मुनाफे वाली कंपनियां ही डिविडेंड देती हैं. लेकिन यह जरूरी नहीं है कि सभी डिविडेंड देने वाले शेयरों में अच्छा रिटर्न मिले. अगर किसी कंपनी के साथ कोई निगेटिव इश्यू है तो उसमें निवेश से बचना चाहिए. अच्छे डिविडेंड देने वाली कंपनियों की पहचान उनकी वित्तीय स्थिति देखकर की जा सकती है. निवेश के लिए उन कंपनियों का चुनाव किया जा सकता है, जिनमें मुनाफा आ रहा हो. अच्छी कंपनियों का रिटर्न भी स्लो हो सकता है. लेकिन डिविडेंड देने की वजह से लंबी अवधि में रिटर्न कवर हो सकता है.
फ्लॉप हुई थी लिस्टिंग, अब मुनाफा बांटने की तैयारी में LIC
भारी डिस्काउंट पर लिस्टिंग के बाद अब भारतीय जीवन बीमा निगम अपने शेयरहोल्डर्स को मुनाफा देने की तैयारी में है। एलआईसी जल्द ही डिविडेंड की घोषणा कर सकती है।
नई दिल्ली। हाल ही में देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) में न्वेश करने वालों को नुकसान हुआ था। 17 मई 2022 को एलआईसी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) से निवेशकों को घाटा हुआ था। लेकिन अब कंपनी जल्द ही अपने के लिए बड़ा ऐलान कर सकती है।
शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड दे सकती है एलआईसी
कंपनी ने निवेशकों को हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए तैयारी कर ली है। सरकारी सेक्टर की जीवन बीमा निगम डिविडेंड देने पर विचार कर रही है। शेयर बाजार में लिस्ट होने के बाद कंपनी 30 मई 2022 को पहले तिमाही के नतीजों का ऐलान करेगी।
क्या है डिविडेंड?
जब कोई कंपनी सरप्लस कमाती है, तो वह शेयरहोल्डर्स को लाभांश के रूप में लाभ के अनुपात का भुगतान करती है। यानी जब किसी कंपनी द्वारा अपने शेयरहोल्डर्स को मुनाफे का डिस्ट्रिब्यूशन किया जाता है, उसे डिविडेंड कहा जाता है। डिविडेंड को लाभांश भी कहा जाता है।
इतना है मार्केट कैप
मौजूदा समय में कंपनी का मार्केट कैप 5,19,630.19 करोड़ रुपये है। आज बीएसई पर यह 9.85 अंक (1.21 फीसदी) की तेजी के साथ 821.55 के स्तर पर बंद हुआ।
डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ था शेयर
4 मई से 9 मई तक खुले एलआईसी के 20,557 करोड़ रुपये के आईपीओ को 2.95 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। यह शेयर 17 मई को निर्गम मूल्य से लगभग 9 फीसदी डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ था। 949 रुपये प्रति शेयर के मुकाबले यह बीएसई पर 867.20 रुपये पर लिस्ट हुआ था। एनएसई पर यह 872 रुपये पर लिस्ट हुआ था।
उल्लेखनीय है कि इस मेगा आईपीओ में एलआईसी के पॉलिसी होल्डर्स और कर्मचारियों को डिस्काउंट मिला था। इन्हें एक शेयर पर क्रमश: 60 रुपये और 45 रुपये का डिस्टाउंट मिला था।
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