शॉर्ट टर्म म्युचुअल फंड

यहाँ भारत में शीर्ष प्रदर्शन करने वाली संतुलित धनराशि / हाइब्रिड म्यूचुअल फ़ंड योजनाएँ हैं:

शॉर्ट टर्म म्यूचुअल फंड नाम3 साल का रिटर्न5 साल का रिटर्न
रिलायंस प्राइम डेट फंड7.65%8.16%
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल शॉर्ट टर्म फंड7.6%8.4%
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल सेविंग्स फंड7.85%8.34%
आदित्य बिड़ला सनलाइफ शॉर्ट टर्म ऑपर्चुनिटीज फंड7.86%8.51%
यूटीआई ट्रेजरी एडवांटेज फंड7.76%8.26%
आदित्य बिड़ला सन लाइफ सेविंग्स फंड8.08%8.52%
एचडीएफसी शॉर्ट टर्म डेट फंड7.74%8.34%
आईडीएफसी बॉन्ड फंड7.21%7.88%
कोटक कॉर्पोरेट बॉन्ड फंड8.21%9.10%
एलएंडटी शॉर्ट टर्म बॉन्ड फंड7.33%7.93%
आईडीएफसी बॉन्ड फंड – एमटीपी-डी5.17%5.67%
कोटक डायनामिक बॉन्ड फंड9.10%8.78%
IDFC बॉन्ड फंड शॉर्ट टर्म डायरेक्ट प्लान (ग्रोथ)7.92%8.54%

* प्रदर्शन के अनुसार रिटर्न रेट्स सब्जेक्ट को बदलने के लिए हैं

शॉर्ट टर्म म्यूचुअल फंड क्या हैं?

म्यूचुअल फंड स्कीम 4 साल तक के अल्पकालिक निवेश एवेन्यू के साथ ग्राहकों को सक्षम करने को आम तौर पर अल्पकालिक म्यूचुअल फंड कहा जाता है। ये वित्तीय योजनाएं हैं जिनके पोर्टफोलियो में 15 दिनों से लेकर अधिकतम 91 दिनों तक की परिपक्वता अवधि की पेशकश करने वाली प्रतिभूतियां शामिल हैं। यह म्यूचुअल फंड स्कीम एक निवेश साधन है जो कम से मध्यम जोखिम के साथ स्थिर रिटर्न की सुविधा देता है। यह टुकड़ा शॉर्ट-टर्म म्यूचुअल फंड्स पर एक संक्षिप्त जानकारी देता है। इन फंड योजनाओं को विशेष रूप से छोटी अवधि में स्थिर रिटर्न अर्जित करने के लिए तैयार किया गया है।

कई बार, शॉर्ट टर्म म्यूचुअल फंड स्कीम की तुलना फिक्स्ड डिपॉजिट्स (एफडी) से की गई है क्योंकि इन दोनों स्कीमों का निवेश रिटर्न बहुत समान है।

भले ही सावधि जमा, कर दक्षता, तरलता के साथ-साथ स्थिर रिटर्न के साथ तुलना में शॉर्ट टर्म डेट फंड जोखिम भरा साधन हो, लेकिन ये म्यूचुअल फंड स्कीम फिक्स्ड डिपॉजिट को खत्म कर देती हैं।

बहुत कम क्षितिज वाले निवेशक 15 दिन या उससे कम समय के लिए लिक्विड फंड का विकल्प चुन सकते हैं, जबकि अधिक से अधिक निवेश अवधि की तलाश करने वाले निवेशकों का कहना है कि 2 से 3 महीने के लिए अल्ट्रा-शॉर्ट-टर्म फंडों की एक विस्तृत श्रृंखला से चुन सकते हैं। डेट फंड निवेशों ने फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीमों के विपरीत 10% वार्षिक रिटर्न का उत्पादन किया है जो वार्षिक रिटर्न का मात्र 7% उपज है।

इसके अतिरिक्त, अल्पकालिक म्यूचुअल फंड परिपक्वता की तारीख से पहले रिडेम्पशन पर जुर्माना आकर्षित नहीं करते हैं, जब तक कि उन्हें पूर्व-निर्धारित अवधि से पहले भुनाया नहीं जाता है। सामान्य परिस्थितियों में, उपज निवेश की रेटिंग पूर्व निर्धारित अवधि 5 दिन से 6 महीने तक होती है। इसके विपरीत, भले ही फिक्स्ड डिपॉजिट में लिक्विडिटी अधिक हो, 1% तक का जुर्माना लगाया जाता है, अगर एफडी उनकी परिपक्वता तिथि से पहले भुनाए जाते हैं।

Bajaj Finance की फिक्स्ड डिपॉजिट में करें निवेश, पाएं ज्यादा इंट्रेस्ट रेट और बहुत कुछ, हासिल करें पूरी जानकारी

बैंक और कंपनियां दोनों ही FD की पेशकश करते हैं। निवेश करने के लिए सही कंपनी चुनते समय उच्च सुरक्षा रेटिंग FD में निवेश करें। आप बजाज फाइनेंस की फिक्स्ड डिपॉजिट योजना में निवेश कर सकते हैं क्योंकि इसे CRISIL और ICRA रेटिंग कंपनियों द्वारा उच्चतम सुरक्षा रेटिंग मिली है

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Fixed Deposit आज के समय में उपलब्ध सबसे पसंदीदा निवेश साधनों में से एक है, इसका एक प्रमुख कारण FD के साथ आने वाली सुरक्षा की भावना है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए, FD उच्च-उपज, डेट फोकस्ड इंस्ट्रुमेंट्स में निवेश पूंजी की सुरक्षा और समय के साथ रिटर्न की स्थिर वृद्धि सुनिश्चित करता है। FD में निवेश उपज निवेश की रेटिंग करने से निवेशक को इनवेस्टमेंट की सुरक्षा को लेकर निश्चितता भी रहती है, यही वजह है कि FD किसी के रिटायरमेंट कॉर्पस को बढ़ाने के लिए सबसे अच्छा विकल्प है। बैंक और कंपनियां दोनों ही FD की पेशकश करते हैं। निवेश करने के लिए सही कंपनी चुनते समय, उच्च सुरक्षा रेटिंग वाली FD में निवेश करना सुनिश्चित करें। आप बजाज फाइनेंस की फिक्स्ड डिपॉजिट योजना में निवेश कर सकते हैं क्योंकि इसे CRISIL और ICRA जैसी रेटिंग कंपनियों द्वारा उच्चतम सुरक्षा रेटिंग मिली है, जो निवेशकों को पूंजी की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करती है।

सेवानिवृत्ति पोर्टफोलियो का डाइवर्सिफिकेशन

बजाज फाइनेंस फिक्स्ड डिपॉजिट स्थिर और निश्चित आय संपत्ति प्रदान करके सेवानिवृत्त लोगों को लंबी अवधि के लिए धन का निर्माण करने में सक्षम बनाता है। निवेशक बाजार से जुड़ी प्रतिभूतियों जैसे उपज निवेश की रेटिंग कि इक्विटी में अस्थिरता के खिलाफ एक कुशन भी बना सकते हैं, जो वरिष्ठ नागरिक के पोर्टफोलियो का हिस्सा हो सकता है। FD की एकमुश्त प्रकृति चक्रवृद्धि के माध्यम से अर्जित ब्याज को बढ़ाने में मदद करती है। वरिष्ठ नागरिक बजाज फाइनेंस फिक्स्ड डिपॉजिट को न्यूनतम 25,000 रुपये की राशि से शुरू कर सकते हैं और कंपाउंडिंग से अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

वरिष्ठ नागरिकों के लिए उच्च ब्याज दरें

बजाज फाइनेंस ऑनलाइन फिक्स्ड डिपॉजिट भारत में कुछ उच्चतम FD दरों की पेशकश करता है। गैर-वरिष्ठ नागरिकों के लिए, लागू ब्याज दर 6.50% है, और जो लोग ऑनलाइन निवेश करना चुनते हैं, उन्हें अतिरिक्त 0.10% की पेशकश की जाती है। निवेश के तरीके पर ध्यान दिए बिना वरिष्ठ नागरिक 0.25% की अतिरिक्त दर का लाभ उठा सकते हैं।

पीरियोडिक भुगतान चुनने का विकल्प

जब कोई बजाज फाइनेंस फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करता है, तो वे समय-समय पर भुगतान का विकल्प चुन सकते हैं, या मेच्योरिटी पर संपूर्ण भुगतान प्राप्त करने का विकल्प चुन सकते हैं। यदि कोई पीरिऑडिक भुगतान चुनता है, तो वे अपने भुगतान की आवृत्ति भी चुन सकते हैं। अवधि के अंत में मेच्योरिटी के लिए ब्याज आय अधिक होती है, लेकिन समय-समय पर भुगतान से व्यक्ति अपने नियमित खर्चों को पूरा करने में सक्षम हो सकता है।

अलग अलग राशियों में निवेश करने का विकल्प

वरिष्ठ नागरिक, समय-समय पर अलग-अलग राशियों के सावधि जमा में निवेश करके और एक बड़ा कोष बनाने के लिए अलग-अलग निवेश अवधि भी चुन सकते हैं। यह बजाज फाइनेंस के साथ कई सावधि जमाओं में निवेश करके किया जा सकता है क्योंकि यह अवधि चुनने की सुविधा प्रदान करता है। चूंकि FD ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव होता रहता है, इस तरह की रणनीति वरिष्ठ नागरिकों को कई सावधि जमाओं में ब्याज दरों के समग्र औसत से अपने निवेश से अधिकतम लाभ प्राप्त करने में मदद करती है।

आसान निवेश प्रक्रिया

बजाज फाइनेंस ऑनलाइन FD के साथ, कोई भी व्यक्ति परेशानी मुक्त, पेपरलेस ऑनलाइन प्रक्रिया का उपयोग करके कुछ ही मिनटों में निवेश कर सकता है।

भारत की रेटिंग पर बोफा का बयान, निवेश स्तर से नीचे जाने का जोखिम नहीं

मुंबईः विदेशी ब्रोकरेज कंपनी बोफा ने कहा कि मूडीज द्वारा भारत की साख को कम किया जाना अप्रत्याशित नहीं है। उसने कहा कि उच्च मात्रा में विदेशी मुद्रा भंडार और अच्छी खेती तथा उपज की संभावना से इसके निवेश स्तर से नीचे जाने की आशंका नहीं है। मूडीज इनवेस्टर सर्विस ने सोमवार को वृद्धि और राजकोषीय जोखिम की चिंता में नकारात्मक परिदृश्य के साथ देश की रेटिंग एक पायदान कम कर बीएए3 कर दी। यह रेटिंग निवेश का सबसे निचला स्तर है। रेटिंग एजेंसी ने दो दशक से भी अधिक समय में भारत की साख घटायी है। बैंक ऑफ अमेरिका (बोफा) सिक्योरिटीज के अर्थशास्त्रियों ने कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव को देखते हुए वित्तीय प्रोत्साहन उपाय जारी रखने की भी वकालत की है।

ब्रोकरेज कंपनी ने कहा, ‘‘साख में कमी कोई अप्रत्याशित नहीं है. पुनरूद्धार के लिये वित्तीय प्रोत्साहन जरूरी है।’’ उसने कहा कि हालांकि भारत को साख में और कमी तथा इसके गैर-निवेश स्तर श्रेणी की रेटिंग में जाने को लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए। ब्रोकरेज कंपनी के अनुसार उच्च मात्र में विदेशी मुद्रा भंडार, अलग से बांड या आरबीआई के 127 अरब डॉलर के पुनर्मूल्यांकित भंडार के जरिये सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पूंजी डाले जाने की उम्मीद तथा बेहतर कृषि उपज की उम्मीद को देखते हुए रेटिंग में और कमी की संभावना नहीं हैं।


बोफा के अनुसार 2018 में आरबीआई द्वारा नीतिगत दर को जरूरत से ज्यादा कड़ा किया जाना, 2019 में थोक महंगाई दर में गिरावट के कारण कर्ज के मोर्चे पर एक झटका लगा। वहीं वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस महामारी से आर्थिक वृद्धि के मोर्चे पर झटका लगा है। ब्रोकरेज कंपनी का अनुमान है कि देश के जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में 2020-21 में 2 प्रतिशत की गिरावट आएगी जबकि इससे पूर्व वित्त वर्ष में इसमें 4.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। आरबीआई का भी मानना है कि चालू वित्त वर्ष में जीडीपी में गिरावट आएगी। हालांकि उसने इस बारे में कोई आंकड़ा नहीं दिया। वहीं कुछ विश्लेषकों ने अर्थव्यवस्था में 5 प्रतिशत गिरावट आने की आशंका व्यक्त की है।

बोफा ने कहा कि वृद्धि में मौजूदा नरमी ‘चक्रीय’ है न कि ‘संरचनात्मक’ चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर संभावना से 9 प्रतिशत अंक कम रहेगा। इसको देखते हुए वित्तीय समर्थन जरूरी है। उसने कहा कि केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा 6.3 प्रतिशत रह सकता है जो दीर्घकालीन औसत से 1.80 प्रतिशत अधिक है। इस प्रकार का बड़ा अंतर ‘यथोचित’ है क्योंकि वृद्धि का आंकड़ा क्षमता से कहीं नीचे है। ब्रोकरेज कंपनी के अनुसार, ‘‘हमारा मानना है कि मूडीज के कदम के बावजूद वित्तीय प्रोत्साहन उपाय जारी रखना समय की जरूरत है।’’

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निवेश करना सीखें

साधारण शब्‍दों में, निश्चित आय वाली प्रतिभूति से निवेशकों को ब्‍याज के रुप में आय प्राप्‍त उपज निवेश की रेटिंग होती है। व्‍यवसायिक प्रतिष्‍ठान पूंजी की उगाही निश्चित आय वाले उत्‍पाद जारी करके करते हैं जिसमें निर्धारित दर से ब्‍याज मासिक अथवा वार्षिक अंतराल पर देय होता है। प्रतिभूति का जारीकर्ता मूलधन की वापसी का वादा भविष्‍य की किसी तारीख को करता है और तब तक ब्‍याज भुगतान सतत रुप से होता रहता है।

आइये बाजार में उपलब्‍ध सभी प्रकारके बॉन्‍ड एवं निश्चित आय वाली प्रतिभूतियों के विषय में समझते हैं।

अधिक पढें: निवेश विकल्‍प 5 : बीमा

बॉन्‍ड एवं निश्चित आय-वाली प्रतिभूतियों के प्रकार

सबसे अधिक प्रचलित एवं सहज रुप से उपलब्‍ध निश्चित आय वाली प्रतिभूति बॉन्‍ड है। बॉन्‍ड और कुछ नहीं, बल्कि निवेश की प्रतिलिपी है जो कंपनियों अथवा सरकारी संस्‍थाओं के द्वारा पूंजी उगाही के लिये जारी किया जाता है। इसके बदौलत जारी कर्ता अपने परिचालन अथवा प्रोजेक्‍ट को विस्‍तार दे सकता है।

उधार कर्ता इसके बदले ब्‍याज के भुगतान का वादा करता है, जिसे कूपन कहते हैं, जिसका भुगतान एक निश्चित तिथि तक वार्षिक, मासिक अथवा अर्धवार्षिक अंतराल पर किया जाता है। उसके पश्‍चात जारी कर्ता, उपज निवेश की रेटिंग निवेशक को मूलधन वापस कर देता है जिसे हम फेस वैल्‍यू भी कहते हैं।

बॉन्‍ड को विभिन्‍न श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है:

कॉर्पोरेट बॉन्‍ड कंपनियों के द्वारा जारी किया जाता है। उन्‍हें भिन्‍न श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है:

निवेश श्रेणी के बॉन्‍ड वैसी कंपनियों द्वरा जारी किया जाता है जिनमें स्‍थायित्‍व होता है और भुगतान में चूक की संभावना काफी कम होती है। हालांकि, इस श्रेणी के बॉन्‍ड पर गैर निवेश श्रेणी वाले बांड की तुलना में ब्‍याज की दर कम होती है।

दूसरी तरफ, गैर निवेश श्रेणी वाले बॉन्‍ड को जंक बॉन्‍ड भी कहते हैं और उनकी क्रेडिट रेटिंग काफी कम होती है। इस कारण से इस श्रेणी के बॉन्‍ड पर उच्‍च दर से ब्‍याज प्राप्‍त होता है।

म्‍यूनिसिपल बॉन्‍ड सिर्फ एक राज्‍य, एक शहर अथवा देश के द्वारा जारी किया जा सकता है। विभिन्‍न प्रकार के प्रोजेक्‍ट जैसे सडकें, स्‍कूल और अस्‍पताल के निर्माण के लिये पूंजी जुटाने के लिये इस प्रकार के बॉन्‍ड जारी किये जाते हैं। इस बॉन्‍ड से अर्जित ब्‍याज पर उस राज्‍य में कर एवं स्‍थानीय कर में छूट प्राप्‍त होती है, शर्त है कि निवेशक को उस राज्‍य का निवासी होना चाहिये जहां यह बॉन्‍ड जारी किया गया है। इसके अतिरिक्‍त, म्‍यूनिसिपल बॉन्‍ड का एक लाभ और भी है कि इसमें परिपक्‍वता की कई तिथियां होती हैं। मूलधन की कुछ राशि पहले परिपक्‍व हो जाती है और उसके बाद शेष पूंजी का भुगतान होता है।

अधिक पढें:- निवेश पर कराधान कैसे होता है

ट्रेजरी बॉन्‍ड की परिपक्‍वता अवधि 20 वर्ष या अधिक होती है। यह आपके लिये दीर्घ कालीन निवेश है और आपकी सेवा निवृत्ति के पश्‍चात आपके लिये मददगार होगी।

इस प्रकार के बॉन्‍ड में ब्‍याज एवं निवेशित राशि की अदायगी की जिम्‍मेदारी सरकार की होती है। सरकार इस तरह का बॉन्‍ड कर्ज उगाही के लिये जारी करती है।

यहां निश्चित आय वाली प्रतिभूतियों की सूची दी गयी है जिसके विषय मे आप आम तौर पर सुनेंगे।

ट्रेजरी बिल एवं टेजरी नोट

ट्रेजरी बिल एवं ट्रेजरी नोट, ट्रेजरी ब्रॉन्‍ड के समान होता है। इन दोनों को भी सरकार जारी करती है। ट्रेजरी बिल, हालांकि लघु अवधि के लिये जारी की गयी निश्चित आय वाली प्रतिभूति होती है जिसकी परिपक्‍वता, जारी करने के एक वर्ष की अवधि में होती है।

ट्रेजरी नोट की परिपक्‍वता अवधि 10 वर्ष अथवा इससे कम होती है। ट्रेजरी बॉन्‍ड की ही तरह इसे भी डिस्‍काउन्‍ट अथवा प्रिमियम अथवा सममूल्‍य (एट पार) जारी किया जा सकता है।

बैंकों में पैसा जमा करने पर, बैंकों के द्वारा जमा प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। जमा की अवधि एक महीने से लेकर पांच वर्ष तक हो सकती है। जमा के बदले बैंक, खाता धारक को ब्‍याज का भुगतान करता है।

जमा प्रमाण पत्र में बॉन्‍ड की तुलना में कम ब्‍याज प्राप्‍त होता हैं, परंतु यह राशि साधारण बचत खाता की तुलना में अधिक होती है।

प्रेफर्ड स्‍टॉक पर निवेशकों को निश्चित दर पर लाभांश का भुगतान किया जाता है। इसे कंपनियों द्वारा जारी किया जाता है और शेयर का मूल्‍य ब्‍याज दर एवं मुद्रा‍ स्फिति से प्रभावित होता है। इन शेयरों पर बॉन्‍ड की तुलना में अधिक लाभ प्राप्‍त होता है क्‍योंकि निवेश दीर्घ अवधि के लिये होता है।

अधिक पढ़ें : - अपने निवेश विकल्‍प का चयन कैसे करें

निश्चित आय वाली प्रतिभूतियों एवं बॉन्‍ड में निवेश करने का लाभ निश्चित आय वाली प्रतिभूतियों वैसे निवेशकों के लिये सर्वश्रेष्‍ठ विकल्‍प हैं जो अपने निवेश के साथ किसी भी प्रकार का जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। यह वैसे व्‍यक्तियों के लिये उचित है जिन्‍हें पूर्व नियोजित अंतराल पर आय के स्थिर श्रोत की आवश्‍यकता है।

निश्चित आय वाली प्रतिभूतियों एवं बॉन्‍ड में निवेश करने के अन्‍य लाभ:

नियमित आय का अर्जन

उतार-चढ़ाव के जोखिम से सुरक्षा

कंपनी के दिवालिया घोषित हो जाने की स्थिति में अन्‍य कॉर्पोटेट निवेश की तुलना में कॉर्पोरेट बॉन्‍ड के अदायगी की संभावना अधिक होती है।

अधिक पढ़ें: निवेश के लिये आवश्‍यक कागजात

निश्चित आय वाली प्रतिभूतियों एवं बॉन्‍ड में निवेश से संबद्ध जोखिम

बॉन्‍ड एवं निश्चित आय वाली प्रतिभूतियों में निवेश का जोखिम यह है कि प्रतिफल की दर कम होती है और पूंजी में अभिवृद्धि की दर भी काफी कम होती है। मूलधन काफी लंबे समय तक एक ही जगह निवेशित रहता है और आप इस धन का निवेश किसी अन्‍य प्रतिभूति में नहीं कर पाते हैं। एक अतिरिक्‍त जोखिम यह है कि ब्‍याज दर में उतार चढ़ाव होता रहता है।

जोखिम के मूल्‍यांकन की दृष्टि से, इस प्रकार के निवेश से संबद्ध जोखिम की सूची इस प्रकार है

पूंजी अभिवृद्धि की कम दर

हालांकि, जहां जोखिम है, वहीं प्रतिफल प्राप्‍त होता है।

अधिक पढ़ें: - छोटी राशि का निवेश कैसे करें

निश्चित आय वाली प्रतिभूतियों एवं बांड में निवेश के विषय में गहराई से जानने के पश्‍चात, हम इस निष्‍कर्ष पर पहुंचते हैं कि इन प्रतिभूतियों से निश्चित तौर पर हमारे धन में वृद्धि होगी। बॉन्‍ड एवं निश्चित आय वाली प्रतिभूतियों में निवेश करने से आपको पूर्व निर्धारित दर से आय प्राप्‍त होती है जो सबसे बड़ा लाभ है और पूंजी में स्थिर एवं नियमित अभिवृद्धि होती है। हालांकि प्रतिफल के साथ-साथ संबद्ध जोखिम के विषय में भी सोचना आवश्‍यक है।

Short-term investment करके करनी है कमाई? तो उपज निवेश की रेटिंग पैसा पार्क करने के लिए ये रहें 5 बेस्ट ऑप्शन

Short-term Investment: बैंक सेविंग एकाउंट के अलावा ऐसे कई विकल्प है जो शार्ट टर्म में आपको अच्छा रिटर्न दे सकती है। यहां ऐसे ही 5 शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट प्लान बताएं गए है, जहां आप अपना पैसा पार्क कर सकते है।

Short-term investment: अधिकांश व्यक्तियों के लिए एक बैंक सेविंग एकाउंट एक लोकप्रिय शॉर्ट टर्म पार्किंग स्थान बना हुआ है। हालांकि, कई बैंक सेविंग एकाउंट की शेष राशि पर कम रिटर्न की पेशकश करते हैं, निवेशक वैकल्पिक निवेश के लिए घबराते हैं जिनमें हाई रिटर्न उत्पन्न करने की क्षमता होती है।

सरप्लस फंड को छोटी अवधि के लिए पार्क करने की आवश्यकता तब उत्पन्न होती है जब या तो वित्तीय लक्ष्य निकट होता है या जब उपयुक्त लॉन्ग टर्म निवेश के अवसरों की कमी होती है। शॉर्ट टर्म निवेश न केवल फंड को तरल रखने में मदद करते हैं बल्कि हाई रिटर्न से टैक्स के प्रभाव को भी कम करने में मदद करते है।

सेविंग एकाउंट के विकल्प क्या है?

सेविंग एकाउंट के विकल्प के रूप में, फिक्स्ड-रिटर्न विकल्प के साथ-साथ बाजार से जुड़े शॉर्ट निवेश के अवसर भी हैं, जो आमतौर पर कुछ दिनों से लेकर लगभग 12-18 महीनों तक होते हैं। इसके अलावा, अगर आपकी जरूरत लगभग तीन साल की अवधि के लिए फंड पार्क करने की है, तो मध्यम अवधि के निवेश विकल्पों की तलाश करें।

शॉर्ट टर्म निवेश में लंबी अवधि के साधनों की तुलना में बेहतर रिटर्न उत्पन्न करने की क्षमता होती है। जब ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो बॉन्ड का मौजूदा मूल्य उच्च-उपज वाले बॉन्ड की प्रत्याशा में गिर जाता है। इसलिए, कम मैच्योरिटी वाली अंडरलाइंग सिक्योरिटीज वाले डेट फंड बढ़ते ब्याज दर परिदृश्य में हाई रिटर्न देते हैं।

आइए देखते हैं कुछ शॉर्ट टर्म निवेश विकल्प जिनमें सेविंग बैंक एकाउंट की तुलना में अधिक रिटर्न उत्पन्न करने की क्षमता होती है।

1) डेट फंड (Debt Fund)

डेट फंड की 16 कैटेगिरी में से लगभग पांच शॉर्ट टर्म फंड रखने के लिए उपयुक्त हैं क्योंकि उनके पास कम मैच्योरिटी प्रोफाइल वाली सिक्योरिटीज होती हैं। यदि आप कुछ दिनों से लेकर कहीं भी एक वर्ष तक की अवधि चुनना चाहते हैं, तो ओवरनाइट फंड, लिक्विड फंड, अल्ट्रा-शॉर्ट ड्यूरेशन फंड, लौ ड्यूरेशन फंड और मनी मार्केट फंड में से किसी को चुनें। इनमें से प्रत्येक कैटेगरी में अंडरलाइंग सिक्योरिटीज की एक विशिष्ट परिपक्वता प्रोफ़ाइल होगी जो या तो तीन महीने, छह महीने, नौ उपज निवेश की रेटिंग महीने या 12 महीने हो सकती है।

2) बैंक सावधि जमा (Bank Fixed Deposit)

अगर आप हाई सिक्योरिटी के साथ सुनिश्चित रिटर्न की तलाश में हैं, तो बैंक FD से आगे नहीं देखें। हालांकि बैंक FD दस साल तक के लिए उपलब्ध हैं, आप इनमें सात दिनों से लेकर 365 दिनों तक की अवधि के लिए भी धनराशि जमा कर सकते हैं। डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन कवर के तहत बैंक FD का प्रति बैंक प्रति जमाकर्ता 5 लाख रुपये तक का बीमा किया जाता है।

3) कंपनी डिपॉजिट (Company Deposit)

कंपनी डिपॉजिट छह महीने से लेकर एक वर्ष तक की शॉर्ट टर्म पीरियड की पेशकश करती है, हालांकि पांच साल तक की अवधि उपलब्ध है। उनमें निवेश करने से पहले, उनकी रेटिंग जांचें क्योंकि उनमें से सभी AAA-रेटेड नहीं हो सकते हैं, जो मूलधन और ब्याज भुगतान की उच्च सुरक्षा को दर्शाता है। चूंकि उनमें डिफ़ॉल्ट जोखिम अधिक होता है, इसलिए स्थापित फर्मों से चिपके रहें।

4) पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (Post Office Time Deposit)

अगर आप एक वर्ष की अवधि के लिए फंड पार्क करने की सोच रहे हैं जो जमा की पूरी राशि पर एक सॉवरेन गारंटी प्रदान कर सकता है, तो पोस्ट ऑफिस वन ईयर टाइम डिपॉजिट सही विकल्प है। इनमें निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है और ब्याज का भुगतान सालाना आधार पर होता है।

5) आर्बिट्राज फंड (Arbitrage funds)

आर्बिट्राज फंड हाइब्रिड स्कीमें हैं जो इक्विटी में कम से कम 65% रखती हैं। उनका उद्देश्य विभिन्न पूंजी बाजार खंडों में समान अंडरलाइंग एसेट्स के मूल्य अंतर का फायदा उठाकर आर्बिट्रेज लाभ उत्पन्न करना है। म्यूचुअल फंड योजना होने के नाते, रिटर्न निश्चित और सुनिश्चित नहीं है, लेकिन बाजार की स्थितियों के आधार पर, बचत खाते की तुलना में रिटर्न प्रतिस्पर्धी हैं।

इसे तरल रखें

- अल्पकालिक निवेश न केवल फंड को तरल रखने में मदद करते हैं बल्कि उच्च प्रभावी कर-पश्चात रिटर्न भी उत्पन्न करते हैं

- शॉर्ट-टर्म डेट फंड्स के भीतर, आप ओवरनाइट फंड्स, लिक्विड फंड्स, अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड्स, लो ड्यूरेशन फंड्स और मनी मार्केट फंड्स में से चुन सकते हैं।

- अपने शॉर्ट टर्म फंड को पार्क करने के लिए स्थापित फर्मों की AAA-रेटेड कंपनी FD का चयन करें

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