MCD Full Form in Hindi – जानिए क्या है MCD, पूरी जानकारी
आप सभी ने कभी न कभी MCD शब्द को जरुर सुना होगा और तब आपके मन में ये सवाल तो जरुर आया होगा की आखिर ये MCD का मतलब क्या होता है? और MCD Ka Full Form क्या होता है?, तो आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको MCD के बारे में ही जानकारी देंगे।
सबसे पहले तो हम आपको ये बता दें की MCD एक शार्ट फॉर्म है जिसका फुल फॉर्म लोग अक्सर इंटरनेट पर सर्च करते रहते है.
तो चलिए जान लेते है की क्या होता है.
Table of Contents
MCD Full Form
MCD का फुल फॉर्म Municipal Corporation of Delhi होता है।
MCD Full Form in English
- M – Municipal
- C – Corporation of
- D – Delhi
वैसे तो MCD के कई सारे Full Forms होते है, किन्तु उनमे सबसे प्रचलित MCD फुल फॉर्म Municipal Corporation of Delhi है और लोग इसी को सबसे ज्यादा सर्च भी करते है।
आगे हम इस पोस्ट में आपको MCD के बाकी सारे फुल फॉर्म्स भी बताएँगे तो इस पोस्ट को पूरा पढ़े।
MCD Full Form in Hindi
यदि हम हिंदी की बात करे तो एमसीडी का फुल फॉर्म हिंदी में म्युनिसिपल कारपोरेशन ऑफ दिल्ली होता है और इसको दिल्ली नगर निगम के नाम से भी जाना जाता है।
- M – म्युनिसिपल
- C – कारपोरेशन ऑफ
- D – दिल्ली
Conclusion
उम्मीद है की आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी और आज के इस पोस्ट में हमने आपको बताया है MCD Full Form क्या होता है और MCD के बारे में पूरी जानकारी दी है।
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल MCD full form in hindi जिसमें हमने आपको जानकारी दी कि एमसीडी का फुल फॉर्म हिंदी में क्या होता है। इसके अलावा हमने आपको यह भी बताया कि MCD का हिंदी में क्या नाम है।
साथ ही साथ हमने आपको यह जानकारी भी दी कि एमसीडी क्या होता एमएसीडी क्या है? है। हमने आपको एमसीडी क्या है के साथ साथ उसके बारे में पूरी detail दे दी है जो आपके लिए Helpful रही होगी।
आपको हमारी वेबसाइट पर और भी बहुत सारी फुल फॉर्म जानने को मिलेंगी इसलिए हमारे दूसरे आर्टिकल भी जरूर चेक कर लें। इसके अलावा और भी बहुत सारी रोचक जानकारियां हमारी वेबसाइट पर अवेलेबल हैं उन्हें भी पढ़ना ना भूलें। अगर आपको हमारे द्वारा बताए गई MCD Ka Full Form और MCD की सारी जानकारी अच्छी लगी हो तो इस जानकारी को उन लोगों के साथ भी अवश्य शेयर करें जो MCD full form in hindi के बारे में डिटेल ढूंढ रहे हैं।
अगर आपको किसी और शब्द का फुल फॉर्म जानना है तो आप निचे कमेंट करके हमे बता सकते हैं और हम जल्द ही उसपर पोस्ट लिख कर आपकी मदद करेंगे ।
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दोस्तों, मै हमेशा यही कोशिश करता हू की आप सभी तक MCD क्या होता है से जुडी हर आवश्यक जानकारी पंहुचा सकू और इसलिए आज मैंने इस पोस्ट में माध्यम से एमसीडी से संबंधित सभी प्रकार की एमएसीडी क्या है? जानकारिया आपतक पहुंचने की कोशिश की है, जैसे कि MCD Ka Full Form, एमसीडी क्या होता है और साथ ही साथ एमसीडी से जुड़ी कई प्रकार की जानकारिया आपतक साँझा की है। मै यह आशा करता हू की हमारी आज की इस आर्टिकल के जरिये आपको कई सारी नई एवं महत्वपूर्ण जानकारियां भी प्राप्त हुई होगी।
मै उम्मीद करता हू की आज का यह आर्टिकल MCD Full Form आपको पसंद आया होगा।
MCD चुनाव के बाद मेयर कैसे चुने जाते हैं? कौन है रेस में सबसे आगे? जानें- सबकुछ
एमसीडी चुनाव जीते पार्षदों का कार्यकाल 5 सालों के लिए होता है लेकिन मेयर सिर्फ 1 साल के लिए चुने जाते हैं। दिल्ली एमसीडी में कुल 250 वार्ड हैं। इन वार्डों से चुनाव जीते पार्षद मेयर का चुनाव करते हैं।
दिल्ली एमसीडी चुनाव में उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद हो चुकी है। 7 दिसंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे। वहीं कल शाम से जारी कई एग्जिट पोल के मुताबिक, दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से एमसीडी की कुर्सी 15 सालों बाद आम आदमी पार्टी (AAP) छीन सकती है। एमसीडी चुनाव के नतीजे आने से पहले ही लोगों ने यह चर्चा शुरू कर दी है कि दिल्ली का नया मेयर कौन होगा। क्या आप को पता है कि मेयर का चुनाव कैसे होता है? मेयर का कार्यकाल कितने समय के लिए होता है? आइए समझते हैं.
5 नहीं सिर्फ 1 साल के लिए होता मेयर है मेयर का कार्यकाल
एमसीडी चुनाव जीते पार्षदों का कार्यकाल 5 सालों के लिए होता है लेकिन मेयर सिर्फ 1 साल के लिए चुने जाते हैं। दिल्ली एमसीडी में कुल 250 वार्ड हैं। इन वार्डों से चुनाव जीते पार्षद ही मेयर का चुनाव करते हैं। दिल्ली की जनता सीधे तौर पर मेयर नहीं चुन सकती। जनता पार्षदों को चुनती है और पार्षद दिल्ली एमसीडी के मेयर को।
पहले साल में चुनी जाएगी महिला मेयर
एमसीडी की सरकार का कार्यकाल 5 साल का होता है। इन 5 सालों में पहले साल किसी महिला पार्षद को ही मेयर बनाया जा सकता है। ये एक तरह का रिजर्वेशन है। मालूम हो कि तीसरे साल किसी अनुसूचित जाति का पार्षद मेयर बनाया जाएगा। यानी पहले और तीसरे साल के लिए मेयर के चुनाव में रिजर्वेशन है।
नतीजे के बाद साफ होगी तस्वीर
एमसीडी चुनाव के नतीजे 7 दिसंबर को आएंगे। एमसीडी के चुनाव 4 दिसंबर को हुए थे। दिल्ली के कुल 50.48% वोटरों ने वोटिंग की थी। एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी की शानदार जीत दिख रही है। राजनीतिक पंडितों का यह अनुमान है कि AAP निर्मला देवी को मेयर बना सकती है। सनद रहे कि दिल्ली नगर निगम एक्ट के अनुसार, पहले साल में मेयर किसी महिला को ही बनाया जाएगा। निर्मला देवी AAP के महिला इकाई की प्रदेश संयोजक हैं। इसके अलावा AAP नेता शालिनी सिंह भी मेयर बनाई जा सकती हैं। तस्वीर नतीजे आने के बाद और साफ हो सकेगी।
ऐसे चेक करें दिल्ली नगर निगम चुनाव के परिणाम
Delhi MCD Election Result : चुनाव के नतीजे घोषित करने के लिए वोटों की गिनती जारी है. राष्ट्रीय राजधानी में 250 वार्डों के लिए 4 दिसंबर को मतदान हुआ था और कुल 1,349 उम्मीदवार मैदान में हैं.
MCD एमएसीडी क्या है? Election चुनाव के नतीजे घोषित करने के लिए वोटों की गिनती जारी है.
दिल्ली नगर निगम (MCD Election) चुनाव के नतीजे घोषित करने के लिए वोटों की गिनती जारी है. राष्ट्रीय राजधानी में 250 वार्डों के लिए 4 दिसंबर को मतदान हुआ था और कुल 1,349 उम्मीदवार मैदान में हैं. दिल्ली के 42 केंद्रों पर वोटों की गिनती आज सुबह आठ बजे से शुरू हुई. इस साल की शुरुआत में दिल्ली के तीन नगर निगमों के एकीकरण के बाद एमसीडी का यह पहला चुनाव होगा. भारतीय जनता पार्टी 2007 से राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली नगर निगम पर शासन कर रही है. 2017 एमएसीडी क्या है? के दिल्ली नगर निगम चुनावों में, भाजपा ने कुल 270 वार्डों में से 181 पर जीत हासिल की थी, जबकि आप केवल 48 वार्डों को ही जीत सकी थी और कांग्रेस 30 के साथ तीसरे स्थान पर रही थी.
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प्रश्न : मैं एमसीडी चुनाव परिणाम 2022 ऑनलाइन कैसे देख सकता हूं?
उत्तर- आप एनडीटीवी इंडिया की वेबसाइट पर दिल्ली एमसीडी चुनाव परिणामों के लाइव अपडेट को देख सकते हैं. दिल्ली राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) भी सुबह 8 बजे से अपनी वेबसाइट पर अपडेट देगा.
प्रश्न : मैं दिल्ली एमसीडी चुनाव परिणाम 2022 की लाइव टीवी कवरेज कहां देख सकता हूं?
उत्तर-आप यहां दिल्ली एमसीडी चुनाव परिणाम और 360 डिग्री कवरेज का लाइव कवरेज देख सकते हैं.
प्रश्न : मैं पिछले चुनाव परिणाम 2017 से दिल्ली एमसीडी चुनाव परिणाम 2022 की तुलना कैसे कर सकता हूं?
आप एनडीटीवी के चुनावी पृष्ठ - https://www.ndtv.in/elections पर 2017 दिल्ली एमसीडी चुनावों के बारे में सभी विवरण प्राप्त कर सकते हैं.
प्रश्न : मैं दिल्ली एमसीडी चुनाव परिणाम 2022 पर लाइव पार्टी वार विवरण ऑनलाइन कैसे प्राप्त कर सकता हूं?
उत्तर-आप यहां दिल्ली एमसीडी चुनाव 2022 पर लाइव पार्टी वार परिणाम प्राप्त कर सकते हैं.
प्रश्न : मैं दिल्ली एमसीडी चुनाव परिणाम 2022 पर वोट शेयर प्रतिशत ऑनलाइन कहां से प्राप्त कर सकता हूं?
उत्तर-वोट शेयर प्रतिशत विवरण एनडीटीवी की वेबसाइट पर उपलब्ध होगा और आप यहां लाइव कवरेज भी देख सकते हैं. पार्टियों के लिए वोट शेयर प्रतिशत दिल्ली राज्य चुनाव आयोग की वेबसाइट पर भी उपलब्ध होगा.
Delhi MCD Election 2022: जानें एग्जिट पोल क्या कहते हैं और पिछले नगर निगम चुनाव का हाल
Delhi MCD Election 2022: दिल्ली नगर निगम यानी एमसीडी चुनाव का परिणाम घोषित होने में अब 24 घंटे से भी कम का समय बचा है. जानिए क्या कहते हैं एग्जिट पोल के नतीजे और पिछले एमसीडी चुनाव से इसकी तुलना करके जानें, किसे कितना लाभ? कितना नुकसान?
Updated: December 6, 2022 11:51 AM IST
Delhi MCD Election 2022: दिल्ली नगर निगम (MCD) पर किसका राज होगा यह तो बुधवार 7 दिसंबर को पता चल ही जाएगा. 4 दिसंबर को हुए मतदान के बाद उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है. फिलहाल हमारे पास एग्जिट पोल के नतीजे हैं, जो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए खुशखबरी लेकर आए हैं. Zee News द्वारा किए गए सबसे बड़े एग्जिट एमएसीडी क्या है? पोल के अनुसार दिल्ली नगर निगम से भाजपा की विदाई तय है और यहां AAP का परचम लहराने वाला है.
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एग्जिट पोल के अनुसार आम आदमी पार्टी को दिल्ली नगर निगम की कुल 250 सीटों में से 134-146 सीटें मिल सकती हैं. इस तरह से आम आदमी पार्टी को कुल 46 फीसद मत मिलने का अनुमान जताया गया है. जबकि भाजपा को 39 फीसद, कांग्रेस को 11 प्रतिशत और 4 फीसद वोट शेयर अन्य के खाते में जा सकता है.
एग्जिट पोल के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (BJP) की झोली में सिर्फ 82-94 सीटें आएंगी और इस तरह से एमसीडी से भाजपा की विदाई तय मानी जा रही है. कांग्रेस का हाल दिल्ली नगर निगम में भी अच्छा नहीं है और इस बार उसे सिर्फ 8-14 सीटें तक मिलने का अनुमान है, जबकि निर्दलीय सहित अन्य 14-19 सीटों पर जीत दर्ज कर सकते हैं.
इस बार का चुनाव पिछले MCD चुनाव से अलग है, क्योंकि इस बार संयुक्त एमसीडी का चुनाव हुआ है. जबकि पिछले MCD इलेक्शन यानी 2017 के चुनाव के समय दिल्ली नगर निगम तीन हिस्सों (उत्तरी दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और पूर्वी दिल्ली) में बंटा हुआ था. तीनों नगर निगमों के एक बार फिर से एक साथ आने के बाद दिल्ली नगर निगम देश का सबसे शक्तिशाली निगम हो गया है. यही वजह है कि दिल्ली नगर निगम पर कब्जे के लिए इस बार के चुनाव में तमाम पार्टियों ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था.
पिछले नगर निगम चुनाव का हाल
अब बात पिछले नगर निगम चुनाव यानी MCD इलेक्शन 2017 की. अप्रैल 2017 में हुए दिल्ली नगर निगम के चुनाव में भाजपा के नेतृत्व में एनडीए ने 181 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) को 49 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को 2017 के नगर निगम चुनाव में 31 सीटों से संतोष करना पड़ा था. उस समय दिल्ली नगर निगम तीन हिस्सों में बंटा हुआ था. तीनों ही नगर निगमों में भाजपा को बहुमत हासिल हुआ. 2017 के नगर निगम चुनाव में भाजपा को 36.08 फीसद मत मिले थे, जबकी आम आदमी पार्टी को 26.23 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. कांग्रेस 21.09 फीसद मत पाकर तीसरे नंबर पर रही थी.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम
उत्तरी दिल्ली नगर निगम की कुल 104 सीटों में से भाजपा को 64 सीटें मिली थीं, जबकि आम आदमी पार्टी ने 21 सीटें और कांग्रेस ने 16 सीटें हासिल की थीं. उत्तरी दिल्ली में सबसे सीटों के लिहाज से सबसे ज्यादा फायदा आम आदमी पार्टी को हुआ, जबकि सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को उठाना पड़ा था.
दक्षिण दिल्ली नगर निगम
साल 2017 के नगर निगम चुनाव में दक्षिण दिल्ली नगर निगम पर भी भाजपा का परचम लहराया था. भाजपा ने 104 सीटों में से 70 पर जीत हासिल की थी, जबकि आम आदमी पार्टी को 16 और कांग्रेस को 12 सीटें मिली थीं. यहां सीटों के लिहाज से सबसे ज्यादा लाभ भाजपा को और नुकसान अन्य को हुआ था.
पूर्वी दिल्ली नगर निगम
पूर्वी दिल्ली नगर निगम में कुल 64 सीटें थीं. भारतीय जनता पार्टी ने पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 47 सीटों पर जीत दर्ज की थी. आम आदमी पार्टी को 12 और कांग्रेस को सिर्फ तीन सीटों पर संतोष करना पड़ा था. इस तरह से तीनों ही नगर निगमों में भाजपा ने जीत दर्ज की थी, जबकि आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर पर रही थी.
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जानिए क्या है MCD चुनाव और कैसे काम करती है MCD
दिल्ली में नगर निगम के चुनाव होने वाले हैं और इन चुनाव को लेकर दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी, केंद्र की बीजेपी पार्टी और विपक्ष की कांग्रेस पार्टी के बीच जंग शुरू हो गयी है. वहीँ कई मायनों में सभी पार्टी इन चुनाव को जीतने के लिए अपना दम दिखा रही है. वहीं इस बीच इस पोस्ट के जरिये हम आपको इस बात की जानकरी देने जा रहे हैं नगर निगम के चुनाव क्या होते हैं और कैसे इनकी शुरुआत हुई.
64 साल पुरानी है MCD चुनाव की कहानी
MCD का गठन संसद द्वारा पारित दिल्ली नगर निगम अधिनियम, 1957 के तहत किया गया। भारत की आजादी के एक दशक बाद नीति निर्माता जब एमसीडी के बारे सोच रहे थे तो तो इसे 'बॉम्बे नगर निगम' की तर्ज दिल्ली नगर निगम के गठित करने का फैसला लिया गया था। वहीं इस एमसीडी की यात्रा 64 साल पहले दिल्ली चांदनी चौक स्थित ऐतिहासिक टाउनहॉल से शुरू हुई थी.
पार्षदों की संख्या और अब एक नगर निगम
साल 1958 में एमसीडी में पार्षदों की संख्या 80 थी। इसके बाद बाद 134 और 2007 में यह संख्या 272 तक पहुंच गई और साल 2011 में नगर निगम में तीन हिस्सों उत्तरी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में बाँट दिया गया. वहीँ इस हिसाब से 104-104 वहीं पूर्वी दिल्ली दिल्ली में 64 वार्ड पर चुनाव हुए हैं और तीनों ही जगह के लिए अलग-अलग मेयर चुने गए। वहीं अब करीब 11 साल बाद एमसीडी को मोदी सरकार ने एक कर दिया गया। इसके लिए जब विधेयक पारित किया उसमें इस बात का जिक्र था कि वार्ड की संख्या 250 से अधिक नहीं होगी।
अब नगर निगम का एक ही होगा मुख्यालय
मोदी सरकार द्वारा जब से तीनों नगर निगम को एक करने की घोषणा करी गयी है उसके बाद से नगर निगम का एक ही सदन होगा। एक ही मेयर, एक ही स्टैंडिंग कमिटी। इसके अलावा अब हाउस टैक्स, लाइसेंस आदि के लिए एक ही नीति होगी।
कैसे होते हैं एमसीडी चुनाव
दिल्ली नगर निगम के चुनाव की वोटिंग इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVMs) के जरिए होती है और एक लाख से ज्यादा स्टाफ एमसीडी चुनाव को करवाता है. वहीं चुनाव का ऐलान होते ही आचार संहिता लागू हो जाती है.
क्या काम करती है एमसीडी
दिल्ली की MCD यहां पर स्ट्रीट लाइट, प्राइमरी स्कूल, प्रॉपर्टी और प्रोफेशनल टैक्स कलेक्शन, टोल टैक्स कलेक्शन सिस्टम, शमशान और जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र, डिस्पेंसरीज, ड्रेनेज सिस्टम, बाजारों की देखरेख आदि का काम करती है.
Reeta Tiwari
रीटा एक समर्पित लेखक है जो किसी भी विषय पर लिखना पसंद करती है। रीटा पॉलिटिक्स, एंटरटेनमेंट, हेल्थ, विदेश, राज्य की खबरों पर एक समान पकड़ रखती हैं। रीटा नेड्रिक न्यूज में बतौर लेखक काम करती है।
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