Business Idea: इस सुपरहिट बिजनेस में मामूली रकम लगाएं, लाखों रुपये महीना कमाएं, जानिए तरीका

कम समय और कम पूंजी में इस बिजनेस के जरिए मोटी कमाई कर सकते हैं

Business Idea: अगर आप कोई अच्छा बिजनेस करने की तलाश में हैं, जहां कम लागत से मोटी रकम कमाई जा सकती है। इसके लिए आपको एक बेहतर आइडिया दे रहे हैं। इस बिजनेस में आपको मामूली रकम खर्च करनी है ओर लाखों रुपये की आमदनी होगी।

यह बिजनेस है मछली पालन। मछली पालन को अग्रेंजी भाषा में फिश फार्मिंग (fish farming) भी कहा जाता है। सरकार किसानों की आमदनी को दोगुनी करने के लिए मछली के बिजनेस पर ज्यादा फोकस कर रही है, जिसमें सरकार की ओर से आर्थिक सहायता भी मुहैया कराई जाती है।

कैसे कमाएं लाखों रुपये

मछली पालन का बिजनेस शुरू (Start own business) करना हैं तो इसकी आधुनिक तकनीक के जरिए बंपर मुनाफा हो सकता है। मछली पालन के लिए इन दिनों बायोफ्लॉक तकनीक(Fish Farming Business by Biofloc Technique) काफी मशहूर है। कई लोग इस तकनीक का इस्तेमाल करके लाखों में कमाई कर रहे हैं।

कई अलग-अलग राज्यों में मछली पालन के लिए किसानों को ट्रेनिंग भी दी जाती है। किसान ट्रेनिंग के बाद इस बिजनेस में महज 25000 रुपये लगाकर मुनाफा कमाने लगते हैं। इसके लिए आपके पास कुछ तकनीक और जगह होनी चाहिए। मछुवारों के लिए बीमा योजना और सब्सिडी भी सरकार की तरफ से मिलती है। इसके साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए भी लोन लेकर इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं। कुल लागत का 75 फीसदी तक लोन केंद्र सरकार की तरफ से मिल सकता है।

[Small Business] एक छोटा बिजनेस शुरू करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? अपनी खोज शुरू करने के लिए 5 आसान उपाय

[Small Business] एक छोटा बिजनेस शुरू करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? अपनी खोज शुरू करने के लिए 5 आसान उपाय

एक बिजनेस शुरू करने के लिए विभिन्न मुद्दों की गहन समझ और उनसे निपटने की आवश्यकता होती है। आपको कानूनी, वित्त पोषण, बिक्री और विपणन से लेकर बौद्धिक संपदा संरक्षण, दायित्व संरक्षण, मानव संसाधन आदि तक सब कुछ संतुलित करना चाहिए। हमेशा ध्यान रखें कि एक छोटा व्यवसाय शुरू करना एक बड़ी बात है।

एक बिजनेस आइडिया की पहचान करें (Identify a Business Idea)

आप अन्य उद्यमियों के लिए काम करने वाले आजमाए हुए और सही तरीकों पर भरोसा करके कंपनी की अवधारणा को खोजने के लिए संपर्क कर सकते हैं। चाहे आप कम निवेश के साथ एक साइड बिजनेस स्थापित करना सबसे आसान व्यापार तकनीक चाहते हैं या अपने विचार पर पूरी तरह से जाना चाहते हैं, बेचने के लिए उत्पाद खोजने का सबसे अच्छा तरीका तकनीकों का उपयोग करना है।

अपने व्यापार विचार को मान्य करना (Validating Your Business Idea)

अपने छोटे व्यवसाय को मान्य करना मुश्किल लग सकता है, लेकिन यह केवल यह देखने की बात है कि आपका उपभोक्ता बहुत अधिक समय और पैसा लगाने से पहले आपके उत्पाद के लिए भुगतान करने के लिए तैयार है या नहीं। व्यवसाय के प्रकार के बावजूद, एक छोटे व्यवसाय को मान्य करना महत्वपूर्ण है।

एक यादगार व्यवसाय नाम और लोगो प्राप्त करें (Get a Memorable Business Name & Logo)

नाम और लोगो अपना छोटा व्यवसाय शुरू करने के दो सबसे सुखद पहलू हैं। अपनी कंपनी के लिए एक नाम के साथ आने पर काम करें जो बताता है कि आप जो करते हैं वह छोटा और विशिष्ट है और पहले से उपयोग में नहीं है।

एक व्यवसाय योजना विकसित करें (Develop a Business Plan)

एक व्यवसाय योजना एक लाइव दस्तावेज़ है जो आपकी कंपनी के संचालन का विवरण देता है। एक व्यवसाय योजना लिखने से आपको अपने विचार को मान्य और औपचारिक बनाने में मदद मिल सकती है, साथ ही आपको बैठने और चीजों को ध्यान से सोचने के लिए मजबूर करके व्यवसाय शुरू करने की प्रक्रिया को गति मिल सकती है।

व्यापार वित्त को समझें (Understand Business Finances)

आपको यह पता लगाना होगा कि आप अपने छोटे व्यवसाय की स्टार्टअप लागतों का भुगतान कैसे करेंगे। क्या आपके सबसे आसान व्यापार तकनीक लिए ऋण लिए बिना अपने व्यवसाय को निधि देना संभव है, या आपको इसकी आवश्यकता होगी? यदि आप अपने व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अपना वर्तमान रोजगार छोड़ देते हैं, तो क्या आपके पास लाभ उत्पन्न करने तक स्वयं का समर्थन करने के लिए पर्याप्त धन बचा है?

अपने पसंदीदा सेलेब्स के बारे में इस तरह के और अपडेट के लिए आई डब्लयू एम बज पढ़ते रहें।

Small Business Idea: 25,000 रुपये करें सालाना निवेश, हर महीने कमाएं 2 लाख! ऐसे स्टार्ट करें ये सुपरहिट बिजनेस

अगर आप भी कम पैसे में अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आज हम आपको ऐसे बिजनेस के बारे में बता रहे हैं जिसमें आप कम पैसे निवेश कर जबरदस्त मुनाफा कमा सकते हैं. इस सबसे आसान व्यापार तकनीक खास बिजनेस को आप बस 25,000 रुपये सालाना खर्च करके शुरू कर सकते हैं और इससे आप औसतन 1.75 लाख रुपये महीने की कमाई (Profitable Business) हो सकती है. आज आपको हम बता रहे हैं मछली पालन (Fish Farming) के व्यवसाय के बारे में. मछली पालन (Fisheries) भी आज कल बहुत बढ़िया मुनाफा दे रहा है.

मछली पालन का बिजनेस आजकल बहुत ज्यादा प्रचलित हो रहा है. सरकार की मदद से शुरू किए जाने वाले इस बिजनेस में 2 लाख रुपये से ज्यादा की आमदनी होती है. गौरतलब है कि केंद्र सरकार भी कई सुविधाएं देती हैं. आप जिस राज्य में इसे शुरू करना चाहते हैं, वहां से मत्स्य संबंधित कार्यालय में पूछताछ कर सकते हैं.

अगर आप भी मछली पालन का व्यवसाय कर रहे हैं या फिर इसे शुरू करना चाह रहे (Start own business) हैं तो इसकी आधुनिक तकनीक आपको बंपर मुनाफा दे सकती है. मछली पालन के लिए इन दिनों बायोफ्लॉक तकनीक (Fish Farming Business by Biofloc Technique) काफी मशहूर हो रहा है. कई लोग इस तकनीक का इस्तेमाल करके लाखों में कमाई कर रहे हैं.

फिशरीज बिजनेस के लिए Biofloc Technique एक बैक्टीरिया का नाम है. इस तकनीक के जरिए मछली पालन का बिजनेस बहुत आसान हो जाता है. इसमें बड़े बड़े (करीब 10-15 हजार लीटर के) टैंकों में मछलियों को डाला जाता है. इन टैंकों में पानी डालने, निकालने, उसमें ऑक्सीजन देने आदि की अच्छी खासी व्यवस्था होती है. बायोफ्लॉक बैक्टीरिया मछली के मल को प्रोटीन में बदल देता है, जिसे मछलियां वापस खा लेती हैं, इससे एक-तिहाई फीड की बचत होती है. पानी भी गंदगी होने से बची रहती है. अगर खर्च की बात करें तो आप 7 टैंक से अपना कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो इन्हें सेटअप करने में आपका करीब 7.5 लाख रुपये का खर्च आएगा. हालांकि, आप तालाब में मछली पालकर भी मोटी कमाई कर सकते हैं.

जानें फलों को पकाने की नई तकनीक, होगा किसानों को लाभ

जानें फलों को पकाने की नई तकनीक, होगा किसानों को लाभ

फलों को पकाने की एक सुरक्षित विधि

पेड़ से तोडऩे के बाद फल कुछ समय तक ही ताजा रह पाते हैं, इसके बाद वे धीरे-धीरे खराब होना शुरू हो जाते हैं। यदि इसे सुरक्षित नहीं रखा जाए तो किसानों और फल विक्रेताओं को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। कई बार दूर मंडी या मार्केट में फलों को ले जाते समय रास्ते में या मंडी पहुंचने तक फल खराब होने लग जाते हैं जिस कारण से मजबूरन कम कीमत पर फलों को बेचना पड़ता है। लेकिन आज कई ऐसी तकनीक आ गईं हैं जिससे फलों को काफी लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है जिससे फल जल्दी से सड़ता या गलता नहीं है।

वैसे तो आज फलों को पकाने के लिए कई तरीके आ गए हैं लेकिन फलों को पकाने का सबसे आसान और पारंपरिक तरीका राइपनिंग तकनीक या विधि है जिससे फल को बिना किसी नुकसान पहुंचाए उसे लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है। आज हम टै्रक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में फलों को लंबे समय तक सुरक्षित और ताजा रखने की तकनीक बता रहे हैं।

फलों को पकाने के लिए करें राइपनिंग तकनीक का इस्तेमाल

राइपनिंग तकनीक फलों को पकाने के लिए सबसे सुरक्षित और आसान तकनीक है। इसका इस्तेमाल करके आप फलों को लंबे समय तक ताजा रख सकते हैं। इस तकनीक या विधि का प्रयोग करने से फलों की क्वालिटी में अंतर नहीं आता है। यह एक आधुनिक तकनीक है जिसका प्रयोग फलों को समय से पहले पकाने में किया जाता है। बड़े-बड़े फल विक्रेता इस तकनीक का इस्तेमाल करके फलों को लंबे समय तक ताजा रखते हैं।

क्या है राइपनिंग तकनीक

यह फल पकाने की सबसे प्रचलित और आसान तकनीक है। इस तकनीक में फल पकाने के लिए छोटे-छोटे चैंबर वाला कोल्ड स्टोरेज बनाया जाता है। इस चैंबर में एथिलीन गैस को छोड़ दिया जाता है, इससे फल जल्दी पकने लगते हैं। इस तकनीक से फलों को पकाने पर फलों को किसी तरह का खतरा नहीं होता है। इस तकनीक का इस्तेमाल आम, पपीता और केला को पकाने में किया जाता है।

राइपनिंग तकनीक से केले को पकाने का तरीका

राइपनिंग तकनीक से केले को पकाने के लिए सबसे पहले कच्चे केलो को डिब्बानुमा छोटे चैंबर वाले कोल्ड स्टोरेज में रखा जाता है। इसके बाद इन कच्चे फलों पर एथिलीन गैस को छोड़ा जाता है। इस गैस के प्रभाव से फल धीरे-धीरे पकने लगते हैं। इसी के साथ फलों के रंग में भी परिवर्तन होने लगता है। इस प्रकार चार-पांच दिन में फल पूरी तरह पककर तैयार हो जाता है। इसी तरह अन्य फलों को भी पकाने के लिए राइपनिंग तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।

राइपनिंग तकनीक के लिए सरकार से मिलती है सब्सिडी

राइपनिंग तकनीक का इस्तेमाल करने पर सरकार से सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। इसमें कोल्ड स्टोरेज बनाने के लिए सरकार की ओर से सहायता दी जाती है। इसके तहत सरकार से कोल्ड स्टोरेज निर्माण के लिए किसानों को करीब 35 से 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी भी दी जाती है।

फलों को पकाने के अन्य पारंपरिक तरीके

  • पैरावट में फलों को दबाकर रखने से फल जल्द पक जाता है और सुरक्षित भी रहता है। ये कम खर्चीला तरीका है पर इस तकनीक से फल को पकने में समय अधिक लगता है।
  • फल को पकाने के लिए इसे बोरे, पैरा और भूसे और अनाज के बीच में दबाकर रखने से भी फल समय से पहले पकाया जा सकता है।
  • फल को कागज में लपेटकर रखने से भी फल अच्छे से पक जाता है।

ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों सॉलिस ट्रैक्टर , करतार ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।

अगर आप नए ट्रैक्टर , पुराने ट्रैक्टर , कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।

छत्‍तीसगढ़ में कारोबार करना आसान, ईज आफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में सीजी दूसरे स्थान पर

छत्‍तीसगढ़ में कारोबार करना आसान, ईज आफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में सीजी दूसरे स्थान पर

रायपुर। राज्य ब्यूरो। छत्‍तीसगढ़ में व्यवसाय के अनुकूल माहौल है। ईज आफ डूइंग बिजनेस में छत्तीसगढ़ को देश में दूसरा स्थान मिला है। केंद्रीय वाणिजय एवं उद्योग मंत्रालय ने राज्यों में इज आफ डूइंग बिजनेस यानी व्यवसाय करने योग्य माहौल को लेकर रिपोर्ट जारी की है। बिजनेस रिफार्म एक्‍शन प्लान (बीआरएसपी) 2020 में छत्तीसगढ़ को आकांक्षी राज्यों की श्रेणी में असम के बाद सबसे आसान व्यापार तकनीक दूसरा स्थान मिला है। 2019 की रिपोर्ट में प्रदेश को देश के 36 राज्यों में छठवां स्थान हासिल हुआ था।

अफसरों के अनुसार इस बार बीआरएसपी रिपोर्ट में राज्यों को चार अलग-अलग श्रेणियों में रखा गया है। छत्तीसगढ़ को आकांक्षी श्रेणी में रखा गया है। गोवा, झारखंड, केरल, राजस्थान और बंगाल को भी इसी श्रेणी में रखा गया है। रैकिंग में यह पांचों राज्य छत्तीसगढ़ के नीचे हैं।

नियमों को किया गया सरल

प्रदेश में उद्योग और व्यापार के अनुकूल माहौल बनाने के लिए राज्य सरकार ने कई सुधार किए हैं। नियमों को सरल किया है। उद्योगों के लिए एकल खिड़की प्रणाली लागू की गई है। उद्योगों से जुड़ी 56 तरह की सेवाओं को आनलाइन कर दिया गया है। औद्योगिक क्षेत्रों में जमीन आवंटन और जमीन को फ्री होल्ड करने के नियमों को सरल किया गया है।

साढ़े तीन वर्ष में लगे 1715 उद्योग

CM Bhent Mulakat: काला गुब्बारा देख मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूछी शिकायत, मौके पर ही कर दिया समाधान

प्रदेश में बीते साढ़े तीन वर्षों में करीब 1715 नए उद्योग स्थापित हुए हैं। इसमें 19,500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हुआ है और 33 हजार लोगों को रोजगार मिला है। इसके अलावा उद्योगों के लिए 149 समझौते (एमओयू) किए गए हैं।

रेटिंग: 4.41
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 325