इसको लेकर कोई फिक्स फॉर्मूला नहीं है. कई क्रिप्टोकरेंसी कभी-कभी अच्छा फायदा भी करवा देती है लेकिन, कभी-कभी इन्वेस्टर्स का नुकसान भी काफी ज्यादा हो जाता है. आप इसमें बड़ी और पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी जैसे Bitcoin या Ether में इन्वेस्ट करके सेफ रह सकते हैं. लेकिन, बिटकॉइन प्राइस इन इंडिया इसके लिए आपको क्रिप्टो मार्केट पर भी ध्यान देना होगा. हालांकि, आपको बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी को निवेश के मकसद से नहीं बनाया गया था.
Cryptocurrency Rate Today 4 September: क्रिप्टोकरेंसी बाजार में आज कैसा कारोबार, जानें बिटकॉइन सहित सभी क्रिप्टो के रेट
By: ABP Live | Updated at : 04 Sep 2022 02:47 PM (IST)
Edited By: Meenakshi
क्रिप्टोकरेंसी (फाइल फोटो)
Cryptocurrency Rate Today 4 September: दुनिया की प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी आज सपाट कारोबार कर रही है क्योंकि पिछले दिन ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में 0.25 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. कल ये बड़ी बिटकॉइन प्राइस इन इंडिया गिरावट के साथ 976.49 अरब डॉलर पर आ गया है. वहीं पिछले 24 घंटे में क्रिप्टो का कुल मार्केट वॉल्यूम 29.24 फीसदी घटकर 44.39 अरब डॉलर पर आ गिरा है. क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट में आज कुछ धीमी कारोबारी रफ्तार देखी जा रही है क्योंकि इसके लिए कुछ निगेटिव खबरें सामने आई हैं और पैसा लगाने वाले लोग चिंता में हैं.
बिटकॉइन का प्राइस घटा
बिटकॉइन का प्राइस घटकर 16.40 लाख रुपये पर आ गया है और ये कुल बिटकॉइन प्राइस इन इंडिया क्रिप्टो मार्केट का 38.83 फीसदी मार्केट शेयर रखती है. कॉइन मार्केट कैप के मुताबिक एक दिन में बिटकॉइन में 0.19 फीसदी की गिरावट दर्ज की बिटकॉइन प्राइस इन इंडिया गई है. बिटकॉइन का दाम हालांकि 16 लाख रुपये से ऊपर चल रहा है पर ये अपने हाई लेवल से काफी नीचे आ चुकी है.
Cryptocurrency की भारत में आज की कीमत
क्रिप्टो करेंसी ऑनलाइन भुगतान का एक तरीका है जिसे वस्तु और सेवाओं के बदले दिया जाता है. दरअसल क्रिप्टो करेंसी नेटवर्क आधारित डिजिटल मुद्रा है. कुछ कंपनियों ने अपनी क्रिप्टो करेंसी भी जारी की है. जिसे टोकन्स कहते हैं. इन टोकन्स का प्रयोग आमतौर पर कंपनी के ही गुड्स और सर्विसेस खरीदने के लिए होता है.
वास्तविक मुद्रा और क्रिप्टो करेंसी में बेसिक फर्क यही है कि आप जिस पैसे को बाजार में खर्च करते हैं उसे देश का केंद्रीय बैंक जारी करता है. जबकि क्रिप्टो करेंसी को कोई व्यक्ति या कंपनी जारी कर सकती है.
डिसेंट्रलाइज्ड तकनीक क्या है?
डिसेंट्रलाइज्ड तकनीक रिसोर्स का एलोकेशन है. आसान भाषा में समझें तो ये कहा जा सकता है कि किसी वस्तु या रिसोर्स का नियंत्रण किसी एक व्यक्ति, संस्था या सेंट्रल टीम के पास नहीं होता है बल्कि उसका विकेंद्रीकरण यानी डिसेंट्रलाइजेशन होता है. क्रिप्टो करेंसी में जिस तकनीक ब्लॉकचेन का इस्तेमाल किया जाता है, उससे उस क्रिप्टो करेंसी पर किसी एक व्यक्ति या संस्था का नियंत्रण नहीं रहता, बल्कि डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी के जरिये उसे बहुत से कम्प्यूटर के जरिये अलग-अलग लोकेशन से मैनेज किया जाता है और ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड किया जाता है. यह तकनीक जितनी मजबूत होगी वो क्रिप्टो करेंसी उतनी ही सिक्योर होगी.
CryptoCurrency या डिजिटल करेंसी एक वर्चुअल करेंसी है. इसका यूज भी डिजिटल लेन-देन के लिए किया जा सकता है. इसे बिटकॉइन प्राइस इन इंडिया आप ना देख सकते हैं ना ही छू सकते हैं. इसका पूरा बिजनेस ऑनलाइन ही होता है. बाकी देशों की करेंसी की तरह इसे कोई कंट्रोल नहीं करता है. इसे नेटवर्क के जरिए ऑनलाइन ऑपरेट किया जाता है. इस वजह से इसकी कीमत में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है.
बिटकॉइन (Bitcoin)
बिटकॉइन दुनिया की सबसे पहली विकेंद्रीकृत क्रिप्टोकरेंसी या कहें कि डिजिटल कॉइन है. इसे विकेंद्रीकृत क्रिप्टोकरेंसी इसलिए कहा जाता है क्योंकि दुनिया की कोई भी फाइनेंशियल रेग्युलेटरी अथॉरिटी इस पर नियंत्रण नहीं रखती है. ये पीयर-2-पीयर सॉफ्टवेयर बिटकॉइन प्राइस इन इंडिया और क्रिप्टोग्राफी पर काम करती है.
बिटकॉइन के क्रिएशन को करीब एक दशक बीत चुका है. इन 10 सालों में ये दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बन चुकी है. इस लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन के लिए बिटकॉइन ब्लॉकचेन का इस्तेमाल किया जाता है.
प्रत्येक बिटकॉइन 10,00,00,000 सैटोशिस से बना होता है, ये बिटकॉइन की सबसे छोटी इकाई है. इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि 1 रुपये में 100 पैसे होते हैं. ये यूनिट्स एक बिटकॉइन को 8 डेसिमल प्लेस में विभाजित करने लायक बनाती हैं. इसलिए लोग एक बिटकॉइन को कई टुकड़ों में खरीद पाते हैं.
13 साल का हुआ बिटकॉइन, निवेशकों के 1000 रुपये को बना दिया 76.4 करोड़
Bitcoin Price- दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) किशोर अवस्था में प्रवेश करने वाली पहली क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) बन गई है। बिटकॉइन ने 13 साल पुरे कर लिए हैं। हालांकि, बिटकॉइन का श्वेतपत्र सातोशी नाकामोतो द्वारा 28 अक्टूबर, 2008 को जारी किया गया था, लेकिन मिंट डेट 3 जनवरी, 2009 है, इसीलिए लोग 3 जनवरी बिटकॉइन प्राइस इन इंडिया को ही इसका बर्थडे मानते हैं। Mudrex के सीईओ और सह-संस्थापक एडुल पटेल (Edul Patel) ने कहा कि दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन (blockchain) के उदय के पीछे बिटकॉइन की अहम भूमिका रही है।
'Bitcoin'
बिटकॉइन की माइनिंग में इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत के कारण कुछ देशों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा बिटकॉइन प्राइस इन इंडिया है। लगभग छह महीने पहले उज्बेकिस्तान ने सोलर पावर से क्रिप्टोकरेंसीज की माइनिंग की अनुमति देने का फैसला किया था
Cardano, Dogecoin, Shiba Inu, Polygon, Polkadot, Litecoin और Tron के प्राइस सोमवार को गिरावट के साथ खुले
Bitcoin Investors Alert: पिछले वर्ष नवंबर में बिटकॉइन ने लगभग 69,000 डॉलर का हाई छुआ था और तब बिटकॉइन प्राइस इन इंडिया इन वॉलेट्स की संख्या 1,13,898 थी
BlockFi के दिवालियापन की घोषणा का असर जिन क्रिप्टो पर पड़ बिटकॉइन प्राइस इन इंडिया रहा है, हम नीचे उन सभी को लिस्ट कर रहे हैं।
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