Crypto Market Crash: बिटक्वाइन-इथेरियम समेत टॉप-10 करेंसी में आई भयंकर गिरावट, इतना घट गया मार्केट कैप
Crypto Market Crash: निवेशकों को बंपर मुनाफा दिलाने वाली क्रिप्टोकरंसी आजकल गिरावट का शिकार हो Bitcoin में निवेश क्यों करना चाहिए रही हैं. आलम ये है कि ये करेंसियां ऐसी धाराशाई हुई कि बड़े पैमाने पर इनका मार्केट कैप ध्वस्त हो गया.
By: ABP Live | Updated at : 08 May 2022 09:28 AM (IST)
Crypto Market Crash: शनिवार का दिन क्रिप्टो मार्केट (Crypto Market) में निवेश करने वालों के लिए भारी नुकसान भरा रहा. निवेशकों ने जहां भी पैसा डाला वहां से उन्हें घाटा ही उठाना पड़ा. टॉप-10 क्रिप्टो करंसी समेत ज्यादातर डिजिटल करेंसी के भाव में गिरावट दर्ज की गई है. यही नहीं अलावा क्रिप्टो मार्केट का वैश्विक पूंजीकरण कम होकर1.65 खरब डॉलर हो गया है.
आंकलन के मुताबिक इसमें बीते 24 घंटे के भीतर 0.92 फीसदी की गिरावट आई है. साथ ही इस अवधि में क्रिप्टो बाजार का वॉल्यूम 17.85 फीसदी घटकर 93.61 अरब डॉलर रह गया है.
इथेरियम में बड़ा घाटा
टॉप-10 लिस्ट में शामिल सभी क्रिप्टोकरेंसी सात मई को लाल निशान पर कारोबार करती देखी गईं. एक ओर जहां दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन का दाम बीते 24 घंटे में खबर लिखे जाने तक 1.99 फीसदी टूटकर 29,04,386 रुपये पर आ गया था. वहीं बिटक्वाइन के बाद दुनिया की दूसरी सबसे पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम में भी सबसे ज्यादा गिरावट आई. इसका भाव इस अवधि में 3.51 फीसदी कम होकर 2,16,000 रुपये रह गया.
News Reels
टॉप क्रिप्टोकरेंसी का हाल-बेहाल
बिटक्वाइन और इथेरियम के बाद टॉप-10 में शामिल टेथर क्रिप्टोकरेंसी का दाम मामूली 0.12 फीसदी टूटकर 80.73 रुपये पर कारोबार कर रहा है. वहीं डॉजक्वाइन में 0.21 फीसदी की गिरावट आई और यह फिसलकर 10.3412 रुपये पर आ गया. साथ ही पोल्काडॉट का दाम 2.47 फीसदी की गिरावट के साथ 1,145.80 रुपये पर, एक्सआरपी 2.44 फीसदी की गिरावट के साथ 48.29 रुपये, जबकि कार्डानो का भाव 1.87 फीसदी कम होकर 63.0999 रुपये रह गया.
शीबा इनु से लाइटक्वाइन भी नहीं बच सके
बाकी तमाम क्रिप्टोकरंसी में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है. शनिवार को आई गिरावट के बीच शीबा इनु क्वाइन का भाव 1.35 फीसदी की गिरावट के साथ 0.001610 रुपये Bitcoin में निवेश क्यों करना चाहिए पर आ गया था. वहीं लाइटक्वाइन की बात करें तो इसके दाम में 0.81 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह फिसलकर 7,831.69 रुपये पर पहुंच गया.
विशेषज्ञों की सलाह
क्रिप्टो मार्केट की समझ रखने वालों का कहना है कि लोगों के देखा-देखी निवेश करने के बजाय जहां पैसा लगा रहे हैं वहां रिस्क-रिवार्ड रेशियो पहले देखना चाहिए. क्रिप्टो करेंसी जैसे रिस्की निवेश में काफी सोच-समझ कर ही पैसा लगाना चाहिए. अगर आप पैसा लगा ही रहे हैं तो इसमें अपनी पूंजी का छोटा सा हिस्सा ही निवेश करें. सिर्फ उतना ही पैसा लगाए कि अगर वो खो भी जाए तो आपको ज्यादा परेशानी न हो. साथ ही पूरे पोर्टफोलियों में विविधता रखें. क्रिप्टो जैसे एसेट में अपनी पूंजी की 10 परसेंट से कम हिस्सा ही निवेश करना सही रणनीति रहेगी.
ये भी पढ़ें
Published at : 08 May 2022 09:50 AM (IST) Tags: Money Investment market profit loss crypto हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
संभलकर करें क्रिप्टो करेंसी में निवेश, यहां कोई सुनवाई नहीं होती
पानीपत के सीए की सलाह पूरी राशि इस करेंसी में निवेश न करें। नियंत्रण करने के लिए कोई संस्था नहीं है। एक बार पैसा डूबने लगा तो डूबा जाएगा। कीमत चढ़ी तो बढ़ती जाएगी। तीस प्रतिशत लगता है टैक्स। ट्रांसफर पर एक प्रतिशत टीडीएस भी लगेगा।
पानीपत, जागरण संवाददाता। बिटक्वाइन। नाम तो सुना ही होगा। ऐसी डिजिटल करेंसी, जिसने पूरी दुनिया को अपना मुरीद बना लिया। सबसे ज्यादा कीमत की हो चुकी है ये क्रिप्टो करेंसी। इस वजह से इस तरह की क्रिप्टो करेंसी की बाढ़ सी आई। ये सही है कि डिजिटल करेंसी का जमाना आने वाला है लेकिन अगर आप असावधान रहे। लालच में रहे तो बड़ा नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। पानीपत के चार्टर्ड एकाउंटेंट कहते हैं कि इस करेंसी में निवेश करते हुए अलर्ट रहें। अगर निवेश ही करना है प्राथमिकता में इस करेंसी को नहीं रखें।
क्या होती है क्रिप्टो करेंसी
ये डिजिटल करेंसी सुपर कंप्यूटर या यूं कहें कि बड़े कंप्यूटर पर बनती है। एलगोरिदम पर आधारित होती है। इसे माइनिंग कहा जाता है। डिजिटल करेंसी को क्रिप्टो करेंसी कहा जाता है। इस तरह करीब चार से पांच हजार तक करेंसी बाजार में हैं। ये सब वर्चुअल होती है। यानी आप इन्हें छू नहीं सकते। मोबाइल या कंप्यूटर में एक डाटा की तरह होती है। इसका लेनदेन कर सकते हैं। यह ब्लाकचेन से काम करती है। सुपर कंप्यूटर की निगरानी रहती है। इसे हैक करना मुश्किल होता है।
क्यों है खतरे भरी
अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करते हैं तो उस पर नियंत्रण होता है। शेयर के बढ़ने और घटने पर नियंत्रण लगाया जा सकता है। क्रिप्टो करेंसी कोई संस्था नियंत्रण नहीं करती। न तो इस पर आरबीआइ का नियंत्रण है और न ही सेबी या किसी अन्य संस्था। भारत के बाहर इनका सर्वर है। अगर आप पासवर्ड भी भूल गए तो फंस सकते हैं। अगर करेंसी नीचे गिरती गई तो इसकी Bitcoin में निवेश क्यों करना चाहिए Bitcoin में निवेश क्यों करना चाहिए कोई सीमा नहीं है। अगर चढ़ती गई तो उसकी भी कोई सीमा नहीं है।
तीस प्रतिशत लगता है टैक्स
वेल्थ मंत्रा कंसलटेंट प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक सीए रवींद्र ने जागरण को बताया कि इस करेंसी में निवेश संभल कर करना चाहिए। एक साथ पूरा पैसा न लगाएं। पहले इसे समझें। यह देखें कि कौन सी करेंसी अच्छा फायदा दे रही है। किसी में ज्यादा गिरावट तो देखने को नहीं मिलती। इस पर तीस प्रतिशत टैक्स लगता है। एक अप्रैल से इसे लागू कर दिया गया है। इसके ट्रांसफर पर भी एक प्रतिशत टीडीएस देना होगा।
भारत में Bitcoin का फ्यूचर क्या है | Future of Bitcoin in India in Hindi
इस आर्टिकल हम जानेगे की bitcoin या यु कहो की क्रिप्टो करेंसी का भारत में क्या भविष्य है और भारत सरकार ,इस क्रिप्टो करेंसी को कब लागु करेगी तो क्या bitcoin सुरक्षित है क्या हमें bitcoin में निवेश करना चाहिए इन तमाम सवालो के जवाब हमने इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है तो आइये जानते है भारत में Bitcoin का फ्यूचर क्या है.
Table of Contents
भारत में Bitcoin का फ्यूचर क्या है (Future of Bitcoin in India in Hindi)
दोस्तों भारत में अभी पूरी तरह क्रिप्टो को रेगुलेट नहीं किया गया है जब तक सरकार क्रिप्टो को लेकर कोई बिल पास नहीं करेगी और क्रिप्टो को लेकर कोई कानून नहीं बनाएगी तब तक bitcoin जैसे अन्य क्रिप्टो करेंसी भारत में लागु नहीं हो सकती है ,भारत सरकार क्रिप्टो करेंसी को लेकर काफी समय से विचार विमर्श कर रही है विशेषज्ञ की माने तो क्रिप्टो निवेश की द्रष्टि से इन्वेस्टर को फ़ायदा का सौदा साबित हो सकता है और अभी भारत में क्रिप्टो इन्वेस्टर की संख्या करोड़ो में है चुकी पूरी दुनिया में क्रिप्टो करेंसी यानि की bitcoin को Transaction और अन्य कामो के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.
भारत सरकार bitcoin को लागु क्यों नहीं कर रही :
भारत सरकार जब तक क्रिप्टो पर कोई कानून नहीं लती तब तक क्रिप्टो करेंसी भारत में लागु नहीं हो सकती क्योकि क्रिप्टो decentralize करेंसी है और इस करेंसी पर सरकार का कोई कण्ट्रोल नही होता है इस पर सरकार क्रिप्टो को लाने के पहले इसके भविष्य में होने वाले इस्तेमाल को लेकर विचार विमर्श करेगी तभी इसे पूरी तरह लागु करेगी.
क्या bitcoin सुरक्षित है :
bitcoin एक क्रिप्टो करेंसी है ना इसे छु सकते है ना ही देख सकते है यह एक डिजिटल करेंसी है यह नोट और सिक्के की तरह सॉलिड नहीं है बात करे bitcoin यानी की क्रिप्टो सुरक्षित है या नहीं तो आपको बता दे की क्रिप्टो का इस्तेमाल अन्य कई देशो में किया जा रहा है लेकिन देख जाये तो क्रिप्टो का इस्तेमाल गलत कामो के लिए इस्तेमाल किया जाता है और अच्छे कामो के लिए भी स्तेमाल किया जाता है और क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित माना गया है अगर कोई भी सरकार इस पर rules and regulation लाती है तो यह करेंसी सुरक्षित मानी जाएगी.
क्या है bitcoin की future value :
दोस्तों जब 2009 में क्रिप्टो करेंसी को लांच किया गया था तब इसकी किम्मत लगभग जीरो थी फिर इसकी किम्मत धीरे धीरे बढती गयी और आज 2021 और 2022 में 1 bitcoin की किम्मत लगभग 40 लाख के ऊपर है इसकी प्राइस वैल्यू कम ज्यादा होते रहती है लेकिन अगर इसके भविष्य की बात करे तो विशेषज्ञों का मानना है क्रिप्टोकरेंसी यानी की bitcoin की किम्मत बड़ने वाली है
क्रिप्टो करेंसी की इस दुनिया में कोई भी क्रिप्टो करेंसी उछाल ले सकती है जैसे की आपने देखा होगा दुनिया के सबसे आमिर इन्सान एलोन मस्क ने अपने ट्विटर अकाउंट में dogecoin का जिक्र किया तो बड़े बड़े इन्वेस्टर ने dogecoin में निवेश किया थे वैसे ही कोई भी क्रिप्टो करेंसी की किम्मत बड और घट सकती है.
क्या हमें bitcoin में निवेश करना चाहिए :
दोस्तों इस पूरी दुनिया में लगभग 5000 क्रिप्टो करेंसी है और करोडो लोग कोई ना कोई क्रिप्टो में कर रहे होते है क्रिप्टोकरेंसी में कुछ टॉप क्रिप्टोकरेंसी है जिनमे -bitcoin ,Ethereum ,cardano , binance , tether ,जैसे क्रिप्टो में लोग ज्यादा निवेश कर रहे है विशेषज्ञ की माने तो निवेशको में वैल्यू करेंसी में इन्वेस्ट करना चाहिए क्योकि यहाँ वोलाटिलिटी कम होती है जिससे निवेश को ज्यादा सुरक्षित माना जाता है हमारी राय यही होगी की आप bitcoin और Ethereum जैसे क्रिप्टो में निवेश कर सकते है कोशिस करे की जब क्रिप्टो की वैल्यू कम हो तब आपको निवेश करना सही रहेगा.
बिटकॉइन इतना महंगा क्यों है :
बिटकॉइन की किम्मत अभी 40 लाख के ऊपर है और अभी बिटकॉइन में गिरावट आई है क्योकि इसकी डिमांड कम हो गयी थी जैसे ही इसकी demand बढती है इसकी प्राइस भी बढती है जैसे आप जानते है बिजनेस में demand बढती है तो supply भी बढती है लेकिन बिटकॉइन के पुरे समय की बात करे तो इसकी demand बड़ी है क्योकि जब बिटकॉइन आया था तब इसकी किम्मत लगभग जीरो थी और आज 13 साल बाद 1 बिटकॉइन की किम्मत 40 लाख के पार पहुच चुकी है
यह ब्लाक चैन पर आधारित है जिसकी आने वाले समय में demand बहुत ज्यादा होने वाली है इसका उपयोग गलत कामो और अच्छे कामो में भी किया जाता है क्योकि इसका इस्तेमाल ब्लैकमनी, हवाला, ड्रग्स की खरीद-बिक्री, टैक्स चोरी और आतंकी गतिविधियों किया जाता है एसी बाते सुनने में आती रहती है अगर दुनिया के सारे transaction बिटकॉइन से होने लगे तो फ्यूचर में इसकी किम्मत करोड़ो में होगी.
Q : इंडिया की क्रिप्टो करेंसी कौन सी है?
Ans : इंडिया की कोई स्पेसिफिक क्रिप्टो करेंसी नहीं है
Q : कौन सी क्रिप्टोकरेंसी खरीदनी चाहिए?
Ans : जैसे की आप जानते है क्रिप्टोकरेंसी ने टॉप बिटकॉइन करेंसी ही है इसके साथ एथेरियम करेंसी भी दुसरे नंबर पर आती है ये 2 करेंसी में आप निवेश कर सकते है क्योकि इसकी demand फ्यूचर में बड़ने वाली है.
Q : सबसे सस्ती क्रिप्टो करेंसी कौन सी है?
Ans : सबसे सस्ती क्रिप्टो करेंसी शिबा इनु है जिसकी प्राइस अभी 0.002 है एक शिबा इनु की किम्मत है
Q : बिटकॉइन का मालिक कौन है?
Ans : बिटकॉइन का मालिक नहीं है यह ब्लाकचैन पर आधारित एक करेंसी है
Q : बिटकॉइन कौन से देश का है?
Ans : बिटकॉइन जापान की करेंसी है
Q : भारत में कितने क्रिप्टोकरेंसी निवेशक है?
Ans : भारत में अभी 10 करोड़ भारतीय निवेशक है जो क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट किया है
बिटकॉइन, डॉजकॉइन, इथेरियम सब धड़ाम; जानें वजह, अब क्या करें निवेशक?
जानकारों के मुताबिक, यह एक हेल्दी करेक्शन हो सकता है और निवेश के लिए अच्छा मौका बन सकता है.
क्रिप्टो बाजार की हलचल ने एक बार फिर निवेशकों को हैरान कर दिया है. बुधवार को सभी क्रिप्टो करेंसी के भाव में बड़ी गिरावट को देखने को मिली. बिटकॉइन, इथेरियम टूटकर अपने कुछ महीनों के न्यूनतम स्तरों पर पहुंच गए हैं. हालांकि, मार्केट अब थोड़ा संभला है, निवेशकों का चिंतित होना स्वाभाविक है. आइए नजर डालते हैं गिरावट की वजहों पर और समझते हैं निवेशकों को क्या रणनीति अपनानी चाहिए.
रॉयटर्स के मुताबिक, बीते दिन एक समय पर क्रिप्टोकरेंसी बाजार का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर के करीब नीचे जा चुका था.
जनवरी के स्तर पर पहुंच गया था बिटकॉइन:
क्रिप्टो बाजार की बड़ी हलचल से बिटकॉइन अछूता नहीं रहा. बीते 24 घंटों में ही करीब 30% गिरकर बिटकॉइन एक समय 30,681 डॉलर तक पहुंच गया था. यह इस साल जनवरी के बाद का न्यूनतम स्तर है. बिटकॉइन के शिखर स्तर 64,800 डॉलर से तुलना करे तो यह करीब 55% की गिरावट है. बता दें कि फरवरी में जब टेस्ला द्वारा बिटकॉइन में निवेश की बात सामने आई थी, उस समय इसकी कीमत करीब 38,000 डॉलर थी. बिटकॉइन गिरकर इस स्तर से भी काफी नीचे पहुंच गया था.
बिटकॉइन पर क्यों है बवाल, समझिए क्यों बंटी दुनिया?
मस्क के ट्वीट ने दी थोड़ी राहत:
20 मई को सुबह 7 बजे तक, बिटकॉइन थोड़ा संभलते हुए 37,200 के करीब व्यापार कर रहा है. यह पिछले 24 घंटों में करीब 15% की कमजोरी है. बिटकॉइन की कीमत में इस मामूली रिकवरी की वजह एलन मस्क के ट्वीट को बताया जा रहा है. मस्क ने बुधवार की रात ‘टेस्ला एक पास है- और एक डायमंड इमोजी’ ट्वीट किया थी. इस ट्वीट के बाद बिटकॉइन में खरीदारी बढ़ी और यह करेंसी दिन के न्यूनतम से करीब 20% चढ़ी.
इथेरियम, बाइनेंस कॉइन का भी यही हाल:
बिटकॉइन के अलावा अन्य प्रचलित क्रिप्टो करेंसी जैसे इथेरियम, बाइनेंस कॉइन और डॉजकॉइन, इत्यादि भी बड़ी गिरावट के साथ व्यापार कर रहे हैं. इथेरियम अपने शिखर स्तर 4,362 डॉलर की तुलना में करीब 36% नीचे रहते हुए 2,850 डॉलर पर व्यापार कर रहा है. इसी तरह बाइनेंस कॉइन भी बीते 24 घंटों में करीब 30% टूटा है. Dogecoin का भाव 0.34 डॉलर है जो कि करेंसी के सर्वोच्च स्तर से करीब 55% की गिरावट है.
बिटकॉइन Vs इथेरियम Vs निफ्टी: कहां मिल रहा ज्यादा मुनाफा?
इस गिरावट के पीछे कई वजहें:
क्रिप्टो बाजार में इस बड़ी बिकवाली के पीछे कई अहम फैक्टर हैं.
मार्केट में वर्तमान कमजोरी की सबसे बड़ी वजह चीन में क्रिप्टोकरेंसी संबंधी नए प्रतिबंध हैं. चीन ने वित्तीय संस्थाओं और भुगतान कंपनियों के क्रिप्टो संबंधी सुविधा देने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. ऑर्डर में स्पेकुलेटिव क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर भी निवेशकों को चेताया गया है. इसके साथ ही इशारा किया गया है कि वर्चुअल करेंसी की अपनी कोई रियल वैल्यू नहीं होती. डर यह भी है कि अन्य देश भी चीन से सीख लेकर इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं.
टेस्ला ने हाल में बिटकॉइन को भुगतान के तौर स्वीकार करने का अपना फैसला वापस ले लिया था. टेस्ला ने बिटकॉइन के इको फ्रेंडली न होने को इसकी वजह बताया था. इसके बाद क्रिप्टो बाजार में बड़ी हलचल हुई थी. चर्चा यह भी थी टेस्ला ने अपनी क्रिप्टो होल्डिंग्स बेच दी है. हालांकि, इन अटकलों को खारिज किया गया था. क्रिप्टो बाजार में इस कारण बड़ी प्रॉफिट बुकिंग देखी गई थी.
बीते महीनों के क्रिप्टो बाजार में बेतहाशा तेजी ने इस मार्केट के ओवर वैल्यूएशन के संकेत दिए थे. ऐसे में नेगेटिव सेंटीमेंट के समय निवेशकों द्वारा बड़ी प्रॉफिट बुकिंग देखी जा रही है. क्रिप्टो मार्केट में इस वर्ष टेस्ला के निवेश समेत अनेक कारणों से रूचि बढ़ी, जिससे यह चढ़ा था.
टेक्निकल फैक्टर का भी इस बड़े सेल-ऑफ (बिक्री) में Bitcoin में निवेश क्यों करना चाहिए बड़ा योगदान रहा. बिटकॉइन ट्रेड के दौरान अपने 200 दिन के मूविंग एवरेज के नीचे आ गया था. इस टेक्निकल इंडिकेटर को काफी अहम माना जाता है.
क्रिप्टो बाजार के इस क्रैश का असर क्रिप्टो ट्रेडिंग एक्सचेंज coinbase के शेयर पर भी पड़ा. बाजार बंद होते समय यह शेयर करीब 6% नीचे रहा.
Cryptocurrency पर बड़ी खबर- बैन पर नरम पड़ सकती है सरकार? RBI और SEBI के बीच रेगुलेट करने पर चर्चा: सूत्र
Cryptocurrency latest news: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों के लिए राहत की खबर है. सूत्रों की मानें तो जल्द ही इसके फ्रेमवर्क पर आखिरी फैसला हो सकता है और नियमों में ढील दी जा सकती है.
Cryptocurrency latest news: भारत में क्रिप्टोकरेंसी कानूनी तौर पर मान्य नहीं है. लेकिन ये गैरकानूनी भी नहीं है. इसमें पैसा लगाने वालों के हितों का ख्याल रखने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. सरकार इसके लिए फ्रेमवर्क तैयार कर रही है. क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक डिजिटल करेंसी होती है. इसका कोई रेगुलेटर नहीं है और अभी तक किसी देश में इसे कोई कंट्रोल नहीं करता. साल 2009 में शुरू होने के बाद अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से इनकी कीमतों में बड़ी तेजी देखने को मिली है.
पूरी तरह से बैन नहीं होगी क्रिप्टोकरेंसी?
पिछले काफी समय से यह सवाल उठ रहा है कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का भविष्य क्या है? इस बीच खबर आ रही है कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अपना रुख नरम कर सकती है. सूत्रों की मानें तो भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह से बैन में थोड़ी नरमी दी जा सकती है. ज़ी बिज़नेस चैनल को एजेंसी के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, सरकारी सूत्रों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी की परिभाषा पर RBI, SEBI में सहमति नहीं बनी है.
क्रिप्टोकरेंसी पर RBI और SEBI का नजरिया अलग
Cryptocurrency को RBI एसेट मानने को तैयार नहीं है. वहीं, SEBI भी इसे कमोडिटी नहीं मानता. दरअसल, सरकार चाहती है कि क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाने वालों के लिए रेगुलेशन बनने चाहिए. इसके फ्रेमवर्क पर भी काम चल रहा है. चर्चा है कि RBI और SEBI मिलकर क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े नियम तैयार कर रहे हैं और दोनों ही क्रिप्टो को रेगुलेट करेंगे.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
सरकार करेगी आखिरी फैसला
क्रिप्टोकरेंसी के कानून (Law on Cryptocurrency) पर आखिरी फैसला सरकार को करना है. लेकिन, इसका फ्रेमवर्क क्या होगा और किस तरह से इसे रेगुलेट किया जाएगा, इस पर अभी सफाई नहीं है. सूत्रों की मानें तो बजट 2022 में इसे रेगुलेट करने के लिए कानून लाया जा सकता है. अगर ऐसा होता है तो क्रिप्टोकरेंसी में निवेश (Cryptocurrency Investment) करने वालों को उनका पैसा डूबने का खतरा नहीं होगा. बता दें, RBI ने अगस्त 2021 की अपनी मॉनटरी पॉलिसी के दौरान यह इशारा दिया था कि RBI अपनी डिजिटल करेंसी पर भी काम कर रहा है और साल के अंत तक इसका मसौदा तैयार हो सकता है. RBI Governor शक्तिकांता दास ने कहा कि डिजिटल करेंसी का मॉडल साल के अंत तक आ जाएगा.
टेक्नोलॉजी और डिस्ट्रीब्यूशन पर चल रहा है काम
डिजिटल करेंसी (Indian Digital Currency) की टेक्नोलॉजी और डिस्ट्रीब्यूशन पर काम चल रहा है. ये कैसे काम करेगी इसका फ्रेमवर्क भी तैयार हो रहा है. RBI के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने विधि सेंटर फॉर लीगल पॉलिसी के वेबिनार में कहा था कि भारत को भी डिजिटल करेंसी की जरूरत है. यह बिटकॉइन जैसी प्राइवेट वर्चुअल करेंसी यानी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से होने वाले नुकसान से बचाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि रिजर्व बैंक इस पर काम कर रहा है. RBI ने साफ कर दिया है कि प्राइवेट वर्चुअल करेंसी को लेकर उसने सरकार को अपनी चिंताएं बता दी हैं.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 126