परिभाषा - डेटा एक्सेस क्या है? हिंदी में

डेटा एक्सेस एक सामान्य शब्द है जो एक ऐसी प्रक्रिया का उल्लेख करता है जिसमें आईटी-विशिष्ट अर्थ(IT-specific meaning) होता हैं जिसमें व्यापक कानूनी और / या राजनीतिक अर्थों में एक्सेस अधिकार(Access rights ) शामिल होते हैं।

डेटा एक्सेस एक डेटाबेस या अन्य रिपॉजिटरी में संग्रहीत डेटा को एक्सेस या पुनर्प्राप्त करने के लिए उपयोगकर्ता की क्षमता को संदर्भित करता है। जिन उपयोगकर्ताओं के पास डेटा एक्सेस(Data Access) है, वे संग्रहीत डेटा(Data Storage) को स्टोर, पुनर्प्राप्त, स्थानांतरित(Recover, move) या हेरफेर कर सकते हैं, जिसे हार्ड ड्राइव और बाहरी उपकरणों की एक विस्तृत श्रृंखला(Wide range) पर संग्रहीत(Storage) किया जा सकता है।

परिभाषा - डेटा एक्सेस क्या है? हिंदी बाहरी बार का क्या अर्थ है? में [Definition - What is data access? in Hindi]

डेटा एक्सेस ऑन-डिमांड, आईटी सिस्टम से डेटा को पुनः प्राप्त करने, संशोधित(Edit) करने, कॉपी करने या स्थानांतरित(Transfer) करने की अधिकृत क्षमता(Authorized capacity) है। डेटा एक्सेस वह साधन है जिसके द्वारा उपयोगकर्ता डेटा के कब्जे(Possession) में संगठन द्वारा अनुमोदित एक प्रामाणिक तरीके से, इस डेटा और इसके स्थान पर पहुंच सकते हैं।परिभाषा - रेस्ट प्रोटेक्शन (DARP) में डेटा क्या है? हिंदी में [Definition - What is Data At Rest Protection (DARP)? in Hindi]

डेटा एक्सेस के दो प्रकार क्या हैं? [What are the two types of data access? in Hindi]

संग्रहीत डेटा(Storage Access) तक पहुंचने के दो तरीके हैं: यादृच्छिक अभिगम और अनुक्रमिक पहुंच(Random Access and Sequential Access). अनुक्रमिक विधि(Sequential method) में डेटा स्थित होने तक एक सीक ऑपरेशन का उपयोग करके डिस्क के भीतर ले जाने के लिए जानकारी की आवश्यकता होती है। अनुरोधित डेटा(Requested data) मिलने तक डेटा के प्रत्येक खंड को एक के बाद एक पढ़ना पड़ता है। डेटा को पढ़ना बेतरतीब ढंग से डिस्क पर कहीं भी डेटा को संग्रहीत या पुनर्प्राप्त करने की अनुमति देता है, और डेटा निरंतर समय में एक्सेस किया जाता है।

परिभाषा - डेटा एक्सेस क्या है? हिंदी में [Definition - What is data access? in Hindi]

अक्सर रैंडम एक्सेस का उपयोग करते समय, डेटा को कई भागों या टुकड़ों में विभाजित किया जाता है और डिस्क पर यादृच्छिक रूप(Random form) से कहीं भी स्थित होता है। अनुक्रमिक फ़ाइलें(Sequential files) आमतौर पर लोड करने और पुनर्प्राप्त करने(To recover) के लिए तेज़ होती हैं क्योंकि उन्हें कम शोध कार्यों(Research work) की आवश्यकता होती है।परिभाषा - डायरेक्ट अटैच्ड स्टोरेज (DAS) क्या है? हिंदी में [Definition - What is Direct Attached Storage (DAS)? in Hindi]

फ़ाइलों तक पहुँचने के लिए तीन तरीके क्या हैं? [What are three ways to access files? in बाहरी बार का क्या अर्थ है? Hindi]

कंप्यूटर सिस्टम में एक फ़ाइल तक पहुंचने के तीन तरीके हैं: अनुक्रमिक-एक्सेस, डायरेक्ट एक्सेस, इंडेक्स अनुक्रमिक विधि(Sequential-access, direct access, index sequential method)। यह सबसे सरल पहुंच विधि(Access method) है। फ़ाइल में सूचना क्रम(Notification sequence ) में एक के बाद एक रिकॉर्ड संसाधित(Record Edit) की जाती है।

इसरो ने लॉन्च किए 36 वनवेब सैटेलाइट, सबसे भारी LVM-3 रॉकेट के जरिए पहली बार हुई लॉन्चिंग

बता दें कि इसरो और वाणिज्यिक इकाई न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) द्वारा श्रीहरिकोटा स्थित प्रक्षेपण केंद्र से इन सैटेलाइट की लॉन्चिंग की गई है। LVM3 रॉकेट के जरिये हुआ पहला लॉन्चिंग अभियान है।

LVM3 रॉकेट के जरिये हुआ पहला लॉन्चिंग अभियान

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान बाहरी बार का क्या अर्थ है? संगठन (इसरो) ने कहा कि वनवेब द्वारा विकसित 36 ब्रॉडबैंड सैटेलाइट का एक ग्रुप रविवार को लो अर्थ ऑर्बिट में सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया है। इस लॉन्चिंग को सबसे भारी LVM3 रॉकेट के जरिए किया गया है। हालांकि अब रॉकेट का नाम बदलकर LVM3-M2 किया गया है। इन सभी सैटेलाइट्स को सफलतापूर्वक पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित किया गया है।

बता दें कि इसरो और वाणिज्यिक इकाई न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) द्वारा श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इन सैटेलाइट की लॉन्चिंग की गई है। LVM3 रॉकेट के जरिये हुआ पहला लॉन्चिंग अभियान है। वनवेब ने कहा कि यह इस साल का दूसरा और अब तक का 14वां लॉन्च है। इसरो के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग सचिव सोमनाथ बाहरी बार का क्या अर्थ है? एस ने इस लॉन्चिंग को देश और भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए ऐतिहासिक घटना बताया है।

लंदन स्थित उपग्रह संचार कंपनी नेटवर्क एक्सेस एसोसिएटेड लिमिटेड (वनवेब) ने इस लॉन्चिंग के बाद जानकारी देते हुए कहा कि इसरो और NSIL के साथ उसकी साझेदारी से 2023 तक पूरे भारत में कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी। जिसमें लद्दाख से कन्याकुमारी और गुजरात से अरुणाचल प्रदेश तक पहुंच शामिल है। कंपनी ने कहा कि वनवेब न केवल उद्यमों के लिए बल्कि उद्यमों के साथ-साथ गांवों, नगर पालिकाओं और स्कूलों के साथ-साथ देश के सुदूर क्षेत्रों तक सुरक्षित समाधान मुहैया कराएगा।

वनवेब के अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल ने कहा इस लॉन्चिंग के साथ ही धरती की निचली कक्षा में 648 उपग्रहों का बेड़ा तैयार करने की कंपनी की योजना का 70 फीसदी यानी 462 उपग्रह का समूह पूरा हो जाएगा। केवल चार और लॉन्च के साथ ही यह बेड़ा दुनियाभर में उच्च गति वाली तेज कनेक्विटी प्रदान करने लगेगा।

वनवेब को छह लॉन्च की आवश्यकता थी जो यूक्रेन और रूस जंग की स्थिति के कारण विलंबित हो गए। हमने कुछ अन्य मिशनों को आगे-पीछे किया तब जाकर प्राथमिकता के आधार पर दो लॉन्च किए गए। उन्होंने कहा कि इन सैटेलाइट से देश के उन हिस्सों में ही इंटरनेट पहुंचाया जा सकेगा, जहां कनेक्टिविटी पहुंचाना संभव नहीं है।

वनवेब ने इस लॉन्चिंग के लिए 1000 करोड़ रुपये से अधिक का सौदा किया था और एक और GSLV को अगले साल जनवरी में लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। कंपनी ने कहा, भारत में कनेक्टिविटी बढ़ाने की वनवेब की प्रतिबद्धता को भारती ग्लोबल का समर्थन प्राप्त है, जो इसकी सबसे बड़ी निवेशक है।

विस्तार

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा कि वनवेब द्वारा विकसित 36 ब्रॉडबैंड सैटेलाइट का एक ग्रुप रविवार को लो अर्थ ऑर्बिट में सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया है। इस लॉन्चिंग को सबसे भारी LVM3 रॉकेट के जरिए किया गया है। हालांकि अब रॉकेट का नाम बाहरी बार का क्या अर्थ है? बदलकर LVM3-M2 किया गया है। इन सभी सैटेलाइट्स को सफलतापूर्वक पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित किया गया है।

बता दें कि इसरो और वाणिज्यिक इकाई न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) द्वारा श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इन सैटेलाइट की लॉन्चिंग की गई है। LVM3 रॉकेट के जरिये हुआ पहला लॉन्चिंग अभियान है। वनवेब ने कहा कि यह इस साल का दूसरा और अब तक का 14वां लॉन्च है। इसरो के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग सचिव सोमनाथ एस ने इस लॉन्चिंग को देश और भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए ऐतिहासिक घटना बताया है।

लंदन स्थित उपग्रह संचार कंपनी नेटवर्क एक्सेस एसोसिएटेड लिमिटेड (वनवेब) ने इस लॉन्चिंग के बाद जानकारी देते हुए कहा कि इसरो और NSIL के साथ उसकी साझेदारी से 2023 तक पूरे भारत में कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी। जिसमें लद्दाख से कन्याकुमारी और गुजरात से अरुणाचल प्रदेश तक पहुंच शामिल है। कंपनी ने कहा कि वनवेब न केवल उद्यमों के लिए बल्कि उद्यमों के साथ-साथ गांवों, नगर पालिकाओं और स्कूलों के साथ-साथ देश के सुदूर क्षेत्रों तक सुरक्षित समाधान बाहरी बार का क्या अर्थ है? मुहैया कराएगा।

वनवेब के अध्यक्ष सुनील भारती मित्तल ने कहा इस लॉन्चिंग के साथ ही धरती की निचली कक्षा में 648 उपग्रहों का बेड़ा तैयार करने की कंपनी की योजना का 70 फीसदी यानी 462 बाहरी बार का क्या अर्थ है? उपग्रह का समूह पूरा हो जाएगा। केवल चार और लॉन्च के साथ ही यह बेड़ा दुनियाभर में बाहरी बार का क्या अर्थ है? उच्च गति वाली तेज कनेक्विटी प्रदान करने लगेगा।

वनवेब को छह लॉन्च की आवश्यकता थी जो यूक्रेन और रूस जंग की स्थिति के कारण विलंबित हो गए। हमने कुछ अन्य मिशनों को आगे-पीछे किया तब जाकर प्राथमिकता के आधार पर दो लॉन्च किए गए। उन्होंने कहा कि इन सैटेलाइट से देश के उन हिस्सों में ही इंटरनेट पहुंचाया जा सकेगा, जहां कनेक्टिविटी पहुंचाना संभव नहीं है।

वनवेब ने इस लॉन्चिंग के लिए 1000 करोड़ रुपये से अधिक का सौदा किया था और एक और GSLV को अगले साल जनवरी में लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। कंपनी ने कहा, भारत में कनेक्टिविटी बढ़ाने की वनवेब की प्रतिबद्धता को भारती ग्लोबल का समर्थन प्राप्त है, जो इसकी सबसे बड़ी निवेशक है।

सपनों का सही मतलब या अर्थ क्या होता है, और उसका क्या फल मिलता है

sapne

नोएडा। सपने सभी देखते बाहरी बार का क्या अर्थ है? हैं, लेकिन ये सपने भी दो तरह के होते हैं। एक वो जो हम खुली आंखों से चेतन अवस्था में देखते हैं और उन्हें पाने की कोशिश करते हैं। दूसरा वो जो सोते समय देखते हैं लेकिन उन सपनों को देखने के बाद कई बार घबरा जाते हैं या कई बार हमे उन सपनों का मतलब नहीं पता होता है। लेकिन नींद में दिखाई देने वाले हर सपने का एक ख़ास संकेत होता है, एक ख़ास फल होता है। आज हम जानेंगे उन्ही सपनों के बारे में…

हनुमान जी की शक्ति का रहस्य, बार बार रघुबीर सँभारी। तरकेउ पवनतनय बल भारी।।

hanuman-ji-The Secret of Hanuman ji

यह अद्भुत चौपाई, हनुमान जी की शक्ति के पीछे की शक्ति को प्रकट करती है, यानि भक्ति, शारीरिक शक्ति एवं शांत मन की शक्ति! गोस्वामी तुलसीदास जी यहां हनुमान जी की मन-स्थिति का दर्शन कराते हैं। हनुमान जी को पूर्ण विश्वास था कि उनके सभी कार्यों में उनके पास दिव्य मार्गदर्शन और सुरक्षा है क्योंकि उनके कार्यों का उद्देश्य दूसरों की सेवा कर उनका जीवन आनंददायक बनाना है। ‘बार बार रघुबीर संभारी’, बार-बार श्री राम, हनुमान जी को किसी भी संभावित आपदा से सुरक्षित बाहर निकाल लेते हैं।

‘बार बार रघुबीर संभारी' का अर्थ यह भी है कि श्री राम ने हनुमान जी के शरीर पर हर एक बाल तक की रक्षा की! यह श्री राम के संरक्षण का स्तर था! संस्कृत में ध्वनि 'ल'और 'र' अभेद बताए गए हैं और कई स्थानों पर गूढ़ार्थ प्रगट करने में इस विधि का प्रयोग साहित्य में किया जाता है| रामायण में यह बात आती है की हनुमान जी की पूंछ पर तेल और घी में डूबे कपड़े लपेट कर आग लगाई गई जिसमें समस्त लंका नगरी भस्म हो गई, परंतु, उस भयंकर आग से हनुमान जी की पूंछ के बाल भी नहीं जले! रावण ने हनुमान जी की पूंछ को जलाने का आदेश दिया था। वह हनुमान जी के प्रति अन्याय था, इसलिए हानि रावण की लंका को ही हुई| हनुमान जी अग्नि से सुरक्षित रहे|

हनुमान जी को भरोसा था कि उन्हें प्रभु की कृपा से अन्तः स्फुरण से सही मार्गदर्शन मिलता रहेगा| तो, हनुमान जी के मन में कोई बाधा नहीं थी। उन्होंने सदैव ही लक्ष्य पूर्ति के लिए अपनी पूरी शक्ति लगाई तथा विनम्रता से प्रार्थना भी की और मार्गदर्शन का उपयोग भी कर सके।

Anisha

If one faces failure in some task again and again, should I continue to do the same, or should I drop that?

The Art of Living's Prajna Yoga Seniors (Intuition Process) for 8-18 year olds

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