Commodity Meaning in Hindi
इस Commodity Meaning in Hindi लेख में, हम कमोडिटी मार्केट क्या है और ये कैसे काम करती हैं, इसके बारे में जानेंगे? इसके साथ कमोडिटी ट्रेडिंग क्या है? – साथ यह भी जानेंगे कि कमोडिटी ट्रेडिंग कहाँ की जाती है और आप कमोडिटी मार्केट से कैसे पैसा कमा सकते है।
आपके पास स्टॉक्स, बांड और करेंसी हो सकती है, हालाँकि कमोडिटी फिजिकल एसेट होते है जबकि स्टॉक्स और बांड्स आदि डिजिटल एसेट होते है।
क्या आप जानते हैं कि स्टॉक मार्केट में हम स्टॉक ट्रेडिंग के अलावा कमोडिटी ट्रेडिंग भी कर सकते हैं, बहुत से लोग कभी-कभी भ्रमित होते हैं कि शेयर ट्रेडिंग और कमोडिटी ट्रेडिंग में क्या अंतर है? तो आइए समझे Commodity Meaning in Hindi…
कमोडिटी मार्केट क्या है?
कमोडिटी का मतलब उन चीजों से होता है जो हम दैनिक जीवन में उपयोग करते हैं जैसे एलपीजी, चावल, तेल, सोना या चांदी, आदि। कमोडिटी ट्रेडिंग में कमोडिटी एक्सचेंज के माध्यम से दैनिक उपयोग की वस्तुओं की खरीद और बिक्री की जाती है।
जैसे एल्युमिनियम, तांबा, सीसा, निकल, जस्ता, सोना, चांदी, प्लेटिनम, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, चीनी, काली मिर्च, जौ चीनी, काली मिर्च, जौ, गेहूं, सोयाबीन, धनिया, दालें, जीरा, हल्दी, इलायची, मक्का, कपास, आदि, यह सब कमोडिटी ट्रेडिंग के अंदर आती है।
कमोडिटी की ज्यादातर ट्रेडिंग फ्यूचर डेरिवेटिव्स में होती है, यानी इन कमोडिटीज पर हम अलग-अलग समय अवधि के फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स को खरीद और बेच सकते हैं।
कमोडिटी फ्यूचर्स को शेयर फ्यूचर्स एक बात अलग करती है कि आप 3 महीने तक के स्टॉक कॉन्ट्रैक्ट्स को खरीद या बेच सकते हैं, जबकि कमोडिटी फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स को 6 महीने तक खरीदा या बेचा जा सकता है।
कमोडिटी कैसे काम करती हैं?
शेयर मार्केट की तरह कमोडिटीज भी एक्सचेंज की मदद से ट्रेड करते हैं। यह वह जगह है कमोडिटी एक्सचेंज एक ऐसी जगह है जहां सभी कमोडिटी की ट्रेडिंग की जाती हैं। इसके लिए देश में कई एक्सचेंज सुविधाएं हैं। लेकिन इसमें से ज्यादातर कमोडिटी ट्रेडिंग एमसीएक्स पर की जाती है।
अभी तक आप Commodity Meaning in Hindi समझ गए होंगे, अभी है समझते है कि कमोडिटी कितने प्रकार की होती है?
कमोडिटी कितने प्रकार की होती है?
कमोडिटी दो प्रकार की होती है-
#1 कृषि कमोडिटी :- कृषि कमोडिटी एक ऐसी कमोडिटी है जो सीधे तौर पर कृषि क्षेत्र से संबंधित होती है। जैसे चीनी, काली मिर्च, जौ, गेहूं, सोयाबीन, धनिया, दालें, जीरा, हल्दी, इलायची, मक्का, कपास, कोस्टार बीज आदि।
#2 गैर-कृषि कमोडिटी :- गैर-कृषि कमोडिटी एक ऐसी कमोडिटी है जो कृषि से संबंधित नहीं है लेकिन जिसे दैनिक उपयोग की वस्तु के रूप में उपयोग किया जाता है, ऐसी वस्तुओ को गैर-कृषि कमोडिटी कहा जाता है। जैसे एल्युमिनियम, कॉपर, लेड, निकेल, जिंक, गोल्ड, सिल्वर, प्लेटिनम, क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस आदि।
भारत में कमोडिटी एक्सचेंज कौन – कमोडिटी ट्रेडिंग क्या है? कौन कमोडिटी ट्रेडिंग क्या है? से है?
जैसे स्टॉक एक्सचेंज में शेयरों का कारोबार होता है, वैसे ही कमोडिटी एक्सचेंज में कमोडिटी ट्रेडिंग की जाती है। भारत यह निम्नलिखित कमोडिटी एक्सचेंज है –
- मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स)
- नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स)
- नेशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एनएमसीई)
- इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (आईसीईएक्स)
- ऐस डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (एसीई)
- यूनिवर्सल कमोडिटी एक्सचेंज (यूसीएक्स)
भारत में सबसे सक्रिय कमोडिटी एक्सचेंज कौन – से है?
भारत में कमोडिटी ट्रेडिंग मुख्य रूप से दो कमोडिटी एक्सचेंजों में की जाती है।
#1 एमसीएक्स:- एमसीएक्स एक गैर-कृषि कमोडिटी एक्सचेंज है जो मुख्य रूप से गैर-कृषि वस्तुओं जैसे एल्युमिनियम, कॉपर, लेड, निकेल, जिंक, गोल्ड, सिल्वर, प्लेटिनम, क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस आदि का ट्रेड करता है। ट्रेडेड कमोडिटीज क्रूड ऑयल और गोल्ड हैं।
भारत में गैर-कृषि कमोडिटी ट्रेडिंग का समय सोमवार से शुक्रवार सुबह 10:00 बजे से रात 11:55 बजे तक है।
#2 एनसीडीईएक्स:- एनसीडीईएक्स एक कृषि कमोडिटी एक्सचेंज है जो मुख्य रूप से चीनी, काली मिर्च, जौ, गेहूं, सोयाबीन, धनिया, दालें, जीरा, हल्दी, इलायची, मक्का, कपास, कोस्टार बीज, आदि जैसी कृषि वस्तुओं का व्यापार करता है।
भारत में कृषि कमोडिटी ट्रेडिंग का समय सोमवार से शुक्रवार सुबह 10:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक है।
कमोडिटी ट्रेडिंग में जोखिम
कमोडिटी में ट्रेडिंग, शेयरों में ट्रेडिंग की तुलना में जोखिम भरा है, क्योंकि किसी भी कमोडिटी की कीमत कम अवधि में काफी तेजी से बदल सकती है। क्योंकि कमोडिटी ऐसे उत्पाद हैं जो भौतिक डिमांड – सप्लाई पर आधारित होते हैं।
जैसे कि अगर सऊदी अरब में तेल के साथ कोई समस्या आती है, तो कच्चे तेल की कीमत पर इसका बहुत प्रभाव पड़ सकता है। इसी तरह, यदि भारत में चीनी का उत्पादन घटता है, तो भारतीय कमोडिटी बाजार में चीनी की कीमत तेजी से बढ़ सकती है।
निष्कर्ष
कमोडिटी ट्रेडिंग शेयर ट्रेडिंग से विल्कुल अलग है इसलिए अगर आप कमोडिटी में ट्रेडिंग करना चाहते है तो सबसे पहले कमोडिटी मार्केट को अच्छे से समझ ले उसके बाद ही कमोडिटी ट्रेडिंग में कदम बढ़ाए।
आई होप, आप Commodity Meaning in Hindi लेख कुछ सीकहे होंगे, इसलिए यदि आपके पास Commodity Meaning in Hindi से संबंधित कोई प्रश्न हैं। तो इस पोस्ट के नीचे कमेंट कर सकते हैं। हमें आपकी सहायता करने में प्रसन्नता होगी।
आपके इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो के लिए कितना जरूरी है कमोडिटी, यहां समझें पूरा गणित
कमोडिटी बाजार में एक तो महंगाई से कवर मिलता है. इसके अलावा आपको डायवर्सिफिकेशन मिलेगा और शेयरों-बॉन्ड के झंझटों का कोई असर नहीं होगा.
इन्वेस्टमेंट (Investment) के मामले में पंकज बड़े सीधे से कॉन्सेप्ट पर चलते हैं. पोर्टफोलियो में FD, म्यूचुअल फंड, PPF और स्टॉक्स होने चाहिए. एक दिन उनका कॉन्सेप्ट हिल गया. हुआ यूं कि उनके एक दोस्त ये जानकर हैरान रह गए कि पंकज का कमोडिटीज कमोडिटी ट्रेडिंग क्या है? में कोई निवेश नहीं है. तो क्या कमोडिटीज (Commodities) में भी पैसा लगाना चाहिए था? क्या मैं पैसा बनाने से चूक गया? ये सोचकर पंकज चकराए हुए थे. फिर पंकज ने खुद को तसल्ली दी कि यार कमोडिटीज के बारे में अपन जब कुछ जानते ही नहीं तो पैसा लगाना क्या ही ठीक होता. तब तो पंकज अपने दोस्त के सामने टालमटोल करके निकल गए. लेकिन, बात मन में अटक गई थी. ठान लिया कि गुरु, कमोडिटीज की गुत्थी सुलझा कर ही दम लूंगा. बस शुरू हो गया रिसर्च का दौर.
कमोडिटी कारोबार होता क्या है
पहली बात आई कि आखिर कमोडिटी कारोबार होता क्या है? खंगाला तो पता चला कि कमोडिटीज एक खास एसेट क्लास है. मोटे तौर पर शेयरों या बॉन्ड से इसका कोई रिश्ता नहीं होता. तो इसका क्या फायदा होता है? होता ये है कि कमोडिटीज में पैसा लगा हो तो स्टॉक और बॉन्ड पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करने में मदद मिलती है. आई बात समझ!! ना. पंकज सोच रहे हैं ऐसा कैसे होता है?
महंगाई बढ़ने पर ऊपर जाती हैं कमोडिटीज की कीमतें
तो बात ये है कि इसमें एक तो महंगाई से कवर मिलता है. दूसरा, आपको मिलेगा डायवर्सिफिकेशन. तीसरा, शेयरों और बॉन्ड के झंझटों का कोई असर नहीं. है ना फायदे की बात. पंकज सोच में पड़ गए कि यार कमोडिटीज में निवेश मंहगाई से कैसे बचाता है. मसला जटिल नहीं है. ऐसा होता है कि जब महंगाई बढ़ती है तो कमोडिटीज की कीमतें ऊपर जाती हैं. इससे शेयर बाजार पर प्रेशर पड़ता है. दूसरी तरफ, महंगाई न बढ़े तो मार्केट और बॉन्ड बाजार बढ़िया परफॉर्मेंस करते हैं. ये तो बात आ गई समझ. अब पंकज के दिमाग में बड़ा सवाल ये आया कि आखिर कमोडिटीज में भी कहां लगाया जाए पैसा? तो ऐसा है कि गोल्ड एक सेफ एसेट के तौर पर मशहूर है. उथल-पुथल वाले हालात में ये खूब कमाई कराता है. और महंगाई बढ़ी तो हो गई बल्ले-बल्ले. क्योंकि कमोडिटी ट्रेडिंग क्या है? तब तो गोल्ड और ऊपर भागता है.
एग्री कमोडिटीज में पैसा लगा सकते हैं छोटे निवेशक
अब पंकज सोच रहे हैं कि क्या गोल्ड में पैसा लगाना सही होगा? अब उन्होंने ली एक्सपर्ट एडवाइज. तो मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट नवनीत दमानी कहते हैं कि आप एक्सचेंज पर ट्रेडिंग कर सकते हैं या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं. आप ETF या डिजिटिल गोल्ड के जरिए भी निवेश कर सकते हैं. दाम गिरें तो खरीद लीजिए. छोटे निवेशक एग्री कमोडिटीज में भी पैसा लगा सकते हैं.
पंकज सोच रहे हैं इनमें क्या आता है. अरे भाई… तिलहन, वनस्पति तेल, मसाले, दाल, अनाज में होती है ट्रेडिंग. एग्रीकल्चर कमोडिटीज को MCX और NCDEX पर लिस्ट किया जाता है. इनवेस्टोग्राफी की फाउंडर और CFP श्वेता जैन कहती हैं, ‘छोटे निवेशक अपने एसेट का 10 फीसद हिस्सा गोल्ड और सिल्वर में रख सकते हैं. निवेशकों को हमेशा अपने टारगेट पर चलना चाहिए.
Stock Market Holiday: आज शेयर मार्केट में छुट्टी! BSE और NSE में नहीं होगा कारोबार, कमोडिटी और फॉरेक्स मार्केट भी रहेगा बंद
Stock Market: मंगलवार को शेयर मार्केट (Share Market Holiday) में नॉर्मल दिनों की तरह की ट्रेडिंग हुई. इस दिन वैश्विक संकेतों के कारण शेयर मार्केट में गिरावट दर्ज की गई.
By: ABP Live | Updated at : 26 Oct 2022 11:02 AM (IST)
शेयर मार्केट में छुट्टी
Share Market Holiday: भारत में दिवाली का सीजन चल रहा है. आज त्योहारी सीजन के बीच बुधवार यानी 26 अक्टूबर 2022 को शेयर मार्केट बंद रहेंगे. आज दिवाली बलिप्रतिपदा (Diwali Balipratipada) के मौके पर शेयर मार्केट में अवकाश रहेगा. आज के दिन देश को प्रमुख शेयर मार्केट बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर ट्रेडिंग पूरी तरह से बंद रहेगा. BSE और NSE के अलावा आज के दिन करेंसी मार्केट और कमोडिटी मार्केट में भी सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक अवकाश रहेगा, लेकिन 5 बजे के बाद से 11:30 यह दोनों बंद रहेगा. आपको बता दें कि हिंदू कैलेंडर की कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष तिथि को गोवर्धन पूजन किया जाता है. इस बार सूर्य ग्रहण के कारण भैया दूज (Bhai Dooj 2022) का त्योहार 26 और 27 अक्टूबर दोनों ही दिन मनाया जा रहा है.
शेयर मार्केट की अगली छुट्टी कब है?
गौरतलब है कि इससे पहले शेयर मार्केट 24 अक्टूबर 2022 दिवाली के दिन भी बंद था. उस दिन शाम 6.15 मिनट से 7.15 के बीच स्पेशल मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) का आयोजन किया गया था. BSE की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार अब शेयर मार्केट में अगली छुट्टी 8 नवंबर 2022 को रहेगी. इस दिन इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और SLB सेगमेंट में किसी तरह का कामकाज नहीं होगा.
मंगलवार को क्या रहा मार्केट का हाल
आपको बता दें कि इससे पहले मंगलवार को शेयर मार्केट (Share Market Holiday) में नॉर्मल दिनों की तरह की ट्रेडिंग हुई. इस दिन वैश्विक संकेतों के कारण शेयर मार्केट में गिरावट दर्ज की गई. कल यानी 25 अक्टूबर 2022 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE में 287.70 अंकों की गिरावट दर्ज की गई. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी NIFTY भी 75 अंकों की गिरावट के साथ 17,656 के लेवल पर बंद हुआ है. इसके साथ ही एशियाई बाजारों में बी कल गिरावट का दौर जारी रहा. BSE कल 59,543.96 पर बंद हुआ. इसमें कुल 0.48% की गिरावट दर्ज की गई. कल यह ट्रेडिंग के दौरान 60,081.24 अंक को छूकर फिर 59,543.96 पर बंद हुआ.
इन कंपनी के शेयर गिरे
मंगलवार के दिन नेस्ले इंडिया (Nestle India) के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई है. इस दिन इस कंपनी के शेयर्स में कुल 2.83% की कमी दर्ज की गई है. इसके अलावा हिंदुस्तान यूनिलीवर, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स , एचडीएफसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में भी कल गिरावट दर्ज की गई है.
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Published at : 26 Oct 2022 11:02 AM (IST) Tags: Share Market stock market holidays Bhai Dooj 2022 हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
अब देर रात तक नहीं होगी कमोडिटी ट्रेडिंग, कोरोना की वजह से 5 बजे END
कोरोना वायरस की वजह से कमोडिटी एक्सचेंजों का कामकाज भी प्रभावित हुआ है. अब चीन की राह पर चलते हुए भारत ने भी कमोडिटी कारोबार रात में बंद रखने का फैसला लिया है.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 26 मार्च 2020,
- (अपडेटेड 26 मार्च 2020, 6:14 PM IST)
- 30 मार्च से 14 अप्रैल कमोडिटी ट्रेडिंग क्या है? तक सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक कमोडिटी ट्रेडिंग
- सेबी के साथ बातचीत के बाद कमोडिटी एक्सचेंजों के टाइमिंग में बदलाव
कोरोना वायरस की वजह से कमोडिटी एक्सचेंजों का कामकाज भी प्रभावित हुआ है. अब चीन की राह पर चलते हुए भारत ने भी कमोडिटी कारोबार रात में बंद रखने का फैसला लिया है. दरअसल, MCX और NCDEX जैसे कमोडिटी एक्सचेंजों ने ट्रेडिंग ऑवर में कटौती का फैसला किया है.
अब 30 मार्च से 14 अप्रैल के बीच कमोडिटी में 14 घंटे की जगह सिर्फ 8 घंटे ही ट्रेडिंग हो सकेंगे. अब कारोबार खत्म होने का नया समय शाम 5 बजे कर दिया गया है, पहले आधी रात तक कारोबार होता था.
अब शाम 5 बजे तक कमोडिटी ट्रेडिंग
MCX, NCDEX के अलावा ICEX, NSE ने भी कमोडिटी ट्रेडिंग टाइम घटा दिया है. 30 मार्च से 14 अप्रैल तक सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक ट्रेडिंग की जा सकेगी. फिलहाल सुबह 9 बजे से रात 11:45 तक ट्रेडिंग होती है. जबकि इक्विटी मार्केट दोपहर 3.30 बजे बंद होता है.
गौरतलब है कि BSE और NSE ने कहा कि COVID-19 के प्रकोप को देखते हुए 21 दिन के लॉकडाउन की वजह से सेबी के साथ बातचीत कर ट्रेडिंग टाइमिंग को बदलने के बारे में निर्णय लिया गया है.
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए फैसला
कमोडिटी पार्टिसिपेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CPAI) के अध्यक्ष नरिंदर वाधवा ने कहा कि कमोडिटी कारोबार के टाइमिंग में बदलाव से इससे जुड़े लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. गौरतलब है कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखकर केंद्र सरकार ने 14 अप्रैल तक देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया है.
mcx kya hota hai-मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज क्या है ?
mcx kya hota hai
नमस्ते दोस्तों आज हम समझने वाले है की mcx kya hota hai .और mcx मार्केट में कैसा काम करता है। और mcx मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करते है। इन सब के बारे बम हम आज विस्तार में जानने वाले है।
दोस्तों शेयर बाजार में वस्तु की खरेदी बिक्री होती है। तो उस ट्रेडिंग को commodity trading कहा जाता है। तो उसी कमोडिटी ट्रेडिंग में mcx ट्रेडिंग आती है। ये वस्तुओ से संबंधित ट्रेडिंग होती है। जिसे हम फिज़िकली देख सकते है। उन वस्तुओ की mcx में ट्रेडिंग की जाती है।
mcx kya hota hai-mcx meaning in hindi
mcx का अर्थ होता है multi commodity exchange(मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) .mcx को मल्टी कमोडिटी इसीलिए कहा जाता है। क्युकी इसमें कई सारे सेगमेंट में ट्रेडिंग की जाती है। खासकर mcx में तीन तरीके के सेगमेंट में ट्रेडिंग की जाती है। जैसे की –
- bullion (बुलियन)
- base metal (बेस मेटल)
- energy (एनर्जी)
इन तीनो सेगमेंट में mcx में .इसीलिए mcx को मल्टी कमोडिटी कहा जाता है। जैसे की nse aur bse में स्टॉक की खरेदी बिक्री की जाती है। वैसे ही mcx में कमोडिटी की खरेदी बिक्री की जाती है। और मार्किट में इन तीनो सेगमेंट में खरेदी बिक्री होती है। तो चलिए इन तीनो सेगमेंट को विस्तार में समझते है।
bullion (बुलियन)
बुलियन सेगमेंट में गोल्ड और सिल्वर में ट्रेडिंग की जाती है। जैसे आप शारीरिक रूप से गोल्ड यानि सोना खरीदने। वैसेही आप डिजिटली सोना खरीद सकते है। और आपको तो पता ही सोने के भाव दिन भ दिन बढ़ते रहते है। तो आप mcx में डिजिटल सोना खरीद सकते है। जो की कमोडिटी ट्रेडिंग क्या है? फिसिकल सोने जैसे ही भाव का होता है। और भविष्य में भाव बढ़ने पर आप उसे बेच कर अच्छा खासा मुनाफा भी कमा सकते है।
base metal (बेस मेटल)
बेस मेटल में आप मेटल की ट्रेडिंग कर सकते है। जैसे की अलुमिनिअम ,ज़िंक,कॉपर। लीड निकेल इत्यादि। शेयर बाजार में आप mcx एक्सचेंज में मेटल की ऑनलाइन खरेदी बिक्री कर सकते है।
energy (एनर्जी)
enargy में आप crude oil,नेचुरल गैस ,थर्मल कोल् ,इन सेक्टर में ट्रेडिंग कर सकते है।
- शेयर मार्केट में pe ratio क्या होता है
- top stock market books in hindi
mcx commodity trading time
कमोडिटी में आप सुबह ९am बजे से लेकर रात के ११;३०pm तक आप ट्रेडिंग कर सकते है। जो लोग जॉब करते है। उनके लिए इसमें ट्रेडिंग करना आसान है। क्युकी आप रात को भी कमोडिटी में ट्रेडिंग कर सकते है।
अभी हमने जाना की mcx kya hota hai .और आगे हम जानेंगे की mcx काम कैसे करता है।
mcx kam kaise karta hai
जैसे की मैंने बताया। हम शेयर्स की खरेदी बिक्री के लिए nse और bse का इस्तेमाल करते है। वैसेही हमें जो नैसर्गिक वस्तुए है। उनकी खरेदी बिक्री हम mcx में कर सकते है। सिंपल भाषा में कहा जाये तो कमोडिटी का mcx एक एक्सचेंज है। हमलाकि कमोडिटी में भी दो प्रकार होते है।
जैसे ये हम अभी देख रहे mcx और दूसरा होता है ncdex .यानि की कमोडिटी मार्किट में हम खेत में उगने वाले। या नैसर्गिक रूप से उत्पन्न होने वाली वस्तुओ की ट्रेडिंग कर सकते है। जैसे की सोयाबीन ,चना ,बाजरा गेहूं। इन सब चीजों की खरेदी बिक्री कमोडिटी मार्किट में nsdex कमोडिटी एक्सचेंज में की जाती है।
निष्कर्ष
mcx कमोडिटी मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए किसी भी भारत के ब्रोकर के साथ अपना डीमेट खाता खोलना होगा। और फिर आप घर बैठे अपने मोबाइल से mcx में सोना ,चांदी ,गैस ,क्रूड ऑइल में ट्रेडिंग कर सकते है।
mcx कमोडिटी मार्किट में बेसिकली फ्यूचर सेगमेंट में काम किया जाता है। और लॉट साइज में आप कमोडीटी में ट्रेडिंग कर सकते है।
यकीं है की आपको mcx kya hota hai के बटरे में विस्तार में समझ आ गया होगा। और साथ ही आपको mcx कैसे काम करता है। और किन सेगमेंट में काम करता है। इन सब के बारे में विस्तार में समझ आगया होगा।
यकीं है की ये आर्टिकल आपको काफी फायदेमंद साबित रहा होगा। और अगर आपको आजका ये mcx kya hota hai आर्टिकल पसंद आया हो। तो कृपायया इसे अपने फॅमिली और दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजियेगा।
और ऐसेही शेयर बाजार के आर्टिकल पढ़ने के लिए आप हमारे ब्लॉग पर नियमित विजिट कर सकते है। और अगर आपको मन में शेयर बाजार से संबंधित कोई भी सवाल हो तो आप हमें कमेंट बुक्स में भेज सकते है। हम आपके सवाल का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। धन्यवाद !
हमारे जीवन में हम खाने के लिए जो अनाज और मसाले खरीदते है। वैसे ही कमोडिटी मार्किट में इन अनाजों और मसलो कि खरेदी बिक्री की जाती है। और साथ खजरीदी बिक्री की जाती है। उसेही कमोडिटी शेयर कहते है।
अपस्टॉक्स में एमसीएक्स का मतलब multi commodity exchange होता है। यानि की अनाज ,मसाले और सोने की खरेदी बिक्री करनेवाला एक्सचेंज।
कमोडिटी मार्किट में पैसे कमाने के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट होना जरुरी है। और अगर आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट हे तो आप ट्रेडिंग की मदत से कमोडिटी मार्किट में पैसे कमा सकते है।
वायदा बाजार में शेयर का भाव पहले ही फिक्स किया जाता है। और या एक वक्त के लिए वायदा किया जाता है ,जैसे की ये आम तौर पर एक महीने का वायदा होता है। भविष्य में आने वाले भाव की पहले से ही खरेदी की जाती है।
कमोडिटी में ट्रेडिंग करने पास कमोडिटी ट्रेडिंग अकाउंट होने चाहिए। और फिर आपको उस ट्रेडिंग अकाउंट में कुछ फंड डालना होता है। और ट्रेडिंग के लिए ब्रोकर आपको कुछ मार्जिन भी देता है। उससे आप ट्रेडिंग कर सकते है।
एमसीएक्स में ट्रेडिंग करने पास कमोडिटी ट्रेडिंग अकाउंट होने चाहिए। और फिर आपको उस ट्रेडिंग अकाउंट में कुछ फंड डालना होता है। और ट्रेडिंग के लिए ब्रोकर आपको कुछ मार्जिन भी देता है। उससे आप ट्रेडिंग कर सकते है।
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