बनाना फॉर्टिफिकेशन
क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, ऑस्ट्रेलिया ने युगांडा में विटामिन एक सफल ट्रेडर के लक्षण एक सफल ट्रेडर के लक्षण ए और आयरन की कमी को दूर करने के लिए ग्लोबल हेल्थ प्रोग्राम में ग्रैंड चैलेंज के तहत बायो-फोर्टिफाइड केला विकसित किया है। उन्होंने केले में बंची बंची टॉप वायरस (बीबीटीवी) और फ्यूजेरियम विल्ट प्रतिरोध से संबंधित तकनीकें भी विकसित की हैं। QUT इन तकनीकों को भारत के साथ साझा करने के लिए तैयार है। 24 अगस्त, 2012 को भारत सरकार और QUT, ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया से भारत में जैव दुर्ग और रोग प्रतिरोध के लिए प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए BIRAC के बीच BIRAC के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
इस परियोजना के तहत, क्वींसलैंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (QUT) के अनुभव और उपलब्धियों का उपयोग करने का प्रस्ताव है, दो भारतीय केले किस्मों में विशिष्ट लक्षणों के विकास, सत्यापन और हस्तांतरण के लिए ऑस्ट्रेलिया cv। ग्रैंड नैन और रस्थली। QUT ने प्रोविटामिन ए (PVA) और आयरन बायो-फोर्टिफिकेशन के लिए केले के कुशल उत्थान और परिवर्तन पर पर्याप्त काम किया है। उन्होंने केले के बंची टॉप वायरस (बीबीटीवी) और फुसैरियम विल्ट प्रतिरोध से संबंधित अच्छी लीड भी प्राप्त की है। QUT समूह ने बड़ी संख्या में प्रमोटर-जीन संयोजनों का विकास और मूल्यांकन किया है, जिससे ट्रांसजेनिक लाइनें बनाई हैं और क्षेत्र परीक्षणों में मूल्यांकन किया है। परिणामों के आधार पर, QUT ने उपर्युक्त जीनों की अभिव्यक्ति में वृद्धि के संबंध में निर्माण (पीढ़ी 1, जेन 2 और जेन 3) में सुधार किया है। केले के कई पौधे ऐसे जीन निर्माण (विशेष रूप से Gen2 और Gen3) में होते हैं, जो वर्तमान में सूक्ष्म पोषक तत्वों के उन्नत स्तर के लिए क्षेत्र और चयन में हैं जो PVA से मेल खा सकते हैं और भारत के लिए लोहे की आवश्यकताएं वांछनीय हैं। QUT इन निर्माणों, प्रदर्शन पर डेटा, जैव उपलब्धता अध्ययन, जैव सुरक्षा डेटा और कुशल उत्थान के लिए प्रोटोकॉल और केले में परिवर्तन को साझा करने के लिए तैयार है। आयरन, PVA, BBTV और एक सफल ट्रेडर के लक्षण Fusarium विल्ट प्रतिरोध के लिए केले की किस्मों को बेहतर बनाने के लिए QUT द्वारा विकसित की गई तकनीक को भारतीय केले की किस्मों पर लागू किया जाएगा, जो कि विकास की भारतीय परिस्थितियों में मूल्यांकन की जाती है और आवश्यकतानुसार इसमें सुधार किया जा सकता है। तदनुसार, QUT Gen1 निर्माण प्रदान करेगा। इसके बाद समय पर ढंग से Gen 2 और Gen 3 निर्माणों के डेटा और साझाकरण का विकास किया जाएगा।
QUT, ऑस्ट्रेलिया से जैव-फोर्टिफाइड केले के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण 5 भारतीय भागीदारों के लिए होगा
1. राष्ट्रीय कृषि-खाद्य जैव प्रौद्योगिकी संस्थान, मोहाली, पंजाब
2. केला, त्रिची, तमिलनाडु के लिए राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र
3. भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, ट्रॉम्बे, मुंबई
4. तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय, प्लांट मॉलिक्यूलर बायोलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी, कोयंबटूर
5. भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बैंगलोर, कर्नाटक
प्रत्याशित उत्पाद और प्रक्रियाओं को इंगित करने वाले अनुप्रयोग का दायरा: इस अध्ययन से जैव-गढ़वाले और रोग प्रतिरोधक ट्रांसजेनिक केले के विकास को बढ़ावा मिलेगा। कैरोटीनॉयड और आयरन बायोसिंथेसिस रास्ते और बीबीटीवी और फ्यूजेरियम प्रतिरोध में शामिल जीन निर्माणों की उच्च स्तरीय अभिव्यक्ति QUT, ऑस्ट्रेलिया के साथ संयुक्त प्रयासों के माध्यम से होगी। मील के पत्थर की सफल उपलब्धि पर, रस्तली और ग्रैंड नैन की जैव-फोर्टिफाइड और रोग प्रतिरोधी किस्मों को विकसित किया जाएगा।
QUT डिलिवरेबल्स इस प्रकार हैं:
i. प्रोविटामिन ए (पीवीए) और लौह जैव-किलेबंदी और जनरल, जेन 2 और जनरल 3 निर्माणों के लिए केले के परिवर्तन और कुशल उत्थान के लिए प्रौद्योगिकी का स्थानांतरण
ii. QUT परिवर्तन और उत्थान पद्धति में भारतीय एक सफल ट्रेडर के लक्षण वैज्ञानिकों का चरण 1 प्रशिक्षण
iii. स्टीवर्डशिप स्टेज 2 के लिए भारतीय वैज्ञानिकों की पूरी क्षमता वृद्धि
iv. इसमें (i) सुरक्षा, (ii) अनुपालन, (III) कंटेनर और कारावास, (iv) उत्पाद पहचान और (v) गुणवत्ता और स्थिरता के पहलू शामिल होंगे। यात्रा, आवास और रहने का खर्च DBT द्वारा कवर किया जाएगा
v. मानव एक सफल ट्रेडर के लक्षण लौह जैवउपलब्धता अध्ययन और मानव PVA जैवउपलब्धता अध्ययन पर उपलब्ध डेटा उपलब्ध कराएं
vi. सर्वश्रेष्ठ BBTV और FOC प्रतिरोध निर्माण को स्थानांतरित करें
भारतीय घटक डिलिवरेबल्स इस प्रकार हैं:
i. पहले चरण में क्रमशः NABI, मोहाली और BARC, मुंबई द्वारा भारतीय केले के PVA और लोहे के जैव-किलेबंदी का विकास किया गया है। एनआरसीबी, त्रिची पीवीए और आयरन बायो-फोर्टिफिकेशन दोनों पर काम करेगा
ii. दूसरे चरण में क्रमशः TNAU, कोयम्बटूर और IIHR, बैंगलोर द्वारा BBTV और फुसैरियम वेल्ट रोग प्रतिरोध घटक होंगे। BARC, मुंबई द्वारा NRCB, त्रिची और ग्रैंड नैन द्वारा Rasthali की कुशल भ्रूणजन्य कोशिका निलंबन (ECS) संस्कृति को आनुवंशिक परिवर्तन के लिए एक सतत स्रोत के रूप में विकसित किया जाएगा और सभी भारतीय भागीदारों को वितरित किया जाएगा। जहाँ भी उपलब्ध है, भारतीय जीन निर्माणों की तुलना QUT, ऑस्ट्रेलिया में विकसित जीन निर्माणों के साथ की जाएगी। परियोजना के अगले चरण में, क्षेत्र की परिस्थितियों में सबसे उपयुक्त संशोधित केले लाइनों का मूल्यांकन किया जाएगा।
नवीन मंडी में सब्जी व्यापारी के साथ मारपीट, तोड़फोड़ भी की
देहात थाना क्षेत्र के गढ़ रोड पर स्थित नवीन मंडी में कुछ लोगों ने एक सब्जी व्यापारी के साथ मारपीट कर उसकी आढ़त पर सब्जियां फेंककर जमकर उत्पात मचाया।.
देहात थाना क्षेत्र के गढ़ रोड पर स्थित नवीन मंडी में कुछ लोगों ने एक सब्जी व्यापारी के साथ मारपीट कर उसकी आढ़त पर सब्जियां फेंककर जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों में अफरा तफरी मच गई। इस मामले में चार को नामजद करते हुए 20-25 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
नई मंडी सोटा वाली निवासी पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि लखपत, सुमित, अरुण, हुकमा, समेत बीस- पच्चीस अज्ञात लोगों के साथ जबरन उसकी सब्जी की दुकान हटवाने लगा। विरोध करने पर जमकर मारपीट कर सब्जी को नुकसान पहुंचाया। पीड़ित के माता पिता भी मौके पर पहुंच गए, उनके साथ भी मारपीट की गई। काफी समझाने पर भी वह नहीं माने। किसानों के साथ भी मारपीट की गई। देहात थाना प्रभारी मिथिलेश कुमार उपाध्याय ने बताया कि सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश में 'नॉलेज स्मार्ट सिटी' बनाने के लिए सरकार ने अमेरिकी यूनिवर्सिटी से किया करार
यूपीसीडा ने सिंगापुर में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह की मौजूदगी में स्टार कंसोर्टियम प्राइवेट लिमिटेड के साथ उत्तर प्रदेश में एक सफल ट्रेडर के लक्षण डेटा सेंटर व लॉजिस्टिक सेवाओं के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए.
उत्तर प्रदेश में अगले साल फरवरी में प्रस्तावित वैश्विक निवेशक सम्मेलन की तैयारियों के तहत राज्य सरकार ने 5,000 एकड़ क्षेत्र में नॉलेज स्मार्ट सिटी के विकास के के लिए अमेरिका की ऑस्टिन यूनिवर्सिटी के साथ समझौता किया है.
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राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि राज्य सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में ऑस्टिन यूनिवर्सिटी के साथ उत्तर प्रदेश में नॉलेज स्मार्ट सिटी के लिए 42 अरब डॉलर (करीब 35,000 करोड़ रुपये) के निवेश प्रस्ताव वाले समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर दस्तखत किए. यह नॉलेज स्मार्ट सिटी करीब 5,000 एकड़ क्षेत्र में बनाई जाएगी.
प्रवक्ता के मुताबिक, ऑस्टिन यूनिवर्सिटी के प्रमुख अशरफ अली मुस्तफा ने कहा कि इस परियोजना में श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों को शामिल किया जाएगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस परियोजना से भारत और अन्य जगहों पर उच्च शिक्षा की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगले साल 10 से 12 फरवरी तक उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रस्तावित निवेशक सम्मेलन के जरिये 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश जुटाने का लक्ष्य रखा है. इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री ने मंत्रियों एवं अधिकारियों की आठ टीमों को 18 देशों में रोड शो और एक सफल ट्रेडर के लक्षण ट्रेड शो के माध्यम से निवेश आकर्षित करने के लिए भेजा है.
प्रवक्ता ने बताया कि अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में अमेरिका के सलोनी हार्ट फाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और अपर मुख्य सचिव (बुनियादी ढांचा व औद्योगिक विकास) अरविंद कुमार की मौजूदगी में एमओयू पर दस्तखत किए.
वहीं, वित्त-प्रौद्योगिकी कंपनी फाल्कन एक्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मुरली चिराला के साथ भी तीन एमओयू पर हस्ताक्षर हुए. इनमें विशेष रूप से नोएडा में एक सेंटर बनाया जाएगा. इसके साथ ही 20-20 करोड़ रुपये के दो निवेश उत्तर प्रदेश में किए जाएंगे.
प्रवक्ता ने बताया कि सरकार का यह प्रतिनिधिमंडल सैन फ्रांसिस्को में ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप ऑर्गनाइजेशन टाई के सदस्यों और सिलिकॉन वैली के निर्माण में योगदान देने वाले भारतीयों से भी मिला. प्रतिनिधिमंडल ने उनसे उत्तर प्रदेश में सिलिकॉन वैली बनाने की अपील की, ताकि भारतीय भी इसका एक सफल ट्रेडर के लक्षण लाभ उठा सकें.
उधर, जापान में रोड शो के दौरान सीको एडवांस लिमिटेड के निदेशक युकीनोरी कोबे ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ गौतम बुद्ध नगर में विनिर्माण इकाई लगाने के लिए 850 करोड़ रुपए के एमओयू पर हस्ताक्षर किए. इससे 200 से ज्यादा रोजगार के अवसर सृजित होंगे.
यूपीसीडा ने सिंगापुर में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह की मौजूदगी में स्टार कंसोर्टियम प्राइवेट लिमिटेड के साथ उत्तर प्रदेश में डेटा सेंटर एक सफल ट्रेडर के लक्षण व लॉजिस्टिक सेवाओं के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए. इसके जरिये राज्य में 2,000 करोड़ रुपये का निवेश आएगा और सैकड़ों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे.
इसी तरह सिंगापुर के एसएलजी कैपिटल के साथ भी उत्तर प्रदेश में डेटा सेंटर शुरू करने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए. इसके तहत 100 करोड़ डॉलर (8,273 करोड़ रुपए) के निवेश से प्रदेश के प्रौद्योगिकीय विकास के साथ रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे.
इस बीच, राज्य के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल ने एक ट्वीट में कहा कि उनके विदेशी दौरे निवेश आकर्षित करने के लिहाज से बेहद सफल रहे हैं. उन्होंने कहा जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन के रोड शो की कामयाबी से हजारों करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं.
प्रवक्ता ने बताया कि विदेश में रोड शो और कारोबारी बैठकों का दौर 19 दिसंबर यानी सोमवार को भी जारी रहेगा. नीदरलैंड्स में रोड शो के बाद अब उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय सोमवार को फ्रांस का दौरा करेंगे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सफेद चमेली सुगंधित सार
मैसे पाउ का मानना है कि एक उत्पाद 100% प्राकृतिक है, जब:
1) यह पर्यावरण के अनुकूल एक सफल ट्रेडर के लक्षण कृषि से आता है।
2) यह पेट्रोलियम डेरिवेटिव से मुक्त है।
3) यह आनुवंशिक रूप से संशोधित जीवों (जीएमओ) से मुक्त है।
4) यह भारी धातुओं से मुक्त है।
5) यह कीटनाशकों से मुक्त है।
6) कंपनी फेयर ट्रेड की वकालत करती है।
7) यह सीधे छोटे उत्पादकों से आता है। (पारिवारिक उद्यमिता को बढ़ावा देना)।
इसका तात्पर्य यह है कि यदि कोई आपूर्तिकर्ता उपरोक्त बिंदुओं का अनुपालन करता है, और इसे साबित कर सकता है, तो निजी संस्था से मुहर का स्वामित्व जो प्रमाणित करता है, यह कोई शर्त नहीं है। क्योंकि Maese Pau के लिए यह हमारे गुणवत्ता प्रोटोकॉल का अनुपालन करता है।
Vertigo Symptoms: इस बीमारी के कारण आयुष्मान खुराना को आता था चक्कर, जानिए क्या है इसके लक्षण
Vertigo Causes and Symptoms: आयुष्मान खुराना ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया है कि उन्हें वर्टिगो बीमारी है। आयुष्मान खुराना के मुताबिक इस कारण उन्हें चक्कर आने लगता है और शूटिंग में दिक्कत होती है। जानिए क्या है वर्टिगो की बीमारी। इसके लक्षण, इलाज समेत हर एक बात।
Updated Nov एक सफल ट्रेडर के लक्षण 22, 2022 | 01:33 PM IST
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एक सफल ट्रेडर के लक्षण
- आयुष्मान खुराना को है वर्टिगो बीमारी।
- वर्टिगो के कारण उन्हें शूटिंग में आती है दिक्कत।
- वर्टिगो में बिगड़ जाता है शरीर का संतुलन।
Vertigo Causes and Symptoms: आयुष्मान खुराना बॉलीवुड के सबसे फिट एक्टर में से एक हैं। एक्टर ने अपनी फिल्मों के लिए कई बार ट्रासफॉर्मेशन किया है। अब आयुष्मान खुराना ने खुलासा किया है कि वह वर्टिगो से पीड़ित हैं। इस कारण उन्हें शूटिंग के दौरान कुछ सीन करने में दिक्कत आती है। एक फिल्म की शूटिंग के दौरान जब उनसे ऊंचाई से कूदने के लिए कहा गया था तो उन्हें चक्कर आ गया था। वर्टिगो ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति को चक्कर आने लगता है। इस कारण शरीर का संतलुन बिगड़ने लगता है।
मेडिकल में वर्टिगो को वेस्टीब्यूलर सिस्टम में होने वाली बीमारी कहा जाता है। वर्टिगो में व्यक्ति को ऐसा लगता है कि उसके आस-पास चीजें घूम रही है। ये अटैक कुछ मिनट या सेकंड तक चलता है। अगर बीमारी गंभीर हो तो आपको डेली रूटीन में समस्या होने लगती है। मायो क्लिनिक के मुताबिक वर्टिगो में आपको अचानक ऐसा महसूस होगा कि सिर घूम रहा है। वर्टिगो में आपको हल्का से लेकर गंभीर रूप से चक्कर आने लगता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक वर्टिगो के कारण गिरने का डर होता है, जिससे चोट आने के साथ-साथ मौत का भी खतरा होता है।
वर्टिगो के कई लक्षण होते हैं। इसमें चक्कर आता है। इसके अलावा जी मचलाना, उल्टी आना, बैलेंस खोना, बेचैनी और कई मामलों में उल्टी आना जैसा शामिल है। इसके अलावा वर्टिगो में आपको कई बार लगता है कि आपको कोई अपनी तरफ खींच रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक दवाओं के जरिए वर्टिगो का इलाज हो सकता है। इसके अलावा फिजियोथेरेपी और फिजिकल थेरेपी, डाइट में थोड़े- बहुत बदलाव करके भी इसे ठीक किया जा सकता है। हालांकि, यदि सही समय में बीमारी का पता चल जाए तो इलाज काफी आसान हो जाता है।
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वेब एमडी की रिपोर्ट के मुताबिक वर्टिगो के कई कारण होते हैं। डॉक्टर के मुताबिक जब कैल्शियम के पार्टिकल नॉर्मल लोकेशन से हटकर कान के अंदर वाले हिस्से में आ जाते हैं तो वर्टिगो हो जाता है। ऐसे में कान सिर और बॉडी मूमेंट्स को ग्रेविटी से संबंधित सिग्नल भेजता है। डॉक्टर्स के मुताबिक सिर, गर्दन में चोट, ब्रेन में ट्यूमर और स्ट्रोक भी इसका कारण होता है।
( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
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