मेरे घर में लक्ष्मी के बाद सरस्वती का आगमन हुआ, बेटी के जन्म पर बोले बीजेपी सांसद मनोज तिवारी

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी के घर बेटी का जन्म हुआ है। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है कि, ‘बड़े हर्ष के साथ सूचित करना है कि मेरे घर में लक्ष्मी के बाद सरस्वती का आगमन हुआ है..आज घर में प्यारी सी बिटिया पैदा हुई है.. उसपे आप सभी का आशीर्वाद बना रहे..सुरभि-मनोज तिवारी’।

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बता दें कि, इससे पहले 51 वर्षीय राजनेता मनोज तिवारी ने कुछ दिन पहले इंस्टाग्राम पर अपनी पत्नी सुरभि तिवारी की गोद भराई की एक वीडियो शेयर की थी।

Sun Transit Dec 2022 : 16 दिसंबर से इन 5 राशि वालों के अच्छे दिन की होगी शुरुआत, जग जाएगी सोई किमस्त, क्रिप्टोकरेंसी का आगमन नहीं होगी पैसों की कमी

नई दिल्ली। Sun Transit Dec 2022 : वैदिक ज्‍योतिष के अनुसार सूर्य ग्रह हर महीने राशि परिवर्तन करते हैं. साल 2022 का आखिरी सूर्य गोचर 16 दिसंबर 2022 को होने जा रहा है. इस दिन सूर्य राशि परिवर्तन करके धनु राशि में प्रवेश करेंगे, इसी के साथ खरमास भी शुरू हो जाएगा. सूर्य 14 जनवरी 2023 की रात तक धनु राशि में रहेंगे और इसके बाद मकर राशि में प्रवेश करेंगे. सूर्य का मकर राशि में प्रवेश मकर संक्रांति के बड़े पर्व के रूप में मनाया जाता है. इसी दिन खरमास समाप्‍त होता है और 1 महीने से बंद पड़े शुभ कार्य फिर से शुरू होते हैं.

5 राशियों की किस्‍मत चमकाएगा सूर्य गोचर

मेष राशि: सूर्य गोचर मेष राशि वालों के लिए अच्‍छा समय लेकर आएगा. पुरानी समस्‍याएं खत्‍म होंगी. कामों में आ रही रुकावटें दूर होंगी. गुप्‍त शत्रु परास्‍त होंगे. मामले आपके पक्ष में बनेंगे. दान-धर्म करेंगे. ऊर्जा, साहस, आत्‍मविश्‍वास बढ़ा हुआ रहेगा.

मिथुन राशि: सूर्य का राशि परिवर्तन मिथुन राशि वाले जातकों को तरक्‍की और पैसा दिलाएगा. कह सकते हैं कि पुरानी समस्‍याओं से राहत मिलनी शुरू हो जाएगी. शादीशुदा जिंदगी भी बेहतर होगी. आय बढ़ सकती है.

कन्या राशि: सूर्य का गोचर कन्‍या राशि वालों के लिए बेहद शुभ रहेगा. उन्‍हें न केवल तरक्‍की-पैसा मिलेगा, बल्कि जीवन में सुख-सुविधाएं भी बढ़ेंगी. नया घर-गाड़ी, प्‍लॉट खरीद सकते हैं. कारोबार अच्‍छा चलेगा.

सिंह राशि: सूर्य के राशि बदलते ही सिंह राशि वालों के लिए सुनहरे दिन शुरू होंगे. सिंह राशि के स्‍वामी सूर्य ही हैं और वे उन्‍हें इस एक महीने के दौरान कोई बड़ी सफलता दिला सकते हैं. प्रमोशन, बड़ी डील या कॉन्‍ट्रैक्‍ट मिलने के योग हैं.

धनु राशि: सूर्य धनु राशि में ही गोचर क्रिप्टोकरेंसी का आगमन कर रहे हैं और यह समय इस राशि के जातकों के लिए वरदान साबित हो सकता है. आत्मविश्वास बढ़ेगा जो उन्‍हें कामों में सफलता दिलाएगा. नौकरी में स्थिति मजबूत होगी. प्रमोशन की राह बनेगी. व्‍यापारियों को लाभ होगा. निवेश के लिए समय अच्‍छा है.

क्रिप्टोकरेंसी खरीदने वालों को बड़ा झटका, ऐसे गंवा दिए 1000 करोड़ रुपये

क्रिप्टोकरेंसी खरीदने वालों को बड़ा झटका, ऐसे गंवा दिए 1000 करोड़ रुपये

आज के समय में निवेश के कई विकल्प सामने आ चुके हैं। इनमें क्रिप्टोकरेंसी निवेश का एक नया विकल्प है। इसमें निवेश से लोगों को एक झटके में लाखों रुपये कमाते हुए देखा गया है। हालांकि क्रिप्टोकरेंसी से कब झटका लग जाए इसके बारे में भी कहा नहीं जा सकता है। अब क्रिप्टोकरेंसी के कारण लगभग 1000 करोड़ रुपये के नुकसान होने की जानकारी सामने आई है।

नकली क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के कारण भारतीय निवेशकों को 128 मिलियन डॉलर यानी लगभग 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान झेलना पड़ा है। एक नई रिपोर्ट में इसका दावा किया गया है। साइबर-सुरक्षा कंपनी क्लाउडएसईके के मुताबिक उसने कई फिशिंग डोमेन और एंड्रॉइड-आधारित नकली क्रिप्टो एप्लिकेशन से जुड़े एक चल रहे ऑपरेशन का खुलासा किया है।

क्लाउडएसईके को एक पीड़ित ने संपर्क किया था। पीड़ित ने बताया कि उसने इस तरह के एक क्रिप्टोकरेंसी घोटाले में कथित तौर पर जमा राशि, कर इत्यादि जैसी अन्य लागतों के अलावा 50 लाख रुपये यानी करीब 64,000 डॉलर खो दिए थे। क्लाउडएसईके के संस्थापक और सीईओ राहुल ससी ने कहा, "लोगों को इस तरह के क्रिप्टो घोटालों के जरिए 128 मिलियन डॉलर यानी लगभग 1,000 करोड़ रुपये तक का चूना लगाया है। जैसे ही निवेशक क्रिप्टोकरेंसी बाजारों पर अपना ध्यान लगाते हैं तो स्कैमर और धोखेबाज भी उनका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं।"

रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह का फर्जीवाड़ा करने के लिए स्कैमर पहले नकली डोमेन बनाते हैं। यह वैध क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की नकल होती क्रिप्टोकरेंसी का आगमन है। इस प्लेटफॉर्म को असली वेबसाइट की तरह ही डिजाइन किया जाता है। इसके बाद स्कैम करने वाले लोग पीड़ित से संपर्क करने और उससे दोस्ती करने के लिए सोशल मीडिया पर एक महिला की प्रोफाइल बनाते हैं।

इस प्रोफाइल के जरिए पीड़ित को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने और व्यापार शुरू करने के लिए कहा जाता है। साथ ही फर्जी क्रिप्टो एक्सचेंज गिफ्ट के रूप में 100 डॉलर का क्रेडिट भी देते हैं। वहीं शुरुआत में पीड़ित शख्स की ओर से मुनाफा भी कमाया जाता है। इसके बाद बढ़िया रिटर्न देने का वादा करते हुए स्कैमर की ओर से पीड़ित से बड़ी राशि निवेश करने क्रिप्टोकरेंसी का आगमन के लिए कहा जाता है।

इसके बाद जब पीड़ित की ओर से नकली एक्सचेंज में रकम बढ़ाई जाती है तो स्कैमर की ओर से उसका खाता फ्रीज कर दिया जाता है। इसके बाद पीड़ित अपना पैसा वापस नहीं ले सकता और पीड़ित के पैसे गायब हो जाते हैं। इसके बाद जब पीड़ित अपने खाते के एक्सेस के लिए शिकायत करता है तो इसी फर्जी एक्सचेंज के जांचकर्ता वहां जांच करने लिए पहुंचते हैं। इसके बाद जांचकर्ता फ्रीज संपत्तियों को हासिल करने के लिए पीड़ितों से ईमेल के जरिए गोपनीय जानकारी जैसे आईडी कार्ड और बैंक विवरण मांगते हैं, जिसका इस्तेमाल अन्य नापाक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जाता है।

दिल्ली (एम्स) के समूचे सिस्टम एवं डाटा को हैकर्स ने किया हैक, 200 करोड क्रिप्टोकरेंसी की मांगी फिरौती

भारत का सबसे प्रतिष्ठित अस्पताल यानी दिल्ली (एम्स) के समूचे सिस्टम एवं डाटा को पिछले छः दिनों से हैकर्स ने हैक कर.

दिल्ली (एम्स) के समूचे सिस्टम एवं डाटा को हैकर्स ने किया हैक, 200 करोड क्रिप्टोकरेंसी की मांगी फिरौती

भारत का सबसे प्रतिष्ठित अस्पताल यानी दिल्ली (एम्स) के समूचे सिस्टम एवं डाटा को पिछले छः दिनों से हैकर्स ने हैक कर लिया है। पिछले छः दिनों से इस विशाल एवं महत्त्वपूर्ण अस्पताल का कम्प्युटर सिस्टम हैक पड़ा हुआ है। कई आपातकालीन सेवाएं तथा पैथोलॉजी जैसे सिस्टम मैनुअली चलाए जा रहे हैं। हैकरों ने इसे छोड़ने के लिए फिरौती के रूप में 200 करोड़ की क्रिप्टोकरेंसी की मांग रखी है।

एम्स में इलाज कराने वाले प्रत्येक व्यक्ति के आधार कार्ड की डीटेल्स, उसकी बीमारी, उसके इलाज, उसके मेडिकल इंश्योरेंस, उसका मोबाईल नंबर जैसी तमाम महत्त्वपूर्ण जानकारियाँ हैकर्स के पास पहुँच चुकी हैं। इसका वे लोग क्या करेंगे, कहना मुश्किल है। कई जांच एजेंसियां इस मामले में तहकीकात में जुट गई हैं, हालांकि इस केस में अभी तक किसी को कुछ सफलता हाथ नहीं लगी है। सभी जांच एजेंसियां विदेश से सर्वर हैक होने का संदेश जता रही थी।

वहीं अब हैकरों के द्वारा 200 करोड़ की क्रिप्टोकरेंसी की मांग से यह साफ हो गया है कि हैकरों ने पैसे के लिए अस्पताल के सर्वर को हैक किया था। उल्लेखनीय है कि एम्स की सर्वर पर 23 नवंबर को रैनसमवेयर अटैक हुआ था। इस वजह से एम्स के ई-हास्पिटल का सर्वर व एलआइएस (लेबोरेटरी इंफार्मेशन सिस्टम) क्रिप्टोकरेंसी का आगमन का सर्वर खराब हो गया था। इसके अलावा इन दोनों के बैकअप सर्वर में भी सेंध लगा था। इस वजह से 23 नवंबर से ही एम्स की डिजिटल सेवाएं ठप है।

सर्वर ठीक करने का प्रयास जारी

एनआइसी (नेशनल इंफार्मेटिक सेंटर), इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-आइएन) व सीडैक (सेंटर फार डेवलपमेंट आफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग) की टीम एम्स की सर्वर को ठीक करने में जुटी हैं। एम्स में मौजूद सभी पांच हजार कंप्यूटर को स्कैन किया जाना है। इस कार्य क्रिप्टोकरेंसी का आगमन में कई दिनों का समय लगेगा। इस वजह से अस्थायी सर्वर से चरणबद्ध तरीके से डिजिटल सेवाओं को शुरू करने की योजना थी। बताया जा रहा है कि अभी डिजिटल सेवाओं को शुरू करने में एक-दो दिन समय लग सकता है।

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