10 प्रतिशत सालाना की औसत दर से रिटर्न दिया है।वहीँ पिछले एक साल में यह फण्ड लगभग 29 प्रतिशत और पिछले 5 सालों में औसत 10 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दर्ज करने में कामयाब रहा है।
शेयरों में निवेश करने से पहले ध्यान में रखने योग्य बातें
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शेयर बाजार में निवेश अब एक जटिल या अत्यधिक मांग वाली गतिविधि नहीं है। डिजिटल होने के कदम ने नए लोगों के लिए ट्रेडिंग को आसान शेयरों में निवेश के जोखिम और पेशेवर निवेशकों के लिए ट्रेडिंग को सक्षम किया है। डीमैट खाता और ट्रेडिंग खाता व्यवस्थित करना 20 मिनट का कार्य है, जो आपको भारत और विदेशों में ऑनलाइन शेयर बाजार तक पहुंच प्रदान करते हैं। शेयरों में निवेश करने में आसानी के बावजूद, वित्तीय बाजारों में निवेश करने में डुबकी लगाने से पहले आपको कुछ चीजें याद रखना चाहिए।
वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करें
निवेश शुरू करने से पहले वित्तीय लक्ष्यों को निर्धारित करना बेहद महत्वपूर्ण है।आप अपने पैसे कैसे खर्च करना चाहते हैं और आपको कितनी बचत करने की जरूरत हैं, इस पर एक उचित योजना के बिना निवेश एक उद्देश्यहीन मेहनत है। आप सोच सकते हैं कि अपने वित्तीय लक्ष्यों की प्रतीक्षा करने में,अपने पैसे को अपने बचत खाते में बेकार रखे रहने के बजाय शेयर बाजार में निवेश करना बेहतर है, ताकि आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को तैयार कर सकें। लेकिन स्टॉक निवेश के अवसरों की व्यापक विविधता के साथ, शेयरों में निवेश के जोखिम यदि आप क्षितिज पर कुछ व्यापक वित्तीय लक्ष्यों को निर्धारित नहीं करते हैं तो आपको यह नहीं पता होगा कि कब प्रवेश करें या कब बाहर निकलें।वित्तीय लक्ष्य आपको यह निर्धारित करने में सहायता करते हैं कि आपको कितने समय तक और कितना निवेश करने की आवश्यकता है। यह आपको उस निवेश रणनीति को भी सूचित करता है जो आपके पैसे को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। जिन कंपनियों और शेयरों में आप निवेश करना चुनते हैं, वे स्पष्ट वित्तीय लक्ष्यों के उप-उत्पाद हैं।
पहली बार शेयर बाजार में कर रहें है निवेश तो जान लें ये बातें; जानें क्या करें, क्या ना करें
Stock Market में निवेश शेयरों में निवेश के जोखिम की शुरुआत करने वाले निवेशक कई बार बड़ी गलतियां कर बैठते हैं और अपनी पूंजी गंवा देते हैं। निवेशकों को हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो कभी किसी भी अनजाने व्यक्ति की सलाह पर शेयर में पैसा नहीं लगाएं
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अपने भविष्य को संवारने के लिए जरूरी होता है कि आप सही समय पर निवेश की शुरुआत करें । वहीं किसी भी निवेश से पहले जरूरी होती है उसकी सोच समझ कर की गई प्लानिंग। हर निवेशक पैसा लगाने के बदले में कुछ उम्मीद या कोई लक्ष्य रख कर आगे बढ़ता है। अगर आप प्लानिंग के साथ निवेश की शुरुआत करते हैं तो यकीन मानिये कि आप अपने लक्ष्य को जरूर प्राप्त करेंगे। निवेश करने से पहले आपको इस बात की योजना बनानी होगी कि आपके पास फंड कहां से आएगा और आपको कितना निवेश करना है। वहीं आपको ये भी समझना होगा कि आप इस रकम शेयरों में निवेश के जोखिम के साथ कितना जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं। इसी आधार पर निवेश की नींव तैयार की जा सकती है। बढ़ती महंगाई ने निवेशकों की जेब पर डाका डाला है, लोगों की सेविंग्स खत्म हो रही है, ऐसे में महंगाई को मात देने के लिए निवेशकों के लिए अब जरूरी हो गया है कि वो अपना रिटर्न बढ़ाने पर ध्यान दें। ऐसे में शेयर बाजार में सोच समझ कर किया गया निवेश निवेशकों के लिए काफी मददगार हो सकता है।
कैसे करें स्टॉक्स का चयन
शेयर बाजार में निवेश शुरू करने के लिए बड़ी रकम की जरूरत नहीं होती है। आप थोड़ी-थोड़ी रकम से बाजार में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। नए investor को शुरुआत में ज्यादा रिटर्न पर फोकस करने से बचना चाहिए। इसलिए, उन्हें तेज उतार-चढ़ाव वाले stock पर फोकस करने के बजाए फंडामेंटली मजबूत शेयरों में पैसा लगाना चाहिए। कई बार ऐसा पढ़ने-सुनने को मिलता है कि इन्वेस्टर ज्यादा शेयरों में निवेश के जोखिम रिटर्न पाने के लालच में ऐसी कंपनियों के शेयर में निवेश कर देते हैं, जो फंडामेंटली मजबूत नहीं होती हैं और निवेशक इसमें फंस जाते हैं। इसलिए निवेश की शुरुआत लार्जकैप शेयरों से करना बेहतर होगा।
शुरुआत में नए निवेशक को penny stocks में पैसा लगाने से बचना चाहिए। कई निवेशकों को लगता है कि ऐसे शेयर में पैसा लगाकर मोटा मुनाफा कमाया जा सकता है। लेकिन ये दांव अक्सर उलटा पड़ जाता है। जब आप शेयर बाजार अच्छी तरह समझने लगें तो आप थोड़ा जोखिम उठा सकते हैं। शेयर का चुनाव हमेशा कंपनी की ग्रोथ देखकर ही करना चाहिए। उसी कंपनी के शेयर में निवेश करें, जिसका कारोबार अच्छा हो और उसको चलाने वाला मैनेजमेंट बेहतर हो। तभी आप अपने निवेश पर अच्छा रिटर्न पा सकेंगे।
क्या करें, क्या ना करें
सोशल मीडिया पर दिए गए टिप्स के आधार पर स्टॉक मार्केट में इनवेस्ट ना करें। एक निवेशक को बाय एंड होल्ड की रणनीति अपनानी चाहिए। स्टॉक मार्केट में गिरावट आने पर कभी भी घबराकर पूरा निवेश नहीं निकालें। आप उन कंपनियों के शेयर पर फोकस रहें जिसमें आपने पूरी रिसर्च और भरोसे के साथ इनवेस्ट किया है। अगर आपने सिर्फ stock के प्रदर्शन को देखकर जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में कहीं इनवेस्ट किया है तो तुरंत अपने निवेश की समीक्षा करें। शेयर बाजार में गिरावट आने पर निवेश बंद नहीं करें। बाजार के जानकारों से सलाह लें और निवेश के विकल्प खुले रखें।
Stock Market में निवेश की शुरुआत करने वाले निवेशक कई बार बड़ी गलतियां कर बैठते हैं और अपनी पूंजी गंवा देते हैं। निवेशकों को हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो कभी किसी भी अनजाने व्यक्ति की सलाह पर शेयर में पैसा नहीं लगाएं। निवेश करने से पहले कंपनी के बारे में खुद रिसर्च करें या भरोसे वाले बाजार के जानकारों से मदद लें। 5paisa ऐसा ही एक एक्सपर्ट है जो आपको बाजार में आगे बढ़ने के लिए कारगर सलाहें देता है, जिससे बाजार में आप अपना पहला कदम मजबूती के साथ रख सकते हैं।
सीमित जोखिम के साथ करें शेयर बाजार में प्रवेश, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट
यह फण्ड इस कैटेगरी का पायनियर फण्ड है। यह फण्ड अपने निजी प्राइसटू बुक मॉडल को फॉलो करता है और निवेश में मानव भावनाओं को दरकिनार करते हुए सस्ता ख़रीदो महँगा बेचो के सिद्धांत को बरकारार रखता है। इस फण्ड की पूरी परिसंपत्ति का
पंकज मठपाल, नई दिल्ली। यह बात तो तय है कि शेयर बाजार में आपको मुनाफा तभी होगा जब आप सस्ते भाव पर शेयर खरीदकर उन्हें महँगे भावों पर बेचेंगे लेकिन अक्सर इसका उल्टा हो जाता है। यह समझ नहीं आता कि कब खरीदें और कब बेचें। शेयर बाजार में निवेशकों के मन में डर और लालच हमेशा बना रहता है। गिरते बाजार में खरीदते हुए डर लगता है और चढ़ते बाजार में लालच में आकर निवेश कर दिया जाता है।अक्सर हमारी भांवनाएँ निर्णय लेने में बाधा डालती हैं। दूसरी समस्या यह भी है कि यदि प्रॉफिट बुक करना है तो बेचकर पैसों को निवेश कहाँ करें। और साथ ही स्कीम में लगने वाले एक्जिटलोड, कैपिटल गेन टैक्स इत्यादि की चिंता। ऐसे में नियमों पर आधारित निवेश मददगार साबित हो सकता है।
तो फिर ये क्यों कहते हैं कि म्यूचुअल फंड बाज़ार जोखिम के अधीन हैं?
ये सभी प्रतिभूतियां हालांकि 'बाज़ार' में ट्रेड होती हैं। कंपनी के शेयर स्टॉक एक्सचेंज द्वारा खरीदे व बेचे जाते हैं, जो पूंजी बाज़ार का हिस्सा होते हैं। इसी तरह से ऋण प्रपत्र जैसे शेयरों में निवेश के जोखिम सरकारी प्रतिभूतियां, स्टॉक एक्सचेंज या NDS कहे जाने वाले विशेषज्ञता सिस्टम के माध्यम से ट्रेड की जा सकती हैं। ये प्रतिभूतियों की खरीदारी व बिक्री के लिए बाज़ार की तरह काम करते हैं, जिसमें खरीदार और बेचने वाले विविध प्रकार के होते हैं। इसलिए खरीद व बिक्री की पूरी प्रक्रिया और मूल्य 'बाज़ार' द्वारा निर्धारित होती है।
किसी प्रतिभूति का मूल्य ‘बाज़ार शेयरों में निवेश के जोखिम शक्तियों’ पर निर्भर करता है और बाज़ार किसी समाचार या घटना पर, जिसमें कि बाज़ार की दिशा की पूर्व-जानकारी कठिन होती है, छोटी अवधि में किसी शेयर या प्रतिभूति के मूल्य का पूर्वानुमान असंभव होता है। इसकी दिशा को प्रभावित करने वाले बहुत से कारक व खिलाड़ी होते हैं।
Investment Tips: क्या आप भी हैं स्टॉक मार्केट में नए? तो सही शेयरों में निवेश के जोखिम शेयरों का चुनाव करने के लिए इन मापदंडों को अपनाएं, नहीं होगा जोखिम
कोरोना महामारी के चलते हमारे जीवन में कई तरह के बदलाव आए हैं। ऐसे में निवेश बाजार में भी एक बदलाव देखने को मिला है। छोटी बचत योजनाओं व बैंक जमा में ब्याज के घटने से अब छोटे निवेशकों ने शेयर बाजार की ओर रुख किया है। खास बात ये है कि एक ओर जहां छोटी बचत योजनाओं में निवेशकों की संखया घटी है, वहीं दूसरी ओर डीमैट खातों की संख्या बढ़कर दस करोड़ के पार पहुंच गई है। बेहतर मुनाफे के चलते भले ही निवेशकों ने इसे अपनाया है, लेकिन इसमें जोखिम भी उतना ही ज्यादा है। कई बार शेयर बाजार और शेयरों की सही समझ नहीं होने के चलते निवेशकों को बड़ा नुकसान भी उठाना पड़ा है। अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं। लेकिन इसके जोखिम को लेकर निवेश करने में हिचकिचा रहे हैं, तो आप इन मापदंडों के आधार पर अपने शेयरों का चुनाव कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि सही शेयर का चुनाव करने के कुछ मापदंड, जिनसे आपके निवेश को जोखिम भी कम होगा और बेहतर रिटर्न दिलाने में भी मदद होगी।
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