OTT Full Form In Hindi | OTT Platform क्या है ? फुल फॉर्म?
इंटरनेट के आ जाने के बाद दुनिया डिजिटल हो गई है। इसलिए अब डिजिटल दुनिया में लोग इंटरनेट प्लेटफार्म के माध्यम से ही अपने काम करना पसंद करते हैं। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में इंटरनेट के OTT प्लेटफार्म के बारे में सभी बातें और OTT की Full Form बताने जा रहे हैं। तो चलिए फिर जानते हैं कि OTT Platform क्या है और OTT Full Form क्या है?
Table of Contents
OTT Full Form In Hindi -OTT का Full Form क्या है?
OTT का फुल फॉर्म “Over The Top” है। इसे हिंदी में ओवर द टॉप कहा जाता है। यह इंटरनेट का एक ऐसा प्लेटफार्म है जो Entertainment के कॉन्टेंट जैसे- मूवी, सीरियल, वेब सीरीज, कॉमेडी प्रोग्राम, एनिमेशन मूवी आदि को ऑनलाइन माध्यम से एक्सेस करता है|
OTT Platform kya hai?
यह इंटरनेट का एक ऐसा प्लेटफार्म है जो हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन के माध्यम से मूवी, वेब Transac प्लेटफॉर्म के लाभ सीरीज, कॉमेडी शो, सीरियल आदि को उपलब्ध करवाता है। आज के दौर में OTT Platform एक ऐसा मंच बन गया है। जिसके माध्यम से लोग बिना सिनेमाघर जाए अपने घर बैठे ही मूवी व एंटरटेनमेंट के अन्य प्रोग्रामों का मजा ले रहे हैं। ओटीटी प्लेटफॉर्म के आने से पहले लोग अपने पसंदीदा कार्यक्रम या मूवी देखने के लिए केबल टीवी कनेक्शन या डीटीएच कनेक्शन का उपयोग करते थे। लेकिन अब लोग अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर इंटरनेट के माध्यम से OTT प्लेटफार्म पर अपनी पसंदीदा मूवी या प्रोग्राम आराम से देख सकते हैं।
इसका उपयोग मनोरंजनकर्ता, विज्ञापनदाता, विपणक आदि नई फिल्में, उत्पादों और सेवाओं के विज्ञापन, लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग आदि की स्क्रीनिंग के लिए कर रहे हैं। दुनिया भर में ओटीटी प्लेटफॉर्म का उपयोग कोविड-19 के समय लॉकडाउन लगने के कारण से बढ़ा है। जिसके कारण अब इसके यूजर्स की संख्या दिन प्रतिदिन तेजी से बढ़ ही रही है। वर्तमान समय में यह लोगों के मनोरंजन का एक बेहतरीन साधन बन गया है।
OTT Platforms Services के प्रकार (Type Of OTT Platform Services)
यूजर्स के लिए कॉन्टेंट के हिसाब ओटीटी प्लेटफॉर्म अलग-अलग सेवाएं देता हैं। हम आपको लोगों के द्वारा यूज Transac प्लेटफॉर्म के लाभ किए जाने वाले 3 OTT Services के बारे में बताने जा रहे हैं।
- Ad-based video-on-demand OTT (AVOD OTT)
- Subscription Video-on-Demand (SVOD) or Subscription OTT
- Transaction Based Video-on-Demand (TVOD) OTT
Ad-based video-on-demand OTT (AVOD OTT)
इस सर्विस के माध्यम से Ads लगे वीडियो देखने की मिलते हैं। AVOD OTT प्लेटफॉर्म का यूज करने के लिए यूजर्स को किसी भी तरह का कोई भुगतान नहीं करना पड़ता है। इसका मोनेटाइजेशन वीडियो विज्ञापन के द्वारा होता है। आपको बता दें यूट्यूब AVOD OTT Platform का हिस्सा है।
Subscription Video-on-Demand (SVOD) or Subscription OTT
जब यूजर के पास वीडियो स्ट्रीमिंग के लिए पैड सब्सक्रिप्शन होता है तब SVOD OTT सर्विस यूजर्स को दी जाती है। यानी इस सर्विस को उपयोग करने के लिए यूजर को भुगतान करना पड़ता है। Amazon Prime, Netflix, Hulu आदि SVOD OTT के Example है।
Transaction Based Video-on-Demand (TVOD) OTT
यूजर्स इस सर्विस को Pay Per View मॉडल के हिसाब से खरीद सकते हैं। यानी अगर आपको कोई मूवी या वीडियो देखनी है तो आप उसको खरीद सकते हैं। Apple iTunes और VUDU आदि TVOD OTT प्लेटफार्म के Example है।
Famous OTT Platform In India- भारत में फेम्स ओटीटी प्लेटफॉर्म
- Netflix
- Amazon Prime Video
- Disney+Hotstar
- SonyLIV
- ALTBalaji
- Voot
- Zee5
- Viu
अमेरिका में Famous OTT Platform
- Netflix
- Amazon Prime Video
- ESPN+
- Sling TV
- Hulu (SVOD)
- Starz
- Showtime
- MLB.TV
- HBO Now
- CBS All Access
मुझे उम्मीद है आप हमारे लिए आर्टिकल के माध्यम से OTT Full Form In Hindi बारे में अच्छे से जान सके होंगे। इसके अलावा आपको OTT Platform की जानकारी भी मिल गई होगी। जिसे पढ़कर आप OTT Platform के Transac प्लेटफॉर्म के लाभ बारे में \ जान सके होंगे। इसी तरह की ओर Short Words की Full Form जाने के Transac प्लेटफॉर्म के लाभ लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करें।
डिजिटल लेन-देन के लिए किया जा रहा है जागरूकः एलडीएम
वित्तीय लेन-देन में डिजिटल प्लेटफॉर्म के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए एक नवंबर से ही जिलेभर में अभियान चलाया.
धनबाद, विशेष संवाददाता
वित्तीय लेन-देन में डिजिटल प्लेटफॉर्म के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए एक नवंबर से ही जिलेभर में अभियान चलाया जा रहा है। अभियान 30 नवंबर तक चलेगा। उक्त बातें अग्रणी बैंक जिला प्रबंधक (एलडीएम) राजेश कुमार सिन्हा ने गुरुवार को कही। इसके लिए बैंक में कार्यशाला का आयोजन भी किया गया। कार्यशाला में बैंकों के अधिकारी मौजूद थे।
एलडीएम ने कहा कि रिजर्व बैंक वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए राष्ट्रव्यापी सघन जागरुकता अभियान चल रहा है। अभियान का मुख्य उद्देश्य आमलोगों को वित्तीय साक्षर बनाना है। डिजिटल प्लेटफॉर्म के सुरक्षित उपयोग की भी जानकारी देनी है। Transac प्लेटफॉर्म के लाभ अधिक से अधिक लोगों को डिजिटल लेनदेन के लिए प्रेरित करना, साइबर धोखाघड़ी से लोगों को बचाव की जानकारी देनी भी है। इसके लिए जिले के सभी बैंक शाखाओं की ओर से पंचायत, प्रखंड, जिला स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है। जानकारी देने के लिए पंपप्लेट, पोस्टर, होर्डिंग्स, सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों का उपयोग किया जा रहा है। इसमें जिले के नोडल पदाधिकारी के रूप में आईसीआईसीआई बैंक के सुजीत कपूर, इंडियन बैंक के पीटर लुगुन एवं जिले के सभी बैंक के जिला समन्वयकों को इसकी ज़िम्मेदारी दी गई है।
भारत के UPI प्लेटफॉर्म को लागू करने वाला ये बना पहला देश, डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा
UPI latest news: एनपीसीआई की इंटरनेशनल ब्रांच एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) ने नेपाल में सेवाएं देने के लिए गेटवे पेमेंट्स सर्विस (GPS) और मनम इन्फोटेक के साथ हाथ मिलाया है.
डिजिटल इकोनॉमी को मजबूत करने में उल्लेखनीय मदद मिलेगी. (PTI)
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने गुरुवार को कहा कि नेपाल भारत की यूपीआई प्रणाली (UPI System) को अपनाने वाला पहला देश बन गया है. इससे पड़ोसी देश की डिजिटल इकोनॉमी को मजबूत करने में उल्लेखनीय मदद मिलेगी. पीटीआई की खबर के मुताबिक, एनपीसीआई की इंटरनेशनल ब्रांच एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) ने नेपाल में सेवाएं देने के लिए गेटवे पेमेंट्स सर्विस (GPS) और मनम इन्फोटेक के साथ हाथ मिलाया है.
लोगों के लिए सुविधा बढ़ेगी
खबर के मुताबिक, जीपीएस नेपाल में अधिकृत भुगतान प्रणाली ऑपरेटर है. मनम इन्फोटेक नेपाल में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) को लागू करेगी. एनपीसीआई ने एक बयान में कहा कि इस गठजोड़ से नेपाल में लोगों के लिए सुविधा बढ़ेगी और डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा. बयान के मुताबिक, नेपाल, भारत के बाहर पहला देश होगा, जिसने नकद लेनदेन के डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने वाले भुगतान मंच के रूप में यूपीआई को अपनाया है.
यूपीआई ने पॉजिटिव असर डाला
जीपीएस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राजेश प्रसाद Transac प्लेटफॉर्म के लाभ मनंधर ने कहा कि यूपीआई सेवा ने भारत में डिजिटल भुगतान के मामले में बहुत सकारात्मक प्रभाव डाला है. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि यूपीआई नेपाल में (upi in nepal) डिजिटल अर्थव्यवस्था को बदलने और कम नकदी वाले समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
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2021 में 940 अरब डॉलर के 3,900 करोड़ वित्तीय लेनदेन
एनआईपीएल के सीईओ रितेश शुक्ला ने बयान में कहा कि हमें विश्वास है कि यह पहल एनआईपीएल की तकनीकी क्षमताओं और वैश्विक स्तर पर अपनी बेमिसाल पेशकश को बढ़ाने में मददगार होगी. यूपीआई ने 2021 में 940 अरब डॉलर के 3,900 करोड़ वित्तीय लेनदेन को सक्षम किया, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 31 प्रतिशत के बराबर है.
देश में डिजिटल लेनदेन का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बना पेटीएम, जानिए क्या रही वजह
पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) देश का तेजी से बढ़ता डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म है। पेटीएम वॉलेट, पेटीएम फास्टैग, पेटीएम यूपीआई और नेट बैंकिंग माध्यमों के जरिए होने वाले लेन-देन की वजह से पेटीएम ने यह उपलब्धि हासिल की है।
पेटीएम (Paytm) देश का सबसे बड़ा डिजिटल प्लेटफॉर्म बन गया है।
हाइलाइट्स
- पेटीएम पेमेंट्स बैंक बना देश का सबसे बड़ा डिजिटल लेन-देन प्लेटफॉर्म
- मार्च में 97 करोड़ डिजिटल लेन-देन करने वाला भारत का पहला पेमेंट बैंक
- 6.4 करोड़ खातों के साथ भारत की सबसे बड़ी डिजिटल बैंकिंग सेवा प्रदाता कंपनी
- 325 मिलियन वॉलेट के साथ पेटीएम वॉलेट की स्थिति और अधिक मजबूत
पीपीबीएल यूपीआई लेन-देन के लिए लगातार सबसे बड़ा बैंक बना हुआ है। साथ ही यह यूपीआई भुगतान के लिए सबसे बड़ा प्रेषक बैंक भी बना हुआ है। एनपीसीआई के आंकड़ों के मुताबिक सभी यूपीआई प्रेषक बैंकों के मुकाबले इसकी डिक्लाइन दर मात्र 0.11% है। वहीं सभी यूपीआई लाभार्थी बैंकों के मामले में इसकी डिक्लाइन दर 0.04% है। पेटीएम वॉलेट कुल लेन-देन में व्यापारिक भुगतान की 85% हिस्सेदारी के साथ लगातार वृद्धि कर रहा है।
32.5 करोड़ पेटीएम वॉलेट
पीपीबीएल ने पेटीएम वॉलेट के जरिए देश में ऑनलाइन भुगतान की प्रक्रिया का लोकतंत्रीकरण किया है और यह लगातार सबसे बेहतरीन और मजबूत डिजिटल पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बना हुआ है। मासिक आधार पर इसकी ग्रोथ रेट 15% है। 32.5 करोड़ पेटीएम वॉलेट के साथ यह अग्रणी डिजिटल पेमेंट सर्विस प्लेटफॉर्म बना हुआ है। 78% से अधिक वॉलेटधारी रोजाना के भुगतान या लेन-देन के लिए इस सेवा का इस्तेमाल करते हैं। जनता के बीच पेटीएम वॉलेट के व्यापक इस्तेमाल की लोकप्रियता को इस बात से आंका जा सकता है कि 85% से अधिक वॉलेट लेन-देन व्यापारिक लेन-देन हैं, जो ऑनलाइन Transac प्लेटफॉर्म के लाभ प्लेटफफॉर्म और किराना स्टोर के जरिए होता है।
90 लाख से अधिक फास्टैग की बिक्री
अभी तक करीब 90 लाख से अधिक फास्टैग की बिक्री और 4.2 लाख मासिक लेन-देन के साथ पेटीएम पेमेंट बैंक का फास्टैग डिजिटल टोल भुगतान के मामले में भारत का सबसे बड़ा और पसंदीदा विकल्प बन कर उभरा है। इसके जरिए उपभोक्ता सीधे अपने पेटीएम वॉलेट से फास्टैग के लिए भुगतान कर सकते हैं। सुविधाजनक इस्तेमाल और आसान एकीकरण प्रक्रिया, जिसमें न्यूनतम दस्तावेजों की जरूरत, तत्काल एक्टिवेशन और उम्मीद से बेहतर ग्राहक सेवा शामिल है, के कारण यह व्यावसायिक परिवहन समेत वाहन मालिकों के बीच काफी तेजी से लोकप्रिय हुआ है। पीपीबीएल 270 टोल प्लाजाओं पर कैशलेस भुगतान की सुविधा दे रहा है और इसके जरिए इस पर मासिक 5.7 करोड़ लेन-देन हो रहा है।
पेटीएम पेमेंट बैंक लिमटेड के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर सतीश कुमार गुप्ता ने कहा कि डिजिटल बैंकिंग और भुगतान में हमारा नेतृत्व इस भरोसे का गवाह है जो पूरे देश ने हमारी सेवाओं पर दिखाया है। हम लगातार और अधिक व्यापारियों का सशक्तीकरण करते रहेंगे और उन्हें डिजिटल लेन-देन की व्यवस्था में शामिल करते रहेंगे ताकि उन्हें हमारी नवीनतम सेवाओं का लाभ मिल सकें। हम आत्मनिर्भर भारत को बनाने के मामले में अहम भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
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