Final Trade: बाजार की दमदार क्लोजिंग, निफ्टी-सेंसेक्स 1% से ज्यादा उछले, इन शेयरों ने किया धमाल

हफ्ते के दूसरे कारोबारी सेशन के दिन शेयर बाजार ने दमदार क्लोजिंग की. निफ्टी और सेंसेक्स में अच्छा रिबाउंड देखने को मिला और दोनों इंडेक्स 1-1 ट्रेडिंग सेशन के दौरान क्या होता है फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ बंद हुए. आज के ट्रेडिंग सेशन के दौरान सेंसेक्स में 776.72 प्वाइंट की तेजी देखने को मिली और ये इंडेक्स 57,356.61 के लेवल पर बंद हुआ. इसके अलावा निफ्टी 50 इंडेक्स में 246.80 प्वाइंट की तेजी देखने को मिली और ये इंडेक्स 17,200.80 के लेवल पर बंद होने में कामयाब रहा. आज के ट्रेडिंग सेशन में 1886 शेयरों में खरीदारी देखने को मिली और 1422 शेयरों में बिकवाली देखने को मिली. इसके अलावा 108 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ.

Muhurat Trading 2022: आज सिर्फ 1 घंटे के लिए खुलेगा बाजार, जानिए मुहूर्त ट्रेडिंग से जुड़ी हर जानकारी

Muhurat Trading 2022: दिवाली और लक्ष्मी पूजन के कारण इस दिन नियमित ट्रेडिंग बंद रहेगी। शेयर बाजार बस Muhurat Trading के लिए शाम में एक घंटे के लिए खुलेंगे

Muhurat Trading 2022: दिवाली के दिन से हिंदू संवत वर्ष 2079 (Samvat 2079) की शुरुआत हो रही है। हिंदू संवत के पहले दिन दीपावली (Diwali 2022) यानि सोमवार 24 अक्टूबर को प्रमुख शेयर बाजार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में एक घंटे की ट्रेडिंग होगी। इसे ‘मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading)’ कहा जाता है।

जानिए कब शुरू होगी मुहूर्त ट्रेडिंग

BSE और NSE ने अलग-अलग सर्कुलर में बताया कि यह कारोबारी सत्र शाम को 6:15 PM से 7:15 PM के बीच होगा। ब्लॉक डील सेशन शाम 5.45 से शाम 6 बजे तक होगा और प्री-ओपनिंग सेशन शाम 6 बजे से शाम 6.08 बजे के बीच होगा।

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Muhurat Trading की क्या है परंपरा?

दिवाली और लक्ष्मी पूजन के कारण इस दिन नियमित ट्रेडिंग बंद रहेगी। शेयर बाजार बस Muhurat Trading के लिए शाम में एक घंटे के लिए खुलेंगे। यह एक प्रतीकात्मक और पुरानी परंपरा है जिसे ट्रेडिंग कम्युनिटी ने पिछले 100 सालों से अधिक समय से बनाए रखा है और इसे हर साल मनाते हैं। ऐसी मान्यता है कि ‘मुहूर्त’ के दौरान सौदे करना शुभ होता है और यह वित्तीय समृद्धि लाता है।

ऑनलाइन ब्रोकरेज फर्म अपस्टॉक्स (Upstox) के डायरेक्टर पुनीत माहेश्वरी ने बताया, "किसी भी नई चीज की शुरुआत करने के लिए दीपावली को सबसे अच्छा वक्त माना जाता है। बाजार में निवेशकों का सेंटीमेंट पॉजिटिव है और विभिन्न सेक्टर्स में खरीदारी हो रही है। माना जाता है कि इस सत्र के दौरान खरीदारी करने पर निवेशक को सालभर लाभ मिलता है।"

उन्होंने कहा कि यह सत्र केवल एक घंटे का है इसलिए नए कारोबारियों को इस दौरान सतर्कता बरतनी चाहिए क्योंकि बाजार में उतार-चढ़ाव आता रहता है।

Sanctum Wealth में प्रॉडक्ट एंड सॉल्यूशंस के को-हेड मनीष जेलोका ने कहा कि संवत 2078 के दौरान (पिछली दिवाली से इस दिवाली तक) भारतीय शेयर बाजारों ने ग्लोबल बाजारों की तुलना में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था और इसे संवत 2079 में भी जारी ट्रेडिंग सेशन के दौरान क्या होता है रहने की उम्मीद है। भारतीय शेयर बाजारों में 26 अक्टूबर को भी दिवाली बालिप्रतिपदा के मौके पर कारोबार बंद रहेगा।

MoneyControl News

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First Published: Oct 24, 2022 7:21 AM

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क्या हम मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान इंट्राडे सौदे कर सकते हैं?

मुहूर्त ट्रेडिंग शेयर बाजार की काफी पुरानी परंपरा है. बीएसई ने साल 1957 से इसे सहेज कर रखा है. एनएसई पर इसकी शुरुआत 1992 से हुई थी.

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मुहूर्त कारोबार के दौरान पहला ऑर्डर खरीदारी का दिया जाता है. इस दिन कारोबारी आमतौर पर नफे-नुकसान की चिंता नहीं करते हैं.

मुहूर्त कारोबार के दौरान पहला ऑर्डर खरीदारी का दिया जाता है. इस दिन कारोबारी आमतौर पर नफे-नुकसान की चिंता नहीं करते हैं. मान्यता है कि इस दिन खरीदे गए शेयरों को भविष्य की पीढ़ी के लिए संजो कर रखा जाता है.

ऐसा नहीं है कि इस दिन कोई बेच नहीं सकता. इंट्राडे ट्रेड भी किए जाते हैं, मगर बाजार आम दिन की तरह रफ्तार नहीं पकड़ता. बाजार में कोई शेयर तभी खरीद सकता है, जब कोई दूसरा बेच रहा हो. इसका अर्थ है कि बाजार में खरीदे और फरोख्त, दोनों ही किस्म के सौदे किए जाते हैं.

क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग का समय?

महुर्त ट्रेडिंग का समय बहुत पहले से निर्धारित नहीं होता. बीएसई और एनएसई दिवाली से कुछ दिन पहले शुभ मुहर्त का आधार पर इसका ऐलान करते हैं. पूरा सत्र एक घंटे का होता है. इस दौरान शेयरों की खरीद-फरोख्त सामान्य रूप से की जाती है. मुहर्त ट्रेडिंग कारोबारी घंटों के इतर भी हो सकती है.

मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान कारोबार सामान्य सत्र की तरह ही होता है. बाजार खुलने से पहले के 15 मिनट प्री-ओपनिंग सेशन होता है. इस दौरान सातवें से आठवें मिनट के बीच में बाजार सेटल होता है. फिर तय समय पर सामान्य कारोबार शुरू होता है.

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Opening and closing time of stock market in India

भारतीय शेयर बाजार के खुलने तथा बंद होने के समय को तीन भागो में बांटा गया है। इस आर्टिकल में आप भारतीय शेयर बाजार के opening and closing time के बारे में विस्तार से जानेंगे। तो चलिए जानते हैं- Opening and closing time of stock market in India, Stock market की टाइमिंग को तीन भागों डिवाइड किया गया है। 1.प्री ओपनिंग सेशन 2. नार्मल सेशन या रेग्युलर सेशन 3. पोस्ट क्लोजिंग सेशन

Opening and closing time of Stock market in India

1.प्री ओपनिंग सेशन

Market Opening शरुआत प्रीओपनिग सेशन से होती है।प्रीओपनिंग सेशन का समय सुबह नौ बजे से नौ पंद्रह तक होता है इसमें तीन स्लॉट होते है। पहला स्लॉट सुबह नौ बजे से नौ बजकर आठ मिनट तक, इसे ऑर्डर एंट्री पीरियड कहते ,है, इस पीरियड में शेयर खरीद तथा बिक्री के ऑर्डर दे सकते है।

अगर आपको अपना आर्डर रद्द करना है तो वो भी कर सकते है। नौ बजकर सात या आठ मिनट के दौरान यह स्लॉट खत्म हो जाता है। Life Insurance Corporation Lic के initial public offer (IPO) से पैसे कैसे कमायें?

दूसरा स्लॉट सबह नौ बजकर आठ मिनट से नौ बजकर बारह मिनट तक होता है। इस स्लॉट में ऑर्डर मैचिंग की प्रक्रिया की जाती है तथा नार्मल सेशन की opening price निकाली जाती है। इस सेशन में शेयर खरीदने तथा बेचने के आर्डर केंसिल या मॉडिफाई नहीं कर सकते। Initial Public Offering (IPO) क्या है और यह कैसे काम करता है?
तीसरा स्लॉट नौ बजकर बारह मिनट से नौ बजकर पंद्रह मिनट तक होता है। इसे बफर पीरियड कहते है। इस सेशन में प्रीओपनिंग सेशन का स्मूथली ट्रांसफर होता है। जिस कीमत पर ज्यादातर buy / sell आर्डर मैच होते है वह equilibrium price कहलाती है और वही नॉर्मल सेशन की ओपनिंग प्राइस होती है।
Bilateral Matching System में जब शेयर खरीदने तथा बेचने की कीमत मैच हो जाती है, तो आर्डर ऑटोमेटिक रूप से पूरा हो जाता है। अगर शेयर खरीदने तथा बेचने वाले ज्यादा हो, तो कीमत तथा समय की प्रायोरिटी के हिसाब से सारे ऑर्डर पूरे किये जाते है। उम्मीद है आपको Opening and closing time of stock market in India पर यह लेख पसंद आ रहा होगा।

2.नॉर्मल सेशन (continuous session )

नॉर्मल सेशन की शरूआत सुबह नौ बजकर पंद्रह मिनट से होती है तथा यह साढ़े तीन बजे तक लगातार चलता है। इसे continuous session भी कहते है। इस सेशन में आप सुबह के सवा नौ बजे से शाम के साढ़े तीन बजे तक आप जब भी चाहे शेयर खरीद तथा बेच सकते है। शेयर मार्केट निवेश के दौरान ध्यान देने योग्य बातें

नॉर्मल सेशन में bilateral matching system का उपयोग किया जाता है, यानी कि जब buyer तथा seller की प्राइस मैच हो जाती है, तब वह सौदा ट्रेडिंग सेशन के दौरान क्या होता है अपने आप पुरा हो जाता है। अगर शेयर खरीदने तथा बेचने वाले ज्यादा हो, तब टाइम की प्रायोरिटी के हिसाब से सारे सौदे पूरे किये जाते है।
Bilateral Matching System की वजह से stock market opening प्राइस बहुत volatile रहती है। इसी volatility को कम करने के लिए प्रीओपनिंग सेशन लाया गया। फांग शेयरऔर फांग कंपनी क्या हैं ?

जिसमे मल्टी लेयर्ड मैचिंग सिस्टम यानी जिस प्राइस पर ज्यादातर आर्डर मैच होते हैं। उस प्राइस को नॉर्मल सेशन की ओपनिंग प्राइस बनाकर, स्टॉक एक्सचेंज ने ओपनिंग प्राइस वोलेटिलिटी को कम करने का प्रयास किया है।
इंडिया में बहुत कम ट्रेडर्स प्रीओपनिंग सेशन में पार्टिसिपेट करते है, ज्यादातर ट्रेडर्स नॉर्मल ट्रेडिंग सेशन की शुरुआत में ही ट्रेडिंग करते हैं। इसलिए नॉर्मल ट्रेडिंग सेशन के शुरू के दस, पंद्रह मिनट बहुत ही वोलेटाइल रहते है। नार्मल सेशन के शुरुआत में आपको बहुत सोच समझ कर ट्रेड करना चाहिए।

यदि आप शेयर मार्केट में नुकसान नहीं उठाना चाहते तो आपको बेंजामिन ग्राहम द्वारा लिखित बुक 'द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर बुक (हिंदी) को एक बार जरूर पढ़ना चाहिए। इस बुक को शेयर मार्केट की बाइबिल भी कहा जाता है। The intelligent investors book को जरूर पढ़ना चाहिए।

नॉर्मल सेशन खत्म होने के बाद यानि साढ़े तीन बजे के बाद के दस मिनट का टाइम क्लोजिंग प्राइस के कैलकुलेशन के लिए होता है। इस दस मिनट में यानी साढ़े तीन बजे से तीन बजकर चालीस मिनट तक क्लोजिंग प्राइस का कैलकुलेशन होता है क्योंकि साढ़े तीन बजे जब नॉर्मल सेशन ट्रेडिंग बंद हो जाती है।

तब stocks तथा index का जो बंद होने का भाव होता है वह closing price नहीं होता है। शेयरों तथा इंडेक्स की क्लोजिंग प्राइस उनकी आखिरी आधे घंटे यानि तीन से साढ़े तीन के बीच के ट्रेडिंग प्राइस का औसत होता है। शेयर बाजार से पैसे कमाने के दस सबसे अच्छे तरीके क्या हैं?
इंडेक्स जैसे निफ़्टी इंडेक्स, आईटी इंडेक्स, बैंक इंडेक्स आदि का क्लोजिंग प्राइस इनके इंडेक्स में जो भी शेयर शामिल हैं। उनके आखिरी आधे घंटे के ट्रेडिंग प्राइस का वेटेड एवरेज होते है। जिसे वॉल्यूम वेटेड एवरेज प्राइस कहते है। ज्यादातर closing price दो या तीन मिनट में ही आ जाते है यानि की तीन बजकर बत्तीस या तैंतीस मिनट पर।

Post Closing Session

पोस्ट क्लोजिंग सेशन तीन चालीस से चार बजे तक होता है। यानी कि सिर्फ बीस मिनट के लिए। हम इस सेशन में नार्मल सेशन के क्लोजिंग प्राइस पर शेयर खरीद तथा बेच सकते है- जैसे मन लीजिये इंफोसिस के शेयर का क्लोजिंग प्राइस 600 रूपये है तथा कोई ट्रेडर इंफोसिस के शेयर खरीदना या बेचना चाहता है, तो वह post closing session में 600 रूपये के भाव पर खरीद या बेच सकता है।
प्रीओपनिंग सेशन तथा पोस्ट क्लोजिंग सेशन सिर्फ cash segment में ही होते है। फ्यूचर एंड ऑप्शन में ये दोनों सेशन नहीं होते है।संक्षेप में Stock market opening and closing in India इस प्रकार है -
9, 00 AM To 9 ; 15 AM , Price Opening Session
9, 15 AM To 3 ; 30 PM Normal Session ( Regular Session )
3, 30 PM To 3 ; 40 PM Closing Price Calculation
3, 40 PM To 4 ; 00 PM Post Closing Session
कई बार ऐसा होता है कि stock market open session के दौरान किसी कारणवश शेयर खरीद या बेच नहीं पाहैं। तब After Market Order यानि AMO का उपयोग कर सकते है। आफ्टर मार्केट ऑर्डर में आप अपने शेयर खरीदने तथा बेचने के ऑर्डर, स्टॉक मार्केट बंद होने से लेकर स्टॉक मार्केट खुलने तक दे सकते है। इस समय में वास्तविक ट्रेडिंग नहीं होती है, क्योंकि तो बंद ही Stock market रहता है आप बस अगले ट्रेडिंग सेशन के लिए ऑर्डर प्लेस सकते है।
अलग-अलग ब्रोकर्स के आफ्टर मार्केट ऑर्डर का समय अलग हो सकता है। कुछ स्टॉक ब्रोकर आफ्टर मार्केट ऑर्डर कि सुविधा नहीं प्रदान करते है। Stock market में एक स्पेशल ट्रेडिंग सेशन भी होता है, जिसे दीपावली पर किया जाता है। इसे मुहूर्त ट्रेडिंग भी कहते है। इसमें दीपावली के दिन एक घंटे के लिए ट्रडिंग होती है। मुहूर्त ट्रडिंग ज्यादातर शाम के समय होती है।

एक रिक्वेस्ट है, प्लीज़ इस आर्टिकल में दिखाये गये ट्रेडिंग सेशन के दौरान क्या होता है ट्रेडिंग सेशन के दौरान क्या होता है किसी एक विज्ञापन पर किल्क अवश्य करें क्योंकि यह बिल्कुल फ्री है। जिससे इस साइट के मेंटिनेंस के लिए कुछ अर्निग्स भी हो सके। धन्यवाद
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