Cryptocurrency Kya Hai? क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है और यह कैसे काम करती है?
क्रिप्टो करेंसी क्या है? बिटकॉइन पहली और सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी है। क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल या वर्चुअल टोकन हैं जो अपने लेनदेन को सुरक्षित करने और नई इकाइयों के निर्माण को नियंत्रित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करते हैं।
बिटकॉइन 2009 में एक अज्ञात व्यक्ति या लोगों के समूह द्वारा बनाया गया था जो खुद को सातोशी नाकामोटो कहते थे। क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत हैं , जिसका अर्थ है कि वे सरकार या वित्तीय संस्थान के नियंत्रण के अधीन नहीं हैं।
क्रिप्टो करेंसी क्या है
परिचय : क्रिप्टो करेंसी क्या है और इसे क्यों बनाया गया ?
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक डिजिटल या आभासी मुद्रा है जो अपने लेनदेन को सुरक्षित करने और नई इकाइयों के निर्माण को नियंत्रित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करती है। क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत हैं , जिसका अर्थ है कि वे सरकार या वित्तीय संस्थान के नियंत्रण के अधीन नहीं हैं। बिटकॉइन , पहली और सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी में से एक , 2009 में बनाया गया था।
बिटकॉइन : यह कैसे काम करता है और इसे कहां से खरीदें
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक डिजिटल या आभासी मुद्रा है जो अपने लेनदेन को सुरक्षित करने और नई इकाइयों के निर्माण को नियंत्रित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करती है। क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत हैं , जिसका अर्थ है कि वे सरकार या वित्तीय संस्थान के नियंत्रण के अधीन नहीं हैं। बिटकॉइन , पहली क्रिप्टोक्यूरेंसी , 2009 में बनाई गई थी।
क्रिप्टोकरेंसी का अक्सर विकेन्द्रीकृत एक्सचेंजों पर कारोबार किया जाता है और इसका उपयोग वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने के लिए भी किया जा सकता है। बिटकॉइन सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोक्यूरेंसी है और इसे कॉइनबेस और जेमिनी जैसे एक्सचेंजों पर खरीदा जा सकता है। Ethereum, Litecoin और Bitcoin Cash भी लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी हैं जिन्हें विभिन्न एक्सचेंजों पर खरीदा जा सकता है।
एथेरियम : यह क्या है और इसका उपयोग कैसे करें
क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल या वर्चुअल टोकन हैं जो अपने लेनदेन को सुरक्षित करने और नई इकाइयों के निर्माण को नियंत्रित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करते हैं। क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत हैं , जिसका अर्थ है कि वे Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है? सरकार या वित्तीय संस्थान के नियंत्रण के अधीन नहीं हैं। बिटकॉइन , पहली और सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोक्यूरेंसी , 2009 में बनाई गई थी। एथेरियम एक नई क्रिप्टोकरेंसी है जो ब्लॉकचेन तकनीक का भी उपयोग करती है।
क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने के लिए किया जा सकता है , या निवेश के रूप में रखा जा सकता है। क्रिप्टोकरेंसी का अक्सर विकेन्द्रीकृत एक्सचेंजों पर कारोबार किया जाता है और इसका उपयोग नई क्रिप्टोकरेंसी बनाने के लिए भी किया जा सकता है।
लाइटकॉइन : एक संक्षिप्त अवलोकन
क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल या वर्चुअल टोकन हैं जो अपने लेनदेन को सुरक्षित करने और नई इकाइयों के निर्माण को नियंत्रित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करते हैं। क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत हैं , जिसका अर्थ है कि वे सरकार या वित्तीय संस्थान के नियंत्रण के अधीन नहीं हैं। बिटकॉइन , पहली और सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोक्यूरेंसी , 2009 में बनाई गई थी।
क्रिप्टोकरेंसी का अक्सर विकेन्द्रीकृत एक्सचेंजों पर कारोबार किया जाता है और इसका उपयोग वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने के लिए भी किया जा सकता है। बिटकॉइन सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोक्यूरेंसी है , लेकिन लिटकोइन , रिपल , एथेरियम और बिटकॉइन कैश सहित हजारों अन्य हैं। क्रिप्टोकरेंसी अक्सर अस्थिर होती हैं और बड़ी कीमतों में उतार – चढ़ाव का अनुभव कर सकती हैं।
निष्कर्ष
अंत में , क्रिप्टोक्यूरेंसी एक डिजिटल या आभासी मुद्रा है जो अपने लेनदेन को सुरक्षित करने और नई इकाइयों के निर्माण को नियंत्रित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करती है। क्रिप्टोक्यूरेंसी विकेंद्रीकृत है , जिसका अर्थ है कि यह सरकार या वित्तीय संस्थान के नियंत्रण के अधीन नहीं है। यह कई उपयोगकर्ताओं के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है जो पारंपरिक मुद्रा के विकल्प की तलाश में हैं। जबकि क्रिप्टोकुरेंसी अभी भी अपने शुरुआती चरण में है , इसमें हमारे सोचने और पैसे का उपयोग करने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव करने की क्षमता है।
Cryptocurrency Kya Hai और कैसे काम करती है?
प्रत्येक देश की एक मुद्रा होती है। जिसमे लेनदेन किया जाता है। उसको उस देश की currency कहते है। यह पूर्ण रूप से सरकार द्वारा मान्य होती है। जैसे हमारे देश भारत की currency रुपया है। इसको भारत सरकार जारी करती है।
उसी प्रकार सभी देशो की अपनी अपनी करेंसी है। अमेरिका की करेंसी डॉलर है और चीन की करेंसी युआन है। यह सभी फिजिकल रूप से मौजूद है। इनको आप आसानी से बैंक या लॉकर में रख सकते है। फिजिकल करेंसी में आप 50 का नोट देकर सामान खरीद सकते है।
लेकिन एक करेंसी ऐसी Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है? भी है जो आजकल बहुत प्रचलन में है। जिसको Crytocurrency के नाम से जाना जाता है। Crytocurrency का कोई फिजिकल रूप नहीं होता। यह एक डिजिटल करेंसी है। आप इसको टच नहीं कर सकते बस यह आप के मोबाइल या कंप्यूटर में दिख सकती है।
Cryptocurrency Kya Hai
Cryptocurrency पूर्ण रूप से एक डिजिटल करेंसी है। इस पर किसी का नियंत्रण नहीं होता है। यह शक्तिशाली कंप्यूटर के द्वारा ऑपरेट की जाती है जो आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस पर कार्य करता है। इसका फिजिकल अस्तित्व मौजूद नहीं होता है। इसको आप बैंक या लॉकर में नहीं रख सकते। Cryptocurrency को हाथ में लेकर टच करना भी संभव नहीं है। आप बस इसकी मौजूदगी को महसूस कर सकते हो ।
Cryptocurrency एक डिजिटल मुद्रा है जो आमतौर पर केवल इलेक्ट्रॉनिक रूप से मौजूद होती है। इसे क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित किया जाता है, जिससे इसका नकली रूप बनाना या बिना अनुमति के खर्च करना लगभग असंभव हो जाता है। ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचैन तकनीक पर आधारित होती है। जो इसको विकेन्द्रीकृत नेटवर्क का रूप प्रदान करती हैं। Cryptocurrency की एक विशेषता यह है कि वे आम तौर पर किसी भी देश के केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा जारी नहीं की जाती हैं। यह इन्हें सैद्धांतिक रूप से सरकारी हस्तक्षेप या किसी भी प्रकार के नियंत्रण से मुक्त करता हैं।
क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसी प्रणाली हैं जो ऑनलाइन सुरक्षित भुगतान की अनुमति देती हैं, इन्हें वर्चुअल “टोकन” के रूप में दर्शाया जाता है। क्रिप्टो करेंसी से आप ट्रेडिंग और माइनिंग कर सकते है। बहुत सी कंपनी ने क्रिप्टो करेंसी में लेन देन भी शुरू कर दिया है।
बिटकॉइन
बिटकॉइन के आने के बाद ही क्रिप्टोकोर्रेंसी का चलन शुरू हुआ। आज यह क्रिप्टो मार्किट में टॉप पर है। इसके कम या ज्यादा होने मात्र से मार्किट में उथल पुथल हो जाती है। बिटकॉइन की लॉन्चिंग 2009 में हुई थी। यह ब्लॉक चैन आधारित क्रिप्टो करेंसी है।
बिटकॉइन को एक व्यक्ति या समूह द्वारा लॉन्च किया गया था, जिसे “सातोशी नाकामोटो” के नाम से जाना जाता है। जहा इसकी शुरूआती प्राइज इतनी कम थी कि 10 बिटकॉइन से एक पिज़्ज़ा आता था। वही 2021 में 1 बिटकॉइन की कीमत 60 लाख भारतीय रुपए तक पहुंच चुका है।
बिटकॉइन के अलावा भी कई क्रिप्टोकरेंसी इस समय प्रचलन में है। उनकी लिस्ट नीचे देखें।
Cryptocurrency list
- Bitcoin
- Etherum
- BTS
- USDT Tether
- Lite coin
- Ripple (XRP)
- Cardano (ADA)
- Binance Coin (BNB)
- Polkadot (DOT)
- Steller (XLM)
- Doge Coin
- Peer Coin
- EOS
- Etherum Classic
- Chainlink
- Tron
- Bitcoin cash
इनके अलावा भी इस समय बहुत सी क्रिप्टो करेंसी मौजूद है। जिसकी कीमत कम ज्यादा होती रहती है।
Cryptocurrency Exchanges in India
भारत में भी क्रिप्टोकोर्रेंसी का चलन बढ़ता जा रहा है। लोग इसमें खूब इन्वेस्ट कर रहे है। क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग करने के लिए एक प्लेटफार्म की आवशयकता होती है जिसे exchange के नाम से भी जाना जाता है। इस समय भारत में कई प्लेटफार्म मौजूद है जहा पर आसानी से ट्रेडिंग की जा सकती है।
- Binance
- Wazir x
- Coin DcX
- Coin Base
- Blockchain.com
- KuCoin
- Bithumb
- Huobi Global
क्रिप्टो करेंसी कैसे काम करती है?
पारंपरिक मुद्राओं के विपरीत, क्रिप्टोकरेंसी केवल owner के पास डिजिटल रिकॉर्ड के रूप में मौजूद होती है। इसको ब्लॉकचेन पर रखा जाता है। जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को क्रिप्टो करेंसी भेजता है तो यह उस उपयोगकर्ता के डिजिटल वॉलेट में भेजी जाती हैं। इस लेन-देन को अंतिम रूप से मिन्नेर्स के द्वारा सत्यापित किया जाता है। जो इसे ब्लॉकचेन में जोड़कर इसका ट्रांसफर करते है।
क्रिप्टो करेंसी क्या है कैसे काम करती है | CryptoCurrency In Hindi (June 2022)
CryptoCurrency Kya Hai In Hindi: वर्तमान समय में क्रिप्टोकरंसी बहुत ही चर्चा का विषय बन रहा है और दिन प्रतिदिन इसकी लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है पर क्या आप जानते हैं क्रिप्टो करेंसी क्या है कैसे काम करती है | CryptoCurrency In Hindi (June 2022) , इसका इतिहास क्या है और इसके फायदे और इसके नुकसान
दोस्तों आज मैं आपको क्रिप्टो करेंसी के बारे में बहुत ही आसान भाषा से समझाने वाला हूं क्रिप्टो करेंसी दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है जिसमें क्रिप्टो का मतलब छिपा हुआ या गोपनीय होता है और करेंसी का मतलब मुद्रा या पैसा होता है
cryptocurrency in detail
Table of Contents
क्रिप्टो करेंसी क्या है ( CryptoCurrency In Hindi )
क्रिप्टो करेंसी एक वर्चुअल करेंसी तथा डिजिटल करेंसी है जिसे आप आम करंसी जेसे रुपए और डॉलर के तरह नहीं ना छू सकते हो ना ही पकड़ सकते हो क्योंकि यह Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है? एक डिजिटल करेंसी है जो सिर्फ ऑनलाइन कंप्यूटर में ही दिखती है और यह डिजिटल वॉलेट में सेव रहती है सबसे ज्यादा लोकप्रिय करेंसी बिटकॉइन है, जिसे आप अच्छे से जानते होंगे बिटकॉइन का पेमेंट भी एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में ऑनलाइन ही होता हैक्रिप्टो करेंसी एक ऐसी करेंसी है जिस पर किसी भी गवर्नमेंट अथॉरिटी या किसी भी देश या एजेंसी का कोई कंट्रोल नहीं है इसको कंट्रोल सब लोग करते हैं जो लोग इसे खरीदते हैं तथा जो लोग इसे बेचते हैं
क्रिप्टो करेंसी कैसे काम करती
क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से काम करती है जो इंक्रिप्टेड मतलब कोडेड होती है जिसे बहुत पावरफुल कंप्यूटर के द्वारा कंट्रोल किया जाता है
क्रिप्टो करेंसी का इतिहास
क्रिप्टो Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है? करेंसी की खोज संतोषी नाकामोतो ने 2008 में करी थी लेकिन आज तक यह नहीं पता चल पाया कि जो संतोषी नाकामोतो है क्या वह एक समूह है , क्या यह कोई व्यक्ति है और इन्होंने क्यों क्रिप्टोकरंसी को बनाया और यह कहां रहते हैं और कई ऐसे सवालों के जवाब आज तक किसी के पास नहीं हैक्रिप्टोकरंसी की खोज 2008 में होने के बाद इसका पहली बार मुद्रा के रूप में इसका इस्तेमाल 2009 में किया गया था और सबसे पहले क्रिप्टोकरंसी का नाम बिटकॉइन था जिसको संतोषी नाकामोतो ने बनाया था उस समय बिटकॉइन की कीमत मात्र ₹0 थी लेकिन आज एक बिटकॉइन की कीमत लगभग 23 लाख रुपया है
सबसे ज्यादा लोकप्रिय क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन
बिटकॉइन तो मानो जैसे एक ट्रेंड बन चुका है जिस किसी से भी क्रिप्टोकरंसी के बारे में पूछो तो वह सबसे पहले बिटकॉइन का नाम ही लेता है और ले भी क्यों ना क्योंकि वर्तमान समय में संसार का सबसे ज्यादा मूल्यवान और सबसे ज्यादा लोकप्रिय क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन ही है दूसरे नंबर में सबसे ज्यादा लोकप्रिय क्रिप्टोकरंसी का नाम एथेरियम है और इसकी जैसी कई लोकप्रिय क्रिप्टोकरंसी संसार में मौजूद है अब आपने बिटक्वॉइन, डॉजक्वाइन, लाइटक्वाइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनक्वाइन लेकिन बिटकॉइन शुरू से मार्केट में अपना दबदबा बनाए हुए हैं https://bitcoin.org/hi/how-it-works
कितने तरह की होती है क्रिप्टोकरेंसी?
पूरी दुनिया में इस समय 18,000 क्रिप्टो करेंसी मौजूद है और जैसे-जैसे इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही वैसे वैसे इसकी संख्या भी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है और और इनमें से सबसे ज्यादा लोकप्रिय या पॉपुलर क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन है और वर्तमान समय 1 बिटकॉइन की कीमत लगभग 23 लाख भारतीय रुपए हैं और इसकी यह कीमत बढ़ती और घटती रहती है इसके अलावा दुनिया में कई और फेमस क्रिप्टोकरंसी है जिनमें लोग इन्वेस्ट करते हैं जैसे
Cryptocurrency Kya Hai? क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है और यह कैसे काम करती है?
क्रिप्टो करेंसी क्या है? बिटकॉइन पहली और सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी है। क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल या वर्चुअल टोकन हैं जो अपने लेनदेन को सुरक्षित करने और नई इकाइयों के निर्माण को नियंत्रित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करते हैं।
बिटकॉइन 2009 में एक अज्ञात व्यक्ति या लोगों के समूह द्वारा बनाया गया था जो खुद को सातोशी नाकामोटो कहते थे। क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत हैं , जिसका अर्थ है कि वे सरकार या वित्तीय संस्थान के नियंत्रण के अधीन नहीं हैं।
क्रिप्टो करेंसी क्या है
परिचय : क्रिप्टो करेंसी क्या है और इसे क्यों बनाया गया ?
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक डिजिटल या आभासी मुद्रा है जो अपने लेनदेन को सुरक्षित करने और नई इकाइयों के निर्माण को नियंत्रित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करती है। क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत हैं , जिसका अर्थ है कि वे सरकार या वित्तीय संस्थान के नियंत्रण के अधीन नहीं हैं। बिटकॉइन , पहली और सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी में से एक , 2009 में बनाया गया था।
बिटकॉइन : यह कैसे काम करता है और इसे कहां से खरीदें
क्रिप्टोक्यूरेंसी एक डिजिटल या आभासी मुद्रा है जो अपने लेनदेन को सुरक्षित करने और नई इकाइयों के निर्माण को नियंत्रित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करती है। क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत हैं , जिसका अर्थ है कि वे सरकार या वित्तीय संस्थान के नियंत्रण के अधीन नहीं हैं। बिटकॉइन , पहली क्रिप्टोक्यूरेंसी , 2009 में बनाई गई थी।
क्रिप्टोकरेंसी का अक्सर विकेन्द्रीकृत एक्सचेंजों पर कारोबार किया जाता है और इसका उपयोग वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने के लिए भी किया जा सकता है। बिटकॉइन सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोक्यूरेंसी है और इसे कॉइनबेस और जेमिनी जैसे एक्सचेंजों पर खरीदा जा सकता है। Ethereum, Litecoin और Bitcoin Cash भी लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी हैं जिन्हें विभिन्न एक्सचेंजों पर खरीदा जा सकता है।
एथेरियम : यह क्या है और इसका उपयोग कैसे करें
क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल या वर्चुअल टोकन हैं जो अपने लेनदेन को सुरक्षित करने और नई इकाइयों के निर्माण को नियंत्रित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करते हैं। क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत हैं , जिसका अर्थ है कि वे सरकार या वित्तीय संस्थान के नियंत्रण के अधीन नहीं हैं। बिटकॉइन , पहली और सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोक्यूरेंसी , 2009 में बनाई गई थी। एथेरियम एक नई क्रिप्टोकरेंसी है जो ब्लॉकचेन तकनीक का भी उपयोग करती है।
क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने के लिए किया जा सकता है , या निवेश के रूप में रखा जा सकता है। क्रिप्टोकरेंसी का अक्सर विकेन्द्रीकृत एक्सचेंजों पर कारोबार किया जाता है और इसका उपयोग नई क्रिप्टोकरेंसी बनाने के लिए भी किया जा सकता है।
लाइटकॉइन : एक संक्षिप्त अवलोकन
क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल या वर्चुअल टोकन हैं जो अपने लेनदेन को सुरक्षित करने और नई इकाइयों के निर्माण को नियंत्रित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करते हैं। क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत हैं , जिसका अर्थ है कि वे सरकार या वित्तीय संस्थान के नियंत्रण के अधीन नहीं हैं। बिटकॉइन , पहली और सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोक्यूरेंसी , 2009 में बनाई गई थी।
क्रिप्टोकरेंसी का अक्सर विकेन्द्रीकृत एक्सचेंजों पर कारोबार किया जाता है और इसका उपयोग वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने के लिए भी किया जा सकता है। बिटकॉइन सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोक्यूरेंसी है , लेकिन लिटकोइन , रिपल , एथेरियम और बिटकॉइन कैश सहित हजारों अन्य हैं। क्रिप्टोकरेंसी अक्सर अस्थिर होती हैं और बड़ी कीमतों में उतार – चढ़ाव का अनुभव कर सकती हैं।
निष्कर्ष
अंत में , क्रिप्टोक्यूरेंसी एक डिजिटल या आभासी मुद्रा है जो अपने लेनदेन को सुरक्षित करने और नई इकाइयों के निर्माण को नियंत्रित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करती है। क्रिप्टोक्यूरेंसी विकेंद्रीकृत है , जिसका अर्थ है कि यह सरकार या वित्तीय संस्थान के नियंत्रण के अधीन नहीं है। यह कई उपयोगकर्ताओं के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है जो पारंपरिक मुद्रा के विकल्प की तलाश में हैं। जबकि क्रिप्टोकुरेंसी अभी भी अपने शुरुआती चरण में है , इसमें हमारे सोचने और पैसे का उपयोग करने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव करने की क्षमता है।
Explained: क्या होता है ‘ब्लॉकचेन’… RBI के डिजिटल रुपये पर रहेगी जिसकी निगेहबानी?
Blockchain Technology: एक्सपर्ट्स बताते हैं कि किसी भी तरह का बिजनेस सही जानकारी पर काफी निर्भर करता है. जितनी सटीक जानकारी होगी, बिजनेस को उतना ज्यादा फायदा होगा. यहीं पर ब्लॉकचेन का महत्व बढ़ जाता है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने वर्ष 022-23 के बजट में कई घोषणाएं की हैं. इन्हीं में से एक अहम घोषणा डिजिटल करेंसी (RBI Digital Currency) को लेकर भी है. वित्त मंत्री ने कहा है कि 2022-23 में सरकार डिजिटल करेंसी लाएगी. केंद्रीय बैंक आरबीआई (RBI) इसे जारी करेगा. जिस तरह से बिटकॉइन, डॉजकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी का बाजार इतनी तेजी से फैल रहा था… उसे देखते हुए एक लंबे समय से इस बारे में चर्चा होती आ रही थी कि भारत में डिजिटल करेंसी को मान्यता कब मिलेगी. बहरहाल Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है? इन्हें मान्यता मिले या न मिले, इस बार के बजट में यह साफ हो गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) डिजिटल करेंसी लेकर आएगी. आरबीआई जो डिजिटल रुपया लॉन्च करेगा, वह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगा.
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित ट्रांजैक्शन्स में कोई गड़बड़ी नहीं की जा सकती है. हर ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड भी पूरी तरह सेव रहता है. तो आइए विस्तार से जानते हैं ये ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या होती है, क्यों जरूरी है और कैसे काम करती है.
क्या होता है ब्लॉकचेन?
यूरोमनी की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्लॉकचेन, किसी भी डिजिटल ट्रांजैक्शन के रिकॉर्ड को बेहद सुरक्षित रखने वाली टेक्नोलॉजी है. इसकी मदद से डिजिटल ट्रांजैक्शन में किसी तरह से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती. यह टेक्नोलॉजी बिजनेस नेटवर्क में किए गए असेट्स के ट्रांजैक्शन का पूरा रिकॉर्ड सेव रखती है. सामान्यत: समझें तो ब्लॉकचेन नेटवर्क पर सभी ट्रांजैक्शन को वर्चुअली ट्रैक किया जा सकता है. साथ ही इससे ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने में भी मदद मिलती है.
आसान भाषा में ऐसे समझें
जब कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को क्रिप्टोकरंसी भेजता है, तो यह ट्रांजेक्शन डेटा कंप्यूटर्स के पास जाता है, जिसके जरिए क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन को वेलिडेट किया जाता है और फिर इन्हें डिस्ट्रिब्यूटेड लेजर में शामिल किया जाता है. इस तरह की ट्रांजेक्शन एक ब्लॉक में दर्ज हो जाती हैं. इस ब्लॉक की साइज करीब 1 एमबी होती है. जब एक ब्लॉक फुल हो जाता है तो उसे Block कर के नया ब्लॉक बनाया जाता है और नए ब्लॉक को पहले वाले ब्लॉक से जोड़ा जाता है. चूंकि यह सारे ब्लॉक एक दूसरे से जुड़े रहते हैं और इनसे एक तरह की चेन बन जाती है, इसी वजह से इसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कहा गया.
क्यों जरूरी है ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी?
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि किसी भी तरह का बिजनेस सही जानकारी पर काफी निर्भर करता है. जितनी सटीक जानकारी होगी, बिजनेस को उतना ज्यादा फायदा होगा. यहीं पर ब्लॉकचेन का महत्व बढ़ जाता है. ब्लॉकचेन, बिजनेस के लिए जरूरी जानकारी तुरंत उपलब्ध कराता है. एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि ब्लॉकचेन पर शेयर की गई जानकारी ट्रांसपैरेंट होती है और यहां दर्ज हुए रिकॉर्ड कभी बदले नहीं जा सकते. ऑर्डर, पेमेंट और अकाउंट के अलावा ब्लॉकचेन नेटवर्क, अन्य चीजों को भी ट्रैक कर सकता है. इसके जरिए मेंबर एंड-टू-एंड ट्रांजैक्शन की डीटेल भी चेक कर सकते हैं.
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