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करंट अकाउंट क्या होता है | Current Account Information In Hindi

सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में क्या अंतर है

बहुत से लोगो को पता नहीं है Saving और Current Account में क्या अंतर होता है? जिस भी व्यक्ति के पास बैंक अकाउंट हैं उनको पता होना चाहिए की Current Account क्या होता है? अगर आप भी इस सवाल को लेकर उत्सुक हैं तो आप बिलकुल सही जगह पर आए है।

जब आप बैंक अकाउंट Open करने के लिए जाते है तो बैंक अकाउंट ओपन (Bank Account Open) करते समय फार्म में पूछा जाता है की आप किस Type का अकाउंट खोलना चाहते है। आपके सबसे पहले यह जानना जरूरी है की आपके लिए सबसे अच्छा बैंक खाता कौन सा होता है? और इन सभी अकाउंट के क्या फायदे और नुकसान है।

Saving Account क्या है ?

सेविंग अकाउंट (Saving Account) को हम बचत खाता भी कहते है। इस कहते करंट अकाउंट क्या होता है? में आप अपने बचाए हुए पैसो को थोडा थोडा जमा कर सकते है। इस तरह का बैंक खाता आम व्यक्ति के लिए अच्छा है। क्योंकि बैंक इस तरह के खाते में लोगो को ब्याज प्रदान करता है। सेविंग अकाउंट खोलने पर आपको, जमा किये गए पैसे पर बैंक सालाना 3% से लेकर 5% तक इंटरेस्ट देता है। ये इंटरेस्ट रेट अलग अलग बैंको का अलग अलग है।

करंट अकाउंट (Current Account) को हम चालू खाता भी कहते है। यह एक प्रकार का Ongoing अकाउंट है। यह अकाउंट बिजनेस करने वाले लोगो के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि करेंट अकाउंट में लेन-देन की कोई लिमिट नही होती है। जितनी बार चाहे आप अपने अकाउंट से पैसे की लेने देन कर सकते है।

बड़े पेमाने पर पैसो का लेन देन (transaction) करने वाले लोगो के लिए करेंट अकाउंट अच्छा होता है। परन्तु करंट अकाउंट का इस्तेमाल करने से बैंक आपको सालाना किसी भी तरह का इंटरेस्ट नहीं देता है।

Saving और Current Account में क्या अंतर है?

1. जहाँ सेविंग अकाउंट में Transaction की लिमिट होती है वही करेंट करंट अकाउंट क्या होता है? अकाउंट में Transaction की कोई लिमिट नही होती है।
2 .सेविंग अकाउंट में बैंक आपको सालाना ब्याज (interest) देता है। जबकि Current Account इस्तेमाल करने से आपको ब्याज नही मिलता है।

3. Current Account में मैक्सिमम बैलेंस रखने की कोई लिमिट नहीं है लेकिन saving account में यह है।

4. सेविंग अकाउंट का उद्देश्य, Salary प्राप्त करने के लिए या फिर पैसे की बचत के लिए होता है। जबकि करेंट अकाउंट को बिजनेस करने वालो के लिए बनाया गया है।
5. सेविंग्स अकाउंट में आप अपने खाते से मौजूदा बैलेंस से ही पैसा निकाल सकते हैं। जबकि करंट अकाउंट करंट अकाउंट क्या होता है? में आप ओवरड्राफ्ट की मदद से मौजूदा बैलेंस से ज्यादा पैसे निकाल सकते हैं।

निष्कर्ष – आपने आज जाना कि Saving और Current Account में क्या अंतर है? अगर यह जानकारी आपके लिए Helpful रही हो और आपको कुछ नया जानने को मिला हो तो इस पोस्ट को शेयर जरूर करे।

करंट अकाउंट और सेविंग्स अकाउंट के बीच का अंतर जानें

कई बार आपको व्यापारियों और उद्यमियों करंट अकाउंट क्या होता है? के समान कई पेमेंट, रसीदें और अन्य ट्रांज़ैक्शन करने की आवश्यकता हो सकती है। वे अक्सर अकाउंट एक्सेस करने के लिए करंट अकाउंट का उपयोग करना पसंद करते हैं। लेकिन करंट करंट अकाउंट क्या होता है? अकाउंट क्या हैं और यह सेविंग्स अकाउंट से कैसे भिन्न हैं? करंट अकाउंट और सेविंग्स अकाउंट के बीच के अंतर को समझने में आपकी मदद करने के लिए यहां एक सूची दी गई हैं:
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सेविंग्स अकाउंट एक ऐसा डिपॉजिट अकाउंट है जो सीमित लेनदेन की अनुमति देता है, जबकि एक करंट अकाउंट दैनिक लेनदेन के लिए होता हैं।

सेविंग्स अकाउंट उन लोगों के लिए सबसे उपयुक्त हैं जो वेतनभोगी कर्मचारी हैं या जिनकी मासिक इनकम है, जबकि करंट अकाउंट व्यापारियों और उद्यमियों के लिए सबसे अच्छा काम करते हैं जिन्हें अक्सर अपने अकाउंट को एक्सेस करने की आवश्यकता होती हैं।

नॉलेज: करंट अकाउंट में जमा पर नहीं मिलता है ब्याज, यहां समझें सेविंग और करंट अकाउंट में अंतर

करंट अकाउंट में मैक्सिमम बैलेंस की कोई लिमिट नहीं है। लेकिन सेविंग्स अकाउंट में यह लिमिट होती है - Dainik Bhaskar

पैसों को सुरक्षित रखने का सबसे अच्छा और आसान तरीका है कि उसे बैंक में जमा कर दें। इसके लिए आपको बैंक में अकाउंट खुलवाना होता है। अकाउंट 2 तरह के होते हैं सेविंग्स और करंट। भले ही इन दोनों अकाउंट का इस्तेमाल डिपॉजिट और ट्रांजेक्शन के लिए किया जाता हो लेकिन इन दोनों में काफी अंतर है। सेविंग अकाउंट में मैक्सिमम बैलेंस की लिमिट होती है वहीं करंट अकाउंट में ऐसी कोई लिमिट नहीं होता है। हम आपको इन दोनों के बारे में बता रहे हैं।

करंट अकाउंट क्या होता है?

पात्रता

कोई निवासी व्‍यक्ति- एकल खाता, दो या अधिक व्‍यक्ति- संयुक्‍त खाता, एकमात्र स्‍वामित्‍व संस्‍थाएं, साझीदार संस्‍थाएं, निरक्षर व्‍यक्ति, दृष्टि बाधित व्‍यक्ति, बच्‍चे (खाते का परिचालन अभिभावक द्वारा किया जाएगा), सीमित कंपनियां, संघ, क्लब, समितियां आदि.

संस्‍थाएं, संयुक्‍त हिन्‍दू परिवार (केवल गैर-व्‍यापारिक प्रकृति वाले खाते), नगरपालिकाएं, सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी निकायें, पंचायतें.

  • धार्मिक संस्‍थान
  • शैक्षिक संस्‍थान (विश्‍वविद्यालय शामिल हैं)
  • धर्मार्थ संस्‍थाएं

लाभ

कार्ड सुविधा

एटीएम कार्ड व्‍यक्तिगत चालू खाता धारकों, संयुक्‍त खाताधारकों और एकल स्‍वामित्‍व संस्‍थाओं के स्वामियों को दिए जाते हैं.

देश भर में एटीएमों के व्‍यापक नेटवर्क के जरिए पैसा निकालने, अपने शेष की जानकारी प्राप्त करने, खाते का लघु विवरण, मोबाइल रिचार्ज करने आदि के लिए अपना एटीएम कार्ड प्राप्‍त करें. इसके अलावा, आप इस कार्ड से भारत के कारोबारी प्रतिष्‍ठानों से खरीददारी भी कर सकते हैं. हमारे बैंक से आप अपना एटीएम-सह डेबिट कार्ड भी प्राप्‍त कर सकते हैं जो पूरी तरह से अंतर्राष्‍ट्रीय है और जिसका उपयोग भारत के साथ-साथ विदेशों में भी किया जा सकता है, इस सुविधा लिए नाममात्र शुल्‍क देना होता है.

बैंक में करंट अकाउंट कैसे खुलवाएं व आवश्यक दस्तावेज सूची (How to open a Current Account in the bank and the necessary documents list)

पैन कार्ड, अपना निवास पते का प्रूफ, भागीदारी समूह के खाते के लिए पार्टनरशिप डीड, कम्पनीज के लिए अपने उद्यम का प्रमाण पत्र, चेक बुक आदि जरुरी दस्तावेज हैं.

  1. खाता खुलवाने के लिए आपकों निर्धारित प्रपत्र अथवा उनकी फोटोकॉपी में मांगी गयी सम्पूर्ण डिटेल्स भरकर इसे बैंक की शाखा में जमा करवाना होगा.
  2. अपने खाते के प्रकार में करंट अकाउंट को चुने तथा आवश्यक फील्ड्स को पूर्ण करे.
  3. यदि आप फॉर्म भरते वक्त किसी तरह की परेशानी का सामना करते है तो बैंक कर्मचारी की मदद भी ले सकते हैं.
  4. इसके अतिरिक्त आप बैंकर्स अथवा ईमित्र पर भी बैंक का अकाउंट फॉर्म भर सकते हैं, जिसकी हार्ड कॉपी आपकों बैंक में जाकर अपने डोक्युमेंट व हस्ताक्षर के साथ जमा करवानी होगी.

चालू खाता होने के फायदे (Advantages of Current Bank Account)

कोई व्यक्ति क्यों करंट अकाउंट खुलवाएं इसके क्या फायदे अर्थात लाभ हैं इन्हें हम कुछ बिन्दुओं के जरिये समझने का प्रयास करते हैं.

  1. बैंक चालू खाता धारक ग्राहक को अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान के लिए भुगतान को मैनेज करने की सुविधा देता हैं.
  2. इस खाते से असीमित और अनियमित रूप से जमा रकम को निकालने की अनुमति होती हैं.
  3. करंट अकाउंट में धन जमा कराने की कोई लिमिट भी नहीं हैं अल्प शुल्क के साथ जितनी बार चाहे उतनी बार ग्राहक पैसे खाते में जमा करवा सकते हैं. साथ ही होम ब्रांच की बाध्यता भी नहीं हैं, किसी ब्रांच या माध्यम के जरिये धन जमा किया जा सकता हैं.
  4. ग्राहक अपनी सुविधा के अनुसार लेनदारों को चेक, पे आर्डर अथवा डिमांड ड्राफ्ट के जरिये धन का भुगतान कर सकता हैं.
  5. बैंक चालू खाता धारक को ओवर ड्राफ्ट की सुविधा भी देता हैं.
  6. भले ही चालू खाते में ब्याज दर न्यूनतम हो परन्तु लेन देन की सुविधा की दृष्टि से यह उत्तम खाता हैं.
  7. करंट खाते से फ्री इन्वार्ड रेमिटेंस की सुविधा भी मिलती हैं अर्थात किसी भी जगह से धन की निकासी और जमा किया जा सकता हैं.
  8. टैक्स सीमा के तहत कितनी भी बड़ी राशि को खाते से निकाला जा सकता हैं.
  9. उद्यमी वर्ग की नियमित आवश्यकताओं, व्यापार उत्थान में करंट अकाउंट बेहद मददगार हैं.
  10. इन्टरनेट बैंकिंग एवं मोबाइल बैंकिंग का लाभ भी करंट अकाउंट में मिलता हैं.

चालू खाता के नुकसान (Disadvantages of Current Bank Account)

अगर करंट अकाउंट के कुछ नुकसानों की बात करें तो ये निम्नवत हैं.

  1. सेविंग या एफडी की तुलना में Current bank Account में जमा राशि पर बेहद अल्प ब्याज मिलता हैं इससे उद्यमी अतिरिक्त लाभ से वंचित हो जाता हैं.
  2. निरंतर निकासी और जमा की प्रक्रियाओं के शुल्क का भार ग्राहक पर पड़ता हैं इससे अतिरिक्त शुल्क अदा करने पड़ते हैं.
  3. कागज़ी कार्यवाही और प्रिंट वर्क के चलते बहुत सारा समय भी व्यय हो जाता हैं.
  4. व्यावसायिक लेन देनो पर बैंक को शुल्क अदा करना पड़ता हैं.
  5. भले करंट अकाउंट क्या होता है? करंट अकाउंट क्या होता है? ही चालू खाते में पैसे जमा कराने की कोई सीमा निर्धारित नहीं हैं मगर इसकी निकासी को लेकर बंधन हैं.

करेंट अकाउंट डेफिसिट (what is Current Account Deficit)

आपने कई बार करंट करंट अकाउंट क्या होता है? अकाउंट डेफिसिट शब्द अवश्य सुना होगा, आपको बता दे यह टर्म अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और इकोनॉमिक से जुड़ी हैं जिसका एक बैंक खाता धारक के साथ उतना प्रत्यक्ष सम्बन्ध नहीं हैं फिर भी लगे हाथ जान लीजिए कि करंट अकाउंट डेफिसिट क्या होता हैं.

सरल शब्दों में कहे तो यह आयात निर्यात के बीच के असंतुलन को दर्शाने वाली टर्म हैं. हमारा देश कई करंट अकाउंट क्या होता है? चीजे अपने यहाँ बनाता हैं तथा उनका निर्यात करता हैं तो कुछ चीजे आयात करता हैं. एक उदाहरण के लिए हमने अमेरिका से एक वित्तीय वर्ष में 1000 रु की चीजे खरीदी करंट अकाउंट क्या होता है? बदले में हमने यूएस को 800 रु का सामान बेचा, अतः हमारे करंट अकाउंट में 200 रु का डेफिसिट यानी घाटा हुआ हैं.

यह घाटा देश की कुल अर्थव्यवस्था के 2.50 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए, इसका सीधा असर देश के विदेशी मुद्रा भंडार पर पड़ता हैं जिससे देश में बाहर से आने वाली चीजों की कीमत का बैलेंस रहता हैं. अन्तोगत्वा बड़े करंट अकाउंट डेफिसिट का नतीजा आम जनता को महंगाई के रूप में भुगतना पड़ता हैं.

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