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हमारा निर्यात वित्त ऋण के विभिन्न प्रकारों में निर्यातकों को शिपमेंट पूर्व एवं आप विदेशी मुद्रा व्यापार कैसे कर सकते हैं? शिपमेंट पश्चात् स्तर पर उपलब्ध कराया जाता है।
- पैकिंग क्रेडिट रूपये में
- पैकिंग क्रेडिट विदेशी मुद्रा में
- निर्यात हेतु सामग्री की प्राप्ति के लिए साख-पत्र/ गारंटी
- पुष्टि आप विदेशी मुद्रा व्यापार कैसे कर सकते हैं? आदेश के अंतर्गत निर्यात दस्तावेजों की खरीद
- पुष्टि आदेश या साख-पत्र के अंतर्गत निर्यात दस्तावेजों की डिस्काउंटिंग
- साख-पत्र के अंतर्गत बिल का परक्रामण
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Currency: अमेरिकी डॉलर को टक्कर देने के लिए मोदी सरकार का मास्टर प्लान, बाइडेन भी भारत के इस फैसले से हैरान!
International Trade: मोदी सरकार की ओर से हाल ही में कुछ ऐसे फैसले लिए गए हैं, जो कि रुपये को आने वाले सालों में डॉलर की तुलना में मजबूत भी कर सकते हैं. वहीं पिछले दिनों डॉलर के मुकाबले रुपये में काफी गिरावट देखने को मिली है. जिसके बाद रुपये को मजबूत करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.
Indian Currency: वर्तमान में अमेरिकी डॉलर (Dollar) की कीमत काफी महंगी है तो वहीं भारतीय रुपये की कीमत काफी सस्ती है. लेकिन अब भारतीय रुपया डॉलर से टक्कर लेने के लिए तैयार है. दरअसल, मोदी सरकार की ओर से हाल ही में कुछ ऐसे फैसले लिए गए हैं, जो कि रुपये को आने वाले सालों में डॉलर की तुलना में मजबूत भी कर सकते हैं. वहीं पिछले दिनों डॉलर के मुकाबले रुपये में काफी गिरावट देखने को मिली है. जिसके बाद रुपये को मजबूत करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. इन्हीं कदमों में से एक मोदी सरकार की ओर से इंटरनेशनल ट्रेड (International Trade) का फैसला भी लिया गया है.
जताई सहमति
दरअसल, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए अमेरिकी डॉलर को ज्यादा प्राथमिकता दी जाती रही है. हालांकि अब मोदी सरकार ने इसी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर फैसला लिया है और भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार भारतीय रुपये में करने की संभावना तलाश रहा है. इसके लिए भारत कुछ देशों से लगातार बातचीत भी कर रहा है. इस बीच कुछ देशों ने रुपये में व्यापार करने में सहमति भी जता दी है.
श्रीलंका सहमत
वहीं भारत उन देशों को तलाश रहा है, जिनके पास डॉलर की कमी है. इस क्रम में श्रीलंका अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए भारतीय रुपये का इस्तेमाल करने पर सहमत हो गया है. सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका (CBSL) ने कहा कि वह भारतीय रुपये को श्रीलंका की विदेशी मुद्रा के रूप में नामित करने के लिए आप विदेशी मुद्रा व्यापार कैसे कर सकते हैं? भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मंजूरी का इंतजार कर रहा है.
भारतीय रुपये का इस्तेमाल
श्रीलंकाई बैंकों ने भारतीय रुपये में ट्रेडिंग के लिए कथित रूप से स्पेशल वोस्ट्रो रुपी अकाउंट्स या SVRA नामक स्पेशल रुपी ट्रेडिंग अकाउंट खोला है. इसके साथ ही श्रीलंका और भारत के नागरिक एक दूसरे के बीच अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन के लिए अमेरिकी डॉलर की बजाय भारतीय रुपये का इस्तेमाल कर सकते हैं. वहीं भारत के इस कदम से अमेरिका भी हैरान है और अमेरिकी राष्ट्रपति जो आप विदेशी मुद्रा व्यापार कैसे कर सकते हैं? बाइडेन जरूर भारत के इस फैसले पर नजर बनाकर रख सकते हैं.
अवसर तलाश रहा भारत
वहीं रूस भी उन देशों की लिस्ट में शामिल हो सकता है जो कि आने वाले दिनों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए भारतीय रुपये का इस्तेमाल करे. इसके अलावा भारत ताजिकिस्तान, क्यूबा, लक्समबर्ग और सूडान समेत कई दूसरों देशों में भी रुपये में कारोबार करने के अवसर तलाश रहा है. वहीं रुपये के अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा बनने से उम्मीद है कि भारत का व्यापार घाटा कम होगा और वैश्विक बाजार में इसे मजबूत करने में मदद मिलेगी.
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रूस-चीन सोचते रह गए लेकिन भारत ने कर दिखाया, अमेरिका डॉलर को पछाड़कर भारतीय रुपया बनने जा रहा इंटरनेशल करेंसी; जानें कैसे
बिज़नेस न्यूज़ डेस्क - जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण संकट में है, तब भारत ने एक ऐसा बड़ा काम शुरू किया है, जो आगे चलकर सही मायने में दुनिया की दूसरी महाशक्ति के रूप में स्थापित होगा। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने रुपये को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बनाने की पहल शुरू की है, जिसे अच्छा रिस्पॉन्स भी मिलना शुरू हो गया है। अगर यह पहल सफल होती है तो अमेरिकी डॉलर के अलावा रुपया दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बन जाएगा। जिसके बाद आप भारतीय रुपये से दुनिया में कहीं भी खरीदारी कर सकेंगे। सहयोगी वेबसाइट WION के मुताबिक, अमेरिकी डॉलर की किल्लत से जूझ रहे श्रीलंका ने यहां स्पेशल रुपी ट्रेडिंग अकाउंट शुरू किया है ऐसे खातों को वोस्त्रो खाते भी कहा जाता है। इस खाते को खोलने के बाद श्रीलंका के सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका (CBSL) ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से श्रीलंका में भारतीय रुपये को विदेशी मुद्रा के रूप में मान्यता देने का अनुरोध किया है। श्रीलंका ने आरबीआई से श्रीलंका सहित सार्क देशों में व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने का भी आग्रह किया है।
श्रीलंका की इस गुजारिश को आप इस तरह समझ सकते हैं कि कोई भी श्रीलंकाई नागरिक आरबीआई की अनुमति के बाद अपने पास 8 लाख 26 हजार 823 रुपये यानी 10 हजार अमेरिकी डॉलर नकद रख सकता है. इसका दूसरा अर्थ यह है कि भारत और श्रीलंका के व्यापारी और आम नागरिक अमेरिकी डॉलर के बजाय भारतीय रुपये में आसानी से व्यापार और खरीदारी कर सकेंगे। भारत सरकार ने अमेरिकी डॉलर की कमी का सामना कर रहे देशों को एक वैकल्पिक लेनदेन प्रणाली प्रदान करने के उद्देश्य से इस साल जुलाई में इस महत्वाकांक्षी पहल की शुरुआत की थी। ऐसे देशों को विशेष वोस्ट्रो खाते खोलकर रुपये निपटान प्रणाली के तहत लाना होता आप विदेशी मुद्रा व्यापार कैसे कर सकते हैं? है, जिसके बाद भारतीय रुपये में लेनदेन सीधे भारत और उन देशों के बीच शुरू किया जा सकता है। अब समझते हैं कि श्रीलंका ने भारत की यह पहल फौरन क्यों की है। दरअसल, पिछले 2 साल से आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका को अमेरिकी डॉलर की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे वह दुनिया के दूसरे देशों से अपनी जरूरत की अन्य चीजें नहीं खरीद पा रहा है। इसकी अपनी मुद्रा श्रीलंकाई रुपये की अंतरराष्ट्रीय बाजार में ज्यादा कीमत नहीं है। इसलिए उसे ऐसी करेंसी की जरूरत है, जिसकी विश्व में विश्वसनीयता हो और जो उसे आसानी से उपलब्ध भी हो।
रूस और चीन आप विदेशी मुद्रा व्यापार कैसे कर सकते हैं? देखते रह गए लेकिन भारत ने कर दिखाया, वैश्विक हुआ ‘भारतीय रुपया’
अमेरिकी डॉलर का अस्थि विसर्जन तय हो गया है. मोदी सरकार ने भारतीय रुपये को इंटरनेशल करेंसी बनाने की ऐसी पहल शुरू की है, जिसके बारे में जानकर आप गर्व करेंगे.
India-Sri Lanka Rupee trade: रूस-यूक्रेन युद्ध ने एक ओर तो रूस के मजबूत पक्ष को दुनिया के सामने लाया लेकिन दूसरी ओर कथित वैश्विक शक्ति अमेरिका के खोखलेपन को उजागर भी कर दिया। इस युद्ध के शुरू होने के बाद से ही अमेरिका के अच्छे दिन खत्म हो गए। वैश्विक स्तर पर अमेरिका के वर्चस्व में सेंध लग गई। कई देशों ने अमेरिकी डॉलर के मकड़जाल से स्वयं को आजाद करने हेतु कदम भी बढ़ा दिए। भारत भी उन्हीं में से एक रहा। युद्ध के शुरुआती दिनों में ऐसा प्रतीत हो रहा था कि रूसी ‘रूबल’ और चीनी ‘युआन’, डॉलर का विकल्प बन सकते हैं लेकिन अभी ये दोनों देश सोच ही रहे थे कि भारत ने इस क्षेत्र में पहली सफलता भी हासिल कर ली है।
India-Sri Lanka Rupee trade – श्रीलंका ने किया भारत से आग्रह
दरअसल, दुनिया के तमाम देश जैसे ताजिकिस्तान, क्यूबा, लक्समबर्ग, सूडान, जिम्बाब्वे, जिबूती, मलावी, इथियोपिया, श्रीलंका, मॉरिशस, सऊदी अरब आदि भारत के साथ रुपये में व्यापार करने हेतु बातचीत कर रहे थे लेकिन इस कड़ी में श्रीलंका (India-Sri Lanka Rupee trade) ने सबसे पहले बाजी मार ली है। WION की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी डॉलर की कमी से जूझ रहे श्रीलंका ने अपने यहां स्पेशल रुपी ट्रेडिंग अकाउंट शुरू किया है। इस तरह के अकाउंट्स को वोस्त्रो अकाउंट (Vostro Accounts) भी कहा जाता है। इस अकाउंट को खोलने के बाद श्रीलंका के सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका (CBSL) ने भारत के रिजर्व बैंक (RBI) से आग्रह किया है कि वह श्रीलंका में इंडियन रुपये (Indian Rupee) को विदेशी करेंसी के रूप में मान्यता दे।
ध्यान देने योग्य है कि श्रीलंका में अभी तक सारी चीजें या तो श्रीलंकन रुपी या डॉलर में हो रही थी लेकिन अब श्रीलंका ने स्वयं भारत से इंडियन रुपये को विदेशी करेंसी की मान्यता देने की मांग की है। इसका दूसरा मतलब ये है कि भारत और श्रीलंका के कारोबारी और आम नागरिक, अमेरिकी डॉलर (US Dollars) के बजाय आसानी से भारतीय रुपये (Indian Rupee) में व्यापार और खरीदारी कर सकेंगे। ज्ञात हो कि RBI अब तक 18 वोस्त्रो अकाउंट्स खोल चुका है। जिनमें भारत ने रुस में 12 खाते खोले हैं, श्रीलंका में 5 और मॉरीशस में 1 अकाउंट खोला है। उम्मीद जताई जा रही है कि जिन देशों ने भी रुपये में व्यापार करने की डिमांड की है, वहां RBI अपने वोस्त्रो अकाउंट्स खोल सकता है। यानी यह स्पष्ट है कि भारतीय रूपया, अब अमेरिकी डॉलर का विकल्प बनने की ओर तेजी से बढ़ चला है।
डॉलर का अस्थि विसर्जन तय है
आपको बताते चलें कि श्रीलंका आप विदेशी मुद्रा व्यापार कैसे कर सकते हैं? की अर्थव्यवस्था डगमगाई हुई है और इस मुश्किल दौर में भारत ने एक जिम्मेदार पड़ोसी देश होने के नाते श्रीलंका की खूब सहायता की है। दूसरी ओर श्रीलंका, विदेशी मुद्रा की कमी का सामना कर रहा है और ऐसे में उसने फिर से भारत का दरवाजा खटखटाया है। हालांकि, RBI के द्वारा हरी झंडी मिलते ही श्रीलंका विदेशी करेंसी के विकल्प के तौर पर भारतीय करेंसी का इस्तेमाल भी कर सकेगा।
अभी तक भारतीय रुपये के ग्लोबल होने की केवल बातें ही सामने आ रही थी लेकिन अब इसकी शुरुआत भी हो गई है। इसके अलावा विश्व में भारत के बढ़ते वर्चस्व को भी नकारा नहीं जा सकता है। अभी के समय में तमाम वैश्विक देश भारत के हिसाब से अपनी रणनीति तय करते हुए दिख रहे हैं। दूसरी ओर चीन पर किसी को भरोसा है नहीं, अमेरिका को कोई पूछ नहीं रहा, सब उसके मकड़जाल से निकले के प्रयास में ही जुटे हुए हैं। ऐसे में वह दिन दूर नहीं जब भारतीय रूपया वैश्विक बाजार में अमेरिकी डॉलर का अस्थि विसर्जन कर देगा।
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Sovereign Gold Bond Scheme: बड़ी काम की है ये सरकारी स्कीम, मिलेगा शानदार फायदा, पढ़े पूरी डिटेल
जो लोग सोना खरीदना चाहते हैं, उसमें निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए एक बार फिर सॉवरेन गोल्ड बॉऩ्ड स्कीम शुरु हो रही है जिसमें आप एक तरीके से सस्ता सोना खरीद सकते हैं। सोने के लिए अपने बजट के बराबर पैसा लगाकर शानदार मुनाफा हासिल कर सकते हैं
Sovereign Gold Bond Scheme: जो लोग सोना खरीदना चाहते हैं, उसमें निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए एक बार फिर सॉवरेन गोल्ड बॉऩ्ड स्कीम शुरु हो रही है जिसमें आप एक तरीके से सस्ता सोना खरीद सकते हैं. सोने के लिए अपने बजट के बराबर पैसा लगाकर शानदार मुनाफा हासिल कर सकते हैं. भारतीय रिजर्व बैंक ने सोमवार को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 सीरीज 3 का सब्सक्रिप्शन शुरू कर दिया है, जो पांच दिनों के लिए ओपन रहेगा. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का इशू प्राइस 999 शुद्ध सोने की कीमत के आधार पर तय होता. इस बार नई किस्त का इशू प्राइस 5409 रुपये प्रतिग्राम रखा गया है.
आरबीआई की ओर से जारी बयान में बताया गया कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2022-23 सीरीज III के लिए सब्सक्रिप्शन अवधि 19-23 दिसंबर, 2022 तक रहेगी, जबकि इसके जारी होने की तिथि 27 दिसंबर रहेगी. यह भी पढ़े: PM Suraksha Bima Yojana: बड़ी फायदेमंद है यह सरकारी स्कीम, मात्र 20 रुपये के प्रीमियम पर पाएं 2 लाख रुपये तक का इंश्योरेंस
कौन खरीद सकता है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ?
आरबीआई की ओर से जारी नए सर्कुलर के अनुसार, कोई भी व्यक्ति, एचयूएफ, ट्रस्ट, यूनिवर्सिटी और चैरिटेबल संस्था सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीद सकती है। किसी भी व्यक्ति या संस्था को कम से कम 1 ग्राम या उसके गुणज में सोना खरीदना होगा। एक व्यक्ति एवं एचयूएफ अधिकतम 4 किलो गोल्ड और ट्रस्ट एवं संस्थाएं अधिकतम 20 किलो गोल्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं.
ऑनलाइन खरीद पर मिलेगा डिस्काउंट
भारतीय रिजर्व बैंक के साथ एग्रीमेंट में, भारत सरकार ने उन निवेशकों को डिस्काउंट देने का फैसला किया है जो ऑनलाइन आवेदन करते हैं अगर कोई व्यक्ति या संस्था डिजिटल माध्यम से ऑनलाइन सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदती है, तो उसे प्रति ग्राम 50 रुपये का डिस्काउंट दिया जाएगा। इन निवेशकों के लिए गोल्ड बांड का निर्गम मूल्य रु. 5,359 रुपये प्रति ग्राम होगा.
SBI के माध्यम से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) कैसे खरीदें
1. क्रेडेंशियल्स का उपयोग करके एसबीआई नेट बैंकिग में लॉग इन करें
2. मेन मेनू से ‘ई-सर्विस’ पर क्लिक करें
3. ‘सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम’ पर क्लिक करें
4. यदि आप पहली बार निवेश कर रहे हैं तो आपको रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
5. हेडर टैब से ‘रजिस्टर’ चुनें, फिर ‘नियम और शर्तें’, फिर ‘आगे बढ़ें’.
6. अपनी सभी डिटेल के साथ नॉमिनेशन और अन्य डिटेल जोड़ें
7. NSDLया CDSL से डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट चुनें जहां आपका डीमैट अकाउंट है
8. डीपी आईडी, क्लाइंट आईडी दर्ज करें और ‘सबमिट’ टैब पर क्लिक करें
9. डिटेल की पुष्टि करें और ‘सबमिट’ टैब पर क्लिक करें
10। रजिस्ट्रेशन के बाद हेडर टैब से ‘खरीदारी’ चुनें
11. नॉमिनेशन क्वांटिटी, नॉमिनेशन डिटेल दर्ज करें
12. अपना ओटीपी दर्ज करें और ‘पुष्टि करें’ पर क्लिक करें
Don't miss out on this golden opportunity!
SOVEREIGN GOLD BONDS SCHEME 2022-23 Tranche-III opens from 19th Dec - 23rd Dec, 2022
Know more: https://t.co/toePwiynMR#SovereignGoldBond #AzadiKaAmritMahotsavWithSBI #SBI pic.twitter.com/W4rLKCSI2W
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) December 18, 2022
ऑफलाइन कहां से खरीद सकते हैं?
आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को सभी बड़े बैंकों के माध्यम से खरीद सकते हैं, जैसे जैसे एसबीआई और एचडीएफसी बैंक। निर्धारित डाकघरों से भी इसकी खरीद हो सकती है। किसी भी लघु वित्त बैंक, भुगतान बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक से भी खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), क्लीयरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (CCIL), एनएसई और बीएसई से भी इन बॉन्ड्स को खरीद सकते हैं.
क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सोने में निवेश की सरकारी स्कीम है। भारत सरकार की ओर से RBI सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करता है. इसमें भौतिक रूप से सोने की खरीद के बजाय डिजिटल गोल्ड में निवेश की सुविधा होती है.सरकार ने 2015 में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना शुरू की थी। इसके तहत वित्त वर्ष में 4 बार सब्सक्रिप्शन का मौका मिलता है। इस बार सब्सक्रिप्शन के लिए तीसरी सीरीज 19 से 23 दिसंबर तक खुली रहेंगी. इस वित्त वर्ष की चौथी सीरीज 6 से 10 मार्च तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगी. इससे पहले, जनवरी और अगस्त 2022 में SGB में निवेश की सुविधा दी गई थी.
एक बार में कितना गोल्ड बॉन्ड खरीद सकते हैं?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी 8 साल की होती है. इस दौरान 2.5% की सालाना दर से ब्याज मिलता है, यानी 8 साल में 20 प्रतिशत ब्याज मिलेगा. 5वें साल से आपको विड्रॉल ऑप्शन मिल जाता है और ब्याज भी मिलने लगता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में कम से कम एक आप विदेशी मुद्रा व्यापार कैसे कर सकते हैं? ग्राम आप विदेशी मुद्रा व्यापार कैसे कर सकते हैं? सोने का निवेश किया जा सकता है, और व्यक्तियों, एचयूएफ, और ट्रस्टों और अन्य समान संस्थाओं के लिए प्रत्येक वित्तीय वर्ष में निवेश की जा सकने वाला अधिकतम निवेश क्रमश: चार किलोग्राम, चार किलोग्राम और बीस किलोग्राम है। अच्छी बात ये है कि इसे नाबालिग के नाम पर भी खरीदा जा सकता है.
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