ITR News: करदाताओं के पास दिसंबर में यह काम करने के लिए आखिरी मौका, जानिए कितना देना होगा फाइन
रिटेल डिजिटल का इस्तेमाल कैसे होगा
रिटेल डिजिटल रुपया उसी मूल्यवर्ग में जारी किया जाएगा जिसमें वर्तमान में कागजी मुद्रा और सिक्के जारी किए जाते हैं. उपयोगकर्ता पायलट कार्यक्रम में शामिल बैंकों द्वारा पेश किए गए और मोबाइल फोन या उपकरणों पर स्टोर डिजिटल वॉलेट के माध्यम से रिटेल डिजिटल रुपये के साथ लेनदेन कर सकेंगे. लेनदेन पर्सन टू पर्सन (P2P) और पर्सन टू मर्चेंट (P2M) दोनों तरह से हो सकते हैं. व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर क्यूआर कोड का उपयोग करके व्यापारियों को भुगतान किया जा सकता है.

अब आने वाली है डिजिटल करेंसी, आसान भाषा में समझें आखिर इससे सामान कैसे खरीदेंगे?

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया पायलट प्रोजेक्ट के रुप में 1 दिंसबर से डिजिटल करेंसी की शुरुआत करने वाला है, जिसके बाद अब डिजिटल तरीके से भी पैसे दे सकेंगे. तो जानते हैं इस डिजिटल करेंसी से जुड़ी खास बातें.

By: ABP Live | Updated at : 30 Nov 2022 10:24 AM (IST)

1 दिसंबर यानी गुरुवार से डिजिटल करेंसी की शुरुआत होने वाली है.

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ऐलान कर दिया है कि 1 दिसंबर यानी गुरुवार से डिजिटल करेंसी की शुरुआत होने वाली है. डिजिटल करेंसी की शुरुआत के साथ ही डिजिटलीकरण की तरफ भारत एक और बड़ा कदम बढ़ा लेगा. बताया जा रहा है कि आरबीआई पहले इसकी शुरुआत कुछ लोकेशन पर ही करेगा, उसके बाद इसका दायरा बढ़ाया जाएगा. अभी इसकी शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के रुप में हो रही है. डिजिटल करेंसी के ऐलान से जुड़ी खबर आने के बाद लोगों के मन में काफी सवाल है कि आखिर क्या है डिजिटल करेंसी इसका इस्तेमाल कैसे किया जाएगा. कैसे लोगों को डिजिटल करेंसी मिलेगी और जब कुछ सामान खरीदेंगे तो इस करेंसी के जरिए कैसे भुगतान कर सकेंगे. तो जानते हैं इससे जुड़े कुछ अहम सवालों के जवाब.

कौन कर सकेगा इस्तेमाल?

जब तक आरबीआई पायलट प्रोजेक्ट के रुप में इसकी शुरुआत कर रहा है, तब तक चार शहरों में इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा, जिन शहरों में मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर आदि शामिल है. अब यहां ग्राहक और व्यापारी डिजिटल रुपये इस्तेमाल कर सकेंगे. अभी एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, यश बैंक और आईडीएफसी बैंक इस पर काम करेंगे. इसके बाद धीरे धीरे अहमदाबाद, गंगटोक, हैदराबाद, लखनऊ, पटना जैसे शहरों को भी इसमें शामिल कर दिया जाएगा और कई बैंक भी इसमें शामिल हो जाएंगे.

क्या है डिजिटल करेंसी?

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ई-रुपये, कैश का इलेक्ट्रॉनिक वर्जन होंगे और इसे नॉर्मल ट्रांजेक्शन के रुप में इस्तेमाल किया जा सकेगा. यह सामान्य नोट की तरह काम करेंगे, लेकिन इनका आदान प्रदान डिजिटल रुप में होगा.

कैसे काम करेगी डिजिटल करेंसी?

यह पैसे एक डिजिटल टोकन की तरह होंगे, जो लीगल टेंडर के तौर पर काम करेंगे. इसके साथ ही भारत में जितनी तरह की करेंसी है, उतनी ही यूनिट में डिजिटल करेंसी होगी. जैसे, 5 रुपये, 10 रुपये, 100 रुपये, 50 रुपये या 500 रुपये. यह बैंकों की ओर से जारी की जाएगी. इसका इस्तेमाल भी डिजिटल वॉलेट की तरह होगी, जो बैंक की ओर से दिए जाएंगे और उन ऐप के जरिए इसका इस्तेमाल किया जाएगा. यह उन्हीं ऐप्लीकेशन से मिलता जुलता होगा, जिनसे अभी आप ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते हैं.

इसमें पैसे ट्रांसफर क्यूआर कोड आदि के जरिए कर दिए जाएंगे और आप पैसे पर्सन टू पर्सन या फिर पर्सन टू मर्चेंट कैसे भी कर सकते हैं. भारत के लोगों के लिए यह नया अनुभव होगा और देखना होगा कि भारत में आरबीआई किस तरह से इसे लागू करता है.

Published at : 30 Nov 2022 10:23 AM (IST) Tags: Reserve Bank of India DIGITAL CURRENCY हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Gk News in Hindi

RBI Digital Rupee: डिजिटल रुपया कौन मैनेज करेगा क्या है डिजिटल करेंसी और कैसे होगा इस्तेमाल, यहां जानिए सभी सवालों के जवाब

RBI Digital Currency Price : रिटेल डिजिटल रुपया मुख्य रूप से रिटेल लेनदेन के लिए नकदी का एक इलेक्ट्रॉनिक संस्करण है.

RBI releases concept note on Central Bank Digital Currency, to commence pilot launch of e-rupee soon

Digital Rupee All Details : भारतीय रिजर्व बैंक डिजिटल रुपया जारी करेगा और रिडीम करेगा. जबकि, वितरण और भुगतान सेवाएं बैंकों को सौंपी जाएंगी.

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कैसा दिखेगा रिटेल डिजिटल रुपया
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 7 अक्टूबर 2022 को जारी नोट के अनुसार केंद्रीय बैंक ने रिटेल डिजिटल रुपये के लिए एक टोकन आधारित टियर आर्किटेक्चर मॉडल का प्रस्ताव दिया है. टोकन आधारित CBDC बैंकनोट्स के समान है, जिसका अर्थ है कि जो कोई भी इसे रखता है उसे इसका स्वामी माना जाता है. टोकन आधारित CBDC क्या है डिजिटल करेंसी में टोकन प्राप्त करने वाला व्यक्ति यह वेरीफाई करेगा कि टोकन का उसका स्वामित्व वास्तविक है.

ई-रुपये को कौन जारी और मैनेज करेगा
भारतीय रिजर्व बैंक के कॉन्सेप्ट नोट के मुताबिक रिटेल डिजिटल रुपये को टू-टियर मॉडल के जरिए बांटने का प्रस्ताव है. भारतीय रिजर्व बैंक e₹-R जारी करेगा और रिडीम करेगा. जबकि, वितरण और भुगतान सेवाएं बैंकों को सौंपी जाएंगी. यह मॉडल वर्तमान भौतिक मुद्रा प्रबंधन प्रणाली के समान है, जिसमें बैंक जनता को नोटों के वितरण, खाता-रखरखाव, संबंधित आवश्यकताओं के पालन जैसी गतिविधियों का प्रबंधन करते हैं.

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पायलट कार्यक्रम में यह बैंक और शहर शामिल
देशभर के चार शहरों में डिजिटल रुपये के रिटेल पायलट में चरणबद्ध भागीदारी के लिए आठ बैंकों को चुना गया है. पहले चरण में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक सहित चार बैंक पायलट लॉन्च में हिस्सा ले रहे हैं. चार अन्य बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक बाद में इस पायलट में शामिल होंगे.
पायलट कार्यक्रम शुरू में चार शहरों मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर को कवर करेगा. बाद में इसका विस्तार अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला तक होगा.

डिजिटल रुपये का उपयोग कौन करेगा
आरबीआई के अनुसार रिटेल डिजिटल रुयपा का पायलट कार्यक्रम बंद उपयोगकर्ता समूहों (CUG) में चुनिंदा स्थानों को कवर करेगा, जिसमें ग्राहक और व्यापारी शामिल होंगे. रिटेल डिजिटल रुपया संभावित रूप से सभी निजी क्षेत्र, गैर-वित्तीय उपभोक्ताओं और व्यवसायों के उपयोग के लिए उपलब्ध है.

ITR News: करदाताओं के पास दिसंबर में यह काम करने के लिए आखिरी मौका, जानिए कितना देना होगा फाइन
रिटेल डिजिटल का इस्तेमाल कैसे होगा
रिटेल डिजिटल रुपया उसी मूल्यवर्ग में जारी किया जाएगा जिसमें वर्तमान में कागजी मुद्रा और सिक्के जारी किए जाते हैं. उपयोगकर्ता पायलट कार्यक्रम में शामिल बैंकों द्वारा पेश किए गए और मोबाइल फोन या उपकरणों पर स्टोर डिजिटल वॉलेट के माध्यम से रिटेल डिजिटल रुपये के साथ लेनदेन कर सकेंगे. लेनदेन पर्सन टू पर्सन (P2P) और पर्सन टू मर्चेंट (P2M) दोनों तरह से हो सकते हैं. व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर क्यूआर कोड का उपयोग करके व्यापारियों को भुगतान किया जा सकता है.

सुरक्षित और आसान भुगतान हो सकेगा
रेगटेक कंपनी बीसीटी डिजिटल के सीईओ जया वैद्यनाथन ने कहा कि आरबीआई सीबीडीसी का लक्ष्य सभी के लिए सस्ता, सुरक्षित और आसान भुगतान के वादे को पूरा करना है. रिटेल डिजिटल रुपया बाजार में क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक विनियमित विकल्प प्रदान करता है. इसलिए सीबीडीसी अधिक मजबूत और विश्वसनीय भुगतान की ओर अग्रसर है ताकि नकदी पर निर्भरता कम हो सके. अंडरपिनिंग तकनीक लेनदेन की लागत को कम कर देगी. अन्य भुगतान प्रणालियों के साथ इंटरऑपरेबल होने के कारण यह यूपीआई जैसी मौजूदा तकनीकों का पूरक होगा. इस प्रकार मोबाइल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र को पूरा करेगा.

RBI ने 4 शहरों में लॉन्च किया Digital Rupee, जानें कैसे खरीदें और इस्तेमाल करें इस डिजिटल करेंसी को

RBI ने कहा कि यूजर्स सेलेक्टेड बैंकों द्वारा पेश किए गए और मोबाइल फोन/उपकरणों पर संग्रहीत डिजिटल वॉलेट के माध्यम से डिजिटल रुपये के साथ लेनदेन करने में सक्षम होंगे.

Digital Rupee

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  • नई दिल्ली ,
  • 02 दिसंबर 2022,
  • (Updated 02 दिसंबर 2022, 11:09 AM IST)

डिजिटल रुपया क्रिप्टोकरंसी से है अलग

4 शहरों में लॉन्च हुआ डिजिटल रुपया

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज 4 शहरों में डिजिटल रुपी पायलट लॉन्च किया है. डिजिटल करेंसी का उद्देश्य धीरे-धीरे पेपर मनी को खत्म करना है. यह क्रिप्टोक्यूरेंसी या ब्लॉकचेन तकनीक से नहीं जुड़ा है.

डिजिटल रुपया क्या क्या है डिजिटल करेंसी है?
डिजिटल रुपया या डिजिटल मुद्रा वर्चुअल मनी है जो फिजिकल मनी के समान उद्देश्य को पूरा करेगा. डिजिटल रुपये और पेपर मनी का मूल्य समान है: 1 डिजिटल रुपया 1 रुपये नकद के बराबर है. क्रिप्टो एक अस्थिर बाजार है और बाजार के अनुसार इसके मूल्य में उतार-चढ़ाव होता है. डिजिटल रुपये का मूल्य कभी नहीं बदलता है और कागजी मुद्रा और सिक्कों के समान मूल्यवर्ग होता है.

इन शहरों में लॉन्च हुआ डिजिटल रुपया
भारत के केंद्रीय बैंक ने मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर सहित चार शहरों में डिजिटल रुपये का पायलट शुरू किया है. शुरुआती टेस्टिंग के लिए, RBI ने चार बैंकों - भारतीय स्टेट बैंक, ICICI बैंक, यस बैंक और IDFC फर्स्ट बैंक के साथ भागीदारी की.

एक बार परीक्षण प्रक्रिया शुरू होने के बाद, आरबीआई चार और बैंकों में साझेदारी का विस्तार करेगा - बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक. आने वाले दिनों में सेवा का विस्तार और शहरों में भी किया जाएगा. दूसरे चरण में जिन शहरों को डिजिटल रुपये की सुविधा मिलेगी उनमें शामिल हैं - अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला.

डिजिटल रुपया क्रिप्टोकरंसी से है अलग
डिजिटल रुपया और क्रिप्टोकरेंसी दो अलग-अलग चीजें हैं और किसी भी तरह से एक दूसरे से जुड़ी नहीं हैं. क्रिप्टो ब्लॉकचेन पर आधारित है, डिजिटल रुपये के मामले में ऐसा नहीं है. नया लॉन्च किया गया डिजिटल रुपया सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) है, और इसे लॉन्च करने के पीछे का उद्देश्य बाजार से नकदी के पैसे को खत्म करना है.

एक अन्य पहलू जहां क्रिप्टो और डिजिटल रुपया मेल नहीं खाते हैं, वह मूल्य कारक है. क्रिप्टोक्यूरेंसी रिस्क वाला बाजार है और इसका मूल्य बाजार की स्थितियों के आधार पर बदलता है. पर डिजिटल रुपये के मामले में ऐसा नहीं है. इसका मूल्य नकद धन की तरह ही रहता है.

फर्क सिर्फ इतना है कि, जैसा कि नाम से पता चलता है, डिजिटल रुपया पेपर मनी का एक "डिजिटल" प्रारूप है. दिलचस्प बात यह है कि डिजिटल रुपये और पेपर मनी का मूल्य समान है, बस डिजिटल रुपये को संभालना कहीं ज्यादा आसान और सस्ता है.

डिजिटल रुपया कैसे खरीदें
शुरुआती टेस्टिंग के लिए, आरबीआई ने यूजर्स को डिजिटल रुपया जारी करने के लिए चार बैंकों - स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के साथ साझेदारी की है. वर्तमान में, आरबीआई पायलट का परीक्षण मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में कर रहा है.

डिजिटल रुपया खरीदने के लिए, लोगों को चार नामित बैंकों में से किसी एक के आधिकारिक ऐप या वेबसाइट पर जाना होगा. अभी के लिए, आरबीआई ने डिजिटल रुपये खरीदने की सटीक प्रक्रिया साझा नहीं की है, लेकिन यह बताया है कि ग्राहक मर्चेंट लॉकेशन्स पर प्रदर्शित क्यूआर कोड का उपयोग करके डिजिटल रुपये के साथ भुगतान करने में सक्षम होंगे और पैसा बैंक वॉलेट से काट लिया जाएगा.

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