Digital Currency Kya Hai – Digital Currency के उपयोग, फायदे व प्रकार
अब जैसा की हम सबको पता है की कैश इज किंग यानी की पैसा ही सब कुछ है। ऐसे में हमारे जेब में रहने वाला नोट फट सकता है, हमेशा कही गिरने का खतरा रहता है या फिर चोरी होने का भी खतरा रहता है। ऐसे में Digital Currency को लॉन्च कर देने से इस तरह को आने वाली समस्याओं को दूर किया जा सकता है। RBI द्वारा जल्द ही Digital Currency को हम सभी आम लोगो के लिए लॉन्च करने वाला है। जिसका उपयोग करके हम आसानी से कही भी कुछ भी खरीददारी या कैश ले सकते है।
साल 2016 में हुए नोटबंदी में आपने देखा ही होगा की लोगो को कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, जिनके पास पहले से कैश था उनको भी और जिनके पास कैश नही था उनको भी बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा था। हालांकि Digital Currency उस समय ही लॉन्च कर दी गई होती तो शायद लोगो को किसी भी परेशानी का सामना करना ही नही पड़ता। आइए जानते है की Digital Currency Kya Hai, Digital Currency के उपयोग, फायदे और प्रकार के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से जानते है, आगे जरूर पढ़े।
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Digital Currency Kya Hai
Digital Currency वह वर्चुअल कैश है जिसे हम छू तो नही सकते लेकिन इसका इस्तेमाल बड़ी आसानी से ऑनलाइन कर सकते है। RBI द्वारा लॉन्च किया गया इस Digital Currency का पूरा नाम सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी है जिसे CBDC के नाम से भी जाना जाता है। 1 फरवरी, 2022 को भारत की वित्त मंत्री ने Digital Currency को शुरू करने का ऐलान कर दिया। जिसके बाद से सभी लोग इस Digital Currency का उपयोग करने के लिए काफी उत्सुक भी है।
Digital Currency का उपयोग आप अपने मोबाइल, लैपटॉप और कंप्यूटर द्वारा कर सकेंगे। इस Digital Currency के मदद से आप कोई भी लेन देन, पेमेंट या बिल भी जमा कर सकते है। Digital Currency का सबसे बड़ी ये है की अगर आपके पास बैंक खाता नहीं है तब भी आप इसका उपयोग कर सकेंगे और यहां तक की Digital Currency का उपयोग ऑफलाइन भी आप आसानी से कर सकेंगे। यह भी Digital Currency की सबसे बड़ी खूबी में से एक होगी।
Digital Currency के प्रकार
RBI द्वारा संचालित की गई Digital Currency यानी CBDC मुख्य रूप से दो प्रकार के होते है जिसमे से पहले प्रकार का नाम है CBDC Holesale और दूसरे का नाम है CBDC Retail आदि। आइए आगे जानते है दोनो Currencies के बारे में विस्तार से, आगे जरूर पढ़े।
CBDC Holesale
CBDC Holesale वाली Digital Currency को अभी शुरू कर दिया गया है लेकिन इसका उपयोग केवल बड़ी वित्तीय संस्थान ही कर सकेंगे जैसे की बैंक, फाइनेंस कंपनिया और दूसरे बड़े सौदे करने संस्थान इत्यादि।
CBDC Retail
CBDC Retail वाली Digital Currency को अभी लॉन्च नही किया गया लेकिन इसे भी जल्द ही लॉन्च किया जाएगा। जिसका उपयोग हम सभी आम लोगो द्वारा अपने रोजमर्रा के लेन देन करने में किया जा सकेगा।
Digital Currency के लिए चयनित बैंक
RBI द्वारा संचालित इस Digital Currency के लिए कुछ बैंको का चयन किया गया है। इन सभी चयनित बैंको द्वारा Digital Currency का उपयोग किया जा सकेगा। Digital Currency के लिए कुल 9 बैंको को अभी चयनित किया गया है। नीचे हमने उन सभी बैंको के नाम दिए है जो Digital Currency के लिए चयनित किया गया है, आप भी जरूर देखे।
- एसबीआई बैंक (SBI Bank)
- बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda)
- यूनियन बैंक (Union Bank)
- कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak)
- यस बैंक (Yes Bank)
- एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank)
- आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank)
- आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank)
- एचएसबीसी बैंक (HSBC Bank)
Digital Currency के फायदे (Benefits Of Digital Currency In Hindi)
- Digital Currency का सबसे बड़ा फायदा ये है की आपका कैश को अपने जेब में लेकर नही जाना होगा।
- Digital Currency का सबसे बड़ा फायदा ये भी है की इसका उपयोग आप ऑफलाइन भी कर सकेंगे।
- Digital Currency पूरी तरह से सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होगी और पूरी तरह से सुरक्षित होगी।
- Digital Currency का उपयोग आप बिना बैंक अकाउंट के भी कर सकते है।
- नोटबंदी और Covid-19 वायरस जैसी बड़ी समस्याओं से निपटने में Digital Currency काफी मददगार साबित होगा।
- Digital Currency के आ जाने से आपको बैंको के बाहर लाइनों में पैसे निकालने या डालने के लिए खड़ा नहीं रहना होगा।
- Digital Currency के होने से आपका जमा किया हुआ पैसा बिल्कुल सुरक्षित रहता है, जिसे किसी चोरी या खो जाने का डर नहीं रहता।
Digital Currency के चार्ज व रेट
बहुत लोगो का यह भी सवाल मन आएगा की क्या Digital Currency को रुपए में या रुपए को Digital Currency में बदलने के लिए कोई एक्स्ट्रा चार्ज या रेट तय किया जाएगा। आपको हम बता दे की ऐसा बिल्कुल भी नही होगा, Digital Currency RBI द्वारा बनाई गई है 1 Digital Currency के लिए आपको 1 रुपए ही देने होंगे।
Digital Currency और Crypto Currency में अंतर
Digital Currency और Crypto Currency में बहुत ज्यादा अंतर है। RBI द्वारा संचालित Digital Currency पूरी तरह से सुरक्षित होगी और सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। आपको बता दे की जिस भी देश में इस तरह के Currency जब उस देश के केंद्रीय बैंक द्वारा संचालित की जाती है तो वो अपनेआप ही सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त रहती हैं। अब जैसा की यह Digital Currency है तो यह आप घर बैठे किसी के भी खाते में भेज सकेंगे बिना कैश को हाथ में लिए और Digital Currency का समय के साथ कोई उतार चढ़ाव नही होगा।
अब जबकि Crypto Currency में हमेशा से ही सरकार द्वारा इसे बंद करने की अटकलें देखने को मिलती रहती है क्योंकि यह सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है। Crypto Currency भी Digital Currency की तरह वर्चुअल होती है जिसे आप छू नहीं सकते। अब जबकि इस तरह के Currency सरकार के नियंत्रण में बिल्कुल भी नही होती। इस तरह के Currency कभी भी delisted होकर बंद हो सकती है और आपका लगाया हुआ पैसा डूब सकता हैं।
आपको बता दे की Crypto Currency में हमेशा ही उतार चढ़ाव देखने को मिलता रहता है और ज्यादातर मामलों में इसमें अपनी धनराशि खोने का खतरा होता है। Digital Currency के लिए कोई भी चार्ज नहीं लगाया गया है क्योंकि ये सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है और वही Crypto Currency के लिए सरकार ने 30% का चार्ज लगाया है।
निष्कर्ष:
आज हमने इस आर्टिकल में Digital Currency Kya Hai, Digital Currency के उपयोग, फायदे और प्रकार के बारे में समस्त जानकारी आपके समक्ष रखी। हम आशा करते है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो कृपया इसे जरूर शेयर करे और अगर आपके मन में इस आर्टिकल से संबंधित कोई सवाल या विचार है तो हमे नीचे comment करके आसानी से बता सकते है।
FAQs
प्रश्न: Digital Currency का क्या मतलब है?
उत्तर: Digital Currency वह वर्चुअल कैश है जिसे हम छू तो नही सकते लेकिन इसका इस्तेमाल बड़ी आसानी से ऑनलाइन कर सकते है।
Digital Currency: डिजिटल करेंसी/मुद्रा क्या है, फायदे, नुकसान
Digital Currency in Hindi: क्या आप जानते है, Digital Currency क्या है? अगर नहीं तो आज के इस लेख में हम डिजिटल करेंसी डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? के बारे में जानेंगे। ये लेख उन लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जो Digital Currency से परिचित नहीं हैं, डिजिटल करेंसी, पैसों का एक रूप है जिसे इलेक्ट्रॉनिक रूप से संग्रहीत किया जाता है। भारत में जब 8 नवंबर 2016 में नोटबंदी हुई थी, उस समय लोगों को बहुत परेशानी हुई थी। क्योंकि उस समय नए नोट बहुत कम थे और जिन लोगों को इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल करेंसी का पता था, उन लोगों ने उस समय ज्यादातर लेन देन इसके द्वारा ही किया था।
डिजिटल करेंसी क्या है? – What is Digital Currency in Hindi
डिजिटल करेंसी का पूरा नाम “central bank digital currency” है, इसे ई-मुद्रा भी कहा जा सकता है। इसे 2009 में लॉन्च किया गया था और इसे डिजिटल करेंसी, वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह कागजी नोटों की तरह नहीं है और इसे केवल कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन पर ही देखा डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? जा सकता है। इसका उपयोग और भुगतान क्रिप्टोग्राफी (Cryptography) के माध्यम से किया जाता है, इसे “क्रिप्टो मनी” (Crypto currency) के रूप में भी जाना जाता है। दुनिया की पहली क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) है। इसे दुनिया में किसी भी स्थान पर आसानी से ट्रांसफर किया जा सकता है। इसे डॉलर, यूरो, रुपये आदि जैसी किसी भी करेंसी में कनवर्ट किया जा सकता है।
डिजिटल करेंसी को आप डिजिटल रुपया भी कह सकते हैं। डिजिटल करेंसी दो तरह की होती है-रिटेल (Retail) और होलसेल (Wholesale)। रिटेल डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल आम लोग और कंपनियां करती हैं। होलसेल डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल वित्तीय संस्थाओं द्वारा किया जाता है।
डिजिटल करेंसी के प्रकार – Digital Currency Types
डिजिटल करेंसी तीन प्रकार की होती हैं जैसे:
1. सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (Central Bank Digital Currency)
2. वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency)
3. क्रिप्टो करेंसी (Crypto currency)
डिजिटल करेंसी के फायदे एवं विशेषताएं – Advantages of Digital Currency
– देश की सरकार डिजिटल करेंसी को मान्यता देगी।
– डिजिटल करेंसी आने के बाद लोगों की नकदी (cash) पर निर्भरता कम होगी। लोगों को अपने पास कैश रखने की जरूरत कम हो जाएगी, या रखने की जरूरत ही नहीं होगी।
– डिजिटल करेंसी को लोग अपने मोबाइल वॉलेट (mobile wallet) में रख सकेंगे और कभी भी कहीं भी डिजिटल करेंसी से लेन-देन भी कर सकेंगे।
– डिजिटल करेंसी के आने से fake currency की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
– डिजिटल करेंसी के आने से कागज के नोट की प्रिटिंग का खर्च बचेगा।
– डिजिटल करेंसी जारी होने के बाद हमेशा बनी रहेगी और यह कभी खराब नहीं होगी।
– डिजिटल करेंसी के आने से लोगों को बैंक में देश के बाहर या फिर देश में ही पैसे ट्रांसफर करने के लिए या फिर जमा कराने के लिए अलग-अलग समय का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
– देश के केंद्रीय बैंक की balance sheet में डिजिटल करेंसी शामिल की जाएगी।
डिजिटल करेंसी से नुकसान – Disadvantages of Digital Currency
हम सभी मानते हैं कि नई चीजों के फायदे हैं, लेकिन उनके नुकसान भी हैं जिन पर विचार किया जाना चाहिए। इसी तरह, भले ही डिजिटल पैसा देश के लिए एक जबरदस्त लाभकारी विकास साबित हो, लेकिन इसके कुछ नकारात्मक पहलू भी होंगे। उदाहरण के लिए, डिजिटल करेंसी से कुछ ऐसे डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? नुकसान हो सकते हैं।
– डिजिटल करेंसी के आगमन के बाद से, बैंकों में कर्मचारियों को काफी नुकसान हो सकता है।
– डिजिटल करेंसी को हैकर्स (hackers) ऑनलाइन वॉलेट (online wallet) से चुरा सकते हैं या डिजिटल करेंसी के लिए प्रोटोकॉल बदल सकते हैं। जिससे वे अनुपयोगी हो सकते हैं।
– हालांकि, डिजिटल करेंसी से कोई बड़ा नुकसान नहीं होगा, लेकिन बैंकिंग उद्योग में काम करने वाले व्यक्तियों के लिए थोड़ी समस्या का विषय बन सकता है।
– हालाँकि, डिजिटल करेंसी बहुत लाभ प्रदान करती है, साथ ही इसमें कुछ कमियाँ भी हैं। इसका सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि यह पैसे का दुरुपयोग करने का प्रयास करने वाले आपराधिक समूहों (criminal groups) को उजागर कर सकता है।
डिजिटल करेंसी का उपयोग कैसे करें – How to use Digital Currency in India
भारत में आने वाले डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल उसी तरह किया जाएगा, जिस तरह दुनिया भर में लोकप्रिय crypto currency और bitcoin का इस्तेमाल किया जाता है। फर्क सिर्फ इतना होगा कि digital currency सरकारी करेंसी होगी। इस पर सरकार यानी कानून की मुहर लगेगी। डिजिटल करेंसी का उपयोग कैसे करें, इस पर भारतीय रिजर्व बैंक निर्देश देगा। भारतीय रिजर्व बैंक blockchain और अन्य तकनीक का उपयोग करके डिजिटल करेंसी जारी करेगा।
डिजिटल करेंसी वे धन हैं जिनका केवल electronic रूप से आदान-प्रदान किया जा सकता है। उनके पास कोई भौतिक रूप नहीं है, लेकिन उन्हें साधारण करेंसी या अन्य संपत्तियों के लिए कारोबार किया जा सकता है। हालांकि bitcoin, crypto currency जैसी सबसे लोकप्रिय digital currencies हैं।
डिजिटल करेंसी क्या है, जैसा कि इस लेख में परिभाषित किया गया है? आपको डिजिटल करेंसी के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी इस लेख से मिल गई होगी। अगर इस पोस्ट से जुड़ा आपका कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो, तो कृपया इस लेख को अपने दोस्तों के साथ साझा करें, धन्यवाद।
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Digital Rupees (₹) के नुकसान और फायदे
Digital Rupees (₹) के नुकसान और फायदे| Digital Currency के लाभ व हानि क्या हैं?
डिजिटल रुपया का आज दिनांक 01/12/2022 से लेनदेन शुरू हो गया है। इसकी जानकारी सरकार ने पहले ही जारी कर दी थी। Digital रुपया पेमेंट का एक नया तरीका होगा।
भारतीय रिजर्व बैंक आरबीआई 1 दिसंबर 2022 एयरटेल डिजिटल रुपए का पहला पायलट प्रोजेक्ट लांच कर दी है रिजर्व बैंक के इस डिजिटल करेंसी को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी(CBDC) का नाम दिया गया है। अब आपके दिमाग मेरा सवाल जरूर बोलता होगा कि सीबीडीसी क्या है तो चलिए आपको CBDC के बारे में बताते हैं
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CBDC क्या है?
Central Bank digital currency आरबीआई द्वारा जारी की गई डिजिटल करेंसी है यह एक लीगल टेंडर होगा आरबीआई के मुताबिक या सेंट्रल बैंक द्वारा जारी की गई करेंसी होगी लेकिन पेपर या पॉलीमर से अलग हो गई यह एक सॉवरेन करेंसी है और सेंट्रल बैंक की बैलेंस शीट में इसे लायबिलिटी के तौर पर दिखाया जाएगा CBDC को बराबर मूल्य पर केस में एक्सचेंज किया जा सकेगा।
CBDC की क्या है जरूरत?
डिजिटल करेंसी को जलाया डैमेज नहीं किया जा सकता है इसलिए एक बार जारी किए जाने के बाद यह हमेशा रहेंगे जबकि डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? नोट के साथ ऐसा नहीं होता है किफायती होने की वजह से CBDC को लेकर दुनियाभर में काफी अधिक दिलचस्पी देखने को मिली है हालांकि अब तक कुछ ही देश डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? इस मामले में पायलट प्रोजेक्ट से आगे बढ़ पाए हैं। CBDC किसी भी देश की ऑफिशियल करेंसी का इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड या डिजिटल टोकन होता है।
वास्तव में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी डिसेंट्रलाइज्ड होता है इसका मतलब है कि सभी तरह की सूचनाएं एक नेटवर्क के सभी कंप्यूटर पर होती है। हालांकि डिजिटल रुपया इससे अलग होगा इसकी वजह यह है कि इसे आरबीआई जारी करेगी यह वास्तव में डिसेंट्रलाइज्ड नहीं होगा इसे आसानी से आप मोबाइल से एक दूसरे को भेज पाएंगे और आप हर तरह के सामान खरीद पाएंगे और सर्विस इसका इस्तेमाल कर सकेंगे।
इस करेंसी को डिजिटल बनाने और कैशलेस पेमेंट को गति देने के लिए केंद्रीय बैंक ने यह तरीका अपनाया है। अब सवाल उठता है कि क्या पेमेंट का नया तरीका यूपीआई और मोबाइल वायलेट जैसे पेटीएम और गूगल पर फोन पर अमेजॉन पर आज की तरह होगा। तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यहां इनकी तरह काम नहीं करेगा तो आपके दिमाग में यह सवाल जरूर उठता होगा कि इसको यूज़ करने के लिए हम क्या करेंगे और कैसे यूज करेंगे तो चलिए जानते हैं इसके बारे में हमें से कैसे यूज करेंगे।
कैसे आम आदमी डिजिटल करेंसी का यूज करेंगे
डिजिटल रुपए वास्तव में ब्लॉकचेन सहित अन्य टेक्नोलॉजी पर आधारित करेंसी होगी। डिजिटल करेंसी दो तरह की होती है रिटेल और होलसेल होलसेल करेंसी का इस्तेमाल जहां वित्तीय संस्थाएं करती हैं वही रिटेल करेंसी का इस्तेमाल आम लोग और कंपनियां करती हैं।
यह पैसे एक डिजिटल टोकन की तरह होंगे जो लीगल टेंडर के तौर पर काम करेंगे इसके साथ ही भारत में जितनी तरह की करेंसी है उतनी ही यूनिट में डिजिटल करेंसी होंगी जैसे ₹5 , ₹10, ₹50, 100₹ या डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? ₹500 आदि। बैंकों की ओर से जारी की जाएगी इसका इस्तेमाल भी डिजिटल वायलेट की तरह होगी जो बैंक की ओर से दिए जाएंगे और उन ऐप के जरिए इसका इस्तेमाल किया जाएगा यह उन्हीं एप्लीकेशन से मिलता-जुलता होगा जीने से अभी आप ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते हैं।
फोन पे, गूगल पे और पेटीएम जैसे ऐप से कितना अलग होगा?
एक्सपोर्ट का कहना है कि डिजिटल रुपए का मुकाबला मोबाइल वाले जैसे पेटीएम और गूगल पे, फोन पे, अमेजॉन पे आदि से नहीं है। डिजिटल रुपया पेमेंट का एक नया तरीका है। इसके तहत आप को बैंक से एक बार डिस्टर्ब किया खरीदना होगा उसके बाद आप वायलेट से वॉलेट में इसे लेनदेन कर पाएंगे।
पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन विश्वास पटेल का मानना है कि एक ब्लॉक चैन बेस्ट डिजिटल टोकन फॉर्म करेंसी है। रिटेल डिजिटल करेंसी में आपको बिना किसी बैंक को शामिल किए बिना ही लेन-देन में सक्षम होना चाहिए जैसे कि फिजिकल करेंसी में होता है लेकिन यह यूपीआई से काफी अलग है क्योंकि यूपीआई में आपके खाते से पैसा डेबिट होता है।
पायलट प्रोजेक्ट में कौन-कौन से बैंक और शहर होंगे शामिल
पहले चरण की शुरुआत देश भर में 1 दिसंबर 2022 से हो गई है। देश भर में 4 शहरों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसी आईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के माध्यम से होगा। इसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, और कोटक महिंद्रा बैंक को इस पायलट प्रोजेक्ट में शामिल किया जाएगा।
किन-किन शहरों में शुरू हुआ पायलट प्रोजेक्ट- मुंबई नई दिल्ली बेंगलुरु ऑल भुनेश्वर को कवर किया जाएगा। तब धीरे-धीरे अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला तक इसका विस्तार होगा।
Digital Rupees (₹) के नुकसान और फायदे
- टैक्स चोरी नहीं हो पाएगी जिससे सरकार को टैक्स के कलेक्शन में भारी भरकम इजाफा होगा।
- डिजिटल अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में डिजिटल रुपया मददगार साबित होगा।
- लोगों को कैश लेकर जेब में चलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- इस रुपए को फिजिकली चुराया नहीं जा सकता।
- मोबाइल वॉलेट की तरह ही इसमें पेमेंट करने की सुविधा होगी।
- विदेशों में पैसा भेजने की लागत में कमी आएगी।
- डिजिटल रुपया को बैंक मनी और गैस में आसानी से कन्वर्ट कर सकेंगे।
नुकसान-
- डिजिटल रुपए के नुकसान के बारे में बात किया जाए तो इसका सबसे घातक नुकसान यह माना जा सकता है कि इस बेरोजगारी की दुनिया में और बेरोजगारी बढ़ सकती है क्योंकि बैंक कर्मचारियों की इतनी आवश्यकता नहीं पड़ेगी जितनी कि इस समय जरूरत पड़ रही है।
- डिजिटल रुपया पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा। इस पर आरबीआई का कहना है कि डिजिटल रुपया पर ब्याज दिया जाए तो करेंसी मार्केट में स्थिरता ला सकता है।
- आमतौर पर केस में लेनदेन करने से पहचान गुप्त रहती है लेकिन डिजिटल ट्रांजैक्शन पर सरकार की पहली नजर होगी।
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