उन्होंने आगे कहा कि घरेलू पीएमआई आंकड़ों से भी भारतीय बाजारों को सपोर्ट मिला। अक्टूबर महीने मे देश में मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विस गतिविधियों में तेजी देखने को मिली है। उन्होंने आगे कहा कि ग्लोबल मंदी और टियर 2- और टियर 3 कंपनियों की तरफ से दूसरी तिमाही के कमजोर नतीजों के अनुमान के चलते आने वाले हफ्ते में बाजार वोलेटाइल रह सकता है।

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शेयर बाजार में टिके रहने के लिए जोखिम उठाना ही एकमात्र तरीका, यहां अगर-मगर की क्या खत्म होने वाली है शेयर बाजार की तेजी गुंजाइश नहीं

वैश्विक परिस्थितियों में अनिश्चितता खत्म होने पर बाजार में फिर से जबरदस्त तेजी आएगी। कैश इज किंग वाली बात एकदम सही है लेकिन कैश कभी भी इक्विटी मार्केट में काम नहीं करता है। इसके लिए जोखिम उठाना ही पड़ेगा।

नई दिल्ली, किशोर ओस्तवाल। यूरोपीय संघ रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को हटा रहा है। तेल की कीमत में गिरावट जारी है और मुद्रास्फीति चरम पर है। लेकिन फिर भी बाजार को कुछ अप्रत्याशित होने की उम्मीद है। जैसे कि शायद क्या खत्म होने वाली है शेयर बाजार की तेजी एक आधिकारिक घोषणा हो कि युद्ध खत्म हो गया है! इससे आपूर्ति शृंखला आंशिक रूप से बहाल हो जाएगी और मुद्रास्फीति कम हो जाएगी। ब्याज दरों में दो बार बढ़ोतरी के बाद फेड की हालात धीरे-धीरे सुधरती जाएगी। मुद्रास्फीति नियंत्रित होने के बाद ही दरों में कटौती की जा सकती है। कुल मिलाकर मंदी के सवाल को खारिज किया जाता है। आपने सभी विशेषज्ञों को मंदी कम होने और निफ्टी के 14,000-14,500 के लक्ष्य की ओर बढ़ने का अनुमान लगाते हुए सुना है, लेकिन सीएनआई बुनियादी बातों पर कायम है। हमें उम्मीद है कि निफ्टी 2022 में ही अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंच जाएगा। इधर हम 14,200-14,000 के लक्ष्य के बारे में सुन रहे हैं और उधर निफ्टी 16,600 के पार जा रहा है। 'बियर मार्केट' के सिद्धांतों को स्वीकार करना आसान है।

खाद्य मुद्रास्फीति का प्रबंधन

कुछ अर्थशास्त्रियों का कहना है कि खाद्य मुद्रास्फीति को कम करने के लिए दरों में बढ़ोतरी का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। यह केवल मौद्रिक मुद्रास्फीति के लिए काम करता है। खाद्य मुद्रास्फीति का प्रबंधन आपूर्ति शृंखलाओं के माध्यम से ही किया जाना है। इसका कोई शॉर्टकट नहीं है। यह एक गलत तरीका है जो अर्थव्यवस्थाओं के विकास को रोकता है। आपको अच्छे परिणाम देखने के लिए किसी छुपे हुए स्वार्थ के बिना प्रयास करने होंगे। अमेरिका बार-बार ऐसी चाल चलने के लिए जाना जाता है।

परिस्थिति चाहे जो भी हो, सभी बुल मार्केट की शुरुआत बिकवाली से होती है। हमें 14,500 का स्तर देखने की जल्दबाजी थी, लेकिन उसके बाद हमने 1600 अंकों की सार्थक रैली देखी। सीएनआई के सदस्यों ने हालांकि इसका आनंद लिया, क्योंकि हमारे रुख में कोई बदलाव नहीं आया था। हम बुनियादी मूल्यांकन मॉडल का पालन करते हैं और निफ्टी के अगले 12 महीनों में 21,000 पहुंचने की उम्मीद पर कायम हैं। पीई का वर्तमान आंकड़ा सिर्फ 16 के आसपास है। 25 पीई पर निफ्टी का लक्ष्य 25,900 पर आता है, फिर भी हम अगले 12 महीनों में सिर्फ 21,000 का दावा का रहे हैं। संक्षेप में, मंदी और दरों में वृद्धि जैसी चीजें निफ्टी यूनिवर्स पर लागू नहीं होती है, क्योंकि इसमें 6,000 सूचीबद्ध कंपनियों में से केवल 50 कंपनियां शामिल हैं।

पिछले कुछ महीने ट्रेलर की तरह

इस पूरी अवधि में कहा गया कि तेल की कीमत 380 डॉलर से लेकर 65 डॉलर के बीच हो सकती है। साफ है कि इस तरह की 'इंस्पायर्ड रिपोर्ट' भ्रमित बनाने के लिए बनाई जाती हैं। हमने 2003 में बुल मार्केट शुरू किया था और तब से क्या आपने मुझे मंदी की बात करते देखा है? ऐसा भी नहीं है कि बाजार में मंदी नहीं आएगी। ऐसा होगा, लेकिन कुछ वर्षों के बाद। यह वास्तव में दर्दनाक होगा और लगभग दो दशकों तक चलेगा। कई कंपनियां संयंत्रों को बंद कर देंगी, लोग ब्याज का भुगतान करने में असमर्थ हो जाएंगे, आपूर्ति मांग से अधिक होगी, दरें बढ़ेंगी जो विकास को खत्म कर देंगी। पिछले कुछ महीने केवल एक ट्रेलर की तरह थे कि बियर मार्केट दिखती कैसी है, लेकिन निश्चित रूप से ये वास्तविक बियर मार्केट नहीं थे। मैं आपको बताना चाहता हूं कि इन भ्रामक रिपोर्टों के चक्कर में न पड़ें। बियर मार्केट मुझे 2025-2026 तक नहीं दिख रहा है। मैं निफ्टी को 37,800 के लक्ष्य तक पहुंचते हुए देखना चाहता हूं।

Best Stock for Long Term: कोरोना की वजह से शेयर बाजार में भारी गिरावट, क्या खत्म होने वाली है शेयर बाजार की तेजी सस्ते में खरीद सकते हैं ये 3 शेयर!

कोरोना की वजह से शेयर बाजार में गिरावट

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 22 दिसंबर 2022,
  • (अपडेटेड 22 दिसंबर 2022, 1:36 PM IST)

एक बार फिर कोरोना (Corona) तेजी से फैल रहा है. सबसे ज्यादा कोविड (Covid) का कहर चीन (China) में देखने को मिल रहा है. हिला देने वाली तस्वीरें सोशल मीडिया (Social Media) क्या खत्म होने वाली है शेयर बाजार की तेजी से सामने आ रही हैं. कहीं अस्पतालों में दवाईयां खत्म हो गई हैं, कुछ अस्पतालों में लाइन से लाशें पड़ी हैं. चीन के अलावा ब्राजील और अमेरिका में भी कोरोना के नए वैरिएंट ने दस्तक दे दिया है.

शेयर बाजार में भारी गिरावट

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अगर भारतीय शेयर बाजार की बात करें तो एक दिसंबर को बाजार ने ऑलटाइम हाई लगाया था. निफ्टी (Nifty) ने 1 दिसंबर को 18800 के स्तर को पार किया था. जो अब गिरकर 18000 के आसपास पहुंच गया है. वहीं सेंसेक्स (Sensex) इस दरम्यान करीब 3000 अंक टूटकर 60500 के करीब कारोबार कर रहा है.

हालांकि बाजार में गिरावट के बीच अधिकतर रिटेल निवेशक (Retail Investor) घबराकर शेयर बेच देते हैं, जबकि कुछ लोग इस मौके की तलाश में रहते हैं, गिरावट में वो खरीदारी करते हैं. इस गिरावट के बीच एक्सपर्ट्स ने कई स्टॉक्स खरीदने की सलाह दी है.

Mphasis
Target- Rs2,500

ब्रोकरेज emkay global के मुताबिक Mphasis Share में आगे तेजी की संभावना है. फिलहाल ये शेयर 1970 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है, और ये शेयर 2500 रुपये तक जा सकता है. यानी स्टॉक में 20 फीसदी से ज्यादा की तेजी आ सकती है. क्योंकि कंपनी का कारोबार तीसरी तिमाही के मुकाबले चौथी तिमाही में बेहतर रहने की उम्मीद है.

Stock Market Closing: लगातार छठे ट्रेडिंग सेशन में ऐतिसाहिक उछाल के साथ बंद हुआ सेंसेक्स-निफ्टी, IT स्टॉक्स ने भरा जोश

By: ABP Live | Updated at : 01 Dec 2022 04:37 PM (IST)

Stock Market Closing On क्या खत्म होने वाली है शेयर बाजार की तेजी 1st December 2022: लगातार छठे ट्रेडिंग सत्र में भारतीय शेयर बाजार नई ऊंचाई पर बंद हुआ है. बाजार भले ही हरे निशान में बंद हुआ है लेकिन ऊपरी स्तरों काफी नीचे गिरकर बंद हुआ है. सुबह बाजार खुलने के बाद सेंसेक्स 63,583 के अंकों पर तो निफ्टी 18867 अंकों पर जा पहुंचा था. लेकिन दिन में बाजार में ऊपरी लेवल से मुनाफावसूली देखी गई. और आज का कारोबार खत्म होने पर बीएसई सेंसेक्स 184 अंकों की तेजी के साथ 63,284 अंकों पर तो निफ्टी 54 अंकों की उछाल के साथ 18,812 पर बंद हुआ है.

सेक्टर का हाल
आज के कारोबारी सत्र में जिन शेयरों में तेजी रही उसमें आईटी, मेटल्स, बैंकिंग, मीडिया, इंफ्रा, कमोडिटी और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में शेयर में तेजी देखी गई. तो ऑटो, फार्मा,एफएमसीजी, एनर्जी सेक्टर के शेयरों में गिरावट देखी गई. निफ्टी के 50 शेयरों में 27 शेयरों में तेजी देखी गई तो 23 शेयरों में गिरावट रही. सेंसेक्स क्या खत्म होने वाली है शेयर बाजार की तेजी के 30 शेयर में से 17 शेयर में तेजी के साथ बंद हुआ है तो 13 शेयर गिरावट के साथ क्या खत्म होने वाली है शेयर बाजार की तेजी बंद हुआ है. आज के ट्रेडिंग सत्र में 3636 शेयरों में 2076 शेयर में तेजी रही और 1408 शेयर गिरकर बंद हुए. 156 शेयर नए हाई पर बंद हुआ है.बीएसई में लिस्टेड शेयर का मार्केट कैप 289.88 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है.

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गिरने वाले शेयर
जिन शेयरों में गिरावट रही उनमें आईसीआईसीआई बैंक 1.41 फीसदी, महिंद्रा एंड महिंद्रा 1.06 फीसदी, पावर ग्रिड 0.94 फीसदी, एचयूएल 0.65 फीसदी, कोटक महिंद्रा 0.61 फीसदी, टाइटन कंपनी 0.41 फीसदी, रिलायंस 0.35 फीसदी, डॉ रेड्डी 0.27 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ है.

Published at : 01 Dec 2022 03:35 PM (IST) Tags: Share Market Update Stock क्या खत्म होने वाली है शेयर बाजार की तेजी Market Closing On 1st December 2022 हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Stock market: लगातार तीसरे हफ्ते रही तेजी, 52 स्मॉलकैप शेयर 46% तक भागे, जानिए आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल

बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 1.4 फीसदी की बढ़त लेकर बंद होने में कामयाब रहा। वहीं मिडकैप इंडेक्स 2.4 फीसदी और लॉर्ज कैप इंडेक्स 2.4 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ

Stock market: 04 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में लगातार तीसरे हफ्ते तेजी कायम रही। बाजार को एफआईआई की तरफ से होने वाली मजबूत खरीदारी, कंपनियों के अच्छे नतीजों, मजबूत जीएसटी कलेक्शन और बेहतर मैन्यूफैक्चरिंग आंकड़ो से सपोर्ट मिला। पिछले हफ्ते सेंसेक्स 990.51 अंक यानी 1.65 फीसदी की बढ़त के साथ 60950.36 के स्तर पर बंद हुआ। वही निफ्टी 330.35 यानी 1.86 फीसदी की बढ़त के साथ 18117.15 के स्तर पर बंद हुआ।

सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में

04 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। निफ्टी मेटल इंडेक्स में 7.5 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। वहीं निफ्टी फार्मा, पीएसयू बैंक और ऑयल एंड गैस इंडेक्स में क्या खत्म होने वाली है शेयर बाजार की तेजी 3 फीसदी की बढ़त देखने को मिली।

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छोटे-मझोले शेयरों में रही खरीदारी

दिग्गजों की तरह ही छोटे-मझोले शेयरों में भी साप्ताहिक आधार पर बढ़त देखने को मिली। बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 1.4 फीसदी की बढ़त लेकर बंद होने में कामयाब रहा। वहीं मिडकैप इंडेक्स 2.4 फीसदी और लॉर्ज कैप इंडेक्स 2.4 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ।

आने वाले हफ्ते में बाजार रह सकता है वोलेटाइल

Geojit Financial services के विनोद नायर का कहना है कि बैंक ऑफ इंग्लैड ने अपने पॉलिसी अनाउंसमेंट में यूएस फेड का ही अनुकरण किया। और नीतियां में नियर टर्म में कोई नरमी आने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इसके बावजूद घरेलू बाजार में आज कारोबार के सत्र के पिछले हिस्से में तेजी आती नजर आई। बाजार काफी हद तक आज फार्मा और आईटी की बिकवाली जारी रहने के बीच रेड जोन में ही रहा। विकसित बाजारों में मंदी क संभावनाओं के चलते ये दोनों सेक्टर दबाव में नजर आ रहे है। उन्होंने आगे कहा कि ग्लोबल सेंट्रल बैंकों के हॉकिस रुख के कारण डॉलर और यूएस ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी देखने को मिली है। हालांकि इसके बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बाजार में खरीदारी जारी रखी है।

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बाजार की तेजी को किस सेक्टर से मिल रहा है सपोर्ट?

पिछले एक महीने के दौरान शेयर बाजार की तेजी में बैंकिंग और फाइनेंशियल कंपनियों के शेयरों का बड़ा हाथ रहा। निफ्टी और सेंसेक्स में उनकी 40% हिस्सेदारी है। कई महीनों की सुस्ती के बाद इन शेयरों में खरीदारी दिख रही है। इसके चलते सूचकांक ऊपर जा रहे हैं।

जून में अपने निचले स्तर को छूने के बाद निफ्टी करीब 9 फीसदी चढ़ चुका है। निफ्टी बैंक इंडेक्स इस साल जून में 52 हफ्ते के अपने निचले स्तर से 14 फीसदी चढ़ चुका है।

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