यदि मुस्लिम व्यापारियों को इन्फिनॉक्स के साथ व्यापार करते हैं, उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए और स्वीकार करना चाहिए कि किसी भी ब्याज को जमा करने से बचने के लिए, या स्वैप और ओवरनाइट फीस के अधीन होने के बाद, ट्रेडिंग के दिन समाप्त होने तक उनकी स्थिति बंद होनी चाहिए।
इनफिनॉक्स(Infinox) का अवलोकन
इनफिनॉक्स(Infinox) एक अच्छी तरह से विनियमित और सम्मानित ऑनलाइन ब्रोकरेज है जो विदेशी मुद्रा, सूचकांक, जिंसों, इक्विटीज़ CFD और फ्यूचर्स जैसे कुछ परिसंपत्ति वर्गों में स्प्रेड सीमित ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट्स प्रदान करती है।
इनफिनॉक्स(Infinox) के पास एक व्यापक पेशकश है जो रिटेल, संस्थागत और पेशेवर ग्राहकों के लिए समान है, इन ग्राहकों के लिए संबंधित खातों के प्रकार के साथ, जो कि उनकी विभिन्न व्यापारिक आवश्यकताओं और उद्देश्यों के अनुसार बनाया गया है।
अलग-अलग ट्रेडिंग शैलियों की अनुमति दी जाती है, जिसमें कालाबाजारी, हेजिंग, स्वचालित ट्रेडिंग और बहुत कुछ शामिल है, क्योंकि इनफिनॉक्स(Infinox) इसके लिए खाता प्रकार, ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और प्रदान किए गए विभिन्न अन्य ट्रेडिंग टूल्स में प्रावधान करती है।
आधुनिक, शक्तिशाली और प्रतिष्ठित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म इनफिनॉक्स(Infinox) के कार्यालय का हिस्सा बनते हैं और एक और अधिक गतिशील और विशाल व्यापार और ट्रेडिंग अनुभव बनाने में मदद करती है।
इनफिनॉक्स(Infinox) के खातों के प्रकार
इनफिनॉक्स(Infinox) एक अतिरिक्त पेशेवर खाता प्रकार के साथ तीन मुख्य प्रकार का खाता प्रदान करती है जिसके पास व्यापारियों को इस खाते के लिए योग्य माना जाने से पहले पूरा करने के लिए सख्त मानदंड हैं।
प्रत्येक खाते के प्रकार की अपनी अनूठी व्यापारिक स्थितियाँ होती हैं और व्यापारियों को एक गतिशील ट्रेडिंग अनुभव और पर्यावरण प्रदान करने के उद्देश्य से सेवा प्रदान करती है और साथ ही सर्वोत्तम मूल्य निर्धारण अनुसूची भी होती है।
इनफिनॉक्स(Infinox) के खाते के प्रकारों में शामिल हैं:
- MT4 एसटीपी खाता
- MT4 ECN खाता, और
- CQG खाता
इनफिनॉक्स(Infinox) न्यूनतम खाते की विशेषताएं
ब्रोकर वेबसाइट पर व्यक्तिगत खाते की विशेषताओं के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं देता है, और यह अनिश्चित है कि क्या इनफिनॉक्स(Infinox) अभी भी IXO खाता विकल्प पिछले समीक्षाओं के अनुसार प्रदान करती है।
पिछली समीक्षा के अनुसार IXO खाते और IXO ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से संबंधित जानकारी ब्रोकर की वेबसाइट पर नहीं मिल सकती है, लेकिन इन्फिनॉक्स पर पिछली समीक्षाओं की जानकारी की कमी के बावजूद खातों के संबंध में निम्नलिखित संकेत देते हैं:
- £100 की एक न्यूनतम जमा, या मुद्रा बराबर।
- रिटेल ग्राहकों के लिए अधिकतम लाभ 1:30 तक है, पेशेवर ग्राहकों के लिए 1:300 तक अधिकतम लीवरेज की योग्यता है।
- एक बेंचमार्क स्प्रेड है जो MT4 ECN खाते का उपयोग करते समय EUR/ USD और 0.4 पिप्स पर 0.3 पिप्स से शुरू होता है।
- मेटा ट्रेडर 4, मेटा ट्रेडर 5 या सीजीक्यू डेस्कटॉप तक पहुंच।
इनफिनॉक्स(Infinox) डेमो अकाउंट
इनफिनॉक्स(Infinox) व्यापारियों को एक डेमो खाता खोलने का विकल्प प्रदान करती है जिसे विभिन्न तरीकों से उपयोग किया जा सकता है, जिसमें शामिल हैं, लेकिन निम्नलिखित तक सीमित नहीं हैं:
- शुरुआती व्यापारियों के लिए एक प्रैक्टिस अकाउंट जो आभासी फंडों का उपयोग करके जोखिम मुक्त वातावरण में अपने व्यापारिक कौशल और अनुभव में सुधार करना चाहते हैं।
- ऐसे व्यापारी जो ब्रोकर्स का मूल्यांकन और तुलना कर रहे हैं जो कि जोखिम मुक्त वातावरण में इन्फिनॉक्स की व्यापारिक स्थितियों का पता लगाना चाहते हैं, और
- ऐसे व्यापारी जो अपनी पूंजी को जोखिम में डाले बिना एक व्यापारिक लाइव ट्रेडिंग माहौल में अपनी ट्रेडिंग रणनीतियों का परीक्षण करना चाहते हैं।
इनफिनॉक्स(Infinox) का डेमो अकाउंट साइन अप पूरी तरह से डिजिटल और परेशानी मुक्त है। यह कुछ ही मिनटों के भीतर किया जा सकता है और जैसे ही व्यापारी पंजीकृत होता है, डेमो ट्रेडिंग शुरू हो सकती है एक बार डेमो अकाउंट के लिए नामित प्लेटफॉर्म निम्नलिखित में से किसी एक पर डाउनलोड किया गया है:
नमामि गंगे मिशन: 6 परियोजनाओं का उद्घाटन कर पीएम मोदी बोले- अब अभियान नए स्तर पर ले जाया जा रहा है
Published: September 29, 2020 6:24 PM IST
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने (Narendra Modi) उत्तराखंड के लिए ‘नमामि गंगे मिशन’ (Namami Gange Mission) के तहत 6 परियोजनाओं का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि गंगा की स्वच्छता के अभियान को अब एक नए स्तर पर ले जाया जा रहा है. उत्तराखंड के लिए ‘नमामि गंगे मिशन’ के तहत 6 परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा, “आज पैसे को पानी की तरह नहीं बहाया जाता है, बल्कि उस पर खर्च होता है.”
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मोदी ने जिन छह परियोजनाओं का वर्चुअली उद्घाटन किया, उनमें 68 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी), हरिद्वार के जगजीतपुर में मौजूदा 27 एमएलडी एसटीपी का अपग्रेडेशन और हरिद्वार के सराय में 18 एमएलडी एसटीपी का निर्माण शामिल है. इसके साथ ही ऋषिकेश में लक्कड़घाट पर 26 एमएलडी एसटीपी का उद्घाटन किया गया. बता दें कि इन एसटीपी का उद्घाटन नदी को साफ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
प्रधानमंत्री ने चोरपानी में 5 एमएलडी एसटीपी और 2 एसटीपी की क्षमता के साथ 1 एमएलडी और 0.01 एमएलडी वाले एसटीपी का भी बद्रीनाथ में उद्घाटन किया. इस मौके पर जल जीवन मिशन के ‘लोगो’ का भी मोदी ने अनावरण किया. उन्होंने संस्कृति और जैव विविधता का प्रदर्शन करने के लिए गंगा पर समर्पित पहले संग्रहालय का उद्घाटन किया.
राफेल सौदे को लेकर विपक्ष की ‘समस्याओं’ कौन से दलाल एसटीपी हैं? को याद करते हुए मोदी ने कहा, “चार साल पहले इसी समय के आसपास देश के बहादुरों ने सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था. लेकिन ये लोग सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांग रहे थे. सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध करके उन्होंने देश के सामने अपना इरादा साफ कर दिया है.” उद्घाटित की गई परियोजनाओं को लेकर मोदी ने कहा, “पानी जैसा महत्वपूर्ण विषय कई मंत्रालयों और विभागों में बंटा था और उनके बीच ना कोई समन्वय था और न ही काम करने के लिए कोई स्पष्ट दिशानिर्देश.”
गोमती, सरयू, यमुना, राप्ती नदियों की धारा पहले से अधिक अविरल और निर्मल हुई
उत्तर प्रदेश में गंगा समेत अन्य प्रमुख नदियों में प्रदूषण काफी कम हुआ है। नदियों की धारा अविरल और निर्मल हुई हैं। नदियों में गिरने वाले नाले-नालियों को टैप किया गया है। राज्य सरकार ने प्रदेश में 3298.84 एमलडीए के 104 एसटीपी चालू किये हैं। नमामि गंगे परियोजना के तहत संचालित परियोजनाओं ने दूषित हो चुकी नदियों को फिर से स्वच्छता प्रदान की है। तेजी से चलाए गये स्वच्छता अभियानो से गंगा ही नहीं प्रदेश की गोमती, सरयू, यमुना, राप्ती समेत सभी प्रमुख नदियों की हालत सुधरी है। गंदगी की मात्रा घटने से जलीय जीवों को जीवन मिला है और सिल्ट निकाले जाने से नदियों की सतही सफाई संभव हुई है।
नदियों की स्वच्छता और उसमें गिरने कौन से दलाल एसटीपी हैं? वाले सीवेज को रोकने के साथ ही शहरों में घरेलू सीवरेज कनेक्शन देने के प्रयास भी तेजी से किये जा रहे हैं। शहरों में सड़क पर बहने वाला सीवर का गंदा पानी अब नहीं दिखाई देता है। गंदगी और बदबू ने लोगों की परेशानी कम हुई है। साथ ही गंदगी से होने वाली बीमारी पर भी नियंत्रण संभव हो पाया है। वर्तमान में 3298.84 एमएलडी के 104 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के निर्माण ने इसमें काफी निर्णायक भूमिका निभाई है। नमामि गंगा के तहत गंगा नदी से सटे अनूपशहर को मिली सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट(एसटीपी) और सीवरेज लाइन की सौगात से नदी में दूषित पानी गिरना बंद हुआ। यहां 78 करोड़ की लागत से सीवरेज लाइन बिछाने का काम किया गया।
यमुना मैय्या को गंदा करने का पाप कर रहे हैं अरविंद केजरीवाल-आदेश गुप्ता
नई दिल्ली, 17 नवम्बर। दिल्ली में यमुना मैया को मैली करने का जो पाप दिल्ली की आम आदमी पार्टी कर रही है, उसको उजागर करने के लिए दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता खुद नजफगढ़ नाले के जंग खा रहे एसटीपी प्लांट पर पहुंच गए। श्री आदेश गुप्ता के आने की ख़बर सुन दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारियों ने जंग खा रहे एसटीपी प्लांट पर ताला जड़ दिया। हालांकि गंदे नाले और उसपर लगे प्लांट को देखने के लिए दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता एक टूटी हुई दिवार फांदकर प्लांट देखने पहुंचे।
श्री आदेश गुप्ता ने वहां कहा कि दिल्ली में आकर यमुना मैया मैली होने का मुख्य कारण ये नजफगढ़ नाला है। जिसको साफ करने के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार पिछले 8 सालों से घोषणा तो कर रही है, लेकिन इसपर काम नहीं कर रही है। ये जंग खाता हुआ एसटीपी प्लांट इसका गवाह है। उन्होंने वहां मौजूद पत्रकारों को कहा कि दिल्ली में एक बहुत बड़ा इलाका इसकी वजह से बीमार पड़ रहा है। दिल्ली की एकमात्र नदी यमुना का पानी इस तरह की गंदगी की वजह से जहरीली हो चुकी है, उसका पानी रिस रिसकर ग्राउंड वाटर में पहुंच रहा है। इसलिए दिल्ली में एक बड़े इलाके में पेट जनित रोग बहुतायत में हो रहे हैं। साथ ही पूरे नजफगढ़ नाले और यमुना नदी के आसपास रहने वाले लोग बदबू और अन्य गैसों की वजह से बीमार पड़ते रहते हैं। घर के फ्रिज, एसी और अन्य उपकरण कौन से दलाल एसटीपी हैं? कौन से दलाल एसटीपी हैं? खराब हो रहे हैं।
गोमती, सरयू, यमुना, राप्ती नदियों की धारा पहले से अधिक अविरल और निर्मल हुई
उत्तर प्रदेश में गंगा समेत अन्य प्रमुख नदियों में प्रदूषण काफी कम हुआ है। नदियों की धारा अविरल और निर्मल हुई हैं। नदियों में गिरने वाले नाले-नालियों को टैप किया गया है। राज्य सरकार ने प्रदेश में 3298.84 एमलडीए के 104 एसटीपी चालू किये हैं। नमामि गंगे परियोजना के तहत संचालित परियोजनाओं ने दूषित हो चुकी नदियों को फिर से स्वच्छता प्रदान की है। तेजी से चलाए गये स्वच्छता अभियानो से गंगा ही नहीं प्रदेश की गोमती, सरयू, यमुना, राप्ती समेत सभी प्रमुख नदियों की हालत सुधरी है। गंदगी की मात्रा घटने से जलीय जीवों को जीवन मिला है और सिल्ट निकाले जाने से नदियों की सतही सफाई संभव हुई है।
नदियों की स्वच्छता और उसमें गिरने वाले सीवेज को रोकने के साथ ही शहरों में घरेलू सीवरेज कनेक्शन देने के प्रयास भी तेजी से किये जा रहे हैं। शहरों में सड़क पर बहने वाला सीवर का गंदा पानी अब नहीं दिखाई देता है। गंदगी और बदबू ने लोगों की परेशानी कम हुई है। साथ ही गंदगी से होने वाली बीमारी पर भी नियंत्रण संभव हो पाया है। वर्तमान में 3298.84 एमएलडी के 104 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के निर्माण ने इसमें काफी निर्णायक भूमिका निभाई है। नमामि गंगा के तहत गंगा नदी से सटे अनूपशहर को मिली सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट(एसटीपी) और सीवरेज लाइन की सौगात से नदी में दूषित पानी गिरना बंद हुआ। यहां 78 करोड़ की लागत से सीवरेज लाइन बिछाने का काम किया गया।
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