शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे. उन्होंने बुधवार को 453.91 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे. पिछले कई समय से डॉलर के मुकाबले रुपया (Dollar vs INR) कमजोर होता गया है. सरकार के लिए इसकी गिरावट को रोकना एक चुनौती है. बाकी करेंसी के मुकाबले अमेरिकी डॉलर में हाल के दिनों में दुनियाभर में लगातार मजबूती देखने को मिली है.
ऑनलाइन विदेशी मुद्रा का विक्रय
विशेषकर विदेशी यात्रा का एक अलग ही रोमांच होता है। यह रोमांच चाहे भ्रमण के लिए हो या व्यापार के लिए हो, विदेशी मुद्रा का विनिमय और उससे जुड़ी परेशानियाँ एक जैसी ही होती हैं। लेकिन जब आप इस ट्रिप से वापस आ जाते हैं तब बची हुई विदेशी मुद्रा को आप बेचने का प्रयास करते हैं।
अधितर स्थितियों में विदेश यात्रा पर जाने वाले अपने साथ किसी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए थोड़ी एक्स्ट्रा विदेशी मुद्रा ले कर जाते हैं। क्यूंकी वे जानते हैं कि विदेशी मुद्रा को विदेशी धरती पर खरीदना महंगा और समय लगाने वाला होता है। इसलिए देर से सुरक्षा भली घरेलू मुद्रा क्या है वाला नियम यहाँ भी लागू होता है और जरूरत से थोड़ी अधिक विदेशी करेंसी अपने साथ घरेलू मुद्रा क्या है लेकर जाएँ और किसी भी अनदेखी परेशानी से बचें। ट्रिप से वापस आने के बाद अगर आप अपनी बची हुई विदेशी मुद्रा का विक्रय नहीं करते हैं तो वह आपके लिए मृत धन के समान है। कुछ लोग यह काम इसलिए भी नहीं कर पाते हैं कि वे ऑनलाइन विक्रय या एजेंट के माध्यम से विक्रय में से उपयुक्त माध्यम का चयन नहीं कर पाते हैं। थॉमस कुक के पास आपकी हर समस्या का हल है। फिर भी यदि आप अपनी अनुपयोगी विदेशी मुद्रा को ट्रिप कि यादगार बना कर, किसी डर के कारण या ठीक जानकारी न होने के कारण अपने पास रखना चाहते हैं तो इस्क्में कोई समझदारी नहीं है।
Dollar vs INR Today: राहत! रिकॉर्ड लो लेवल से लौटा रुपया, 25 पैसे हुआ मजबूत, जानें 1 डॉलर कितने के है घरेलू मुद्रा क्या है बराबर
Dollar vs INR Today: विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा में गिरावट के कारण घरेलू मुद्रा में सुधार आया है. पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 60 पैसे की गिरावट के साथ पहली बार 83 रुपये के स्तर से नीचे चला गया था.
Dollar vs INR Today: अमेरिकी मुद् यूएस डॉलर के मुकाबले रुपया रिकॉर्ड निचले लेवल से उबरते हुए गुरुवार को 25 पैसे चढ़कर 82.75 प्रति घरेलू मुद्रा क्या है डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ. विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा में गिरावट के कारण घरेलू मुद्रा में सुधार आया है. भाषा की खबर के मुताबिक, विदेशी मुद्रा कारोबारियों के मुताबिक, शेयर बाजार में आखिरी घंटे में हुए कारोबार से भी रुपये को सपोर्ट मिला. हालांकि, इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने रुपये में मजबूती (Dollar vs INR) को लिमिट में ला दिया.
पहली बार 83 रुपये के स्तर से नीचे चला गया था
खबर के मुताबिक, अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.05 पर कमजोर खुला और बाद में 83.29 के निचले लेवल तक चला गया. कारोबार के दौरान यह 82.72 के उच्चतम स्तर पर भी गया. आखिर में रुपया गिरावट से उबरते हुए बुधवार के बंद भाव के मुकाबले 25 पैसे मजबूत होकर 82.75 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. इससे पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 60 पैसे की गिरावट के घरेलू मुद्रा क्या है साथ पहली बार 83 रुपये के स्तर (Dollar vs INR) से नीचे चला गया.
दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.17 प्रतिशत गिरकर 112.79 पर आ गया. इधर, बीएसई सेंसेक्स 95.71 अंक चढ़कर 59,202.90 और एनएसई निफ्टी 51.70 अंक की बढ़त के साथ 17,563.95 अंक पर बंद हुआ. इसके अलावा इंटरनेशनल ऑयल स्टैंडर्ड ब्रेंट क्रूड वायदा 1.17 प्रतिशत बढ़कर 93.49 डॉलर प्रति बैरल घरेलू मुद्रा क्या है पर पहुंच गया.
भारतीय वैश्विक परिषद
अपनी वर्तमान विदेशी मुद्रा संकट के बीच श्रीलंका ने अगस्त 2021 में देश में आपातकाल की घोषणा की थी। श्रीलंका के ज्यादातर बैंक आवश्यक वस्तुओं के आयात के लिए धन मुहैया कराने हेतु विदेशी मुद्रा की कमी से जूझ रहे हैं। देश के राजस्व में घरेलू मुद्रा क्या है करीब 80 अरब अमेरिकी डॉलर की कमी आई है। [i] सेंट्रल बैंक ने एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 200 रुपये से अधिक की दर से वायदा कारोबार और रुपये के स्पॉट ट्रेडिंग (हाज़िर कारोबार) पर प्रतिबंध लगा दिया है [ii] । इसके कारण इस द्वीपीय राष्ट्र में विदेशी मुद्रा संकट और गंभीर हो गया है। हालांकि, यह स्थिति रातोंरात नहीं बनी है। इसके कई कारण हैं जैसे 2019 में ईस्टर बम हमले, कोविड-19 महामारी का फैलना और कई राजनीतिक फैसले जिन्होंने अपेक्षित परिणाम नहीं दिए। आसन्न संकट को भांपते हुए सरकार ने इस साल की शुरुआत में ही वाहनों, खाद्य तेलों और कुछ अन्य वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगाकर इसे टालने की कोशिश की लेकिन इससे कुछ विशेष लाभ नहीं हुआ। इस संकट की ओर ले जाने वाले कई महत्वपूर्ण कारकों में से कुछ महत्वपूर्ण कारकों का विश्लेषण इस लेख में किया गया है।
दुर्लभ मुद्रा
कठोर मुद्रा वह धन है जो राजनीतिक और आर्थिक रूप से स्थिर राष्ट्र द्वारा जारी किया जाता है। उन्हें सेवाओं और वस्तुओं के भुगतान के रूप में दुनिया भर में व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है और उन्हें घरेलू मुद्रा पर प्राथमिकता दी जा सकती है।
एक कठिन मुद्रा को थोड़े समय की अवधि में अपेक्षाकृत स्थिर होने और विदेशी मुद्रा या विदेशी मुद्रा में अत्यधिक तरल होने का अनुमान हैमंडी. मूल रूप से, ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (AUD), कैनेडियन डॉलर (CAD), स्विस फ़्रैंक (CHF), ब्रिटिश पाउंड (GBP), जापानी येन (जेपीवाई), यूरोपीय यूरो (ईयूआर), यूएस डॉलर (यूएसडी) दुनिया में सबसे अधिक व्यापार योग्य मुद्राएं हैं।
उनमें से सभी अंतरराष्ट्रीय व्यवसायों और निवेशकों का विश्वास रखते हैं क्योंकि वे नाटकीय प्रशंसा के लिए प्रवृत्त नहीं हैं यामूल्यह्रास. चूंकि इसे दुनिया की विदेशी आरक्षित मुद्रा का दर्जा मिला है, इसलिए अमेरिकी डॉलर विशेष रूप से बाहर खड़ा है।
कठिन मुद्रा उदाहरण
हार्ड करेंसी के समूह के भीतर, ऑस्ट्रेलियाई और कनाडाई डॉलर कमोडिटी की कीमतों के प्रति काफी संवेदनशील हैं; हालांकि, वे उन देशों की तुलना में बेहतर तरीके से गिरावट से गुजरते हैं जो वस्तुओं पर निर्भर हैं।
उदाहरण के लिए, 2014 में ऊर्जा की कीमतों में गिरावट ने कनाडा और ऑस्ट्रेलियाई दोनों बाजारों पर नकारात्मक प्रभाव डाला, लेकिन यह रूसी रूबल के लिए और भी बुरा था। ऐसा कहने के बाद, किसी देश की मुद्रा में मूल्यह्रास आम तौर पर धन की आपूर्ति में वृद्धि या सरकारी, वित्तीय या आर्थिक चिंताओं के कारण भविष्य की क्षमता में विश्वास की कमी के कारण होता है।
नरम या अस्थिर मुद्रा का एक दिलचस्प उदाहरण अर्जेंटीना पेसो है, जिसने डॉलर के मुकाबले 2015 में अपने मूल्य का लगभग 34.6% खो दिया; इसे विदेशी निवेशकों के लिए सबसे अनाकर्षक विकल्प बनाना।
अधिकतर, मुद्रा का मूल्य रोजगार और जीडीपी जैसी आर्थिक अनिवार्यताओं पर आधारित होता है। अमेरिकी डॉलर की अंतरराष्ट्रीय मजबूती अमेरिका की जीडीपी को दर्शाती है, जो दुनिया में पहले स्थान पर है।
SBI e-Mudra Loan: घर बैठे ले सकते है 50 हजार से लेकर 10 लाख तक का लोन
SBI e-Mudra Loan: भारतीय स्टेट बैंक के बचत खाता धारकों को सूचित कर दें कि आपके लिए केंद्र सरकार ने एसबीआई ई-मुद्रा लोन की शुरुआत की है तथा भारतीय स्टेट बैंक बचत खाता धारकों को एसबीआई ई-मुद्रा लोन के माध्यम से ₹50 हजार रुपए से ₹10 लाख रुपए की ऋण राशि बहुत ही कम ब्याज दर पर प्राप्त हो सकती है | SBI e-Mudra Loan के तहत शुरुआती समय में आपको ₹50,000 की धनराशि प्राप्त होगी और इस राशि का भुगतान करने के लिए आपको 12 माह से 60 माह की अवधि प्रदान की जाएगी |
हम आपको बता दें कि एसबीआई ई-मुद्रा लोन का विभाजन तीन भागों में किया गया है जिसे शिशु, किशोर एवं तरुण के नाम से संबोधित किया जाता है | SBI e-Mudra Loan योजना में सर्वप्रथम ₹50,000 की राशि , इसके पश्चात ₹50,001 से ₹5 लाख और तरुण के रूप में ₹5,00,001 से 10,00,000 रुपए तक की ऋण राशि बहुत ही कम ब्याज दर पर प्राप्त होती है |
SBI e-Mudra Loan
1 | लेख विवरण | एसबीआई ई-मुद्रा लोन |
2 | प्राधिकरण | भारतीय स्टेट बैंक |
3 | एमयूडीआरए (मुद्रा) | माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड फाइनेंस एजेंसी (MUDRA) |
4 | सन | 2022 |
5 | स्थान | भारत |
6 | खाता | एसबीआई बचत खाता |
7 | खाताधारक | भारतीय महिला एवं पुरुष उम्मीदवार |
8 | न्यूनतम आयु | 18 वर्ष |
9 | स्तर | केंद्र स्तरीय |
10 | श्रेणी | शिशु, किशोर एवं तरुण लोन |
11 | आधिकारिक वेबसाइट | https://emudra.sbi.co.in |
- एसबीआई बचत बैंक खाता विवरण
- पंजीकृत मोबाइल नंबर
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- हस्ताक्षर एवं घरेलू मुद्रा क्या है फिंगरप्रिंट
- स्वयं एसबीआई खाता धारक आदि |
एसबीआई ई-मुद्रा लोन विवरण
SBI e-Mudra Loan : भारतीय स्टेट बैंक द्वारा केंद्र स्तर पर SBI e-Mudra Loan की शुरुआत की गई तथा इस योजना के माध्यम से प्रत्येक एसबीआई बचत खाता धारक को ₹50,000 से ₹10,00,000 तक की लोन राशि बहुत ही कम ब्याज दर पर उपलब्ध करवाई जा रही है और एसबीआई ई-मुद्रा लोन का भुगतान करने के लिए उम्मीदवारों को 12 माह से 60 माह का पर्याप्त समय प्रदान किया जाता है | SBI e-Mudra Loan का लाभ केवल भारतीय नागरिक प्राप्त कर सकते हैं तथा इस योजना के माध्यम से उम्मीदवारों को शिशु, किशोर एवं तरुण लोन श्रेणी में लाभान्वित किया जाता है जिसका विवरण घरेलू मुद्रा क्या है निम्नानुसार है :-
1 | शिशु | ₹50,000 तक |
2 | किशोर | ₹50,001 से ₹5 लाख तक |
3 | तरुण | ₹5,00,001 से 10,00,000 तक |
एसबीआई ई-मुद्रा लोन के लिए पात्रता मापदंड
एसबीआई ई-मुद्रा लोन के लिए आवेदक के पास भारतीय स्टेट बैंक में बचत खाता होना चाहिए और वर्तमान समय में आपका बचत खाता सक्रिय अर्थात चालू की होना अनिवार्य है | एसबीआई ई-मुद्रा लोन के लिए आपका आधार कार्ड मोबाइल नंबर एवं कुछ आवश्यक दस्तावेज एसबीआई बैंक अकाउंट से लिंक होने चाहिए और एसबीआई ई-मुद्रा लोन का लाभ केवल भारतीय नागरिक प्राप्त कर सकते हैं | एसबीआई ई-मुद्रा लोन के लिए आवेदक अर्थात खाताधारक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए और शेष पात्रता की जानकारी आपको एसबीआई ई-मुद्रा लोन प्राप्त करते समय अधिकारी द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी |
हम आपको बता दें कि आप एसबीआई ई-मुद्रा लोन योजना का लाभ अपने नजदीकी बैंक में जाकर प्राप्त कर सकते हैं अथवा आप घर बैठे ही एसबीआई ई-मुद्रा लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं जिसकी प्रक्रिया नीचे दी गई तालिका में निहित है :-
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 147