इसके पास कोई बेलआउट नहीं है, सेंट्रल बैंक नहीं है, सरकारी हस्तक्षेप नहीं है, अलबत्ता पैसों की मैं ज्यादा चिंता नहीं करता।’ हम्म, शायद। लेकिन बायनान्स को आज पैसों की ही सबसे ज्यादा चपत लग रही है। जहां अमेरिका और दूसरे देशों के रेगुलेटर्स बायनान्स की जांच-पड़ताल में जुट गए हैं, वहीं उसके सीईओ यह जताने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने समय से आगे की कोई चीज बनाई है, जिसे वयस्क ही समझ सकते हैं। तब तो बच्चों को क्रिप्टो से दूर रहना चाहिए, नहीं?

अगला वित्तीय संकट क्रिप्टोकरेंसी से आएगा, RBI गवर्नर की चेतावनी

'अगला वित्तीय संकट प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी की वजह से आएगा', ये चेतावनी दी है रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांता दास ने. Business Standard के BFSI Insight Summit 2022 में एक चर्चा के दौरान उन्होंने ये बात कही.

शक्तिकांता दास ने कहा कि वो अपनी बात पर कायम हैं कि क्रिप्टोकरेंसी को बैन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी की कोई अंडरलाइंग वैल्यू (Underlying Value) नहीं है ये वित्तीय स्थिरता के लिए खतरा है. उन्होंने कहा कि इसको रोकना चाहिए, अगर इसे बढ़ने दिया गया तो मेरे शब्दों को याद रख लीजिए, अगला वित्तीय संकट प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसीज की वजह से आएगा.

डिजिटल करेंसी एक मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी बाजार UPI पेमेंट सिस्टम

रिजर्व बैंक भले ही क्रिप्टोकरेंसी को लेकर ज्यादा आश्वस्त नहीं है, लेकिन उसने भी अपनी डिजिटल करेंसी की शुरुआत की है, जिसका नाम है सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) या e-rupee. इसे लेकर उन्होंने कहा कि ये ठीक वैसे ही काम करेगा जैसे कि एक मुद्रा करती है, जबकि UPI एक पेमेंट प्लेटफॉर्म है. इसके अलावा CBDC में एक 'auto sweep-in' और 'auto sweep-out' फंक्शन भी होगा, जिसमें यूजर्स जब चाहे अपने पैसे को वॉलेट से बाहर निकाल सकता है और वॉलेट के अंदर डाल सकता है. CBDC अभी पायलट स्टेज पर है.क्रिप्टोकरेंसी बाजार

लगातार ब्याज दरें बढ़ने से देश की ग्रोथ धीमी हुई है, वर्ल्ड बैंक ने FY2023 केल लिए भारत का GDP ग्रोथ अनुमान 6.9% दिया है, जबकि रिजर्व बैंक अपना अनुमान 6.8% है. इस पर रिजर्व बैंक गवर्नर का कहना है कि ग्रोथ में गिरावट पूरी दुनिया में दिख रही है, इसका बाहरी मांग पर असर जरूर होगा.

बैंकिंग सिस्टम पर शक्तिकांता दास

कुछ समय से बैंकों की क्रेडिट ग्रोथ और क्रिप्टोकरेंसी बाजार डिपॉजिट ग्रोथ के बीच बढ़ती खाई फोकस में है, लेकिन रिजर्व बैंक गवर्नर को इसमें कोई फिक्र करने वाली बात नहीं दिखती है. उन्होंने कहा कि मुझे भी लगता है कि डिपॉजिट बढ़ने चाहिए. क्रेडिट ग्रोथ में तेजी दिख रही है क्योंकि पिछले साल का बेस काफी कम था, जबकि डिपॉजिट ग्रोथ कम दिख रहा है क्योंकि बेस ज्यादा था. उन्होंने कहा कि नए लोन का औसत लेंडिंग रेट 117 बेसिस प्वाइंट बढ़ चुका है.

IBC प्रोसेस से धीमी रिकवरी को लेकर भी रिजर्व बैंक गवर्नर ने जवाब दिया. इस पर शक्तिकांता दास ने कहा कि IBC को लोन रिकवरी के मैकेनिज्म के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि IBC के लिए मुख्य चुनौती प्रक्रिया का देरी से पूरा होना है. उन्होंने कहा कि लोन रिकवरी जरूरी है लेकिन अगर आप IBC की तुलना पहले के फ्रेमवर्क से करेंगे, तो पाएंगे कि रिकवरी पहले से बेहतर है. उन्होंने कहा कि जरूरी है कि समय रहते IBC को सूचना मिले, जरूरी है कि शुरुआत में ही किसी भी परेशानी का पता चल जाए और IBC अपना काम शुरू कर दे तो रिकवरी और बेहतर हो सकती है.

क्रिप्टोकरेंसी बाजार में बढ़ रही हलचल, निवेशकों के पैसे में हो रहा जोरदार इजाफा,ये हुए एक झटके में मालामाल..


नेशनल डेस्क । क्रिप्टोकरेंसी बाजार ( cryptocurrency market ) में लगातार हलचल दिख रही है। नए साल की शुरुआत होने से पहले ही क्रिप्टो बाजार ( crypto market ) में गिरावट का जो दौर शुरू हुआ था, वो आज भी जारी है। दुनिया की सबसे लोकप्रिय ( world’s most popular ) क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन से लेकर दूसरी टॉप डिजिटल करेंसी लाल निशान पर कारोबार कर रही हैं। इस बीच खबर आ रही है कि एलियन शीबा इनु नामक ( alien shiba inu ) करेंसी ने निवेशकों को एक झटके में मालामाल कर दिया है।

एलियन शीबा इनु (ASHIB) को दरअसल, इसके नाम का बेहद फायदा मिला। बता दें कि दुनिया की टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसी में शीबा इनु कॉइन का नाम भी शामिल है, जिससे ये नई डिजिटल करेंसी प्रेरित है। बीते रविवार को इसका दाम आसमान छू गया।

Britain New Currency : ब्रिटेन में नए क्रिप्टोकरेंसी बाजार नोटों पर महारानी एलिजाबेथ की जगह अब ब्रिटेन के नए राजा किंग चार्ल्स III की तस्वीर आएगी नजर

Britain New Currency : ब्रिटेन के नोटों में किंग चार्ल्स के राजा बनने बाद बड़ा बदलाव होने जा रहा है। अब इन नोटों पर महारानी एलिजाबेथ की तस्वीर की जगह ब्रिटेन के नए राजा किंग चार्ल्स तृतीय की तस्वीर नजर आयेगी। इस बात की जानकारी बैंक ऑफ इंग्लैंड के ट्विटर अकाउंट से शेयर की गई है, जहां नए नोटों की तस्वीरों को भी जारी किया है |

Britain New Currency

आपको बताते चले की ब्रिटेन में नए नोट साल 2024 के मध्य तक बैंक ऑफ इंग्लैंड द्वारा इस्तेमाल के लिए जारी कर दिए जाएंगे नए नोटों मे तस्वीर के अलावा किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। बैंक ऑफ इंग्लैंड द्वारा जारी की गई तस्वीरों में 5, 10, 20 और 50 पाउंड के नए नोट नजर आ रहे हैं।

Cryptocurrency का मार्केट कैप एक ट्रिलियन डॉलर क्रिप्टोकरेंसी बाजार के पार, बाजार में रौनक

Cryptocurrency Prices Today Latest News

Cryptocurrency Prices Today Latest News: कारोबारी हफ्ते के पहले दिन क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप एक ट्रिलियन डॉलर को पार गया. इसकी बड़ी वजह मांग में इजाफा होना रहा. लंबे अरसे बाद बिटकॉइन निवेशकों के लिए आज राहत भरा सोमवार रहा. ताजा कीमतों की बात करें तो यह 22,200 डॉलर को भी पार कर चुकी हैं. Ethereum की कीमत में भी लंबे समय बाद सुधार की स्थिति रही. बता दें क्रिप्टोकरेंसी के बाजार को लेकर रौनक करीब डेढ़ महीने बाद देखने को मिली है.

क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में कल के मुकाबले उछाल
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में आज उछाल दर्ज किया गया है. CoinMarket के मुताबिक क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में कल के मुकाबले 3.4 फीसदी का उछाल आया क्रिप्टोकरेंसी बाजार है.

कारा स्विशेर का कॉलम: क्रिप्टोकरेंसी का बाजार हो रहा ध्वस्त, खोया भरोसा फिर से पाना बड़ी चुनौती

कारा स्विशेर, वरिष्ठ अमेरिकी जर्नलिस्ट और एनवाईटी में स्तम्भकार - Dainik Bhaskar

क्रिप्टोकरेंसी का बाजार ध्वस्त हो रहा है। कुछ इसे क्रिप्टो-विंटर की संज्ञा दे रहे हैं, जबकि यह क्रिप्टो का हिम-युग अधिक मालूम होता है। ज्यादा पुरानी बात नहीं, नवम्बर में क्रिप्टो बाजार उफान पर था। तब बिटकॉइन की कीमत 69 हजार डॉलर को छू गई थी। आज यह 20 हजार के इर्द-गिर्द मंडरा रही है। ऐसे में अगर इस सेक्टर की री-ब्रांडिंग के लिए बड़े पैमाने पर कोशिशें की जा रही हों तो वे आश्चर्यजनक नहीं हैं, क्योंकि वर्षों की अनवरत हाइप के बाद वह इस मुकाम तक पहुंचा था।

लेकिन क्रिप्टोकरेंसी बाजार हाल-फिलहाल तो इसके अनेक हाई-प्रोफाइल लीडर मुंह छुपाने की हालत में हैं। कारण, आने वाले समय में क्रिप्टो में और गिरावट के अंदेशे जतलाए जा रहे हैं। दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज बायनान्स के संस्थापक और सीईओ चांगपेंग शाओ ने हाल में ब्लूमबर्ग को एक इंटरव्यू दिया। वे टेरायूएसडी के पतन पर बोल रहे थे। टेरायूएसडी एक स्टेबलकॉइन है, जो कि न तो स्टेबल है और न ही सही मायनों में कॉइन है। उन्होंने कहा, ‘मुझे तो इसके लचीलेपन को देखकर अचरज हुआ।

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