उपकरण का उपयोग यह अनुमान लगाने के लिए आप विदेशी मुद्रा का व्यापार कहां कर सकते हैं किया जाता है कि कोई संपत्ति बाजार के रुझानों और इसके मूल्य में उतार-चढ़ाव को प्रभावित करने वाले कारकों के आधार पर ऊपर या नीचे कब जाएगी। ये उपकरण ट्रेडिंग प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे निवेशकों को किसी संपत्ति को खरीदने या बेचने के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद करते हैं।
विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म कैसे चुनें?
एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म एक सॉफ्टवेयर सिस्टम है जिसका उपयोग मुद्राओं और अन्य उपकरणों के व्यापार के लिए किया जाता है। इसके साथ, निवेशक एक वित्तीय मध्यस्थ के माध्यम से ऑनलाइन बाजार की स्थिति खोल, बंद और प्रबंधित कर सकते हैं। आमतौर पर वित्तीय मध्यस्थ ब्रोकरेज कंपनियां होती हैं।
कई ब्रोकर अपने प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करने और अक्सर ट्रेडिंग के बदले में मुफ्त या छूट पर ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करते हैं। यदि आप अभी भी ब्रोकर की तलाश में हैं, तो विश्वसनीय विदेशी मुद्रा दलालों का पता लगाने के लिए
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दलालों की जांच न करें।
कई ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म विभिन्न प्रकार की विशेषताएं प्रदान करते हैं जो निवेशकों को सूचित निवेश निर्णय लेने में मदद कर सकते हैं। इन सुविधाओं में वास्तविक समय उद्धरण, इंटरैक्टिव चार्ट, चार्टिंग टूल की एक श्रृंखला, प्रीमियम अनुसंधान और स्ट्रीमिंग समाचार फ़ीड शामिल हो सकते हैं।
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कैसे चुनें?
ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म चुनते समय, ट्रेडिंग रणनीति और उपकरणों के प्रकार पर विचार करना महत्वपूर्ण है जिसे आप उपयोग करने की योजना बनाते हैं। इसके अलावा, कुछ मानदंड हैं जिन्हें विकल्प बनाते समय ध्यान में रखा जाना चाहिए:
जब व्यापार की बात आप विदेशी मुद्रा का व्यापार कहां कर सकते हैं आती है, तो एक स्पष्ट और उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफ़ेस आप विदेशी मुद्रा का व्यापार कहां कर सकते हैं आवश्यक है। प्लेटफ़ॉर्म को कई अलग-अलग संकेतकों और चार्ट, साथ ही व्यापारियों के लिए आवश्यक अन्य उपकरणों की पेशकश करनी चाहिए।
विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार में इस बार भी दर्ज हुई बढ़त
राज एक्सप्रेस। देश में जमा होने वाले विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार जमा के आंकड़े समय-समय आप विदेशी मुद्रा का व्यापार कहां कर सकते हैं पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) जारी करता आया हैं। इस आप विदेशी मुद्रा का व्यापार कहां कर सकते हैं साल इन आंकड़ों में ज्यादातर गिरावट ही देखने को मिलती रही है। इस साल की शुरुआत में 2 बार बढ़त के बाद इसमें लगातार गिरावट बनी हुई है।वहीँ, पिछली बार दर्ज हुई बढ़त के बाद इस बार इसमें फिर से बढ़त दर्ज हुई है। इसके अलावा यदि स्वर्ण भंडार की बात की जाए तो उसका हाल भी कुछ कुछ विदेशी मुद्रा भंडार जैसा ही रहा है। इस बार RBI द्वारा जारी हुए आंकड़ो के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार दोनों में बढ़त दर्ज हुई है।
SBI: 37 अरब डॉलर रह गया बांग्लादेश का विदेशी मुद्रा भंडार, एसबीआई ने कहा- रुपये-टका में कारोबार करें निर्यातक
एसबीआई ने निर्यातकों से कहा है कि वे बांग्लादेश के साथ डॉलर व अन्य बड़ी मुद्राओं में कारोबार करने से बचें। इसकी जगह पर रुपये और टका में व्यापार कर सकते हैं।
बांग्लादेश की 416 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था ऊर्जा और भोजन की बढ़ती कीमतों से जूझ रही है, क्योंकि रूस-यूक्रेन संघर्ष ने अपने चालू खाते के घाटे को बढ़ा दिया है। घटती विदेशी मुद्रा इसे आईएमएफ जैसे वैश्विक उधारदाताओं की ओर मुड़ने के लिए मजबूर करती है। एसबीआई ने 24 अगस्त को अपनी सभी शाखाओं को भेजे पत्र में कहा, हाल में उच्च आयात बिल और डॉलर के मुकाबले बांग्लादेशी टका की कमजोरी से वह विदेशी मुद्रा की कमी का सामना कर रहा है।
विस्तार
एसबीआई ने निर्यातकों से कहा है कि वे बांग्लादेश के साथ डॉलर व अन्य बड़ी मुद्राओं में कारोबार करने से बचें। इसकी जगह पर रुपये और टका में व्यापार कर सकते हैं।
बांग्लादेश की 416 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था ऊर्जा और भोजन की बढ़ती कीमतों से जूझ रही है, क्योंकि रूस-यूक्रेन संघर्ष ने अपने चालू खाते के घाटे को बढ़ा दिया है। घटती विदेशी मुद्रा इसे आईएमएफ जैसे वैश्विक उधारदाताओं की ओर मुड़ने के लिए मजबूर करती है। एसबीआई ने 24 अगस्त को अपनी सभी शाखाओं को भेजे पत्र में कहा, हाल में उच्च आयात बिल और डॉलर के मुकाबले बांग्लादेशी टका की कमजोरी से वह विदेशी मुद्रा की कमी का सामना कर रहा है।
भारत-सऊदी अरब में रुपये व रियाल कारोबार में चर्चा
भारत और सऊदी अरब ने रुपये व रियाल में कारोबार करने के साथ रूपे कार्ड एवं यूपीआई में भी कारोबार करने पर चर्चा कर रहे हैं। वाणिज्य मंत्रालय ने सोमवार आप विदेशी मुद्रा का व्यापार कहां कर सकते हैं को कहा, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के रियाद दौरे पर आप विदेशी मुद्रा का व्यापार कहां कर सकते हैं इस बारे में चर्चा हुई है।
Explainer : क्यों कोई देश जानबूझकर कमजोर बनाता है अपनी करेंसी, कहां और कैसे होता है इसका फायदा?
- News18Hindi
- Last Updated : October 24, 2022, 15:30 IST
हाइलाइट्स
अपनी करेंसी को जानबूझकर कमजोर करने का कारनामा हाल में ही चीन दो बार कर चुका है.
एक बार 2015 में चीन ने डॉलर के मुकबाले अपने युआन की कीमत घटाकर 6.22 कर दी थी.
साल 2019 में फिर चीन ने डॉलर के मुकाबले युआन की कीमत घटाकर 6.99 तय कर दी.
नई दिल्ली. अमूमन किसी देश की करेंसी के कमजोर होने को उसकी बिखरती अर्थव्यवस्था का सबूत माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ देश जानबूझकर अपनी मुद्रा को कमजोर बनाते हैं. एक बारगी तो इस बात पर यकीन करना मुश्किल होता है कि जहां दुनियाभर के देश अपनी मुद्रा को मजबूत बनाने की जुगत में लगे रहते हैं, वहीं कोई देश क्यों अपनी करेंसी को कमजोर बनाएगा, लेकिन यही सवाल जब बाजार और कमोडिटी एक्सपर्ट से पूछा तो जवाब चौंकाने वाले थे.
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के कमोडिटी रिसर्च हेड अनुज गुप्ता का कहना है कि ज्यादातर ऐसे देश अपनी करेंसी को जानबूझकर कमजोर बनाते हैं, जिन्हें निर्यात के मोर्चे पर लाभ लेना होता है. यानी अगर किसी देश की करेंसी कमजोर होती है, तो उसी अनुपात में उसका निर्यात सस्ता हो जाता है और उद्योगों के आप विदेशी मुद्रा का व्यापार कहां कर सकते हैं पास ज्यादा उत्पादन के मौके बनते हैं. दरअसल, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ज्यादातर ग्लोबल लेनदेन डॉलर में होता आप विदेशी मुद्रा का व्यापार कहां कर सकते हैं आप विदेशी मुद्रा का व्यापार कहां कर सकते हैं है और जब किसी देश की मुद्रा कमजोर होती है आप विदेशी मुद्रा का व्यापार कहां कर सकते हैं तो उसका उत्पादन भी डॉलर के मुकाबले सस्ता हो जाता है और ग्लोबल मार्केट में उसकी मांग बढ़ जाती है.
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