A complete guide to Cryptocurrencies & Blockchain (Hindi)
क्या क्रिप्टोकरेंसी केवल एक इमेजिनेशन का रिज़ल्ट नहीं है जो हमारे जीवन मे एक टेक्नोलॉजी और प्लेटफ़ार्म के साथ आता है जो इसके ट्रेडिंग को सक्षम बनाता है। क्रिप्टोकरेंसी बनाने के लिए बस इतना करना है कि उस पर भरोसा करने और उसमे ट्रेडिंग करने वाले बहुत सारे लोग मिलें। 🤷♀️
फिर भी दोस्तों, 5000 से भी ज्यादा मौजूद क्रिप्टो के बीच, आपको 10 -15 से अधिक क्रिप्टो नहीं मिलेंगे जो सक्रिय रूप से ट्रेड हो रहे हैं और वैल्यू कमांड करते हैं। स्क्विड गेम क्रिप्टोकरेंसी टोकन का ज़िक्र न करें तो अच्छा है जिसने निवेशकों के लाखों डॉलर के निवेश को धोखे का शिकार बनाया। 😤
भारत मे हाल के ट्रेंड को देखें तो क्रिप्टो मार्केट अपनी पकड़ बनाने के लिए तैयार है। लेकिन ये सेक्यूरिटीस कांट्रैक्ट (रेग्युलेशन) एक्ट के अंतर्गत भी नहीं आता तो इस पर SEBI की छत्र छाया नहीं है। इसके अलावा इसमे कोई फाइनेंशियल इन्सट्रक्शन शामिल नहीं है तो RBI की एंट्री भी अभी इसमे काफी दूर ही लगती है। और इससे भी ऊपर सरकार इसमे कुछ नहीं कर सकती क्योंकि क्रिप्टो अवैध नहीं है। 🤯 “Dhum-ta-na-na,”वाली म्यूजिक ?
कोर्स चेक करें और क्रिप्टो ड्रामा के लिए तैयार हो जाएं ! 🕺
What you will get?
Course Syllabus
एवल्यूशन ऑफ मनी
- सागा ऑफ मनी
ऑल अबाउट क्रिप्टोकरेंसी
- क्रिप्टोकरेंसी : वह सब कुछ जो आपको जानना आवश्यक है
ब्लॉकचेन 101
- ब्लॉकचेन तकनीक के बारे मे सब कुछ
क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग कैसे काम करता है
- माइनिंग के बारे मे सब कुछ
क्रिप्टो vs स्टॉक्स
- क्रिप्टो vs. स्टॉक्स : दोनों मे क्या अंतर है
क्रिप्टो गेन पर टैक्स कैसे लागू होता है
- टैक्सेशन ऑन क्रिप्टोकरेंसी
स्टेबल कॉइन एंड FD इन क्रिप्टोकरेंसी
- स्टेबलकॉइन एंड क्रिप्टो FDs
Need answers? Find them here
What will be covered in this course?
This course talks about Cryptocurrency and Blockchain, Mining of cryptocurrency, difference between stocks and cryptos, how taxes are applied, Stablecoins and FDs in Cryptocurrency.
What is the validity of this course?
Finology provides you with an opportunity to access all its tools and courses by subscribing to Finology One. Hence, you can access this course as long as your subscription of Finology One is active.
What is the duration of this course?
This course falls under the marathon category and can be completed in a duration of 3 hrs.
Do I need to install any specific software for this course?
No, you do not need to install any specific software for this course. However, it is advised for a user to have an active Internet connection and an updated web browser for a seamless learning experience.
What are the prerequisites required for this course?
Specially tailored for the newbies in the domain, there are no prerequisites for this course.
About Finology Quest
Quest is a 101 guide for anyone who wants to learn investing. The aim of these online finance courses is to make people financially literate and to make them understand the essential financial concepts and learn company analysis, so that one can know how to create & grow their wealth in the stock market.
Why choose Quest?
Quest will make you aware about investing and the secret to growing wealth. As against popular opinion, you do not always need to earn more money to be rich. In fact, financial awareness is the key to wealth creation & Quest will help you to make this journey simpler. The courses in Quest are easy to understand and explained using close-to-reality scenarios which makes learning fun and relatable. Plus, you can access it anytime and anywhere on the go, which is a cherry on the top!
For whom the Quest is?
Quest is for anybody who wants to enjoy learning finance and investing on the go. The aim of Quest is to make people financially aware. So, if you are someone making your babysteps into the markets, look no further. From personal finance to investing, Quest is your one-stop platform for almost everything finance!
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इफको टोकियो ग्राहक ऐप
इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस का कस्टमर ऐप एक साथ आपकी सभी ज़रूरतों को पूरा करता है। भागदौड़ की इस ज़िन्दगी में आपको जमाने से आगे रखने के लिए हम आपको घर बैठे आराम से पॉलिसी खरीदने और दुबारा विचार करने से लेकर क्लेम का जल्द निपटान कराने तक की सुविधा देते हैं। ग्राहकों के लिए आसान इस ऐप से आप सफर के दौरान भी पॉलिसियों का सारा हिसाब रख सकते हैं। इस पर रजिस्टर करने की प्रक्रिया भी बिल्कुल आसान है। आप बस ई-मेल आईडी और अपना मोबाइल नंबर डाल कर यह सेवा चालू कर सकते हैं।
ऐप पर उपलब्ध सेवाओं का सिलसिलेवार विवरण नीचे दिया गया हैः
इस ऐप से आप मोटर, यात्रा, आवास और व्यापार बीमा की हर तरह की पॉलिसियां खरीद सकते हैं।
2. पॉलिसी का रिन्युअल
यह ऐप आपको ऑनलाइन पॉलिसी का रिन्युअल लेने का विकल्प देता है। यह रिन्युअल की तिथि नजदीक आने पर अपने-आप पॉलिसीधारक को एलर्ट भेजता है।
3. पॉलिसी की कॉपी डाउनलोड करना
इस ऐप पर आप एक जगह सारी पॉलिसियों का ध्यान रख सकते हैं। इसके माध्यम से पॉलिसी के विवरण देखने के साथ मोटर और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों की कॉपी डाउनलोड भी कर सकते हैं।
4. हेल्थ ईकार्ड डाउनलोड करना
अक्सर आप अपने साथ हेल्थ कार्ड ले जाना भूल जाते हैं। लेकिन आपके मोबाइल पर यह ऐप हो तो चिंता की कोई बात नहीं क्योंकि इससे हेल्थ ई-कार्ड डाउनलोड कर आसानी से क्लेम का लाभ ले सकते हैं।
5. स्वास्थ्य केंद्र ढूंढ़ना
इस ऐप पर आप कैशलेस इलाज के लिए अस्पतालों का नेटवर्क और गराज का पता लगा सकते हैं। यह ऐप आपको अपनी पसंद के नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने का दिशा भी दिखाएगा।
6. क्यूसीएस - क्विक क्लेम सेट्लमेंट
मोटर क्यूसीएसः क्लेम लेने में आम तौर पर बहुत समय लगता है लेकिन हमारे क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है क्यूएससी के माध्यम से आपके वाहन के वर्कशॉप पहुंचने के साथ क्लेम मिल जाएगा। यह काम बिना किसी परेशानी बहुत आसानी से होगा क्योंकि हमारा मोबाइल ऐप उपयोग करना आसान है और यह बहुत यूजर-फ्रेंडली है। ‘‘क्यूसीएस’’
मोटर क्यूसीएस की खास खूबियां:
1. क्यूसीएस के तहत निजी कार या टूव्हीलर के क्लेम कर सकते हैं।
2. क्यूसीएस के तहत निजी कार पॉलिसियों के लिए 50,000रु. की सीमा तक और टूव्हीलर पॉलिसियों के लिए अधिकतम 10,000रु. के क्लेम किए जा सकते हैं।
3. क्यूसीएस अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि आपका वाहन मरम्मत के लिए वर्कशॉप पहुंच जाए और ग्राहक को खुद वर्कशॉप जाने की ज़रूरत नहीं हो।
4. आपके वाहन के वर्कशॉप पहुंचने और मरम्मत शुरू करने वाले दिन में ही क्यूसीएस क्लेम क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है का निपटान कर दिया जाता है।
5. क्यूसीएस क्लेम के माध्यम से हमारे ग्राहकों को घर बैठे आराम से/अपने ऑफिस से ही क्लेम रजिस्टर करने की आज़ादी मिलती है।
हेल्थ क्यूसीएस
मोटर क्लेम के लिए हमारा क्यूसीएस पहले से उपलब्ध है और अब हम आधुनिक तकनीक से हेल्थ क्लेम का भी क्यूसीएस (क्विक क्लेम सेट्लमेंट) से भुगातन कर रहे हैं।
क्यूसीएस का अर्थ चुटकी में क्लेम सेट्ल करना है। 25,000रु. से कम के मामलों के लिए रीम्बर्समेंट (प्रतिपूर्ति) आधार पर ये क्लेम दिए जाते हैं। इसमें क्लेम का पूरा और अंतिम भुगतान किया जाता है। यह क्लेम का तत्काल सेट्लमेंट है।
यह काम बिना परेशानी बिल्कुल आसानी से होता है क्योंकि हमारा मोबाइल ऐप उपयोग में आसान और अत्यधिक यूजर-फ्रेंडली है।
हेल्थ क्यूसीएस की कुछ खास विशेषताएं:
1. आपके खर्चों का इंडेंमनीटी के आधार पर तत्काल भुगतान।
2. ऐप पर 25,000रु. तक के क्लेम की सूचना देने और डॉक्युमेंट जमा करने की सुविधा।
3. मोबाइल ऐप में तुरंत अपडेट।
4. क्लेम एप्रवूल के बाद जल्द भुगतान।
क्लेम की प्रक्रिया
ग्राहक कस्टमर केयर सेंटर को 18001035499 (टोल फ्री) पर कॉल कर क्लेम रजिस्टर कर सकते हैं या सीधे हमारी वेबसाइट से मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड कर क्लेम रजिस्टर कर सकते हैं। क्लेम सफलतापूर्वक रजिस्टर होने के बाद हमारे क्यूसीएस अधिकारी ग्राहक से संपर्क करेंगे और अगले निर्देश के साथ उनकी मदद करेंगे।
कैसे काम करती है क्रिप्टोकरेंसी? क्या है सरकार व RBI का रुख? जानें हर सवाल का जवाब
Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी एक वर्चुअल करेंसी है। इसे नोट या सिक्के की तरह हाथ में नहीं लिया जा सकता। ये डिजिटल एसेट्स होते हैं।
- क्रिप्टोकरेंसी को कोई सेंट्रल अथॉरिटी रेगुलेट नहीं करती।
- क्रिप्टोकरेंसी की संख्या हजारों में हैं, जिनकी अलग-अलग कीमत है जो बढ़ती-घटती रहती है।
- भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई कानून नहीं है, न ही रेगुलेशन का कोई सिस्टम है।
नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के बारे में अबतक आपने बहुत पढ़ा-सुना देखा होगा। आज हम आपके सारे डाउट क्लियर कर देंगे।। जैसे- क्रिप्टोकरेंसी भारत में अवैध तो नहीं है, सरकार का इस मामले में स्टैंड क्या है, चिंताएं क्या-क्या हैं? क्या क्रिप्टोकरेंसी में इंवेस्टमेंट रिस्क वाला फैसला है? ऐसे ही 10 सवालों के जवाब यहां मिलेंगे।
सवाल 1: क्रिप्टोकरेंसी होती क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की वर्चुअल करेंसी है। मतलब ये कि नोट या सिक्के की तरह इसे हाथ में ले नहीं सकते, कोई फिजिकल एग्जीस्टेंस नहीं होता है, ये डिजिटल एसेट्स होते हैं। और क्रिप्टोग्राफी से इन्हें सेक्योर किया जाता है। हर एक क्रिप्टोकरेंसी, यूनिक प्रोग्राम कोड से बनाई जाती है जिससे कि एक ही क्रिप्टोकरेंसी की कॉपी बना लेना या धोखाधड़ी कर पाना तकरीबन नामुमकिन है।
सवाल 2: काम कैसे करती है क्रिप्टोकरेंसी?
- क्रिप्टोकरेंसी को कोई भी सेंट्रल अथॉरिटी मतलब कि सरकार या समझ लीजिए रिजर्व बैंक रेगुलेट नहीं करता है। ये पूरी तरह से डिसेंट्रलाइज्ड है और इंटरनेट पर ही इसका क्रिएशन, इंवेस्टमेंट,ट्रांजेक्शन होता है।
- भारत के लिहाज से बात करें तो सरकार या रिजर्व बैंक को नहीं पता कि ये कैसे बनाए जा रहे हैं, इसकी वैल्यू कैसे घट बढ़ रही है और इसका एक्सचेंज कैसे हो रहा है।
- एक पूरा इंटरनेट नेटवर्क है, जहां पर हर एक ट्रांजेक्शन की जानकारी सेव होती रहती है औैर इसे कोई सिंगल पर्सन या कोई संस्था मॉनिटर नहीं कर रही होती। एक ही साथ इस पर कई जगह काम होता रहता है।
सवाल 3: कितने तरह की होती है क्रिप्टोकरेंसी?
अब आपने बिटक्वॉइन, डॉजक्वाइन, लाइटक्वाइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनक्वाइन ये सब नाम भी आपने सुने होंगे, तो ये सब क्रिप्टोकरेंसी ही हैं, इनकी संख्या हजारों में हैं जिनकी अलग-अलग वैल्युज है जो बढ़ती घटती रहती है।जैसे 16 नवंबर को एक बिटक्वाइन की कीमत करीब 48 लाख रुपये है और ये महज कुछ ही घंटों में हजारों बढ़ घट सकती है। इसका तेजी से बढ़ना घटना भी एक वजह है जिसके बारे में एक्सपर्ट कहते हैं कि जमा पूंजी को इसमें निवेश कर देना कभी-कभार तगड़ा घाटे का सौदा हो सकता है।
सवाल 4: कैसे खरीद सकते हैं?
आपको जानकार हैरानी होगी कि देश में करीब 10 करोड़ क्रिप्टो करेंसी ओनर हैं, हालांकि, ये इंडिपेंडेंट प्लेटफॉर्म की तरफ से जारी आंकड़े हैं। लेकिन फिर भी इतनी संख्या में ये जो क्रिप्टो ऑनर हैं, वहां कहां खरीदते बेचते हैं क्रिप्टोकरेंसी?ठीक वैसे ही जैसा स्टॉक मार्केट होता है वैसे ही एक्सचेंज या ब्रोकर क्रिप्टोकरेंसी के लिए है । भारत में जो टॉप क्रिप्टो एक्सचेंज हैं वो हैं CoinDCX, Coinswitch, WazirX, Kuber- ये सब मोबाइ्ल एप की मदद से रजिस्ट्रेशन लेते हैं और अपने प्लेटफॉर्म से ट्रांजेक्शन करने देते हैं। शुरुआत में ये आपको क्रिप्टो मार्केट समझने में भी हेल्प करते हैं।
ये तो हो गई क्रिप्टोकरेंसी को समझने की बात अब भारत में क्या नियम-कानून हैं और सरकार-एजेंसियों की चिंता क्या है?
सवाल 5: भारत में वैध या अवैध है क्रिप्टोकरेंसी?
मौजूदा वक्त में भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई कानून नहीं है, न ही रेगुलेशन का कोई सिस्टम है लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी को रखना क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है अवैध है।
सवाल 6: भारत सरकार का क्या रुख है?
ऐसा माना जा रहा है कि सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टो करेंसी पर विधेयक ला सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 नवंबर को क्रिप्टो करेंसी पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इससे संकेत मिलता है कि सरकार इस मुद्दे से निपटने के लिए टफ रेगुलेटरी स्टेप ले सकती है।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अगस्त में कहा था कि उन्हें क्रिप्टो करेंसी विधेयक पर मंत्रिमंडल की मंजूरी का इंतजार है
सवाल 7: रिजर्व बैंक का क्या रुख है?
यहां एक बात और जान लीजिए कि साल 2018 में रिजर्व बैंक ने क्रिप्टो ट्रांजेक्शन पर पूरी तरह रोक लगाने वाला सर्कुलर जारी कर दिया था। मार्च 2020 में सुप्रम कोर्ट ने इस सर्कुलर को निरस्त कर दिया, और क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड की मंजूरी दे दी।हाल ही में एक कार्यक्रम में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास क्रिप्टोकरेंसी को लेकर फिर चेतावनी दी थी। उनका कहना था कि इससे रिजर्व बैंक के सामने एक चुनौती आई है। माइक्रोइकनॉमिक बैंलेस और फाइनेंशियल स्टेबिलिटी दोनों के लिए क्रिप्टोकरेंसी ने चिंता पैदा की है।इस कार्यक्रम में दास ने ये भी कहा था कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों की संख्या को बढ़ा चढ़ाकर बताया जा रहा है।
सवाल 8: भारत में चिंताएं क्या-क्या हैं?
अभी तक मैंने जो जानकारी दी है उससे समझ गए होंगे कि देश में पिछले कुछ सालों से क्रिप्टोकरेंसी पर लगातार बहस चलती आई है। आशंका है कि इसका इस्तेमाल निवेशकों को भ्रामक दावों के साथ आकर्षित करने और आतंक के वित्तपोषण के लिए किए जाने की आशंका है।और जब से ये क्रिप्टोकरेंसी टीओआर, फ्ऱीनेट, जीरोनेट और परफेक्टडार्क जैसे डार्क नेट पर लेन-देन के लिए इस्तेमाल किए जाने लगी है तब से सुरक्षा एजेंसियों की चिंता और बढ़ गई है।
सवाल 9: साइबर क्राइम में क्यों इस्तेमाल होने लगी है क्रिप्टोकरेंसी?
मनी लॉन्ड्रिंग करने वाले, साइबर अपराधी और आतंकवादी क्रिप्टोकरेंसी को आसान मानते हैं क्योंकि इसका पता लगाना मुश्किल होता है, क्योंकि क्रेडिट-डेबिट कार्ड या बैंक जैसा कोई मध्यस्थ नहीं होता है ऐसा में पता लगाना नामुमकिन सा हो जाता है कि आखिर पैसा गया तो गया कहां।आपको एक उदाहरण देते हैं पिछले साल पीएम मोदी के पर्सनल वेबसाइट के टि्वटर अकाउंट को हैक कर लिया गया था। हैकर ने बदले में बिटक्वॉइन की ही मांग की थी, तो ये चिंताएं हैं सरकार और एजेंसियों के सामने जिसका सवाल ढूंढा जा रहा है।
सवाल 10: क्या किसी देश में क्रिप्टोकरेंसी लीगल करेंसी भी है?
जवाब है हां, जून 2021 में अल सल्वाडोर पहला ऐसा देश बन गया जहां बिटक्वॉइन को ऑफिशियली लीगल करेंसी बनाया गया है। इसके अलावा किसी दूसरे देश में बिटक्वॉइन या कोई दूसरी क्रिप्टोकरेंसी, लीगल करेंसी के तौर पर इस्तेमाल नहीं की जाती। हालांकि, अपने देश के अलावा यूएस, कनाडा में इसकी ट्रेडिंग हो रही है, रूस, चीन जैसे देश इसके खिलाफ हैं।
Cryptocurrency: किसी को रातोंरात कर सकती है मालामाल तो किसी को कंगाल, जानिए क्रिप्टोकरेंसी के फायदे और नुकसान
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