दो सप्ताह के उच्च स्तर पर बंद हुआ रुपया, एक डॉलर की कीमत 66.66 रुपए
विदेशी मुद्रा भंडार 3.85 अरब डॉलर घटकर 524.5 अरब डॉलर पर
मुंबई (सच कहूँ विदेशी मुद्रा बाजार में अस्थिरता सबसे बड़ी चिंता न्यूज)। विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति, स्वर्ण और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) (foreign exchange reserves) के पास आरक्षित निधि में कमी आने से देश का विदेशी मुद्रा भंडार 21 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में 3.85 अरब डॉलर कम होकर 524.5 अरब डॉलर रह गया जबकि इसके पिछले सप्ताह यह 4.5 अरब डॉलर घटकर 528.4 अरब डॉलर रहा था। रिजर्व बैंक की ओर से जारी साप्ताहिक आंकड़े के अनुसार, 21 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार के सबसे बड़े घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 3.6 अरब डॉलर की गिरावट लेकर 465.1 अरब डॉलर रह गयी। इस अवधि में स्वर्ण भंडार में 24.7 करोड़ डॉलर की कमी आई और यह घटकर 37.21 अरब डॉलर पर आ गया। वहीं, आलोच्य सप्ताह विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) में 70 लाख डॉलर की वृद्धि हुई और यह बढ़कर 17.44 अरब डॉलर पर पहुंच गया। हालांकि इस अवधि में आईएमएफ के पास आरक्षित निधि 1.4 करोड़ डॉलर कम होकर 4.79 अरब डॉलर पर आ गई।
देश के चार बड़े महानगरों में आज पेट्रोल और डीजल के दाम इस प्रकार रहे:- | oreign exchange reserves
महानगर- पेट्रोल डीजल (रुपए प्रति लीटर)
दिल्ली…………..96.72……..89.62
मुंबई …………..106.31…….94.विदेशी मुद्रा बाजार में अस्थिरता सबसे बड़ी चिंता 27
कोलकाता …….106.03……. 92.76
चेन्नई…………..102.63…….94.24
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अंतर्राष्ट्रीय कारणों की वजह से गिरा रुपया, डरने की जरूरत नहीं: सरकार
By: एजेंसी | Updated at : 14 Aug 2018 09:20 PM (IST)
नई दिल्लीः डॉलर के मुकाबले गिरते रुपये पर केंद्र सरकार ने बयान दिया है और कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय कारणों की वजह से रुपया गिरा है और इससे डरने की जरूरत नहीं है. आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के अब तक के निचले स्तर पर पहुंचने के लिये ‘बाहरी कारणों’ को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि जब तक अन्य करेंसी के मुताबिक घरेलू रुपये में गिरावट होती है, इसमें चिंता की कोई बात नहीं है. तुर्की की आर्थिक चिंता से अमेरिकी डॉलर विदेशी मुद्रा बाजार में अस्थिरता सबसे बड़ी चिंता के मुकाबले रुपया आज कारोबार के दौरान 70.1 रुपये प्रति डॉलर के स्तर तक गिर गया. हालांकि बाद में इसमें सुधार आया और अंत में कल के मुकाबले सुधरकर 69.89 पर बंद हुआ.
गर्ग ने कहा, ‘रुपये में गिरावट का कारण बाहरी कारक हैं इस समय इसको लेकर चिंता की कोई वजह नहीं है.’ उन्होंने कहा कि अगर रुपया 80 रुपये प्रति डॉलर तक चला जाता है और अगर दूसरी करेंसी में भी गिरावट इसी स्तर पर रहती है तो चिंता का कोई कारण नहीं होगा. गर्ग ने कहा कि भारतीय रुपया अभी भी कुछ दूसरी करेंसी की तुलना में बेहतर स्थिति में है.
रुपए के प्रदर्शन को लेकर RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने क्या कहा?
Shaktikanta Das on Rupees: रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि दुनिया की अन्य करेंसी के मुकाबले रुपए ने बेहतर प्रदर्शन किया है. उन्होंने कहा कि अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में रुपया 3.2 फीसदी मजबूत हुआ है.
Shaktikanta Das on Rupees: रुपए पर दो दिनों से दबाव देखा जा रहा है. इधर विदेशी मुद्रा बाजार में अस्थिरता सबसे बड़ी चिंता अमेरिकी फेडरल रिजर्व पर इंटरेस्ट रेट में बड़ी बढ़ोतरी का दबाव बन रहा है. इसी आस में डॉलर इंडेक्स फिर से 105.5 के पार पहुंच गया. राहत की खबर ये है कि क्रूड ऑयल (Crude Oil Price) का भाव फिसल कर विदेशी मुद्रा बाजार में अस्थिरता सबसे बड़ी चिंता 80 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गया है. रिजर्व बैंक मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की घोषणा करते हुए गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि डॉलर में मजबूती के बीच अन्य देशों की मुद्राओं की तुलना में रुपए का उतार-चढ़ाव कम रहा है. इसके साथ ही उन्होंने देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) की स्थिति को संतोषजनक बताया है. उन्होंने कहा कि वास्तविक आधार पर देखा जाए, तो चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अक्टूबर की अवधि में रुपया 3.2 फीसदी मजबूत हुआ है.
ग्लोबल फैक्टर्स को इग्नोर नहीं कर सकते हैं
उन्होंने कहा, ‘‘रुपए की कहानी भारत की मजबूती और स्थिरता को दर्शाती है.’’ उन्होंने कहा कि इस साल डॉलर में मजबूती के बीच रुपए सहित दुनिया की सभी प्रमुख मुद्राओं में गिरावट आई है. इसने सभी का ध्यान खींचा है.’’ दास ने इस बात पर जोर दिया कि वैश्विक और घरेलू वृहद आर्थिक तथा वित्तीय बाजार के घटनाक्रमों के परिप्रेक्ष्य में रुपए के उतार-चढ़ाव का आकलन करने की जरूरत है.
गवर्नर ने कहा, ‘‘डॉलर में मजबूती के इस अध्याय के बीच अन्य मुद्राओं की तुलना में रुपए का उतार-चढ़ाव सबसे कम रहा है.’’ उन्होंने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार संतोषजनक स्थिति में है. 21 अक्टूबर, 2022 को यह 524.5 अरब डॉलर था, जो दो दिसंबर, 2022 को बढ़कर 561.2 अरब डॉलर पर पहुंच गया.
RBI रुपये की रक्षा के लिए समझदारी से विदेशी मुद्रा भंडार का कर रहा उपयोग !
बिजनेस न्यूज डेस्क . भारतीय रुपया, जो कैलेंडर वर्ष 2022 की शुरुआत के बाद से गिर रहा था और कई बार निचले स्तर को छू गया था, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने देश के विदेशी मुद्रा भंडार को खर्च करके कई बार विवेकपूर्ण तरीके से बचाव किया है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, केंद्रीय बैंक द्वारा डॉलर की मांग-आपूर्ति के बीच अंतर को भरने के बीच विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट को देखते हुए आरबीआई ने पिछले कुछ वर्षो में प्रवाह और बहिर्वाह को बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित किया है। आरबीआई की वेबसाइट से संकलित आंकड़ों के अनुसार, केंद्रीय बैंक ने इस कैलेंडर वर्ष की शुरुआत के बाद से रुपये को मुक्त गिरावट से बचाने के लिए अब तक 94.752 अरब डॉलर खर्च किए हैं। इस वित्तीय वर्ष की शुरुआत के बाद से, इसने 71.विदेशी मुद्रा बाजार में अस्थिरता सबसे बड़ी चिंता 768 अरब डॉलर का उपयोग किया है।
दो सप्ताह के उच्च स्तर पर बंद हुआ रुपया, एक डॉलर की कीमत 66.66 रुपए
Dharmender Chaudhary
Published on: September 22, 2016 20:33 IST
दो सप्ताह के उच्च स्तर पर बंद हुआ रुपया, एक डॉलर की कीमत 66.66 रुपए
मुंबई। विदेशी पूंजी की निकासी को लेकर चिंता कम होने से रुपए में आज 36 पैसे की भारी तेजी दर्ज की गई। इसके कारण डॉलर के मुकाबले रुपया दो सप्ताह के उच्च स्तर 66.66 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। रुपए में पिछले चार महीने में यह एक दिन में आई सबसे बड़ी तेजी है।
डॉलर के मुकाबले इसलिए मजबूत हुआ रुपया
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