कई यूजर्स ने किया पोल का विरोध
कुछ यूजर्स ने इस पोल के विरोध में विचार रखे और उनका मानना था कि मस्क को इतना बड़ा निर्णय आम लोगों के फैसले के आधार पर नहीं करना चाहिए. एक यूजर ने लिखा- जिस कंपनी को उन्होंने (मस्क) 44 बिलियन डॉलर में खरीदा है उस पर किसी और के निर्णय लेने की बात आश्चर्यजनक है. वहीं एक अन्य यूजर ने कहा- हाय एलन, यह कोई ऐसी चीज नहीं है जिस पर आप प्रश्नपत्र के जरिए निर्णय ले सकें. जैसा कि आप जानते हैं कि बहुमत हमेशा सही नहीं होता है. कई बार आप पाते हैं कि आप अकेले ही पूरी मानवता के लिए सही चीजें कर रहे हैं.
अरे! भाभी अभी तो माँ-बाबूजी खर्चा कर रहे हैं
तभी रुक्मणि देवी बोलीं. "मन्जु ऐसी बात नहीं बोलते बेटी, भाई के लिए | हमारे बाद भाई भाभी ही करेगें |
वाह माँ! भाभी और भैया की तरफ बोलती हैं, ये कहकर वो गुस्से में कमरे चली गई.
रहने दीजिए माँजी मुझे बुरा नहीं लगता,वो भी चाहती हैं उनके मायके वालों की ससुराल में तारीफ हो|
बहु तारिफों लिए चाहे भाई कर्ज में डूब जाए| मैं अपने बेटे को कर्ज में नहीं डूबने दूंगी |
माँजी अभी तो बच्चे छोटे हैं बड़े होगे तब तक सब सही हो जाएगा, निशा बोली.
नहीं अगर अभी मैने अपनी बेटी की मांग की लगाम नहीं खींची तो आने वाले समय में हमारी जैसे हालात हो जाएगें|
"माँजी ऐसा क्या हुआ आपके साथ"?निशा बोली
जीवन में कभी निरास नहीं होना चाहिए, परिश्रम और धैर्य से ही मनुष्य का हुनर निखरता है
एक बार एक व्यक्ति अकेला उदास बैठा कुछ सोच रहा था, कि उसके पास एक संत आये। संत को अपने समक्ष देख उस व्यक्ति ने पुछा मुझे ज़िन्दगी में बहुत असफलताएं मिली, अब मैं निराश हो चूका हूँ। हे भगवन, मुझे बताओ कि मेरे इस जीवन की क्या कीमत है। ब्यक्ति की बात सुन संत
एक बार एक व्यक्ति अकेला उदास बैठा कुछ सोच रहा था, कि उसके पास एक संत आये। संत को अपने समक्ष देख उस व्यक्ति ने पुछा मुझे ज़िन्दगी में बहुत असफलताएं मिली, अब मैं निराश हो चूका हूँ। हे भगवन, मुझे बताओ कि मेरे इस जीवन की क्या कीमत है। ब्यक्ति की क्या मुझे बोली पर बेचना चाहिए या पूछना चाहिए बात सुन संत ने उस ब्यक्ति की तरफ मुस्कुराते हुए देखा, और अपनी झोली से उसकी तरफ एक लाल पत्थर बढ़ाया।
क्या मैं ट्विटर हेड की कुर्सी छोड़ दूं? एलन मस्क के नए ट्वीट से हैरत में पड़ा इंटरनेट
नई दिल्ली. ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क अक्सर अपने ट्वीट्स के जरिए सुर्खियां बटोरते रहते हैं. अब उन्होंने एक और हैरानी भरा ट्वीट कर इंटरनेट यूजर्स को हैरत में डाल दिया है. मस्क ने एक ट्वीट के जरिए लोगों से पूछा है कि क्या उन्हें अपनी कुर्सी छोड़ देनी चाहिए? उन्होंने कहा कि इस पोल के फैसले को वो स्वीकार करेंगे.
सोमवार को एलन मस्क ने ट्वीट किया-'क्या ट्विटर हेड का पद मुझे छोड़ देना चाहिए? मैं इस पोल के रिजल्ट का पालन करूंगा.' यहां तक कि मस्क ने यूजर्स को यह चेतावनी भी कि वो (यूजर्स) वोटिंग के दौरान पूरी जिम्मेदारी दिखाएं. उन्होंने कहा-अपनी अच्छा ध्यान से बताएं क्योंकि कहे के मुताबिक वही हो सकता है जो आप चाहते हैं. यह पोल ट्वीट के बाद करीब सात घंटे तक चलेगा. हालांकि अभी तक ज्यादातर जवाब 'हां' में आ रहे हैं.
स्मार्टफोन खरीदने के लिए अपना खून बेचने ब्लड बैंक पहुंची नाबालिग लड़की, स्टाफ ने समझाकर लौटाया
- News18Hindi
- Last Updated : October 20, 2022, 13:40 IST
कोलकाता: पश्चिम बंगाल से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां एक नाबालिग लड़की स्मार्टफोन खरीदने के लिए अपना खून बेचने 30 किमी की यात्रा करके ब्लड बैंक पहुंच गई. पूछताछ करने पर उसने असंगत कारण बताए, यहां तक कि अपने माता-पिता की मृत्यु हो जाने तक का बहाना बनाया. लेकिन अंततः स्वीकार किया कि लड़की ने स्वीकार किया कि उसने ₹9,000 के स्मार्टफोन का ऑर्डर दिया था और इसका भुगतान करने के लिए पैसे की आवश्यकता थी. पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले की नाबालिग लड़की अपना खून बेचने के लिए बालुरघाट जिला अस्पताल आई थी.
नेटवर्क मार्केटिंग क्या है? यह पुरानी (परंपरागत) मार्केटिंग क्या मुझे बोली पर बेचना चाहिए या पूछना चाहिए से किस तरह भिन्न है? (How is Network marketing different from Traditional marketing in hindi)
नेटवर्क मार्केटिंग क्या है? (What is network marketing in hindi?) "नेटवर्क मार्केटिंग दरअसल किसी भी सेवा अथवा कंपनी के उत्पाद (product) को सीधा उपभोक्ता तक पहुँचाने की क्या मुझे बोली पर बेचना चाहिए या पूछना चाहिए एक युक्ति, एक उपाय है। और इस युक्ति में उपभोक्ता कंपनी से direct जुड़कर उस कंपनी के products को ख़रीदता है। जिसके तहत कंपनी उस उपभोक्ता को सीधे ही Benefits (लाभ) देने का प्रयास करती है।"
आइये इसे और सरल भाषा में समझने का प्रयास करते हैं। पहले से ही हमारे बीच परंपरागत मार्केट कार्य करता आ रहा है। आपने देखा होगा कि कंपनी अपने बनाये हुए किसी भी उत्पाद (product) को आम जनता तक पहुँचाने के लिए ढेर क्या मुझे बोली पर बेचना चाहिए या पूछना चाहिए सारे बिचौलियों, दलालों (एजेंट), थोक विक्रेताओं (होल सेलर्स), रिटेलर्स आदि का सहारा लेती रही है। और तो और अपने प्रोडक्ट को जनता के बीच रातों रात प्रचलित करने के लिए विज्ञापन का सहारा लेती रही है। कंपनियाँ ये विज्ञापन ऐसे लोगों से कराती क्या मुझे बोली पर बेचना चाहिए या पूछना चाहिए हैं जिनका आम जनता के बीच काफी नाम हो, आम जनता उनके रहन सहन को फॉलों करती हो। जैसे कि फ़िल्मी कलाकार, क्रिकेटर, फुटबॉलर, मॉडल, सिंगर, डांसर आदि।
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